कहानी सेक्स करके बाय्फ्रेंड को खुश करने की

पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा कैसे मैने उस कॉलेज लीडर का प्यार आक्सेप्ट किया, और कैसे दोनो ने पार्क में रोमॅन्स किया. अभी इस पार्ट में पढ़िए आयेज क्या हुआ.

तो ऐसा ही हमारा प्यार चलता रहा. राज एक दिन मुझे एक पॅकेट दिया और बोला-

राज: बेबी इसमे बिकिनी है. कभी मॅन करे तो पहनना.

मैं शर्मा के वो पॅकेट ले ली, क्यूंकी मुझे भी बहुत मॅन था बिकिनी पहनने का. पर मैने शरम के मारे कभी राज के सामने बिकनी पहन नही पाया.

एक दिन कॉलेज में मैने देखा राज एक लड़की को कॉलेज भारती होने के लिए हेल्प किया. वो लड़की पता नही क्यूँ मेरे राज के पीछे हाथ धो कर पड़ी थी. राज एक ब्लॅक हार्ड बंदा था. कोई भी उसके प्यार में पद सकता था.

वो लड़की राज के साथ हस्स-हस्स के बहुत बातें कर रही थी. राज को बार-बार टच करने की कोशिश कर रही थी. जो मुझे बहुत बुरा लगता है. मुझे बहुत गुस्सा आया था. फिर मैने राज के एक दोस्त से बात की.

मे: देखो तुम्हारा भाई ये ठीक नही कर रहा है.

उसका दोस्त: क्यूँ भाभी क्या हुआ?

मे: देखो राज उस लड़की के साथ कैसा चिपक के बातें कर रहा है.

उसका दोस्त: नही भाभी, आप राज को ग़लत समझ रही हो. वो ऐसा नही है. वो तो सिर्फ़ आपको प्यार करते है. इतने सालों से बहुत लड़कियों ने राज को प्रपोज़ किया है. पर वो कभी किसी का प्यार आक्सेप्ट नही किया. वो हर बार बोलता था, उसको गे गर्लीश बॉय बहुत पसंद है. वो उसकी तलाश में था. फर्स्ट आपको जब देखा, तभी राज बोला था तुम्हे अपनी रानी बनाएगा.

मे: झूठ मत बोलो, दोस्त की तारीफ करने के लिए.

उसका दोस्त: नही भाभी, मैं झूठ नही बोल रहा हू. और एक बात, भाभी तुम जो राज को तड़पति हो, ऐसे मत तड़पाव. उसके साथ तोड़ा बहुत रोमॅन्स कर लिया करो. आज कल ये सब आम बात है. और एक बात, मेरी तरफ से समझ लो. एक मर्द को जब तक आपके जिस्म की खुश्बू की आगोश में ना लो, तब तक वो मर्द दूसरे के पीछे पड़ेगा. इसलिए मेरी बात मानो, और उसको अपना जिस्म दिखाओ, और उसको महसूस करा दो. बाकी आपकी मर्ज़ी.

मैं मॅन में बोला: ठीक तो कहा है. एक मर्द को एक कोमल जिस्म की ज़रूरत होती है. मुझे अपना ईगो छ्चोढना होगा. शादी होगी के नही होगी वो बाद में देखी जाएगी. अब मैं राज को अपने सेक्सी जिस्म की ताक़त दिखौँगी.

मैने घर जाते ही रूम में जाके राज की दी हुई बिकिनी निकली. उसको मैने फर्स्ट टाइम देखा. ब्लॅक कलर की ब्रा और पनटी थी उसमे. मुझे बहुत पसंद आई. नेक्स्ट दे मेरे कॉलेज में 6 आम क्लास थी.

मैने सुबा नहा धो के पहले वो ब्रा और पनटी पहनी. उसका उपर वाइट शर्ट, और एक पंत पहनी. वाइट शर्ट के 2 बटन खुले छ्चोढ़ दिए. ऐसा करने से मेरे नंगे बूब्स थोड़े दिख रहे थे.

मैने सुबा 7 आम तक क्लास की. उसका बाद मैं राज का खोजने के लिए हॉस्टिल की तरफ चला गया. मैं राज से तोड़ा गुस्सा भी थी. मैने एक लड़के से पूछा राज कहा था. तो उन्होने बताया की राज सुबा जिम में होता है. बाय्स हॉस्टिल में एक जिम भी था.

मैने जिम रूम गया तो देखा वाहा 6-7 लड़के जिम कर रहे था. फिर राज को भी देखा. वाउ, एक-दूं डॅशिंग बंदा. सबसे अलग. एक जॉगिंग त-शर्ट और हाफ पंत पहने हुआ था. हेवी वेट उठा रहा था. पूरा पसीने में भीगा हुआ था. अफ, हॉट दिख रहा था.

मुझे पता था जिम में जीतने भी लड़के थे वो सब राज के ही दोस्त थे. वो सब हम दोनो के अफेर के बारे में जानते थे. और कुछ होगा तो राज संभाल लेगा. आख़िर वो यहा का लीडर था. फिर मैं कुछ ना सोच कर सीधा राज के पास गयी, और उसको पकड़ के किस करना शुरू कर दी सबके सामने.

जिम के सारे बंदे चिल्ला उठे: नाइस भाभी.

फिर मैं शर्मा के राज के हॉस्टिल रूम में चली गयी.

राज कुछ टाइम बाद रूम में आया, और कुछ टाइम मेरी तरफ देखा. उसके बाद बोला-

राज: या सब क्या था?

मे: हब्बी को किस करना ग़लत है?

राज: सब के सामने ज़रूरी था.

मे: क्यूँ तुम सब के सामने उस लड़की के साथ चिपक रहे थे, वो बहुत अछा था. तब शरम नही आई थी.

राज: तुम ग़लत सोच रहे हो बेबी. वो सिर्फ़ मेरी बेहन जैसी है.

मे: कैसे बेहन का हाथ पकड़ के बैठे थे.

राज: देखो तुम अट लीस्ट शक मत करो. इसीलिए मुझे लड़कियाँ पसंद नही. जो हर बात पे शक करती है. तुम लड़की की तरह रहो, वो सब ठीक है, बुत लड़की जैसे शक मत करो. ये मुझे बहुत बुरा लगता है.

ये बोल कर वो वॉशरूम चला गया. फिर मैने सोचा सही तो है, मुझे राज पर विश्वास करना चाहिए, नही तो हमारा प्यार कैसे बढ़ेगा. अब मैं राज को मानने का तरीका सोचने लगी. फिर मुझे उसके दोस्त की बात याद आई, की अपने जिस्म से उसको खुश करू. कुछ देर बाद राज टवल में बाहर आया, और मैं उसको ताड़ने लगा.

राज: ऐसे क्या देख रहे हो?

मे: ऐसी मर्दानगी नही देखी.

फिर मैं अपनी शर्ट के बटन्स एक-एक करके खोलता गया. मैने उसको अपने पास आने का इशारा किया, और पंत खोल दी. अब मैं राज वाली ब्रा-पनटी में था.

राज: तुम पागल हो गये हो? कोई आ जाएगा.

ये बोल कर उसने डोर लॉक किया. मैं उसके पास गयी और बोली: क्यूँ, डोर ओपन करके करते है. खोलो इसको.

राज: तुमको क्या हो गया है. अब तक तो तुम कह रही थी शादी के बाद करेंगे.

मे: अभी करना है मुझे.

और फिर मैं उसको चूमने लगी. उसने आँखें बंद कर ली.

राज: पहले शादी हो जाने दो.

मे: उतना टाइम नही है.

फिर राज ने मुझे गोद में उठाया, और होंठ चूमने लगा.

राज: मेरी दी हुई ब्रा पनटी में बहुत सेक्सी लग रही हो.

मे: सच? तो फिर मुझे खा जाओ.

फिर राज ने मुझे बेड पर लिटाया, और मेरी नाभि के आस-पास चूमने लगा. उसके बाद मुझे बिताया, और बाहों में ले लिया. फिर मेरी ब्रा खोली, और मेरे छ्होटे बूब्स बाहर आए, जिसको वो दबाने लगा.

वो मेरे निपल्स ज़ोर से चूसने लगा, और मैने उसको धीरे करने को कहा. लेकिन वो बोला की तोड़ा दर्द तो होगा ही. फिर मैने बोला-

मे: एक बात बोलू?

राज: ह्म.

मे: आपकी खुश्बू बहुत मस्त है. एक दूं मर्दाना.

राज: तुम्हारी भी बिल्कुल लड़की जैसी है.

फिर वो नीचे झुका, और मेरी पनटी के उपर से 2 उंगलियों से रुब्ब कर रहा था, जैसे छूट पर करते है. मेरे छ्होटे से लंड ने इतने में पानी निकाल दिया. फिर राज ने मेरी पनटी उतरी. जब पनटी उतरी, तो मेरा 3 इंच का लंड बाहर आ गया. राज वो देख के हस्सा और बोला-

राज: इतना छ्होटा.

फिर राज ने मेरा लोड्‍ा, लोड के आस-पास, और मेरी गांद छाती. मैं कमर उठा-उठा के मज़ा ले रहा था. अब राज ने अपना टवल उतरा और 8 इंच का लंड बाहर आ गया. उसने मुझे लोड्‍ा मूह में लेने को बोला. मैने मूह में लिया, और मुझे बहुत मज़ा आया.

मे: ये तो बहुत स्वाद है. क्रीम नही निकलेगा ये?

राज: इतनी जल्दी कहा, तोड़ा और चूसो, और कोशिश करो क्रीम निकालने की.

मे: बाबू ये इतना बड़ा कैसे हुआ? गले तक जेया रहा है.

राज: असली मर्द हू मैं. इसलिए इतना बड़ा है. मैं ज़्यादा मूठ नही मारता. तुम ज़ोर से चूसो इसको.

फिर उसका निकालने वाला हो गया, और उसने तोड़ा फेस पे, और तोड़ा मूह में छ्चोढ़ दिया. मैने फिर उसका लंड चाट के सॉफ कर दिया. उसने अपना माल मेरी बॉडी पे लगा दिया. उसके बाद हम दोनो एक-दूसरे से चिपक के सो गये. कुछ टाइम बाद पापा का कॉल आया-

पापा: कहा हो?

मे: तोड़ा रुकिये, अभी आ रहा हू. राज अभी मुझे जाना है.

राज: ओक बेबी, पहले वॉशरूम जाके सॉफ कार्लो खुद को.

फिर हम निकल गये. रास्ते में वही लड़का मिला, और उसने पूछा-

वो लड़का: भाभी कैसा लगा?

मैं शर्मा कर बोला: बहुत अछा.

फिर मैं कार में बैठ के घर चला गया. आयेज क्या हुआ जानने के लिए नेक्स्ट पार्ट का इंतेज़ार कीजिए. अछा लगा तो कॉमेंट ज़रूर करे.