मा बेटी की चुदाई

हेलो दोस्तो, मेरी पिछली कहानी को सपोर्ट करने के लिए शुक्रिया. मुझे नही लगा था, की पहली बार मे ही इतना अछा रेस्पॉन्स आएगा.

मई बता डू की ये मेरी कहानी, दो साल पहले की है. जब मुझे विधवा बुआ और उनकी बेटी शिवानी के साथ चुदाई करने का चान्स मिला था.

मेरी बुआ की हाइट तकरीबन 5’3″ के करीब है और वो एक-दूं मलाई जैसी गोरी है. उनके बूब्स 36″ के है और उनकी गांद 40″ की है. उनकी बेटी भी उन्ही पर गयी है.

एक दिन मुझे शिवानी को छोड़ने का चान्स मिला और शुरू के आधे दिन तो हमने भूत मज़े किए. अब उसके आयेज की कहानी मई बतौँगा आपको. तो लड़के लोग अपना लंड पकड़ लो और लड़किया अपनी छूट मे उंगली डाल लो.

मई और शिवानी नाश्ता करके, नंगे ही एक-दूसरे को कड्ड्ल करके बेड मे लेट गये. मई एक हाथ से उसके निपल्स के साथ खेल रहा था और उसने मेरे लंड पे अपना हाथ रखा हुआ था और हम मोविए देखने लगे.

एक घंटे की मोविए के बाद, मेरे दिमाग़ मे कुछ प्लान आया और मैने शिवानी से पूछा की उसके पास कोई पॉर्न कलेक्षन है या नही. मेरे खुद के पास भी था, पर मई उसका जानना चाहता था, की उसको क्या पसंद है. और फिर उसने लॅपटॉप निकाला और उसमे अपना कलेक्षन दिखाया.

उसमे काफ़ी सारी थ्रीसम और काफ़ी सारी ब्दसम वीडियोस थी. कुछ इंटररेशियल, अनल और लेज़्बीयन भी थी. मई उसकी तरफ देखने लगा तो वो बोली-

शीबवनी; क्या?? सिर्फ़ तुझे ही छूट पसंद हो सकती है?” मई ये सुनकर हासणे लगा और उसकी चिकनी क्लीन शेव्ड को देख-कर उसका टेस्ट याद करने लगा. हमने डिसाइड किया की ब्दसम ट्राइ करेंगे बुत उसने मुझे रोक कर बोला-

शिवानी: रुक भाई, तुझे एक मस्त चीज़ दिखती हू.

मई बोला: तेरे से भी मस्त?

मेरी ये बात सुन कर वो हासणे लगी. फिर उसने एक फोल्डर दिखाया जिसमे उसकी काफ़ी सारी न्यूड सेल्फ़िएस थी और बाइ नामे कलेक्षन बना रखे थे उसने. जैसे टवल, टांक , कॅंप एट्सेटरा.

ये सच मे मेरे लिए शॉकिंग था, लेकिन इतनी सेक्सी पिक्स देख कर मेरा लंड वापस से अकड़ने लगा. और वो ये देखते ही झुक कर उसको चूसने लगी. मैने तुरंत उसकी गांद पे पूरा खीच कर थप्पड़ मारा और वो लाल पद गयी.

उसको हल्का रोना आने लगा और उसने पूछा क्या हुआ. तो मई बोला ऐसे नही. मैने अपनी बेल्ट निकाल ली और उसके हाथ कमर से लगाकर पीछे बाँध दिए. फिर उसको ज़मीन पर बिता कर उसके पैर भी हाथो से बाँध दिए. इससे ना वो उठ सकती थी और ना ही आयेज झुक सकती थी.

अब मैने कपड़े सुखाने वाली चिंटिया लेकर उसके निपल्स पे लगा दी. इस सब से वो हल्के दर्द से कराहने लगी, पर ये तो स्टार्टिंग थी. उसने बताया था, की उसके पास एक वाइब्रटर है. तो वो लेकर मई उसकी गांद पे उपर से वाइब्रटर फेरने लगा और जब धीरे-धीरे वो फिट होने लगा, तो मैने उसको हटा लिया.

मई चाहता था, की अनल बीड्स घुसौऊ. लेकिन वो थी नही, तो मैने एक टीटी बॉल कॉंडम मे डाली और उस बॉल को उसकी गांद मे घुसा दिया. क्यूकी कॉंडम का काफ़ी पार्ट बाहर था, तो मई बॉल को वापस भी निकाल सकता था.

अब वो वाइब्रटर मैने 5 (आउट ऑफ 7) मोड पे उसकी छूट मे घुसा कर ओं कर दिया. मई ये सब करने मे इतना बिज़ी था, की अभी तक उसकी शकल पे मैने ध्यान भी नही दिया था . मैने उसकी तरफ देखा, तो उसके मूह पर से पसीना पानी की तरह बह रहा था और मूह खुला था उसका.

उसको ऐसे देखकर मई काफ़ी एग्ज़ाइटेड हो गया और मैने अपना लंड उसके मूह मे घुसा दिया. पर उसकी हालत ऑलरेडी खराब थी, तो उसने स्टार्ट नही किया. तब मैने उसके गाल पर एक छाँटा मारा और उसको होश आया.

होश आने के बाद उसने आचे से ब्लोवजोब देना स्टार्ट किया. उसने 15 मिनिट्स तक मेरे लंड को चूसा और उसके बाद मई झाड़ गया. इस बीच वो टीन बार झाड़ चुकी थी. मैने उसका वाइब्रटर ऑफ करके निकाला, तो वो आचे उसके जूसज़ मे गीला हो रखा था और उस पर से जूस नीचे तपाक रहा था.

मेरे से रहा नही गया और मैने उसको चूस लिया. उसकी छूट का टेस्ट इतना अछा था, की क्या ही बतौ. मैने उसकी तरफ देखा, तो वो मेरी और एक्सपेक्टेड सी होकर देख रही थी. मई समझ गया था, की वो क्या चाहती है.

मई नीचे की तरफ झुका और उसकी छूट चाटने लगा. उसके बाद फिर मूह मे उसके जूसज़ भरके उसको किस करने लग गया. वो अपनी जीभ से मेरी जीभ पर लगे उसकी छूट के पानी को चाटने लगी.

10 मिनिट्स तक किस करने के बाद उसने वापस सारा लंड मूह मे लिया और चूसने लग गयी. क्यूकी उसी दिन मई टीन-चार बार झाड़ चुका था, तो एक-दूं से मेरा लंड खड़ा नही हुआ.

लेकिन उसके 5 मिनिट्स तक लगातार किसी प्रो की तरह से चूसने से तो मुर्दे मे भी जान आ जाए, तो ये तो फिर भी मेरा लंड था. अब जिस काम के लिए उसकी गांद को तैयारी कराई गयी थी, उसका टाइम था.

तो मैने उसको उठाया और बेड पर उल्टा लिटा दिया और उसकी गांद से लटकते कॉंडम को बाहर निकाल लिया. कॉंडम के साथ बॉल भी बाहर आ गयी और उसकी गांद मस्त दिख रही थी.

क्यूकी अनल का उसका पहली बार था, तो मैने काफ़ी लोशन उसकी गांद पे लगा दिया था और गांद के छेड़ मे भी डाल दिया था. मैने अपने लंड पे भी वॅसलीन लगा ली थी.

अब मई धीरे से उसकी गांद मे अपना लंड घुसाने लगा, तो वो दर्द मे चिल्लाने लगी. मेरा लंड काफ़ी मोटा है, तो उसको दर्द हो रहा था. पर धीरे-धीरे मेरा लंड उसकी गांद के अंदर घुस गया और मई रुक गया.

जब उसकी गांद अड्जस्ट हो गयी, तो मैने लंड को बाहर निकाला और उसमे वापस डालने लगा. अब वो भी रिदम पकड़ रही थी और स्पीड बढ़ने लगी थी. उसके पैर बँधे हुए होने से मुझे प्राब्लम हो रही थी, इसलिए उसके पैर मैने खोल दिए और वापस स्टार्ट किया.

फिर मैने उसके बाल पकड़े और उसका सिर बालो से पकड़ कर पीछे खीचा. इससे वो दर्द मे चिल्लाने लगी, पर उसको भी मज़ा आ रहा था.

क्यूकी मई पहले काई बार झाड़ चुका था, तो इस बार मई काफ़ी लंबा टीका और 25 मिनिट्स तक उसकी गांद छोड़ता रहा और फिर उसकी गांद के अंदर ही झाड़ गया. पर वो कुटिया कहा ऐसे मानने वाली थी.

इसलिए मैने वापस लंड निकाला और वो खुश हो गयी, जैसे बच्चे लॉलिपोप को देखके खुश होते है और चूस्टे है, वैसे लंड को चूसने लगी. सच मे उसका इस तरह से करना अलग ही लेवेल का सॅटिस्फॅक्षन दे रहा था.

मई तक चुका था, पर उससे मान नही भरा था मेरा. तो मैने उसके हाथ खोल दिए और मई बेड पर लेट गया. अब वो मेरे उपर चढ़ कर मेरे मूह पर आ बैठी और मेरा मूह अपनी छूट मे टाइट से घुसा दिया.

मेरी साँस रुकने लगी. उसने थोड़ी देर रुक कर फिर खुद अपनी छूट हटाई, तो मुझे साँस आई और वो मुझे ऐसे देख कर हासणे लगी. उसकी हल्की डॉमिनेन्स देख कर मई भी खुश हुआ और वापस से उसकी छूट चाटने लगा.

मैने हाथो से उसकी गांद को पकड़ा ताकि मुझ पर तोड़ा कम प्रेशर लगे और उसको सपोर्ट मिले. काफ़ी देर के बाद वो झड़ी और मैने आचे से लीक कर लिया उसकी छूट को. फिर वो मेरे साइड मे लेती और मुझे वापस किस करके हट गयी. हम दोनो इतना तक चुके थे की ध्यान भी नही दिया, की हम कब एक-दूसरे को पकड़े हुए ही सो गये.

और ये ही उस दिन की सबसे बड़ी ग़लती थी. या यू कहो, की मेरे आने वाले कल का बेस्ट पार्ट. क्यूकी मेरी आँखें एक-दूं से ठंडा पानी पड़ने से उठी. किसी ने जैसे बाल्टी भर कर पानी फेंक दिया हो एक-दूं से. पर हमने तो गाते लॉक किया था.

तो मैने मूड कर देखा, तो साइड मे बुआ खड़ी थी और उनके पास मे एक खाली बाल्टी पड़ी थी. बुआ जी काफ़ी ज़्यादा गुस्से मे लग रही थी .

मई: पर ऐसा क्यू?(मॅन मे सोचते हुए)

ओह शीत!! अब मेरा ध्यान गया की मई नंगा बेड पर पड़ा हू और जो भी दिन मे हुआ था मुझे याद आया.

मई: इसका मतलब?(मॅन मे सोचते हुए)

मैने मूड कर देखा, तो शिवानी बिल्कुल कोने मे पैर उपर करके और हाथ से खुद को धक कर बैठी थी और उस पर भी पानी तपाक रहा था. फिर मैने मूड कर बुआ की साइड देखा, तो ध्यान गया की वॅसलीन की डिब्बी, लोशन, कॉंडम मे घुसी हुई बॉल और मेरी बेल्ट, सब का सब ज़मीन पर फैले पड़े हुए थे.

आपको लग रहा होगा, की इतना टाइम निकल गया और कुछ हुआ क्यू नही. मुझे भी ऐसा ही फील हो रहा था, बुत आक्चुयल मे ये सब 10 सेकेंड्स के अंदर हुआ. मूज़े उस मोमेंट पर दर्र लगना फील हुआ. मुझे लगा था की नीचे पड़ी बेल्ट से ही पिटुँगा.

लेकिन बुआ मूडी और हम दोनो की और हमारे कपड़े फेंक कर बोली की-

बुआ: इन्हे पहन कर बाहर आओ और वो खुद रूम से बाहर ड्रॉयिंग रूम मे चली गयी. शूकर था की सुबा नाश्ते का कुछ हमने वाहा नही छोढ़ा था, और कोई होता तो उस वक़्त मैने पक्का पीटना था. पर अब बाहर क्या होगा, मुझे नही पता था.

लेकिन बुआ मूडी और हम दोनो की और हमारे कपड़े फेंक कर बोली की-

बुआ: इन्हे पहन कर बाहर आओ और वो खुद रूम से बाहर ड्रॉयिंग रूम मे चली गयी. शूकर था की सुबा नाश्ते का कुछ हमने वाहा नही छोढ़ा था, और कोई होता तो उस वक़्त मैने पक्का पीटना था. पर अब बाहर क्या होगा, मुझे नही पता था.