पैसों के लिए बबिता बनी कॉल गर्ल

ही फ्रेंड्स, मैं अरमान अपनी नयी कहानी लेके आप सब के सामने हाज़िर हू. ये कहानी “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” के कॅरक्टर बबिता पे बेस्ड है. तो चलिए कहानी शुरू करते है.

सुबा-सुबा इएर के काम पर जाने के बाद बबिता सोफा पर बैठी टीवी देख रही थी. टीवी पर चोरी की न्यूज़ चल रही थी. उसमे बता रहे थे, की कोई पुराने राजा का कलश जो म्यूज़ीयम में रखा हुआ था, उसको किसी ने चुरा लिया था. और जो भी उसके चोर की खबर पोलीस को देगा, उसको 50 लाख रुपय इनाम में दिए जाएँगे.

ये न्यूज़ देख कर बबिता सोचती है, काश मुझे पता होता की ये कलश किसने चुराया है. तो मैं सरकार को इसके चोर के बारे में बता कर पैसे ले लेती. इससे हम अमीर हो जाते, और मैं खूब सारी शॉपिंग करती.

फिर वो चॅनेल चेंज कर लेती है, और कुछ और देखने लगती है. थोड़ी देर बाद उसको याद आता है, की घर पर सब्ज़ी बनाने के लिए कुछ था नही. तो वो सब्ज़ी मंदी में जाके सब्ज़ी लाने का डिसाइड करती है. फिर वो जीन्स और त-शर्ट पहन कर रेडी होती है, और घर से निकल जाती है.

सब्ज़ी मंदी पहुँचने के बाद वो सब्ज़ियाँ देखने लग जाती है. तभी वो एक जगह खड़ी होती है, जहा पर कुछ लड़के आपस में बात कर रहे होते है. बबिता का ध्यान अचानक उन पर पड़ता है, जब एक लड़का बोलता है-

एक लड़का: भाई, रमण भाई ने तो इस बार बड़ा हाथ मारा है. उन्होने म्यूज़ीयम से कलश ही उड़ा लिया. अब भाई उसको बेचेगा और क्रोरेपति हो जाएगा. फिर तो उसकी ऐश ही ऐश है.

दूसरा लड़का: भाई तुझे कितने मिलेंगे?

एक लड़का: भाई 10-20 लाख तो देंगे ही. आख़िर-कार मैने इतने साल उनके लिए काम किया है.

दूसरा लड़का: भाई फिर तो तेरी भी ऐश हो जाएगी.

एक लड़का: हा, फिर तो अपने मज़े ही मज़े.

बबिता को उनकी बात सुन कर सुबा वाली न्यूज़ याद आ जाती है. उसकी नज़रो के सामने वो 50 लाख का इनाम घूमने लगता है, जो पोलीस ने चोर को पकड़ने वाले को देने की बात कही थी. बबिता सोचती है की अगर मैं इस लड़के का पीछे करूँगी, तो मुझे इसके बॉस का पता चल सकता है, और मैं जाके कलश लेके आ सकती हू.

ये सोच कर बबिता वही साइड में उसकी नज़रों से बच कर खड़ी हो जाती है. फिर थोड़ी इधर-उधर की बातें करने के बाद वो लड़का वाहा से चल पड़ता है. बबिता अपना सब्ज़ी का थैला वही छ्चोढ़ देती है, और उसके पीछे चल पड़ती है. 15 मिनिट बाद वो लड़का किसी घर के आयेज रुकता है. वो घर काफ़ी सुनसान एरिया में बना हुआ था.

बबिता देखती है, की घर के गाते पर टाला लगा हुआ था. फिर वो इधर-उधर देखता है, और गाते फाँद कर अंदर चला जाता है. उसके अंदर जाने के 2 मिनिट बाद बबिता भी दीवार फाँद कर धीरे-धीरे अंदर जाती है. अंदर वो लड़का किसी से बात कर रहा था-

वो लड़का: बॉस बिक गया कलश?

उसका बॉस: आबे इतनी जल्दी थोड़ी ना बेचुँगा. अभी-अभी चोरी की है. अभी तो पोलीस हर जगह इसको ढूँढ रही होगी. यहा हुमको कोई नही ढूँढ सकता, तो जब तक मामला ठंडा नही हो जाता हम यही रहेंगे. तू चिंता ना कर, तेरे ऐश करने के दिन बस आने वाले है.

वो लड़का: थॅंक योउ बॉस.

बॉस: मैने तुझे लड़की लेके आने के लिए कहा था.

वो लड़का: बॉस वो शाम को आएगी. मैं ले अवँगा उसको.

बबिता समझ गयी थी, की उसने किसी कल्लगिर्ल को बुलाया था, जो शाम को आने वाली थी. फिर बबिता वाहा से बाहर निकल आती है. उसके बाद बबिता सोचती है, की वाहा एक ही बंदा था, तो उससे वो कलश कैसे लेगी.

फिर उसके दिमाग़ में वो कल्लगिर्ल वाली बात आती है. वो सोचती है, की अगर वो कल्लगिर्ल बन कर उसके पास जाए, तो उसको बेहोश करके आराम से अपना काम कर सकती थी. फिर वो ऐसा ही करने का डिसाइड करती है.

बबिता वही से एक माल जाती है, और वाहा रेड कलर की सेक्सी ओनेपीएसए ड्रेस खरीद लेती है. फिर नीचे पहनने के लिए पॅडेड ब्रा, जिससे उसके बूब्स बड़े लगे, खरीद लेती है. फिर वो माल के ही ट्राइयल रूम में रेडी होके होंठो पर रेड लिपस्टिक लगा लेती है.

अब बबिता किसी हाइ क्लास कॉल गर्ल से कम नही लग रही होती. आप सब तो जानते ही है की वो कितनी सेक्सी है. और ऐसी ड्रेस पहन कर तो तबाही मचाएगी. फिर वो वाहा से एक सस्ती सारी भी ले लेती है, जिसको वो ड्रेस के उपर ही लपेट लेती है.

उसके बाद वो एक केमिस्ट शॉप पर जाती है, और वाहा पर पति को नींद ना आने का बहाना बना कर नींद की गोलिया ले लेती है. फिर वो वापस उस घर पर चली जाती है. वो बाहर विंडो से देखती है, तो दोनो अभी अंदर ही होते है.

बबिता बाहर ही रह कर उस लड़के के वाहा से जाने की वेट करती है. 15 मिनिट बाद वो लड़का वाहा से निकल जाता है. बबिता और 15 मिनिट वाहा रुकती है, और फिर घर के अंदर चली जाती है. अंदर उस लड़के का बॉस बैठा होता है. उसका नाम रमण सुना था बबिता ने लड़के के मूह से. बबिता सीधी अंदर चली जाती है. उसको देख कर वो बोलता है-

रमण: ओह लड़की, अंदर कैसे चली आ रही है?

बबिता: आप रमण हो ना?

रमण: हा तो?

बबिता: आपने कल्लगिर्ल बुलाई थी?

ये सुन कर रमण बबिता को उपर से नीचे देखता है. उसकी सेक्सी बॉडी देख कर रमण का लंड खड़ा हो जाता है. फिर वो कहता है-

रमण: तू कल्लगिर्ल है?

बबिता: हा.

रमण: तू तो बहुत खूबसूरत है.

बबिता: मुझे पता है.

रमण: लेकिन तू तो शाम में आने वाली थी?

बबिता: मुझे वो तेरा लड़का अभी यहा छ्चोढ़ कर गया है. अब अगर तेरे को नही चाहिए तो मैं चली जाती हू. फिर शाम को कोई और आ जाएगी.

रमण: नही-नही तू ही चाहिए मुझे.

ये बोल कर रमण उसका हाथ पकड़ता है, और उसको अंदर ले जाता है. वो उसको बाहों में भर लेता है, और उसको चूमने लगता है. तभी बबिता बोलती है-

बबिता: कुछ पीने को मिलेगा पहले?

रमण: क्या पिएगी, पानी, दारू, या कोल्ड ड्रिंक?

बबिता: तू जो पिलाएगा मैं पी लूँगी.

रमण: चल मैं तेरे लिए दारू लेके आता हू.

तभी बबिता उसका हाथ पकड़ कर उसको रोत्कती है, और कहती है-

बबिता: तुम क्यूँ तकलीफ़ करते हो, मैं हू ना. मैं बाबूत अची ड्रिंक बनती हू. तुम बस बताओ बॉटल कहा है.

फिर रमण उसको इशारा करके बताता है, की बॉटल कहा पड़ी थी, और बबिता गांद मतकती हुई उस तरफ जाने लगती है.

इसके आयेज क्या होता है, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ ज़रूर शेर करे.