बहन मुन्नी की जवानी का मज़ा

ये खनाई उमेश कुमार और उसकी रियल छ्होटी बेहन मुन्नी की चुदाई है. उमेश कुमार 27 साल का हटता कटता लड़का है और मुन्नी 19 साल की हूर की पारी है. जो सिर्फ़ रंग से ही नही बल्कि सब तरह से भारी हुए लड़की थी.

उमेश की मा बाहर की चीज़ो मेी दिमाग़ नही लगती और सिर्फ़ घर के काम ही करती है. और उसके पापा राजमिस्त्री है इसलिए यहा वाहा घूमते रहते है.

मुन्नी काफ़ी भोली भली लड़की थी. अगर कोई उससे ज़रा सा दाँत दे तो वही रो देती थी.

एक बार जब उमेश रात को दाअरू पीके फुल सेट था. तब उसने सोचा क्यू ना सेट्टिंग से मज़े लिया जाए. तो उसने रात की 11:30 बजे अपनी गफ़ को कॉल लगाया.

नशे में उसने अपनी गफ़ के बदले अपनी बेहन को लगा दिया-

मुन्नी :- हेलो!

उमेश :- हेलो गयी बाद मेी, साली पहले अपनी छूट दिखा!

मुन्नी :- (तोढ़ा गबरा के) ये आप क्या बोल रहे हो?

उमेश :- साली रॅंड, अपने ख़सम से बाकचोड़ी करेगी?!

मुन्नी :- भा.. भैया आप क्या रह रहे हो ये सब??

उमेश :- बहनचोड़ अपने ख़सम को भैया बोलेगी रांड़, मैं वीडियो कॉल कर रहा हू तू जहा भी अपने सारे कपड़े उतार दे!

मुन्नी :- भा.. भैया लेकिन…

उमेश :- चुप्प्प, जो बोल रहा हू कर!

इसके बाद उमेश ने वीडियो कॉल ओं किया और मुन्नी बातरूम मे जाके अपने सारे कपड़े उतरने लगी.

देखते देखते मुन्नी पूरी नंगी हो गयी. फोन पे मुन्नी की बस बादे बादे बूब्स और बालो से भाजी छूट दिख रही.

उमेश :- क्या बात है साली तेरे बूब्स तो दिन पेर दिन बड़े हो रहे है और तेरी छूट एसी क्यू लग रही है जेसे इसमे मेरा लंड नही गया हो..

मुन्नी ये सब सुबकर उसके मूह पेर हंत रख कर धीरे धीरे रोने लगी.

उमेश :- दोनो हंत से अपनी छूट का दरवाजा खोलियो.

मुन्नी धीरे धीरे अपनी छूट खोलने लगी और उमेश अपने पंत से लंड बाहर निकाल कर मूठ मारने लगा.

मुन्नी ये सब देख कर हेरान रह गयी क्योकि उसने पहले कभी 8 इंच का लंड नही देखा था. और फिर थोड़ी देर में उमेश जाध गया और उसका माल फोन पेर गिर गया.

उमेश :- साली क्या कर रही है छूट में ऐसी लग रही है जेसे इसमे मेरा लंड गया हे ना हो, बिल्कुल वर्जिन छूट लग रही है.

मुन्नी चुप छाप कपड़े पहने लगी. और फिर उमेश ने ई लोवे योउ बोलके फोन रख कर अपने दोस्त के घर ही सो गया.

सुबे जब उमेश अपने घर लौट कर बातरूम मेी गया. तो मुन्नी ने झट से उसके फोन मेी अपना नंबर उसकी गफ़ के नाम से चेंज कर दिया. और गफ़ का अपने नाम से चेंज कर दिया.

ये सब करके उसे पता नही अंदर से क्या कुशी मिली. लेकिन यूयेसेस रात के बाद से उससे ये लंड छूट के बारे मे बहुत कुछ पता लग गया था.

उसके बाद जब भी उमेश दारू पिता. तब तब अपनी गफ़ के नाम से अपनी बेहन मुन्नी को फोन करता और गंदी गंदी बाते करके वीडियो कॉल पेर मूठ मारता.

ये सीन 2 महीने चलता रहा और तब तक मुन्नी को अपने भाई के लंड से प्यार हो गया था. और उसकी छूट मेी खुली भी होंने लगी थी.

एक रात जब उमेश अपने दोस्त की शादी मेी गया था. वाहा जाते हे उसे ज़ोर से मूट लग गया. वो जल्दी से बातरूम की तरफ भगा और गाते खोलते देखा तो एक लड़का लड़की की छूट खोल के चुदाई कर रहा था.

उससे देख कर दोनो हक्के बक्के हो गये. उमेश भी उन्हे देखह कर दर सा गया. लेकिन जब लड़की की तरफ देखा हो वो उसकी गफ़ निकली. ये सब देख कर उससे बहुत गुस्सा आया और उसको थप्पड़ मारने लगा.

दूसरे लड़के ने उससे रोका-

लड़का :- अरे क्यू मार रहा है इस रॅंड को??

उमेश :- रॅंड..?

लड़का :- हन भाई 300 एक रात के, लेकिन तू इससे क्यू मार रहा है??

उमेश :- सेयेल सेट्टिंग है मेरी, रोज रात को इसकी छूट देख कर मूठ मारता हूँ.

लड़का :- क्यू? देती नही थी क्या?

उमेश :- नखरे करती थी साली बहुत, 2 महीने से मूठ पे लटका रखा इस रॅंड ने.

गफ़ :- ये चूतिया झूट बोल रहा, 2 महीने से इससे बात नही हुई.

उमेश :- साली झूट बोलेगी, रोज तेरे नाम की मूठ मारता हूँ और यहा 300 रुपी के लिए झूट बोल रही है साली कुटिया रॅंड!

गफ़ :- आबे रॅंड हूँ हू लेकिन झोती नही, 2 महीने से तेरा नंबर ब्लॉक कर रखा है.

लड़का :- भाई क्या सीन चल रहा है 2 महीने का, जो भी हो तुम्हारा ये रंडी रोना सुबे करना, मुझे अपने 300 ऋूपपे वसूलने दे.

उसके बाद उमेश को रूम से बाहर निकाल दिया. उमेश घर से बाहर आके मूतने लगा और सोचने लगा-

अगर उसने मेरा नंबर ब्लॉक कर रखा था तो मैं मूठ किसकी छूट देख के मार रहा था.. ये कहकर उसने फोन हाथ मेी लिया और नंबर चेक करने लगा. द्‍यान से देखा तो वो नंबर मुन्नी का था.

उसके बाद उसे सब कुछ समाज आने लगा था और ये सोच कर उससे भी कुशी हुई. की चलो यूयेसेस रॅंड से पीछा छूटा. और उसको नही छूट मिली वो भी घर में ही.

फिर वाहा से सीधा वो घर पौंचा और अपनी बेहन मुन्नी के जिस्म को निहारने लगा. मुन्नी भी उमेश की आँखों मे अपने जिस्म की झल्क देख रही थी.

फिर उमेश बातरूम मे गया और नहाने लगा. वाहा पेर पड़ी मुन्नी की ब्रा पनटी हाथो मे लेकर सोचने लगा-

जब मुन्नी को प्राब्लम नही है तो मुझे क्या प्राब्लम होगी.

इतना सोचने के बाद मुन्नी की नाम की मूठ मारने लगा और सारा माल पनटी पेर चोर दिया. चेक करने के लिए की मुन्नी का रिक्षन केसा होता है.

उसके निकलते ही मुन्नी बातरूम मे घुस गयी और नहाने लगी. थोड़ी देर बाद जब मुन्नी बाहर आई तो वो बिल्कुल नॉर्मल लग रही थी.

उमेश को लगा शायद उसने देखा नही और फिर बातरूम घुसा. तो देखा मुन्नी ने माल से संहि पनटी पहन रखी है. ये देख कर उसे इतने कुशी मिली और उसने मुन्नी को छोड़ने के सपने देखने लगा. फिर जाकर सो गया.

अगली सुबा जल्दी उठ कर मुन्नी से पहले नहाने घुस गया और मूठ मार कर उसकी पनटी पेर माल गिरा कर बाहर आ गया. फिर मुन्नी बातरूम नहाने गयी और माल से संहि पनटी पहन कर बाहर आ गयी.

ये सब देख कर उमेश की नज़र अब बस मुन्नी की गंद और बूब्स पेर आके अटक गयी. उसके बाद से जानबूझ कर मोके मोके पेर उसकी गंद पेर हाथ लगाने लगता.

एक बार मोका पाकर उमेश ने किचन मे खाना बना रही मुन्नी को पीछे से पकड़ कर उसकी गंद पेर अपना लंड रगड़ने लगा.

मुन्नी :- ( चौक गयी ) ये आप क्या कर रहे हो?

उमेश :- (प्यार से) जो तू करवाना चाहती है.

मुन्नी :- मतलब भैया?

उमेशी :- तू ज़्यादा सारीफ़ मत बन मुन्नी मुझे सब पता है, की तुझे पता है की तेरे दिल मे मेरे लिए क्या चल रहा है.

मुन्नी :- भैया आप भी ना, जब पता है तो कुछ करते क्यू नही..

इतना सुन कर उमेश ज़ोर ज़ोर अपना लंड उसकी गंद पेर रगड़ने लगा, जिससे उसका लंड बड़ा हो गया. फिर उसको अपनी तरफ कर उसके होंटो को चूमने लगा और साथ हे साथ उसके बूब्स भी दबाने लगा.

उमेश :- अब तक सिर्फ़ फोन पे मज़े लिए है, अब होगा रियल मे मज़े.

मुन्नी :- आपको पता चल गया..?

उमेश :- हन बेहन की लौदी हन.

ये कह कर उमेश ने मुन्नी को गुणतो पे बिता कर लंड निकल कर उसके मूह मे घुसा दिया. मुन्नी भी आइस-क्रीम की तरह लंड को चूस कर उमेश को ब्लोवजोब के मज़े देने लगी.

फिर मुन्नी को खड़ा करके उसके सलवार उतार दी. और सींक के साइड मेी बिता कर पहले उसकी ग्रीन कलर की पनटी उतारी. उसके बाद उसके दोनो पैरो को पहला कर लंड उसकी छूट मे घुसा दिया और धक्के मारने लगा.

उमेश :- मुन्नी तुझे पता है, इस छूट को कितनी बार देख कर मूठ मारी है!

मुन्नी :- (आ आ आ-हा आ आआहा आ-हा…) हन भैया पता है.

उमेश :- और तुझे ये पता है ना की हम दोनो भाई बेहन है?

मुन्नी :- (आहा आ आहा एयाया…) हन.

उमेश :- (हफ्ते हुए) तुझे कोई दिक्कत तो नही ना?

मुन्नी :- (आवाज़ो के साथ) कोई दिक्कत होती को इतना मज़ा थोड़ी कर रही होती.

उमेश :- (धक्को के साथ) लेकिन एक दो सालो मे तेरी शादी हो जाएगी तब?

ये सुन कर मुन्नी ने उमेश को पीछे धकेलते हुए-

मुन्नी :- शांति से चुदाई कर ले या पहले अपनी बकवास छोड़ ले.

उमेश :- सॉरी सॉरी मुन्नी शांति से चुदाई प्लीज़.

उसके बाद उमेश ने फिर लंड उसकी छूट मे डाल कर 15-20 मिंट तक चुदाई की. और सारा माल उसकी झातो पेर गिरा कर एक दूसरे से लिपट गये और एक दूसरे को किस करने लगे.

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