मेरा ममेरा भाई रिंकू आया

मेरा नाम रुचिका है, ये कहानी तब की जब मे 21 साल की हुई थी मेरी बर्तडे वेल दिन मेरा ममेरा भाई मुझसे मिलने आया था हम दोनो की बहुत खुले बिचार के है वो मुझसे 4 साल बड़ा है हुमारे पार्टी करीब 9 बजे ख़तम हुई. अब घर मे, मेरी मों और रिंकू दीनो रह गये दाद ऑफीस के काम से बाहर गये थे.

हम तीनो के सोने के लिए अलग अलग रूम थे मगर काफ़ी दीनो बाद मिले थे इसलिए वो मेरे रूम मे एक ही रज़ाई मे बीत कर बात कर रहे थे और मों सोने चली गयी थी.

वो अपनी गफ़ के बारे मे बता रहा थे की उस्कीी गफ़ का म्स्ग आया मैने उस से मोबाइल च्चीं लिए और म्स्ग पड़ने लगी उसने लिखा था की जानू आज कैसे फोन सेक्स करोगे. मैने उपर छत पड़ी तो उसमे उसकी नंगी फोटो पड़ी थी अब मे उसके माज़े लेने लगी. क्या बात है तेरे बड़े माज़े है.

रिंकू बोला आज कल यार कामन है, तू भी तो माज़े लेती होगी अपने ब्फ से ऐसे बोलकर मेरे बूब्स को घूर घूर कर देखने लगा फिर मैने उससे कहा तुम चाहो तो बात कार्लो मुझे कोई प्राब्लम नही है उसने कहा फोन सेक्स करूगा कोई प्राब्लम नही है, मैने कहा हा मुझे कोई प्राब्लम नही है तुम देखो तुम्हारे गफ़ को प्राब्लम ना हो.

तो बताने लगा मेरी गफ़ बहुत ओपन माइंडेड है वो अपने भाई से चुड़वति तो मुझे वीडियो कॉल पर दिखती है. मुझे सुन कर कुछ अजीब लगा तो रिंकू ने बोला मेरी प्यारी बहना ये जिस्म की प्यास केबल आदमी और औरत का रिश्ता जानती है वो भी जिस्म का.

अब मुझे समाज नही आ रहा था की अपने भाई को क्या रिप्लाइ डू इसलिए चुप बैठी रही लेकिन 2 मीं बाद वो अपनी गफ़ से वीडियो कॉल पर बात करने लगा प्र मेरे माना करने प्र उसने अपनी गफ़ को ये नही बताया की मे ये सब देख रही हू.

अब वो दोनो बाते करने लगे.

प्रिया उसकी गफ़: जानू यार बहुत दीनो से चुदाई नही हुई है यार बहुत मान कर रहा है अब तो भाई भी स्टडी के लिए बाहर गया है तुम आ जाओ.

रिंकू: यार मान तो मेरा भी कर रहा है बुत क्या करू बहुत दीनो से तेरी छूट का रस नही छाता

प्रिया: यार तुम छूट चाट चाट कर लाल कर देते तो बड़ा मज़ा आता है. हे सुनो तुम्हारी बेहन के क्या हाल है तुम उसको ही पत्ता कर छोड़ दो.

रिंकू : तुम पागल हो क्या बोल रही हो.

प्रिया : तुम मुझे मत बनाओ मुझे पता है तुम उसको छोड़ने फिर रहे हो रिंकू ने कहा उनको छोड़ड़ो अपनी बात करो.

प्रिया : तो चलो मे कपड़े उतार रही हो तुम भी उतरो.

इतना बोल कर वो पूरी नंगी हो गयी और रिंकू ने मुझे इशारे से खुद के कपड़े उतरे का पूछा. तो मैने उससे बोल दिया जो करना है करो तुम लोगो को. इतना बोलकर मे दूसरे कमरे मे चली गयी.

कुछ एक घंटे के बाद रिंकू ने फोन काट किया और मेरे पास आ कर बोला क्या हुआ.

अब मे गुस्से से रिंकू को देख रही थी और रिंकू शरारती भारी निगाहो से मुझे देखा और बोला चलो कमरे मे चलो फिर बात करते है. हम दोनो फिर से रज़ाई मे घुस गये और बात करने लगे. मेरे पूछने प्र उसने मुझे बताया की प्रिया को बहुत बार छोड़ चुका है. वो भी उससी के घर प्र.

तुम बताओ तुम्हारा कोई ब्फ नही है क्या मज़े लिए क्या?

इतना बोल के उसने मेरी कमर प्र चुकोती कटी इसी किचा तां मे उसकी कौहनी से मेरी चुचि डब गयी. मेरे अंदर एक दूं करेंट धोड़ने लगा.

फिर मैने बोला ब्फ तो है बुत ऐसा कुछ कभी किया नही बस किस किया था. इतना सुनकर वो बोला कहा उपेर ना नीचे. इतना सुनकर मे उसको तकिये से मरने लगी और बोला हा मैने सब देखा तू वीडियो कॉल प्र नंगा होकर क्या क्या कर रहा था मैने सब देखा लिया. वो बोला क्यू तेरा मान नही करता क्या ऐसा सब करने के लिए? मैने कहा करता तो है प्र डरती हू. चल तू बता फर्स्ट कब किया उसके साथ?

ह्म फर्स्ट त्यम उसके घर गया था नोट्स लेने उस दिन घर प्र कोई नही था. उस दिन किया हम दोनो ने से सब बातो मे पता ही नही चला कब वो मेरे से बिल्कुल चिपक कर बात करने लगी. बात करते करते एक हाथ से अपनी छूट सहलानी लगी.

फिर मैने हिम्मत करके उसका हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खीच लिया और अपनी घोड़ी मे बिता लिया और उपर से ही झोर झोर से बूब्स दबाने लगा. अचानक हुए हमले से वो दर गयी और पीछे हटने लगी और झूता विरोद करने लगी. फिर मैने उसको प्यार से समझाया की मेरी बेहन मेरी जान बहुत मज़ा आएगा और उसके पीछे से हाथ डालकर बूब्स दवाने लगा.

अब उसने आँखे बंद कर अब मैने उसके कपड़े उतार दिए और खुद के भी और उसके उपर चाड गया. मे उसको किस कर रहा हू और मेरा लंड उसकी छूट प्र रग़ाद खा रहा था. वो मेरे से लिपट गयी.

ये देख कर मे आउट ऑफ कंट्रोल होने लगा. मैने अपना लंड बाहर निकल कर उसकी छूट प्र लगा कर रगड़ने लगा. और उसके बूब्स मसालने लग गया. मेरे लंड का स्पर्श पाकर रुचिका अपनी गांद उठाकर लंड अपनी छूट प्र सेट कर लगी.

अब मे समाज गया मेरी बेहन चूड़ने के लिए बेताब है. उसका बूब्स का निपल इतना कटक था की मई आपको क्या बतौ. उसके बूब्स को दबाने से ही मेरा खड़ा लंड पहले से बड़ा हो गया.

मे अब मसल मसल के उसके बूब्स दबाने लगा. थोड़ी ही देर मे मैने 1 उंगली उसकी छूट मे घुसा दी. छूट से रस निकालने के कारण एक के बाद एक दो उंगली झट से छूट मे चली गयी. उसकी गरम साँसे मुझे और पागल करने लगी.

अब वो घुमके मेरे सामने हो गयी और सिसकारिया लेने लगी. हम दोनो एक-दूसरे के हूथ चूसने लगे और मेरे लंड को धीरे-धीरे सहलाने लगी. मैने थूक लगा कर 2 उंगली उसकी छूट मे डाल दी.

2 मीं के बाद ही मैने उसको दुवारा बेड प्र लिटाया और उसकी दोनो टांगे छ्चोड़कर उसकी छूट का रस पॅयन करने लगा. और एक हाथ से उस के बूब्स दबाने लगा.

अब वो अपनी छूट उठा उठा कर चटवाने लगी थोड़ी देर मे ही हम 69 पोज़िशन मे आ गये.

10 मिनिट की छूट चटवाई के बाद सिसकिया लेते हुए वो कहने लगी.. अब छोड़ दो मेरी रसीली छूट को और कितना तड़पावगे..

फिर मैने उसकी छूट पर अपना लंड सेट किया और फिर एक ज़ोर का धक्का मारा प्र लंड फिसल गया. मैने रुमाल से उसकी छूट सॉफ की और एक और ज़ोरदार झटके मारा इस बार मेरा पूरा लंड उसकी छूट के अंदर चला गया. पर उसकी आँखें बाहर आ गयी.

मैने प्यार से धीरे-धीरे छोड़ना चालू रखा. अब वो भी नीचे से गांद उठाने लगी. उसको भी अब मज़ा आ रहा था. पूरा कमरा चुदाई खाने मे बदल गया था.

थोड़ी देर मे मैने उसको अपने सामने अपनी घोड़े मे बेतया. अब हम दोनो का फेस आमने सामने था मे उसके बूब्स चूसने लगा और साथ मे वो मेरे लंड प्र बीत कर उछाल उछाल कर छूटने लगी.

5 मीं बाद जब वो तक गयी तो मैने उसको पलंग प्र पटक दिया और उसकी छूट को चाटने लगा. वो अब ज़ोर ज़ोर से सिसकिया लेकर उछाल उछाल कर छुड़वाने लगी और चिल्लाने लगी… भोसड़की के छोड़ साले और तेज़ तेज़ छोड़ मैने और तेज़ छोड़ने लगा.

20 मिनिट की चुदाई के बाद हम दोनो झाड़ गये मे उसके बगल मे नंगा उससे चिपक कर लेता रहा. उस रात 4 बार छोड़ा उसको और दूसरे दिन उसने उसकी दोस्त अनुराधा से मिलवाया और भी बहुत छोड़ा.

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