ये काल्पनिक स्टोरी है जिसमे मैं अपने मोहल्ले की सुंदर आंटीस, उनकी बेटियाँ और भाभियों को अपने बिज़्नेस में जॉब ऑफर करके अपनी रॅंड बना कर रखूँगा. मैं आपको अपने बारे में तोड़ा इंट्रोडक्षन दे देता हू.
मैं जब पढ़ाई करता था तब मेरे मों-दाद देल्ही में जॉब करते थे, और मैं ऋषिकेश में रहते था. हमारे मोहल्ले में ज़्यादातर जौनसारी ही रहते है, और सभी को पता है वो कितने मतलबी होते है, और सिर्फ़ अपने रिलेटिव्स या फिर अपने विलेज के लोगों से ही ढंग से बात करते है.
जब उन्हे कुछ काम होता था तभी वो मेरे से ढंग से बात करते थे, वरना मूह बना कर बात करते थे. उनकी बेटियाँ भी उन्ही की तरह थी. ये सोच के मुझे गुस्सा आ गया उन पर, और मैने सोच लिया की मैं इनसे एक दिन बदला ज़रूर लूँगा.
मेरा एक बिज़्नेस है और उससे मैने काफ़ी आचे पैसे कमाए थे. मैं जब बिज़्नेस में आया था तो मेरी एक फॅंटेसी थी की मैं एक ऐसी कंपनी का मलिक बनू, जिसमे सारी फीमेल एंप्लायीस हो, और वो मेरी सारी डिमॅंड्स को पूरा करे चाहे वो अफीशियल हो, सेक्षुयल हो, या मेरे घर पर हो.
ये सोच कर मैने एक आड़ एजेन्सी खोली. मैने एक नया ऑफीस और नया घर बनवाया था, दोनो 4 केयेम की दूरी पर थे. जैसा लग्षूरीयस ऑफीस और घर चाहिए था उसी हिसाब से मैने वो दोनो बनवाए थे. अब मैं ज़्यादातर अपने नये घर पर ही रहता था, और मेरे मों-दाद पुराने वाले घर पर रहते थे. मेरे पास कुछ लग्षूरीयस कार्स, बाइक्स भी थी. तो अब कहानी पर आते है.
मैने सबसे पहले सोचा की मुझे आड़ एजेन्सी के लिए सबसे पहले एक सेक्रेटरी चाहिए, वो भी थोड़ी एक्सपीरियेन्स्ड. इसलिए मैने अपनी बिज़्नेस वाली वेबसाइट पर ये पोस्ट कर दिया था की वी अरे लुकिंग फॉर सेक्रेटरी, ह्र, फाइनान्स, लीगल, इवेंट मॅनेजर्स फॉर और न्यू आड़ एजेन्सी.
उसी के साथ-साथ मैने कुछ पॅंफलेट भी प्रिंट करवाए थे. मैने अपने एंप्लायीस को एक महीने पहले ही इनफॉर्म कर दिया था की नेक्स्ट मंत ये कंपनी मैं दूसरी किसी और कंपनी को सेल कर दूँगा, तो आप सब उसी कंपनी के अंडर वर्क करोगे नेक्स्ट मंत से.
फिर नेक्स्ट मंत मैने वो ऑफीस और अपना पूरा बिज़्नेस दूसरी कंपनी को सेल कर दिया, और अब मैं अपने आड़ एजेन्सी वाले ऑफीस में काम करने लगा. उसी शाम को मुझे मों का कॉल आया की बेटा घर आजा. फिर मैं शाम को घर गया.
मैं जब ऑफीस से निकल रहा था, तो मुझे याद आया की मेरे पुराने घर के बगल में किराए पर मालविका भाभी रहती थी, जो एक इट कंपनी में ह्र थी. उनके बारे में सोच कर ही मेरा लंड खड़ा हो गया. वो दिखने मैं एक-दूं माल थी. बड़े-बड़े बूब्स और बड़ी गांद, दूध जैसा गोरा बदन, खूबसूरत सी शकल, और उनके गुलाबी होंठ थे. तो इसलिए मैने कुछ पॅंफलेट अपने पास रख लिए.
मैं जब अपने घर पहुँचा तो मैं अपने मों दाद से मिला. उन्होने बताया की दाद के पापा की तबीयत खराब थी, और उन्हे आज रात को ही कानपुर जाना था. मैने कहा ठीक है. फिर मैं च्चत पर गया और थोड़ी देर इंतेज़ार करने के बाद देखा मालविका भाभी अपनी कार से आ रही थी.
तो मैने तुरंत एक पॅंफलेट उनके दरवाज़े के बाहर फेंक दिया. वो उपर चढ़ कर आई, उन्होने पॅंफलेट उठाया, और उसे पढ़ा. फिर वो पॅंफलेट को अंदर लेकर चली गयी. मैं भी नीचे आ गया, और मैं बहुत ज़्यादा खुश था. फिर थोड़ी देर में हमारे मोहल्ले की कुछ जौनसारी आंटीस आ गयी हमारे घर मेरी कार को देख कर.
वो मों से आ कर खूब आचे से बात करने लगी, और फिर अपने-अपने बिटो और बेटियों की जॉब के लिए रिक्वेस्ट करने लगी. तो मों ने मुझे आवाज़ दी, और पूछा-
मों: अभी तेरे बिज़्नेस में कोई वेकेन्सी है क्या?
मैने कहा: अभी नही है.
तो एक आंटी ने कहा: बेटा जब भी कोई वेकेन्सी हो तो बता देना.
मैने कहा: ओक आंटी.
मुझे फिर याद आ गया जो उन सब आंटीस और उनकी बेटियों का बर्ताव था मेरे लिए, जब मैं पढ़ाई करता था. और वो भी याद आ गया जो मैने अपने मॅन में सोचा हुआ था अपने मोहल्ले वाली आंटीस, उनकी बेटियों के लिए. मैने अपने मॅन में सोचा की बताना तो पड़ेगा. तभी तो मैं आप सब को अपनी रांड़ बना कर रखूँगा.
मैने एक टेंपोररी असिस्टेंट रखी हुई थी. उसका नाम प्रीति था. वो दिखने में कुछ ज़्यादा बढ़िया नही थी. वो आस आ रिसेप्षनिस्ट आंड पा दोनो काम करती थी. फिर अगले दिन मैं जब ऑफीस गया तो प्रीति ने मुझे बताया की एक मैल आ रखा था सेक्रेटरी की पोस्ट के लिए. फिर उसने मुझे वो मैल दिखाया.
मैने देखा की मालविका भाभी का मैल आ रखा था. उन्होने सेक्रेटरी की जॉब के लिए अप्लाइ कर रखा था, और साथ ही अपना क्व भी उसी मैल में अटॅच कर रखा था. मैने भाभी का क्व पढ़ा और प्रीति से कहा इसे मैल कर दो की योउ अरे क्वालिफाइड फॉर थे इंटरव्यू रौंद. कल 10:00 आम का टाइम डेडॉ इंटरव्यू के लिए. प्रीति ने मैल कर दिया और सारा दिन निकल गया.
फिर अगले दिन मालविका 9:45 आम पर आ गयी. रिसेप्षनिस्ट बे उसे वेटिंग एरिया में बिताया, और मुझे कॉल करके बता दिया.
मैने कहा: उसे 10:00 बजे अंदर भेज देना.
वो 10:00 बजे अंदर आ गयी. मैं उसे ना जानने की आक्टिंग कर रहा था, पर वो मुझे पहचान गयी.
उसने कहा: हेलो सिर.
मैने कहा: ही, हॅव आ सीट.
उसने कहा: सिर मैं आपके बगल वाले घर में रहती हू. मगर आज कल आप दिखाई नही देते.
मैने कहा: मैं पहले उस घर में रहता था. मगर अब मैने अपना नया घर बनवाया है, और अब मैं वही रहता हू.
मैने देखा वो फॉर्मल शर्ट और पंत पहन कर आ रखी थी. फिर उसने मुझे अपना क्व दिखाया.
मैने कहा: मैं आपका क्व पढ़ चुका हू, और तभी आपको इंटरव्यू के लिए सेलेक्ट किया था. अभी आप कही वर्किंग हो पहले मुझे बताओ?
तो मालविका ने कहा: एस सिर, मैं एक इट कंपनी में ह्र हू.
फिर मैने कहा: आप फिर ये सेक्रेटरी की जॉब के लिए क्यूँ आई हो? ह्र की पोस्ट ज़्यादा बढ़िया थी आपकी.
तो उसने कहा: सिर उस कंपनी में ज़्यादा ग्रोत नही है, और आपकी आड़ एजेन्सी है, तो यहा पर ग्रोत बहुत ज़्यादा होगी मेरी. इसलिए मैने ये जॉब करने की सोची.
मैने कहा: आपको काफ़ी अछा वर्क एक्सपीरियेन्स है ह्र की पोस्ट पर. 5 साल से काम कर रही हो. लगभग 15 साल का एक्सपीरियेन्स भी है. मगर यहा पर जॉब करने के लिए दो रिक्वाइर्मेंट्स है. पहला तो वर्क एक्सपीरियेन्स, जो आपका बहुत अछा है. दूसरा सेक्षुयल रिक्वाइर्मेंट. इसलिए मैं आड़ एजेन्सी में केवल फीमेल एंप्लायीस ही रखूँगा, जो मेरी सेक्षुयल नीड्स को भी पूरा कर सके.
उसने पहले सोचा और फिर पूछा: सिर मेरी सॅलरी कितनी होगी?
मैने बोला आपकी सॅलरी 10 लाख पेर एअर होगी. तो वो सोचने लगी और 10 मिनिट के बाद बोली-
उसने क्या जवाब दिया, ये आपको कहानी के अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगा. [email protected]