सेक्सी मोम ट्रेन में अंजान आदमी से चुदी

ही दोस्तो, मेरा नामे मोहित है, और मैं लुक्कणोव का रहने वाला हू. मेरी आगे अभी 20 है, और मैं इंजिनियरिंग कर रहा हू. ये स्टोरी मेरी मा की है, जिसका नाम पूनम है. मा दिखने में काफ़ी सेक्सी है, और गोरी भी है. उनका बॉडी फिगर भी अछा है.

साइज़ उनका 34″30″38″ है, पर उनकी हाइट कम है 4 फीट के करीब. मम्मी की आगे 45 है, और मेरे पापा 53 के है. पापा हमेशा बाहर ही रहते है.

अब आते है रियल स्टोरी पर, जो एक-दूं रियल स्टोरी है. एक बार हम लुक्कणोव से ट्रेन से पापा के पास जेया रहे थे. पापा बंगलोरे की एक कंपनी में काम करते है. तो हम उनके पास जेया रहे थे. ट्रेन में एसी1 में हमारी सेआता थी. पर मेरी और मम्मी की सीट अलग-अलग थी.

मम्मी का कॅबिन अलग था, और मेरा कॅबिन अलग था. मैं मम्मी के पास ही बैठा था. तभी एक अंकल आए, जो बहुत लंबे और स्ट्रॉंग बॉडी बिल्डर टाइप के थे. जिस सीट पर मैं था, वो उनकी ही सीट थी. फिर मैने उनको बोला –

मैं: अंकल आप मेरी सीट पर चले जाओ प्लीज़.

लेकिन उन्होने माना कर दिया. जैसे आप सब को पता ही होगा, की एसी1 में सिर्फ़ 2 ही सीट्स होते है. तो उस टाइम मैं, मम्मी और अंकल ही थे उस कॅबिन में. उस वक़्त दोपहर का टाइम चल रहा था. फिर हमने लंच किया.

मैने और मम्मी ने फ्राइड राइस लिए थे, और वो अंकल मीट मटन ऐसा कुछ खा रहे थे. उस अंकल ने हमे भी ऑफर किया मीट, पर हम नही खाते थे. हम लोग ब्रामिन है इसलिए. फिर अंकल ने मुझे बोला-

अंकल: बेटा ये सब खाया करो. इससे जान आएगी बॉडी में.

फिर हमने खाना खा लिया, और मैं हाथ ढोने गया. जब मैं वापस आया तो देखा, की अंकल मेरी मम्मी की लेग्स और गांद को देख रहे थे. मम्मी उस टाइम बहुत हॉट लग रही थी.

लाल कलर की सारी, सिर पर सिंदूर, गले में मगलसूत्रा, हाथ में नाइल पोलिश रेड कलर्स की, और पैरो पर भी रेड कलर की नाइल पोलिश थी. कोई भी उनको देखता, तो सब का लंड खड़ा हो जाता.

फिर मैं खाना खा कर अपनी सीट पर चला गया. लेकिन थोड़ी देर बाद मुझे पानी पीना था, तो मैं मम्मी के पास गया. मैने देखा, की मम्मी अंकल से बात कर रही थी. फिर मैं चुपके से उनकी बाते सुनने लगा.

अंकल: आप कहा रहते हो?

मम्मी: मैं लुक्कणोव में रहती हू.

अंकल: आपके हज़्बेंड कहा है? आपके साथ नही आए?

मम्मी: नही, वो बंगलोरे में रहते है. उनको छुट्टी नही मिलती. वो सिर्फ़ साल में 1 बार ही आते है, इसलिए हम उनसे मिलने जेया रहे है.

अंकल: वैसे आप बहुत आचे हो, देख के लगता है. और आपके हज़्बेंड भी बहुत लकी है, जो उनको इतनी सुंदर वाइफ मिली है.

मम्मी: ऐसा कुछ भी नही है.

अंकल: वैसे आप क्या करते हो?

मम्मी: मैं हाउसवाइफ हू, और आप?

अंकल: मैं एक बेऔत्यपारलौुर का ओनर हू. वैसे आपका नाम क्या है मेडम?

मम्मी: पूनम देवी, और आपका?

अंकल: आदिल ख़ान.

मम्मी: तो आप मुस्लिम है?

अंकल: हा मैं हू, पर एक बात बोलू, आपके लोगो में बिल्कुल जान नही होती. जितनी जान हम लोगो में होती है.

मम्मी: हो सकता है.

अंकल: वैसे आपकी लेग्स के नाइल्स बहुत सुंदर है, और हाथ की भी रेड नाइल पोलिश सेक्सी है. पर मेरे पास और भी सही कलर्स है, जो आप पर सही लगेंगे.

मम्मी: आपको कैसे पता?

अंकल: अर्रे मेरी बेऔत्यपारलौुर की शॉप है. मुझे सब पता है. मैं आपके पैरो में नाइल पोलिश लगा दूँगा, देखना कितना सही लगेगा.

मम्मी: नही मैं खुद लगा लूँगी, आप बस दे देना.

अंकल: नही-नही, आप आचे से लगा नही पाओगे. मेरा तो ये रोज़ का काम है. मेरे बाग में है, देखता हू. ये लोशन है, जो पहले लगते है. उसके बाद नाइल पोलिश लगते है. इससे और शाइनिंग आती है. पर ये रात को सोने से पहले लगते है. तो मैं रात को लगा दूँगा सोने से पहले.

मम्मी: अर्रे ये सब क्या करने की ज़रूरत है आपको?

अंकल: अर्रे नही, मैं तो फ्री हू आज, इसलिए. वैसे भी मेरा काम है कस्टमर को सॅटिस्फाइ करना.

मम्मी: चलो शाम हो गयी है. मैं अपने बेटे को देख के आती हू.

ये सुनते ही मैं जल्दी से अपनी सीट पर चला गया, और सोने के आक्टिंग करने लग गया. फिर मम्मी आई, और बोली-

मम्मी: बेटा सो रहा है?

मैं: हा मम्मी, सो रहा था मैं. और आप क्या कर रहे हो?

मम्मी: कुछ नही, थोड़ी देर अंकल के साथ बाते की. अब मैं भी जेया कर सो जौंगी. और रात को 8 बजे आ जाना खाना खाने.

मैं: ठीक है मम्मी, मैं आ जौंगा.

फिर मम्मी अपने कॅबिन में चली जाती है. और मैं भी उनकी बाते सुनने चला जाता हू.

अंकल: मैं अपनी ड्रेस चेंज करके आता हू. समान का ध्यान रखना मेडम मेरे.

मम्मी: ठीक है.

फिर अंकल अपनी ड्रेस चेंज करके आते है. वो सिर्फ़ बनियान और नीचे पाजामा में होते है. फिर रात को अंकल, मैं और मम्मी साथ में खाना खाते है.

अंकल: बेटा मीट ले लो, बॉडी में जान आएगी.

मम्मी: रहने दीजिए, हम नही खाते मीट. आपको हमारे खाने से कुछ चाहिए हो तो ले लीजिए.

अंकल: अर्रे नही-नही, हम लोग तो नों-वेग ही खाते है. तभी तो हमारे अंदर इतनी जान होती है.

फिर मैं खाना खा कर अपनी सीट पर चला जाता हू. पर मम्मी और अंकल टाय्लेट के पास कुछ बाते कर रहे थे. पता नही क्या बाते कर रहे थे वो. फिर मम्मी अपनी सीट पर चली जाती है. उसके बाद अंकल भी टाय्लेट करके चले जाते है. फिर मेरी तरफ देख के एक स्माइल दी अंकल ने.

इससे मुझे तोड़ा डाउट हुआ. तो मैं देखने चला गया, की मम्मी सो गयी थी, के नही. तभी अंकल मम्मी से बोले-

अंकल: आपने पानी पिया?

मम्मी: हा मैने पानी पी लिया.

अंकल: मैं कॅबिन को लॉक कर देता हू. मेरे पास बहुत कॉस्ट्ली समान है.

मम्मी: जैसा आपको ठीक लगे.

अंकल: ठीक है, मैने लॉक कर दिया. अब आप नीचे सो जाना, और मैं उपर वाली सीट पर सो जौंगा. अब मैं कॅबिन के लॉक से ये सब देख रहा था.

मम्मी: ठीक है, चलो सो जाते है.

अंकल: अर्रे मेडम, मुझे अभी याद आया, की आपके पैर में नाइल पोलिश भी तो लगानी है.

मम्मी: अर्रे नही-नही कोई ज़रूरत नही है इसकी.

अंकल: अर्रे क्या बात कर रहे हो आप. जल्दी से आप बैठो, और जल्दी अपने पैर दो.

फिर मम्मी ने ना बोला, पर अंकल ने माना ही लिया मम्मी को. फिर मम्मी ने अंकल को अपना पैर दिया. अंकल ने पहले तो मम्मी को लेटने के लिए बोला. फिर उन्होने मम्मी को लेट कर पैर देने को बोला. मम्मी ने लेते-लेते पैर दिया अंकल को. फिर अंकल ने बाग से बहुत सारी क्रीम और नाइल पोलिश निकली.

उसके बाद उन्होने मम्मी की सारी को तोड़ा सा उपर किया नी तक. फिर उन्होने मम्मी के पैरो पर कोई लोशन टाइप लगाया काफ़ी टाइम तक. तभी अंकल ने मम्मी से पूछा-

अंकल: कैसा लग रहा है मेडम आपको?

मम्मी: बहुत अछा. आप बहुत अची मालिश करते हो.

अंकल: अगर आप हमारी बेगम होती, तो मैने डेली मालिश करनी थी आपकी.

मम्मी एक-दूं चुप-छाप मालिश करवा रही थी एक अंजान आदमी के साथ. फिर मम्मी बोली-

मम्मी: अर्रे बस, और नही. आप बहुत टाइम से मालिश कर रहे हो मेरे पैरो की. तक गये होंगे आप.

अंकल: अभी तो बहुत जान है मुझमे मेडम. आपको तो पहले ही बोला था, की हम लोगो में बहुत जान होती है.

मम्मी: वो तो सारी औरतो को ही पता होता है, की आप लोगो में बहुत जान होती है. मेरी एक फ्रेंड है. उसका अफेर एक आप जैसे आदमी के साथ चल रहा है. वो बोलते है, की आप लोगो में बहुत जान होती है.

अंकल: हा ये तो है. चलो अब मैं नाइल पोलिश लगा देता हू.

फिर अंकल ने पिंक कलर की नाइल पोलिश लगा दी, और अब वो मूह से फूँक मार रहे थे मम्मी के पैरो में. तभी अंकल ने ग़लती से किस भी कर लिया मम्मी के पैरो को. इस्पे मम्मी बोली-

मम्मी: अर्रे ध्यान से.

अंकल मम्मी को देख रहे थे, और उनको बोला-

अंकल: मैं आपकी कमर की भी मालिश कर देता हू.

मम्मी ने इस्पे कुछ नही बोला. फिर अंकल ने खुद ही मम्मी को उल्टा सुला दिया, और कमर में कोई क्रीम लगा दी. मम्मी कुछ बोल भी नही रही थी. फिर पता नही अंकल को क्या हुआ, और उन्होने विंडो का परदा क्लोज़ कर दिया.

उसके बाद उन्होने जल्दी से अपना लंड निकाल दिया, और मम्मी एक-दूं चुप होके देख रही थी. अंकल का लंड 7 इंच लंबा और 4 इंच मोटा था. मम्मी अभी भी कुछ भी नही बोल रही थी. फिर अंकल मम्मी को बोल रहे थे-

अंकल: देख ये होता है हमारा लंड.

मम्मी कुछ भी नही बोल रही थी, और बस लंड को देख रही थी. फिर अंकल ने मम्मी के हॅंड को चूसना स्टार्ट कर दिया, और मम्मी की सारी को खोल दिया. मम्मी बस पेटिकोट और ब्रा में थी.

अंकल मम्मी के आर्म्पाइट को चूस रहे थे, और फिर मम्मी के पैरो के नाइल्स को भी मूह में लिया. फिर उन्होने मम्मी को बोला-

अंकल: मेरा ज़बरदस्त लंड कैसा है?

मम्मी बोली: बहुत बड़ा है आपका. लेकिन इसमे सामने की चाँदी क्यू नही है.

अंकल: हम लोग इसको काट देते है.

फिर अंकल ने मम्मी के गले में से मंगलसूत्रा निकाल दिया. मम्मी भी साथ देती है अंकल का. फिर अंकल बोलते है-

अंकल: चूस मेरी गांद को पहले.

मम्मी बोलती है: मुझे नही आता.

अंकल बोले: मेरी गांद के छेड़ को चूस.

मम्मी: आप बहुत लंबे हो, और मैं बहुत छ्होटी हू.

अंकल: तो क्या हुआ? रुक, मैं झुकता हू. फिर चाट मेरी गांद के छेड़ को.

उसके बाद मम्मी ने अंकल की गांद के छेड़ को जीभ से छाता 10 मिनिट तक. फिर अंकल ने बोला-

अंकल: अब मैं तेरी गांद के छेड़ को चाटूंगा.

फिर मेरी मम्मी सीट पा झुक जाती है, और अंकल की तरफ अपनी गांद कर देती है. अंकल बहुत मज़े से मम्मी की गांद के छेड़ को जीभ से चाट रहे थे. फिर अंकल ने बोला-

अंकल: मुझे तेरे पैर चूसने है.

फिर मम्मी लेट गयी, और अंकल मम्मी के टोस को चूस रहे थे, और नाइल को भी चाट रहे थे पैरो के. तभी अंकल ने बोला-

अंकल: तेरी छूट को चाटना है.

फिर मम्मी तो कुछ नही बोली, पर अंकल ने मम्मी की पनटी खोल दी, और उनकी छूट को देखने लग गये. अंकल बोले-

अंकल: ये तो बहुत टाइट है.

मम्मी बोले: मेरे पति ज़्यादा सेक्स नही करते मेरे साथ. और उनका बहुत छ्होटा भी है, 5 इंच का है.

अंकल: हा, आप लोगो में इतना ही होता है. हमारा देखो 7 इंच का है ये. सब मीट और मटन खाने से होता है. अभी तुम्हारी छूट को भी ऐसे ख़ौँगा.

फिर अंकल मम्मी की छूट को चाटने लग गये ज़ोर-ज़ोर से, और मम्मी चुप छाप मज़े ले रही थी. अंकल और ज़ोर-ज़ोर से छूट को चाटने लग गये. काफ़ी टाइम तक उन्होने छूट को छाता, फिर गांद को भी छाता. तभी अंकल ने बोला-

अंकल: मुझे अपना पति बोल. इससे मुझे और मज़ा आएगा सेक्स में.

फिर मम्मी ने भी उनको पति मान लिया, और उनको बोली-

मम्मी: आप पति हो मेरे.

फिर अंकल ने बोला: मेरा लंड चूस.

मम्मी बोली: मैने कभी उनका भी नही चूसा.

अंकल बोले: पर मेरा चूस, मज़ा आएगा तुझे.

मम्मी कुछ नही बोली. फिर अंकल लंड को मम्मी के मूह के पास लेके गये, और होंठो में लंड घिसने लग गये. उन्होने मम्मी के मूह में डाल दिया था, पर तोड़ा सा ही गया लंड मम्मी के मूह में. फिर आदिल अंकल ने पूरा लंड उनके मूह में डाल दी, और मम्मी का मूह थूक से भर गया.

आदिल अंकल ने सारा टुक चाट लिया और फिर आदिल मम्मी के पैर चाटने लग गये. वो मम्मी के नाइल्स को और छाते जेया रहे थे. फिर अंकल बोले-

अंकल: अब मैं डालने वाला हू अपना ये लंड तेरी छूट में.

लेकिन मम्मी कुछ नही बोल रही थी. वो बस मज़े ले रहे थी. फिर अंकल ने मम्मी के मूह से थूक ली, और अपने लंड पर लगा ली. उन्होने मम्मी को
बोला-

अंकल: छूट में से तोड़ा पानी निकाल. मैं उंगली करूँगा तोड़ा सा पानी निकाल. या पेशाब निकाल तोड़ा सा अपनी छूट में से.

फिर अंकल मम्मी की छूट में उंगली करने लग गये. 8 मिनिट बाद मम्मी ने तोड़ा पेशाब निकाल दिया, और अंकल जल्दी से पेशाब को पीने लग गये. उन्होने मम्मी को भी तोड़ा पानी पीला दिया.

फिर अंकल अपना मोटा लंबा लंड छूट में डाल रहे थे, और मम्मी ने एक-दूं रोने जैसी शकल बना ली थी. अंकल तोड़ा-तोड़ा लंड डाल रहे थे, और मम्मी बोल रही थी-

मम्मी: और नही, बहुत ज़्यादा दर्द हो रहा है. नही ले पा रही हू मैं.

पर आदिल अंकल बोले: चुप छाप ले, मज़ा आएगा थोड़े टाइम बाद.

अंकल ने फिर आधा लंड डाल दिया, और मम्मी रो पड़ी. पर मम्मी को मज़ा भी आ रहा था. वो बोल रही थी-

मम्मी: आह दर्द हो रहा है आदिल जी. अया आहह मॅर गयी आदिल, बहुत बड़ा है तुम्हारा.

फिर आदिल ने पूरा लंड डाल दिया, और फक फक की आवाज़ भी आने लग गयी. तभी मम्मी ने फिरसे पेशाब कर दिया, और अंकल पेशाब के साथ ही मम्मी की चुदाई कर रहे थे. और अब मम्मी को भी मज़ा आ रहा था. फिर 30 मिनिट तक अंकल ने मम्मी की चुदाई की, और मम्मी को बहुत मज़ा आया.

मम्मी बोली: पहली बार इतना मज़ा आया, और मैने पहली बार पेशाब किया चुदाई के टाइम. बहुत मज़ा आया मुझे. आप लोगो का लंड कमाल का होता है सच में. और आज मैं ये मान गयी. हर औरत को ऐसा ही लंड और जान चाहिए. सेक्स के टाइम बहुत मज़ा आया.

अब आयेज की स्टोरी जल्दी ही लौंगा.