पति बन गया मेरे जिस्म का दलाल

हेलो दोस्तो, मई हू कल्पना. और मई अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आई हू. पिछले पार्ट मे आपने पढ़ा था, मैने घर-वालो के खिलाफ जाके अपने लवर रूपम से मॅरेज कर ली थी. फिर हम होटेल मे गये, और हमने अपनी सुहाग-रात मनाई. अब आयेज-

होटेल से वापस आने के बाद हम दोनो रूपम के घर गये. रूपम का घर सिर्फ़ एक कमरे का था, और वो भी किराए का था. लेकिन मई ये देख कर घबराई नही. मई रूपम से बहुत प्यार करती थी, और मई ये जानती थी, की हम दोनो मिल कर सिचुयेशन संभाल सकते थे.

फिर मैने भी जॉब कर ली, और घर मे ज़्यादा पैसे आने लगे. धीरे-धीरे हमारे घर की हालत सुधारने लगी. 3 महीने बीट चुके थे, और सब सही चल रहा था. तभी रूपम की जॉब चली गयी. रूपम काफ़ी टेन्षन मे था, तो मैने उसको कहा-

मई: जॉब तो आती-जाती रहेगी. तुम टेन्षन ना लो. जब तक तुम्हे जॉब नही मिलती, मई हू ना घर देखने के लिए.

फिर 2 महीने बीट गये, और रूपम को जॉब नही मिल रही थी. मई देख रही थी, की रूपम अब जॉब ढूँढने की कोशिश भी नही कर रहा था. उसको फ्री बैठने की आदत हो गयी थी, और वो बार-बार मुझसे पैसे माँगता था.

मई उसको माना नही करती थी, क्यूकी मई उसको इन्सल्ट फील नही करवाना चाहती थी. फिर एक दिन मई ऑफीस से घर पर आई. मैने देखा, की रूपम अपने फ्रेंड्स के साथ बैठा दारू पी रहा था. मुझे ये देख कर गुस्सा भी आया, और हैरानी भी हुई.

आज तक मुझे इस बात का पता भी नही था, की वो शराब भी पीटा था. मई उसी वक़्त वाहा गयी, और उससे लड़ने लग गयी. उसने गुस्से मे आके मुझे थप्पड़ मार दिया. मई रोते हुए अंदर चली गयी.

उस दिन के बाद से मैने 15 दिन तक उससे कोई बात नही की. ना हमारी बात हुई, ना हमने सेक्स किया, और ना ही उसने मुझसे पैसे माँगे. फिर कुछ दिन बाद मेरी भी जॉब चली गयी, और अब हम काफ़ी मुश्किल मे थे.

मेरे पास कुछ सेविंग्स थी, जिससे कुछ दिन गुज़ारा हो गया. अब घर मे ना तो पैसे थे, और ना ही खाने-पीने का समान था. लेकिन रूपम पूरी मस्ती मे था. उसके पास दारू पीने के पैसे पता नही कहा से आ जाते थे. वो खा पी कर घर पे आ जाता था, और मेरा हाल-चाल पूछे बिना सो जाता था.

अब मई उसके साथ रह कर तक चुकी थी. फिर मैने उसको बोला-

मई: तुमको यही करना था, तो मुझसे शादी क्यू की.

रूपम: घर वालो के खिलाफ जाने के लिए मैने नही बोला था तुझे. मई तो तेरे पापा की बात मान गया था. मुझे लगा था, की शादी के बाद तेरे पापा मुझे सपोर्ट कर देंगे. लेकिन उन्होने तो सीधा माना कर दिया था.

मई उसकी बाते सुन कर हैरान थी. फिर वो बोला-

रूपम: देख अब पैसो का जुगाड़ एक ही तरीके से लग सकता है.

मई: क्या.

रूपम: मेरे पास एक आदमी है, जो तेरे साथ सोने के मूह माँगे पैसे देगा. तू अगर चाहे तो मई लेके अओ उसको. और अगर तेरी ना है, तो तू भी मेरे किसी काम की नही है. तो अपना बोरिया बिस्तरा बांधो, और यहा से चलते बनो.

मई उसकी बात सुन कर हैरान हो गयी. मेरा पति मुझे पैसो के लिए किसी और से छुड़वाने को तैयार था. लेकिन कंडीशन को देखते हुए मेरे पास कोई रास्ता भी नही था. हम दोनो मे काफ़ी टाइम से सेक्स भी नही हुआ था, तो मैने उसको हा बोल दी.

फिर शाम मे वो एक आदमी को साथ लेके आया. उसकी उमर कोई 45 साल थी. वो शर्ट-पंत मे था, और घूर-घूर कर मेरे जिस्म को देख रहा था. फिर रूपम ने उसको बोला-

रूपम: अगले 2 घंटे के लिए ये आपकी है.

ये बोल कर रूपम बाहर चला गया. मैने उस वक़्त पाज़ामी-सूट पहना हुआ था. वो आदमी मेरे पास आया, और मेरे पास बैठ गया. फिर उसने अपना मूह आयेज किया, और अपने होंठ मेरे होंठो से चिपका दिए. मई इतने दीनो से चूड़ी नही थी, तो मेरी छूट की गर्मी ने मुझे उसको रोकने नही दिया.

अब मई भी उसका साथ दे रही थी. फिर उसने मुझे किस करते-करते मेरे बूब्स दबाने शुरू कर दिए. इससे मई और गरम होने लगी, और आहह आहह करने लग गयी. उसने मुझे अपनी एक जाँघ पर बिता लिया, और किस करते हुए मेरी गांद दबानी शुरू कर दी.

फिर उसने मेरा शर्ट उतार दिया, और मेरे कंधो और क्लीवेज को चूमने लग गया. मई मदहोश हो रही थी. फिर उनसे मेरी ब्रा उतारी, और मेरे गोरे-गोरे बूब्स को चूसने शुरू कर दिया. वो पागलो की तरह मेरे बूब्स के निपल्स को चूस रहा था.

उसके बाद उसने मुझे लिटा दिया, और मेरी कमर पर किस करने लगा. मेरी लंड के लिए प्यासी छूट गीली होने लग गयी थी. किस करते हुए उसने एक हाथ मेरी टाँगो के बीच डाल लिया, और मेरी छूट मसलनी शुरू कर दी. मई अब चूड़ने के लिए तड़प रही थी.

वो मेरे होंठ और बूब्स चूज़ जेया रहा था, और मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. फिर उसने मेरी पाज़ामी उतार दी, और मेरी जाँघो को चूमने-चाटने लग गया. वो मेरी पनटी के उपर से मेरी छूट मे मूह मारने लगा. मई सिसकिया ले रही थी, और उसके सिर को अपनी छूट मे दबा रही थी.

फिर उसने मेरी पनटी उतार दी, और मेरी छूट चाटने लग गया. वो जीभ को मेरी छूट के अंदर तक लेके जेया रहा था, और मुझे बड़ा सुकून मिल रहा था. फिर उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए, और उसका काला 7 इंच का लंड मेरे सामने आ गया. वो लंड को मसालने लगा, और उसने मुझे लंड चूसने को कहा.

मैने उसका लंड पकड़ा, और अपने मूह मे डाल लिया. फिर वो मेरे मूह मे धक्के देने लगा, और उसका लंड मेरे गले तक जाने लगा. थोड़ी देर मेरे मूह को छोड़ने के बाद, वो मेरी टाँगो के बीच आ गया. फिर उसने मेरी छूट पर लंड रगड़ते हुए अंदर डाल दिया.

उसने एक ही झटके मे पूरा लंड मेरी छूट मे डाल दिया, और मुझे छोड़ना शुरू कर दिया. उसने मेरी चीख को अपने होंठो से बंद कर दिया. अब वो मेरे होंठ चूस रहा था, और मेरी छूट मे धक्के दे रहा था. मुझे भी अब अपनी छूट छुड़वा कर बड़ा मज़ा आ रहा था.

फिर वो बेड के नीचे खड़ा हो गया, और मुझे किनारे पर ले आया. फिर उसने लंड दोबारा मेरी छूट मे डाला, और तेज़ी से छोड़ने लगा. वो साथ-साथ मेरे बूब्स भी मसल रहा था, और बार-बार उन्हे चूस रहा था. 20 मिनिट की चुदाई के बाद, वो मेरी छूट मे ही झाड़ गया. मई भी उसके साथ ही झाड़ गयी.

फिर वो मेरे उपर ही लेट गया, और मुझे किस करने लगा. वो मुझे किस करता रहा, और मेरे बूब्स चूस्टा रहा. 5 मिनिट मे उसका लंड फिरसे खड़ा हो गया. मई भी गरम हो गयी थी. फिर उसने मुझे घोड़ी बनने को कहा, तो मई उसके सामने घोड़ी बन गयी.

वो मेरी गांद मे जीभ डाल कर चाटने लगा. फिर उसने मेरी गांद मे एक उंगली डाली, और मेरी आहह निकल गयी. मैने उसको बोला-

मई: प्लीज़ गांद मे मत करो. मेरे पति ने भी कभी नही किया.

वो बोला: मई तेरा पति नही हू रंडी. मैने पैसे दिए है, और मई जो चाहु कर सकता हू.

ये बोलते ही उसने मेरी गांद के छेड़ पर अपना लंड सेट किया, और एक ज़ोर का धक्का मारा. मेरी ज़ोर की चीख निकली, और उसके लंड का टोपा मेरी गांद मे चला गया. मई आयेज भागने लगी, लेकिन उसने मेरी गांद को जाकड़ लिया. फिर उसने जल्दी से 5-10 धक्के मारे, और अपना पूरा लंड मेरी गांद मे घुसा दिया.

मेरी चीखो को उसने अपने हाथ से रोक लिया. अब वो ताबड़तोड़ मेरी गांद मे धक्के देने लगा. मेरी गांद से तोड़ा खून भी निकला हुआ था. वो मेरी गांद छोड़ते हुए मेरे चूतड़ मसल रहा था. वो मेरे छूतदो पर ज़ोर से थप्पड़ मार रहा था, और मेरे चूतड़ लाल हो गये थे.

उसने पीछे से मेरे बाल खींचे, और मुझे कुटिया की तरह छोड़ने लगा. अब मुझे भी गांद छुड़वा कर बड़ा मज़ा आ रहा था. मई आहह आहह कर रही थी, और वो धक्के मारे जेया रहा था. पुर रूम मे ठप-ठप की आवाज़ आ रही थी.

थोड़ी देर ऐसे ही गांद छोड़ने के बाद, उसने मुझे सीधा किया, और मेरी छूट मे लंड डाल दिया. फिर 10 मिनिट छूट छोड़ने के बाद, उसने मेरी छूट अपने पानी से भर दी. फिर उसने कपड़े पहन लिए.

अब मेरी आग शांत हो चुकी थी, और मई होश मे आई. मुझे लगा, की मई ये क्या कर रही थी. फिर उसने आदमी ने अपनी पॉकेट से एक नोटो की गद्दी निकाली, और मेरे मूह पर फेंक दी. मुझे अब एक रंडी की तरह फील हो रहा था.

फिर वो बाहर चला गया, और रूपम अंदर आ गया. उसने मुझसे पैसे माँगे तो मई बोली-

मई: सेयेल मादरचोड़! आज तूने मुझे रंडी बना दिया. मैने तुझसे प्यार किया था. कोई पैसा नही मिलेगा तुझे.

ये सुन कर वो घुटनो पर आ गया, और मेरी मिन्नटे करने लगा. मुझे आज उससे घिंन आ रही थी. लेकिन मुझे अपने पापा के सामने प्रूव करना था, की मई खुश हू. फिर मैने उसके साथ एक डील की.

मई: तू आज से सिर्फ़ मेरा ब्रोकर है. आज से तू मुझे हाथ नही लगाएगा. तू कस्टमर लाएगा, तो मई तुझे 10 पर्सेंट दूँगी. तुझसे चूड़ने से अछा है, की मई बाहर वालो से चुड कर पैसे बनौ.

फिर थोड़े टाइम मे ही मैने अपना घर ले लिया. अब मेरा पति बस मेरे लिए क्लाइंट्स लाता था, और मेरे टुकड़ो पर पलटा था.

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