मा बेटा और मामी की ग्रूप सेक्स स्टोरी

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम मानव है. मैं आपके सामने अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. पिछले पार्ट्स को आपने बहुत प्यार किया, उसके लिए मैं आपका दिल से शूकर-गुज़र हू. जिन रीडर्स ने पिछले पार्ट्स नही पढ़े है, वो पहले जाके वो पार्ट्स ज़रूर पढ़े.

पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा था, की कैसे मैने और मा ने चुदाई की. इस दौरान मैने मा की गरम छूट तो छोड़ी ही, साथ ही उनकी गांद भी फाड़ दी. फिर मैं मा के उपर ही लेट कर सो गया. अब आयेज बढ़ते है.

अभी मुझे थोड़ी देर ही हुई थी सोए को, की तभी मेरे फोन पर नोटिफिकेशन टोने ने मेरी नींद खोल दी. मुझे व्हातसपप पर मामी के मेसेजस आए हुए थे. मैं मा के उपर से हटता, और मैने मेसेज पढ़े. मेरे हिलने की वजह से मा की नींद भी खुल गयी. मैने जब मेसेजस पढ़े, तो उसमे लिखा था-

मामी: मानव हो गया काम?

मैं: जी मामी, अभी ख़तम किया है कुछ ही देर पहले.

मामी: मेरा भी बहुत दिल कर रहा है. क्या मैं भी आ जौ?

मैं: मामी मैं मम्मी से पूच लेता हू एक बार.

तब तक मम्मी ने खुद ही पूच लिया-

मम्मी: क्या हुआ बेटा?

मैं: मम्मी मामी का मेसेज आया है.

मम्मी: क्या बोल रही है वो?

मैं: मम्मी वो हमे जाय्न करना चाहती है.

मम्मी: हा तो बुला ले ना. उसी की वजह से ही तो आज हम एक बिस्तर में है.

मैं: ठीक है मम्मी.

फिर मैने मामी को मेसेज कर दिया, की वो आ जाए. मेरा अभी थोड़ी देर पहले ही निकला था, तो मैने सोचा अब दो औरतों को साथ में सॅटिस्फाइ करना पड़ेगा, इसलिए वियाग्रा खा लेता हू. फिर केमिस्ट शॉप से जो वियाग्रा मैं लेके आया था, वो मैने खा ली, और हनी की शीशी मैने साइड टेबल पर रख ली.

फ्रूट्स में से मैने बनाना लिए, और उन्हे भी साइड टेबल पर रख लिया. ये सब देख कर मम्मी बोली-

मम्मी: ये तू क्या कर रहा है मानव.

मैने कहा: मम्मी बस आप देखती जाओ. आज मैं आप दोनो को पूरी तरह से सॅटिस्फाइ करूँगा.

मम्मी ये सुन कर मुस्कुरा दी. फिर कुछ ही मिंटो में मामी ने हमारे रूम का दरवाज़ा नॉक किया. मैं और मम्मी बिल्कुल नंगे ही बेड पर बैठे हुए थे. मैं वैसे ही गया, और जाके दरवाज़ा खोला. जैसे ही मामी ने मुझे देखा, वो हासणे लग गयी. वो जल्दी से अंदर आ गयी, और दरवाज़ा बंद कर दिया.

मामी ने एक शॉर्ट ट्रॅन्स्परेंट निघट्य पहनी हुई थी, जिसमे से उसकी ब्रा और कक़ची सॉफ नज़र आ रही थी. जब तक वो आई, तब तक मेरे लंड पर वियाग्रा का असर शुरू हो चुका था. फिर मामी आके बेड के पास खड़ी हो गयी.

इससे पहले मामी कुछ बोलती, मैं उनके पास गया, और उनको अपनी बाहों में पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया. उसी वक़्त मैने मामी के होंठो से अपने होंठ मिला दिए, और हम दोनो किस करने लगे. मैं मामी के होंठो को खीच-खींच कर चूस रहा था.

फिर मैं अपनी हाथ मामी के छूतदों पर ले गया, और किस करते हुए उनको दबाने लगा. मा भी हमे देख कर मामी के पीछे आ गयी, और पीछे से हाथ डाल कर उनकी निघट्य खोल कर उसको निकाल दिया. अब मामी सिर्फ़ ब्रा और कक़ची में थी. फिर मम्मी मामी की पीठ पर किस करने लगी, और उनकी ब्रा के हुक खोल दिए.

मामी के बूब्स ब्रा दे आज़ाद होके मेरी चेस्ट से लगने लगे. नंगे जिस्म का एहसास ही कुछ और होता है दोस्तों. फिर मैने मामी के होंठ छोढ़े, और उनके बूब्स पर टूट पड़ा. मैं उनके निपल्स को ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा, और उनको अपने दांतो से काटने लगा. मामी आ आ कर रही थी, और मेरे सर के पीछे हाथ रख कर सर को सहला रही थी.

कुछ देर मामी के बूब्स चूसने के बाद मैने उनके बूब्स को छ्चोढा, और नीचे घुटनो के बाल बैठ गया. फिर मैने कक़ची के उपर से मामी की छूट स्मेल की. दोस्तों छूट की खुश्बू सूंघ कर एक अलग ही मज़ा आता है. साला जोश सा आ जाता है.

उसके बाद मैने मामी को घुमाया, और उनकी कक़ची नीचे की, तो उनकी सेक्सी गांद मेरे सामने आ गयी. मैने मामी के छूतदों को मसला, और उनको खोल कर मामी की गांद में अपना मूह डाल लिया. मामी बेंड हो गयी, और उन्होने अपने हाथ बेड पर रख लिए, ताकि मुझे गांद और छूट चाटने में कोई दिक्कत ना हो.

फिर सामने से मम्मी ने अपने होंठ मामी के होंठो से मिला लिए, और दोनो एक-दूसरे के होंठ चूसने लगे. अब पीछे से मैं मामी की छूट और गांद चाट रहा था, और सामने से मा मामी के होंठ चूस रही थी, और उनके बूब्स दबा रही थी.

फिर मामी ने मम्मी को बेड पर लेटने का इशारा किया. मम्मी मामी की बात मानती हुई झट से बेड पर सीधी लेट गयी, और अपनी टांगे खोल दी. फिर मामी ने मम्मी की छूट पर अपना मूह लगाया, और उसको चाटना शुरू कर दिया. तभी मेरे दिमाग़ में इस चुसाई-चटाई को और मज़ेदार बनाने का आइडिया याद आ गया.

मैने मामी की गांद से अपना मूह हटाया, और टेबल पर से हनी की शीशी ले आया. फिर मैने तोड़ा शहद मम्मी की छूट पर डाल दिया, और तोड़ा उनके बूब्स पर डाल दिया. फिर मैं दोबारा से मामी के पीछे गया, और उनकी गांद के चियर में शहद गिरा दिया.

शहद बहते हुए धीरे-धीरे उनकी गांद से पुर चियर से होता हुआ छूट तक पहुँच गया. फिर मैने दोबारा मामी की गांद में अपना मूह डाल लिया. वाह! क्या मज़ा आ रहा था शहद लगा कर छूट और गांद चूसने लगा. मामी अब पागल हो रही थी, और चूड़ने के लिए तड़प रही थी. वो गांद हिला-हिला कर पूरा मज़ा ले रही थी.

कुछ देर ऐसे ही करते रहने से मामी की छूट ने पानी छ्चोढ़ दिया. मैने मामी का सारा पानी पी लिया. फिर मामी साइड हो गयी. मामी के साइड होते ही मा मेरे पास आई, और मेरे सर के पीछे हाथ रख कर सर को अपने बूब्स पर रख दिया. उनके बूब्स पर शहद लगा हुआ था.

मैने झट से उनके बूब्स चूसने शुरू कर दिए. इधर मैं मम्मी के बूब्स चूस रहा था, और उधर मामी ने घुटनो के बाल आ कर मेरे लंड पर शहद डाल दिया. फिर उन्होने लंड को अपने मूह में डाल कर चूसना शुरू कर दिया.

मा भी अपने बूब्स चुसवाने के बाद नीचे बैठ गयी, और उन दोनो ने बारी-बारी से मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया. मैं भी लंड उनके मूह में डाल कर अपना हाथ उनके सर पर रख कर मूह को खूब ज़ोर-ज़ोर से छोड़ रहा था.

अब छाते-चुसाई का सिलसिला ख़तम हो चुका था, और चुदाई का सिलसिला शुरू होने वाला था. मा और मामी दोनो मेरे सामने खड़ी होके मुस्कुरा रही थी. फिर मा ने मुझसे पूछा-

मा: चल बता बेटा, पहले मा को छोड़ेगा या मामी को.

ये तो बड़ा डिफ़्फूल्त सवाल पूच लिया था मा ने. दोनो ही ज़बरदस्त माल थी, तो ये डिसाइड करना मुश्किल था, की दोनो में से किसको मैने पहले छोड़ू. तो मुझे कोई जवाब नही आया. मा ने मुझे फिरसे वही सवाल पोछा, की मैं पहले किसको छोड़ना चाहूँगा. लेकिन फिर भी मैं जवाब नही दे पाया.

ये देख कर मा मामी से बोली: लगता है ये ऐसे जवाब नही दे पाएगा.

फिर वो दोनो बेड पर चढ़ि, और मेरी तरफ अपनी-अपनी गांद करके घुटनो के बाल बैठ गयी, मतलब डॉगी पोज़िशन लेली. फिर वो दोनो अपनी गांद हिलने लगी. तभी दोबारा मा ने पूछा-

मा: बता किसको पहले छोड़ेगा.

मेरे दिमाग़ की बत्ती जाली, और मैने कहा: दोनो को एक साथ.

ये जवाब सुन कर दोनो कुछ हैरान हो गयी. फिर मैने एक केला (बनाना) अपने हाथ में लिया, और मा के पीछे आ गया. मैने अपना खड़ा लंड पीछे से मा की छूट में डाल दिया. फिर मैने केला आधा छीला, और उसको मामी की छूट में डाल दिया. मैं फिर अपनी मा की छूट को अपने लंड से, और मामी की छूट को केले से छोड़ने लगा.

अब दोनो को बराबर का मज़ा आ रहा था, और मुझे दोगुना मज़ा आ रहा था. मामी की छूट में मैं केला धीरे-धीरे अंदर-बाहर कर रहा था, ताकि वो टूट ना जाए, और मा की छूट मैं फुल स्पीड पर छोड़ रहा था. 5 मिनिट में ही मा की छूट ने पानी छ्चोढ़ दिया.

फिर मैने लंड मा की छूट से निकाला, और मामी की छूट से केला निकाल कर लंड अंदर डाल दिया. केला पूरा मामी की छूट के पानी से भीगा हुआ था. मैने वो केला मज़े से अपने मूह में डाल कर खा लिया. फिर मैने एक और केला पकड़ा, और उसको बिना शील मा की गांद में डाल दिया.

क्यूंकी गांद टाइट होती है, तो केला अंदर टूट सकता है. इसलिए मैने केले को छीला नही, और ऐसे ही मा की गांद में डाल दिया. अब मैं मामी की छूट छोड़ रहा था, और मा की गांद. रह-रह कर मैं दोनो की गांद पर थप्पड़ भी मार रहा था. कुछ देर ऐसे ही करते हुए मा तक कर गिर गयी.

अब बस मामी बची थी, जिसकी भी छूट पानी छ्चोढ़ चुकी थी. मैने मामी की गांद में लंड डाला, और उसकी ज़ोर-ज़ोर से गांद मारने लगा. मामी आ आ कर रही थी. मैने थप्पड़ मार कर मामी के चूतड़ लाल कर दिया.

10 मिनिट मामी की गांद छोड़ने के बाद मैं आ आ करता हुआ अंदर ही झाड़ गया.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी पसंद आ रही हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स में ज़रूर शेर करे.