बॉस ने सेक्रेटरी को चोद कर उसकी सील तोड़ी

ही दोस्तो, मैं हू साजन. मैं हर उस लड़की का साजन हू, जो सिर्फ़ सेक्स में इंट्रेस्टेड है. मेरी हाइट 5’9″ है, और मेरे लंड का साइज़ 8 इंच है. रंग मेरा गोरा है, और बॉडी मस्क्युलर है.

मेरे दाद एक बिज़्नेसमॅन है, और मों एक इन्वेस्टर है. मेरी उमर 27 साल है, और मैं अपने दाद का बिज़्नेस संभलता हू. ये कहानी 4 साल पहले की है, जब मैने अपने ऑफीस की सेक्रेटरी को छोड़ा. तो चलिए कहानी शुरू करते है.

कॉलेज में मैने बहुत ऐश की थी. बहुत सी लड़कियो को मैने अपने बिस्तर की रौनक बनाया था. जैसे ही मेरी स्टडी पूरी हुई, तो दाद ने मुझे उनका बिज़्नेस जाय्न करने के लिए कहा. मैं अभी और ऐश करना चाहता था. लेकिन मेरी दाद से फट-ती थी, और मैं उनको माना नही कर सकता था.

फिर मैने दाद का ऑफीस जाय्न कर लिया. मुझे लगा, की अब मेरी बाकी ज़िंदगी ऑफीस की फाइल्स में ही नीलकाल जाएगी. लेकिन ऐसा नही था. दूसरे दिन जब मैं ऑफीस गया, तो वाहा मुझे एक लड़की दिखी.

वो लड़की दिखने में बहुत प्यारी और इनोसेंट लग रही थी. उसका फिगर भी मस्त था. वो बिल्कुल ‘राकुल प्रीत सिंग’ जैसी लग रही थी. उसको देखते ही मुझे उसको जानने की इक्चा जाग गयी. उसने ब्लॅक ट्राउज़र्स, ब्लू शर्ट, और उसके उपर ब्लॅक ब्लेज़र पहना हुआ था.

फिर जैसे ही मैं अपने ऑफीस में जाके बैठा, तो मेरे दरवाज़े पर किसी ने नॉक करके पूछा-

अननोन वाय्स: मे ई कम इन सिर?

मैं: एस कम इन.

तभी उसी लड़की ने मेरे ऑफीस में एंट्री मारी. अंदर आके वो बोली-

वो लड़की: गुड मॉर्निंग बॉस, ई आम युवर सेक्रेटरी. मी नामे इस शिल्पा.

मैं: ओक शिल्पा. आप कल यहा नही थी?

शिल्पा: आक्च्युयली ई वाज़ ओं लीव सिर.

मैं: ओक.

अब मुझसे रहा नही गया, और मैं शिल्पा को उपर से नीचे देखने लगा. शिल्पा ने ये नोटीस किया, और बोली-

शिल्पा: अन्य टास्क्स फॉर थे दे सिर?

मैं: शिल्पा योउ अरे सो ब्यूटिफुल.

मेरे मूह से अचानक से ये सुन कर शिल्पा हैरान हो गयी. फिर उसने मुझे एक प्यारी सी स्माइल दी, और बोली-

शिल्पा: थॅंक योउ सिर.

मैं: अभी के लिए आप जाओ. अगर आप यही खड़ी रही, तो मैं काम नही कर पौँगा.

वो मुस्कुराइ, और बाहर चली गयी. उसकी टेबल मेरे कॅबिन के बिल्कुल सामने थी. कॅबिन के मिरर में से हम दोनो एक-दूसरे को देख सकते थे. अब ये रोज़ का काम हो चुका था. उसका फिगर देख-देख कर मेरी उसके लिए प्यास बढ़ रही थी.

जब वो शॉर्ट स्कर्ट में होती थी, तब उसकी गांद मस्त लगती थी. नीचे झुकने पर उसकी गोरी-गोरी टांगे आँखों को चैन देती थी. क्यूकी उसकी तरफ से भी रेस्पॉन्स फुल था, तो एक दिन मैने उसको डिन्नर के लिए पूच लिया.

उसने भी एस बोल दिया. फिर शाम को मैने उसको उसके घर के पास से पिक किया. उसने रेड कोलौस की शॉर्ट ड्रेस पहनी थी. वो ड्रेस काफ़ी टाइट थी, और उसमे उसकी पूरी बॉडी शेप दिख रही थी.

उसके गोरे रंग पर वो लाल ड्रेस कहर ढा रही थी. बाल उसके खुले थे, और लिपस्टिक भी लाल ही थी. फिर मैं उसको एक 7-स्तर रेस्टोरेंट में ले गया. वाहा जाके हमने डिन्नर किया. वो मुझे बड़े प्यार से देख रही थी, और मैं उसके लिए हॉर्नी फील कर रहा था.

डिन्नर के बाद मैं उसको एक क्लब में ले गया. वाहा जाके हमने थोड़ी दारू पी. वो दारू नही पीटी थी, पर फिर भी उसने 2 पेग पी लिए. उसको नशा हो गया, और अब वो ओपन हो गयी. अब अगर मैं उसको छोड़ देता, तो ब्लेम मुझ पर नही, बल्कि शराब पर आता.

फिर डॅन्स करते-करते मैने उसके होंठ चूसने शुरू कर दिए. उसने भी मेरा पूरा साथ दिया, और मुझे अपनी बाहों में जाकड़ लिया. हमारी स्मूच 5 मिनिट तक लगातार चलती रही. फिर जब हम अलग हुए, तो वो बोली-

शिल्पा: ई वॉंट योउ तो लोवे मे मोरे.

ये मेरे लिए ग्रीन सिग्नल था. मैं उसको एक होटेल में ले गया. रूम में एंटर करते ही हम दोनो किस करने लगे. वो तो पहले से काफ़ी हॉर्नी थी. एक तो दारू कर नशा, और दूसरा मैं उसका बॉस. तो चूड़ना तो था ही उसको.


फिर मैने उसकी शॉर्ट स्कर्ट की ज़िप खोल कर उसको उतार दिया. अब वो मेरे सामने सिर्फ़ रेड ब्रा और पनटी में थी. वो बिल्कुल कोई पारी लग रही थी. एक तो चेहरा इतना भोला, और उपर से इतना हॉट बदन.

फिर मैने उसको बेड पर लिटाया. मैने अंडरवेर छोढ़ कर बाकी सब कपड़े उतार दिए, और बस अंडरवेर में उसके सामने था. फिर मैं उसके उपर आ गया. मैने उसके होंठो पर किस करते हुए उसके गालो पर किस किया, और फिर नीचे गर्दन पर चला गया.

फिर मैने उसकी ब्रा के कप्स खींच कर उसके दोनो बूब्स बाहर निकाल लिए. क्या बूब्स थे उसके, एक-दूं हार्ड. मैने उसके बूब्स पकड़ लिए, और बारी-बारी से दोनो को चूसने लग गया. वो अब कामुकता भारी आहें भर रही थी.

फिर मैं नीचे उसकी कमर पर आया, और उसकी नाभि पर किस करने लग गया. मैं उसकी नाभि में जीभ डालने लगा, जिससे उसको गुदगुदी हो रही थी. नाभि का मज़ा लेने के बाद मैं उसकी जाँघो पर आया.

पहले मैने उसकी जाँघो पर हर जगह चूमा-छाता. उसकी पनटी गीली हो चुकी थी, और मैने उसको उतार दिया. फिर मैने उसको छूट को मूह आयेज करके चूसना शुरू कर दिया. दोस्तो वो अभी तक वर्जिन थी, और आज मैं उसकी सील तोड़ने वाला था.

मेरे चूसने से उसकी छूट और ज़्यादा गीली हो रही थी. फिर मैने अपना अंडरवेर उतार दिया, और अब मेरा मोटा लंड उसके सामने था. वो मेरा लंड देख कर मुस्कुराइ भी, और दर्र भी गयी.

फिर मैने उसको लंड चूसने का इशारा किया. वो जल्दी से खड़ी हुई, और किसी कुटिया की तरह मेरा लंड मूह में डाल कर चूसने लगी. दोस्तो एक खूबसूरत लड़की जब आपका लंड चूस रही होती है, तो उससे बड़ा तशण दुनिया में और कोई नही होता.

फिर मैने उसको लिटा कर उसकी टांगे खोली, और लंड उसकी छूट पर रगड़ना शुरू कर दिया. वो आ आ कर रही थी, और उसकी छूट लंड लेने के लिए पूरी तैयार थी. फिर मैने ज़ोर का झटका मारा, और उसकी छूट की सील तोड़ कर मेरा लंड आधा अंदर चला गया.

उसकी बहुत दर्द हुआ, और वो चीखे मारने लगी. मैने उसका मूह अपने हाथ से बंद कर लिया, और धक्के मारता रहा. वो ह्म ह्म करती रही, और उसकी आँखों से आँसू निकालने लगे.

उसकी छूट से खून भी निकल रहा था. पूरा लंड अंदर डालने के बाद मैं एक मिनिट रुका, और फिर लंड बाहर निकाल लिया. लंड बाहर आने पर उसकी साँस में साँस आई. फिर मैने उसकी छूट को कपड़े से सॉफ किया, और दोबारा उसको किस करके गरम किया.

फिर मैने दोबारा लंड उसकी छूट पर सेट करके अंदर डाल लिया. इस बार उसको कम दर्द हुआ. फिर मैने धक्के देने शुरू कर दिए. 2-3 मिनिट में उसकी छूट पूरी तरह से अड्जस्ट हो गयी. अब वो मज़े से अपनी छूट छुड़वाने लगी.

बड़ा मज़ा आ रहा था. इतना स्वाद किसी-किसी लड़की में ही मिलता है. मैं उसके होंठ और बूब्स भी चूज़ जेया रहा था. उसके गाल और बूब्स पर मेरे चूसने के निशान पद गये थे. गर्दन पर उसकी लोवे-बाइट्स के निशान थे.

नीचे से मैने उसकी छूट का भोंसड़ा बना दिया था. फिर 20 मिनिट की चुदाई के बाद मैने अपना पानी उसकी छूट में ही निकाल दिया. फिर हम 10 मिनिट वैसे ही लेते रहे. उसके बाद वो उठी, और बातरूम में चली गयी.

उसकी मटकती गांद देख कर मेरा लंड फिरसे खड़ा हो गया. जैसे ही वो बातरूम से बाहर आई, मैने उसको बेड पर उल्टा लिटाया, और उसकी गांद चाटने लगा. उसका नशा अभी उतरा नही था. फिर मैने अपने लंड पर थूका, और उसकी गांद पर सेट किया.

जब मैने पुश करना शुरू किया, तब उसने चिल्लाना शुरू किया. मैने उसके सिर को पिल्लो में दबाया, और ज़ोर लगता गया. जब तक मेरा लंड उसकी गांद फाड़ कर अंदर नही गया, तब तक मैने उसको जकड़े रखा.

इस बीच वो बेहोश हो गयी, जिससे मेरा काम आसान हो गया. जब वो उठी, तब तक उसकी गांद फटत चुकी थी. फिर मैने मज़े से उसकी गांद छोड़ी. उस पूरी रात मैने उसको बार-बार छोड़ा. जब सुबा उसका नशा उतरा, तो मैने उसको बोला-

मैं: शिल्पा कल तुमने बहुत पी ली थी. नशे में पता नही तुम्हे क्या हो गया था. फिर मुझसे भी कंट्रोल नही हुआ, तो ये सब हो गया.

ये बोल कर मैने अपना पीछा चुधा लिया.

दोस्तो अगर कहानी का मज़ा आया हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.