पड़ोस की प्यासी भाभी की चुदाई की कहानी

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम अनुज है. मेरी उमर 29 साल है, और मैं एक मॅरीड लड़का हू. मेरा लंड 7 इंच का है, और हाइट 5’8″ है. एक्सर्साइज़ करने से मैं फिट रहता हू, और बिस्तर में मेरा स्टॅमिना बहुत है. मैं किसी भी लड़की, या औरत को संतुष्ट कर सकता हू.

वैसे तो मैं देल्ही का रहने वाला हू, लेकिन ये घंटा मेरे कोलकाता जाने के बाद घाटी. तो चलिए मैं आप सब को डीटेल में स्टोरी बताता हू.

मेरी कंपनी ने कोलकाता में एक नयी ब्रांच ओपन की थी. मुझे प्रमोशन देके वाहा का ब्रांच हेड बना दिया गया. अब मुझे अगले 5 साल तक कोलकाता में ही रहना था, तो मैने वाहा एक 2भक घर खरीद लिया. फिर मैं अपनी बीवी और बच्चे के साथ शिफ्ट हो गया. मेरा एक बेटा है, जो अभी कुछ ही महीनो का था.

हम जिस एरिया में शिफ्ट हुए थे, वो बड़ा शांत एरिया था. मेरा घर जिस गली में था, वाहा एक ही और घर था. वाहा एक सिख फॅमिली रहती थी, और वो लोग बड़े मिलन-सार लोग थे. सरदार के 2 बच्चे थे, दोनो लड़के थे. एक लड़का उसका 5त में पढ़ता था, और दूसरा 1स्ट्रीट में.

जब मैं उसकी बीवी से मिला, तो मुझे वो काफ़ी सेक्सी लगी. उसकी बीवी का नाम रंजीत था, और वो ब्लॅक ब्यूटी थी. रंजीत की हाइट 5’7″ थी, और रंग सावला था. बदन उसका भरा हुआ था, और वो सलवार-सूट पहनती थी. एक-दूं हटती-खट्टी थी वो.

कभी-कभी वो जीन्स पहनती थी, जिसमे से उसकी बड़ी गांद और सेक्सी जांघें दिखती थी. और ये देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता था. मैं रंजीत को भाभी बुलाता था. मेरी नज़र तो शुरू से ही उस पर गंदी थी, लेकिन उसका मुझे बाद में पता चला.

हमे वाहा 2 महीने हो चुके थे, और उनकी फॅमिली से हमारे आचे रीलेशन बन चुके थे. मेरी वाइफ ने एक स्कूल में जॉब कर ली थी. मैं कभी-कभी घर रह कर भी काम करता था, लेकिन ज़्यादातर मैं ऑफीस ही जाता था. फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ, जिससे मुझे रंजीत को छोड़ने का मौका मिला.

रात के 9 बाज गये थे, और मैं और मेरी बीवी डिन्नर करके बच्चे को सुला चुके थे. आज मेरा सेक्स करने का बड़ा मूड था, तो बेड पर आते ही मैने उसको पकड़ लिया, और प्यार करना शुरू कर दिया.

हमारे घर का जो मैं गाते है, उसमे से अंदर देखा जेया सकता है. और हमारा बेडरूम मैं गाते के बिल्कुल सामने है. इसका मतलब ये है, की अगर बेडरूम का दरवाज़ा बंद ना किया जाए, तो अंदर जो हो रहा हो, वो मैं गाते से दिखेगा.

उस दिन भी कुछ ऐसा ही हुआ. मैं अपनी बीवी को छोड़ रहा था, और कोई हमारे गाते पर खड़ा होके हमारी चुदाई का मज़ा ले रहा था. अब आप सब समझ ही गये होंगे की वो कोई और कों था. हा बिल्कुल सही, वो कोई रंजीत भाभी थी.

जब मेरा ध्यान चुदाई के दौरान मैं गाते पर गया, तो मुझे वाहा रंजीत भाभी खड़ी दिखाई दी. जैसे ही उसने मुझे उधर देखते हुए देखा वो साइड हो गयी. लेकिन मैने उसको देख कर भी ना देखने का ड्रामा किया. फिर मैने अपनी बीवी को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ना शुरू कर दिया.

मैं बीच-बीच में चुपके से बाहर देखता, तो रंजीत भाभी हमारी चुदाई मज़े से देख रही थी. मैं समझ गया था की वो सेक्स की भूखी थी. और ये जान कर मुझे बहुत खुशी हुई. मैं उनको अपने लंड का दूं दिखाने लग गया. फिर हमारी चुदाई ख़तम हुई, और वो गाते पर से चली गयी.

अगले दिन फिरसे मैने अपनी बीवी को छोड़ा, और फिरसे रंजीत भाभी गाते पर खड़ी थी. मुझे समझ आ गया की चुदाई की आवाज़ उनके घर तक जाती थी, और वो आवाज़ सुन कर हमारे गाते पर आ जाती थी. अपने पति को वो वॉक करने का बोल कर घर से आई होती थी.

फिर एक बार मेरी रंजीत के हज़्बेंड से बात हो रही थी. वो कुछ काम के लिए 2 दिन के लिए शहर से बाहर जेया रहा था. उसने मुझे पीछे से भाभी और बच्चो का ध्यान रखने को कहा. ध्यान तो मेरा पहले से ही था, लेकिन इन 2 दीनो में मैं स्पेशल किस्म का ध्यान रखने वाला था.

मैने अपनी बीवी को भी 2 दिन के लिए बच्चे के साथ माइके भेज दिया. अब मेरे घर में अकेला मैं था, और रंजीत के घर में वो और उसके बच्चे थे. शाम हुई, और मैने टीवी पर पॉर्न वीडियो लगा दी. मैने आवाज़ उतनी ही रखी, जितनी हमारी रियल चुदाई की होती थी.

फिर मैने जैसे सोचा वैसे ही हुआ. रंजीत हमारे गाते पर आके खड़ी हो गयी. मैं च्चत पर था, और नीचे उसको खड़ी हुई देख रहा था. उसने नाइट सूट पहन रखा था, जिसमे वो बहुत सेक्सी लग रही थी.

हमारी च्चत और उनकी च्चत साथ में जुड़ती है. मैं जल्दी से उनके घर की च्चत पर गया, और सीडीयों के रास्ते नीचे आ गया. फिर मैं चुपके से जाके उसके पीछे खड़ा हो गया. वो अंदर देखे जेया रही थी, लेकिन उसको कुछ दिख नही रहा था.

फिर मैने उसको पीछे से आवाज़ लगाई: भाभी.

मेरी आवाज़ सुन कर उसकी गांद फटत गयी. वो पीछे घूमी, और उसके चेहरे पर दर्र सॉफ दिख रहा था. फिर वो बोली-

रंजीत: अनुज वो, वो, वो मैं.

इससे पहले वो कुछ बोलती मैने उसका फेस पकड़ा, और अपने होंठ उसके होंठो के साथ मिला दिए. अचानक हुए इस हमले को वो समझ नही पाई, और मुझे खुद से अलग करने की कोशिश करने लगी. लेकिन मेरी पकड़ मज़बूत थी, और मैने उसको पीछे नही हटने दिया. 2-3 मिनिट की किस के बाद मैने उसको छ्चोढा. अब हम दोनो की साँसे चढ़ि हुई थी, और वो मुझे गुस्से से देख रही थी.

फिर वो वाहा से जाने लगी, लेकिन मैने उसका हाथ पकड़ कर उसको रोका. फिर मैने उसको अपनी बाहों में उतहया, और घर के अंदर ले आया. वो कुछ बोल नही रही थी. बस मुझसे डोर जाने की नाकाम कोशिश कर रही थी. मैं उसको अपने बेडरूम में लाया, और बेड पर लिटा दिया.

फिर मैं उसके उपर आया, और अपने होंठ उसके होंठो से मिला दिए. अब मैं उसके होंठ चूस रहा था. 1-2 मिनिट विरोध करने के बाद वो भी किस में मेरा साथ देने लगी. अब हम दोनो मज़े से किस कर रहे थे, और बेड पर कड्ड्ल कर रहे थे.

देखते ही देखते मैने उसके कपड़े उतार दिए, और अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थी. अगर रंजीत को नंगी नही देखा तो क्या देखा. मैं तो यही कह सकता हू उसकी तारीफ में. अब मैं उसके बूब्स चूस रहा था, और वो मुझे अपनी आगोश में लेके अपने बूब्स में दबा रही थी. कुछ देर उसके बूब्स का रस्स पीने के बाद मैं नीचे गया, और उसके पेट और नाभि को चूसने लगा.

फिर मैं नीचे उसकी हल्के बालों वाली छूट पर गया. क्या खूबसूरत छूट थी उसकी. छूट देख कर ही पता चल रहा था की उसका पति उसको ज़्यादा नही छोड़ता था. फिर मैने उसकी छूट पर मूह लगाया, और उसका रस्स चूसना शुरू किया. उसकी छूट से बहुत पानी निकल रहा था, जिससे पता चल रहा था की वो कितनी गरम हो चुकी थी.

अब वो चूड़ने के लिए तड़पने लग गयी. मैने जल्दी से अपने कपड़े उतारे, और नंगा उसके सामने खड़ा हो गया. मेरा बड़ा सा लंड देख कर वो खुश हो गयी, और उसको पकड़ के मूह में डाल लिया. मैने उसके बाल पकड़ लिए, और उसके मूह में लंड डाल कर अंदर-बाहर करने लगा.

अब मैं ज़ोर-ज़ोर से उसका मूह छोड़ने लगा, और मेरा लंड उसकी थूक से पूरा गीला हो गया था. फिर मैने लंड उसके मूह से निकाला, और उसको सीधा लिटा कर उसकी छूट पर रगड़ने लगा. जब मैं लंड रगड़ता तो उसका पेट अंदर-बाहर होता, और गांद हिलने लगती.

फिर मैने लंड छूट पर टीकाया, और अंदर पुश करने लगा. वो आ आ करती गयी, और मैने लंड पूरा अंदर डाल दिया. बड़ी मस्त और गरम छूट थी रंजीत की. भगवान सब को पड़ोस में ऐसी ही भाभी दे.

अब मैं लंड अंदर-बाहर करके उसको छोड़ रहा था. उपर हमारी किस्सिंग चालू थी, और नीचे चुदाई. उसने अपनी टांगे मेरी कमर पर लपेटी, और मुझे ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने को बोलने लग गयी. मैं भी अपना पूरा ज़ोर लगा कर उसको छोड़ने लगा.

हमारे लंड और छूट का संगम कोई 30 मिनिट चला. फिर मेरे लंड ने अपना लावा उसकी छूट में निकाल दिया. वो 2 बार झाड़ चुकी थी. फिर हम कुछ देर साथ नंगे लेते रहे, और उसके बाद वो अपने घर चली गयी.

आयेज की कहानी अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगी. अगर कहानी का मज़ा आया हो, तो कॉमेंट करके ज़रूर बताए.