गाव मे मेरी ओर अम्मी की रास लीला

हाय दोस्तों मे आपका दोस्त असलम केसे हो उम्मीद करता हू ठीक होगे।

दोस्तो पिछली कहानी मे बताया कि अम्मी ने चौधरी और मोतीलाल से चूदाई और मुजे गाव के बाहर कर दिया और मे अब शहर आ गया था और कूछ दिनो बाद पता चला कि मोतीलाल का मृत्यु हो गया है और मेने अम्मी को फोन किया अम्मी और मेरी बात चित नीचे है

मे – हैलो अम्मी केसी हो ??

अम्मी – हैलो असलम केसा है ??

मे – केसा हो सकता हू गाव से दूर घर से दूर और मेने उस रात सब सुना था गाव से बाहर करने मे तू वी मिली हुए थी

अम्मी – किया करतीं मे तेरे पिता की मृत्यु बाद कोई तो चाइये ना और गाव मे रहने के लिए मे कि और पूरे गाव मे एक हम ही मुस्लिम है तो वेसे वी तूजे कभी ना कभी पता चलना ही था

मे – अम्मी अब पता चल गया और मे वी समझता हू मुजे घर आना है शहर मे काम नहीं ठीक से और बहोत याद आती है तू जो करना कर सकती है मे नहीं रोक्कूगा।।। मुजे गाव आना है

अम्मी – ठीक है अगर तू सब करने देगा तो मे सरपंच से बात करती हू और बताती हू।।।। मे ठीक बोल के फोन रख दिया

अब तीन दिन बाद अम्मी फिर से फोन की ओर बोली सरपंच से बात की तूजे बुलाया है और फिर मे उसी दिन गाव निकल गया और शाम मे गाव पोच गया फिर गाव वालो के सामने सरपंच ने सब से बोला।।। देखो 7 महीने असलम शहर रहा और अब मोतीलाल भी नहीं रहा और यास्मीन भी अकेली है। तो अब असलम को अम्मीफ कर देना चाहिए और मोतीलाल की पत्नी वी गाव से अम्मीयके चली गयी है।

मोतीलाल के जाने बाद फिर सब ने सरपंच की बात अम्मीन ली और सब घर जाने लगे और मेरी अम्मी को सरपंच बुलाया और बोला खुस हो गयी और बोला रात मे तेरे घर आता हू और अब मे और अम्मी घर आ गए अम्मी बोली जा आराम कर मे खाना बना रहीं हू। रात मे सरपंच आएगे और चारपाई पर लेट गया।

रात मे ठीक 9 बजे सरपंच और सरपंच साथ इकबाल सिंग आया इकबाल सरकारी अधिकारि था और सरपंच के बहोत काम किए थे। जब दोनों आए मे खाकर उठा था।

सरपंच अम्मी से बोला इसे बाहर जाने बोल। तब अम्मी बोली जी और अम्मी को एक पैकेट दिया और बोला जल्दी अंदर आ। अब अम्मी मुझे बोली असलम आगन मे जा और जेसे बाहर गया अम्मी बोली अगर लेट हो तो बाहर आगन मे चारपाई पर सो जाना और दरवाजा बंद की।

लेकिन मुजे सोना नहीं था, अम्मी की चूदाई का प्रोग्राम देखना था। मेने आगन की पीछे वाले भाग मे गया जहा से रूम के अंदर सब दिखता और आवाज भी आती। वेसे वी इस बार मर शहर से केमेरा लाया था। जब अम्मी खाना बना रहीं थीं तब रुम मे फिट कर दिया था बारी पास और केमेरे का मोबाइल मे रिकार्ड हो एसा था।

अब मे रूम मे देख ने लगा अम्मी दरवाजा बंद करके बाथरुम गयी जो सरपंच पैकेट दिया वो ले कर और 10 मिनिट बाद बाहर आयी।

अम्मी ने ब्लू जिन्स और ब्लैक टॉप पहेने बाहर आयी और यह रूप मे पहली बार देखा। जिन्स मे किया गान्ड टाईट लग रहीं थीं और अम्मी रूम मे गयी होठो पर लिपस्टिक लगाई। फिर अम्मी अंदर गयी जहा चौधरी और इकबाल थे।

चौधरी बोला ले इकबाल तेरे लिए अम्मील।

इकबाल बोला बहोत बढ़िया अम्मील है चौधरी और इकबाल ने अम्मी की कमर पर हाथ रख कर गोल गोल घुअम्मीया और गान्ड पर 3 से 4 थप्पड़ लगाया।

चौधरी को बोला चौधरी जी मे अकेला खाना चाहता हू इसे।

तब चौधरी बोला जी इकबाल खाले मे तो चख चुका हू और चौधरी चला गया। लेकिन मे कूछ समज नहीं पाया इकबाल एसा कयों किया।

फिर चौधरी जाने बाद अम्मी बोली कियो उससे भगा दिया तब इकबाल मे जहा छुपा था वो खिड़की पास आ कर खोलदी और बोला अंदर आ अब। मे डरते डरते अंदर गया तब इकबाल बोला मे सरकारी अधिकारि हू मेने तूजे छुपते हुए देख लिया और मुजे बोला तू इसे करना चाहता है ना?

मे वी हाँ बोल दिया तब अम्मी बोली इकबाल जी यह नहीं हो सकता यह बेटा है।।। तब इकबाल बात काटते हुए बोला यास्मीन रान्ड जनता हू असलम तेरा बेटा है लेकिन तू तो गाव के बाहर कर दी थी तब अम्मी कहा गयी थी तेरी गान्ड मे! इकबाल बोला हम दोनों मजे लेगे आज तू रन्डी है मेरी।

अब इकबाल अम्मी के आगे में पीछे और अम्मी हम दोनों के बीच मे और हम दोनों किस करने लगे उउउउ।।।।। ममममममम।।। ऊऊऊऊ।।। ऊमअम्मी।।।

लगभग 15 से 25 मिनिट किसिंग की ओर इकबाल ने आगे से अम्मी के बोब्स दबाए और मेने पीछे से किया मस्त बोब्स थे किया बताऊ।।।।

अब मेरा लन्ड खड़ा हो गया था और अम्मी की गान्ड पर टच हो रहा था फिर इकबाल ने अम्मी का टॉप उतार कर फेक दिया और मे ने जिन्स उतार दी अम्मी ब्रा और पेन्टी मे थी। अब हमने अम्मी को चारपाई पर लेटा दिया एक साइट इकबाल और दूसरी साइट मे और अम्मी के बोब्स दबा रहे थे।

मेने और इकबाल ने अम्मी की पेन्टी मे हाथ डाल कर अम्मी की चूत मे उगली डालने लगे अम्मी सिसकारी ले रहीं थीं सीसीसी।।।। ईईई।।। उफ।।।।।।। सीसीसीई।।।।

अम्मी की सेक्सी सिसकारी रूम में गूंज रहीं थीं अब हमने अम्मी की ब्रा पेन्टी उतार दी। अम्मी जर गयी थी और अम्मी ने हअम्मीरे कपड़े उतार दिए और मेरा और इकबाल का लन्ड सलामी देने लगा अम्मी की चूत को।

अब अम्मी को हमने गूँथने बल बैठा दिया और हअम्मीरे लन्ड चूस्सवाने लगे और मे तो पूरा अम्मी के गले के अंदर तक डाल रहा था और इकबाल बोल रहा था।। ले रान्ड अछे से दे असलम साली को।

लगभग हमने 30 से 45 मिनिट अम्मी की मुह चूदाई की ओर हमरा विर्य अम्मी के मुह मे छोरा और मे सीधा चारपाई पर लेट गया।

अम्मी से बोला तेरी चूत मेरे मुह पर लगा दे और अम्मी मेरे मुह पर बैठ गयी और मे अम्मी की चूत चाटने लगा और इकबाल आगे से अम्मी के मुह मे लन्ड दिया और अम्मी का सर पकड़ कर मुह चूदाई कर रहा था।

लगभग 25 से 35 मिनिट मेने अम्मी की चूत चाटी और अम्मी दूसरी बार जर गयी और अम्मी का पानी नमकीन था। अब इकबाल ने भी अम्मी मुह मे जर गया अब मे अभी भी सीधा लेटा हुआ था और अम्मी से बोला अपनी चूत मेरे लन्ड पर लगा अम्मी उल्टी गुम कर अपनी दोनों टांगे चौड़ी कर के मेरे 7 इंच के लन्ड पर अपनी चूत सेट की ओर ऊपर नीचे होने लगी। और अम्मी के हाथ मे इकबाल का लन्ड था जो अम्मी हिला रहीं थीं और अब अम्मी की चूत मेरे लन्ड पर एक दम सेट हो गयी।

अब इकबाल ने पीछे आ कर अम्मी की गान्ड मे लन्ड पेल दिया और अब हम दोनों अम्मी की चूदाई कर रहे थे और अम्मी आआआआ।।।। उउउउउ।।।।। घीमे घीमे।।।।।।।। आआआआ।।।

और हम तेजी से चूदाई कर रहे थे मे आगे से अम्मी के गाल पर थप्पड़ लगाता कभी बोब्स दबाता और इकबाल अम्मी के बाल खींच रहा था और तेजी मे गान्ड अम्मीर रहा था लगभग 35 से 40 मिनिट चूदाई हुए फिर मेने अम्मी चूत मे पानी छोरा ओर इकबाल गान्ड मे और अम्मी बोली साले हरामी अम्मीचोद चूत मे पानी कइयों।

छोरा तब मे बोला साली 7 महीने कितनों के ले ली और इकबाल बोला साली चौधरी का बच्चा गिराया तब कहा गयी थी अब सरीफ बन रहीं है और अब हमने पोस् बदली इकबाल सीधा लेट गया और मे ने पीछे अम्मी की गान्ड अम्मीर ना सुरु की ओर इकबाल के लन्ड पर बैठ कर चूत मरवा रहीं थीं।

काफी देर तक मेने गान्ड अम्मीरी और इकबाल ने चूत अम्मीरी और अब इकबाल ने पानी अम्मी के चूत मे छोरा और मेने अम्मी की गान्ड मे और इकबाल ने मेरे साथ 2 राउन्ड किए। फिर चला गया और मुजे बोला बेटा लेता रहे मजे।

मेने 5 से 6 राउन्ड किए और अब कभी चौधरी कभी इकबाल और मे अम्मी को चोदते फिर धीमे धीमे गाव के दूसरे मर्द वी आते और अम्मी पैसे लेना सुरु की ओर कितनी बार इकबाल शहर की लड़की वी लाता।

फिर कूछ दिनों बाद अम्मी ने हमरा मकान तोड़ के नया बनाया और 15 से 20 रूम बनाइ और अम्मी धंधा चलाने लगी। गाव की ओर शहर की लड़किया आती और अब गाव मे रन्डीखाना बन गया था। हअम्मीरा घर रन्डीखाने से पहचाना जाता और बहोत से लोग आते कोई। अपनी पार्टनर साथ आते कोई बुक करवाते मे वी बहोत के मजे लिए।

तो दोस्तों यह थी मेरे अम्मी और मेरी सची कहानी आप लोगो को केसी लगी मुजे ईमेल करे और जो लड़की भाभी मुझसे चूदना चाहती हो बच्चा चाहती हो या कोई कुंवारी लड़की शादी पहेले के मजे लेना चाहती हो ईमेल करे

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