लॉकडाउन मे चारू की चूत मारी

हेलो दोस्तो मेरा नाम अनुभव है, मैं देल्ही न्क्र के एक छ्होटे सी सिटी से हूँ. मेरी उमर 21 साल है, और मेरी हाइट 5’5 है. मेरे लंड का 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, जो किसी भी औरत की छूट की आग भुजने के लिए काफ़ी है.

मैने अब तक बहोट सी छूटो का सवद लिया है, ये कहानी मेरी सब से नयी छूट के सवद की है. मेरे पड़ोस मे चारू नाम की सेक्सी लड़की रहती थी.

जिस पर पूरा मोहल्ला फिदा था, उसकी आगे 22 साल थी. उसका फिगर साइज़ 32-26-34 है, और उसकी हिएगत 5’3 थी. वो देखने मे बिल्कुल किसी फिल्म हेरोयिन की तरह थी.

चारू मेरे पड़ोस मे रहती थी, उसकी और मेरी चटथ आपस मे मिली हुई थी. अकसर हम दोनो छत पर बातें करते थे, मैं हुमेशा उसे छोड़ने के सपने देखता र्हेता था.

ये बात 3 साल पहले की है, तब वो अपने बातरूम से टवल लपेट कर बाहर आई थी. मैं उस टाइम उसके घर किसी काम से गया हुआ था.

उसे ऐसी हालत मे देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था, मैं जिस काम के लिए गया था वो छ्चोड़ कर मैं वापिस अपने घर आ गया. फिर मैने उसके नाम की मूठ मारी, तब से मैं उसके पीछे पड़ा हुआ था.

इस साल होली पर वो मेरे घर अपनी मम्मी के साथ होली खेलने आई थी, तो उसने मुझे भी कलर लगया. तो मैने भी उसके पूरे फेस पर कलर लगया और उसका फेस उस टाइम पूर सॉफ था.

उसके मुलायम गालो को च्छू कर मुझे बहोट मज़ा आया, उसको कलर लगते हुए मेरा लंड खड़ा हो गया था. मेरा लंड उसको टच कर रा था.

लंड टच होते ही उसने मुझे एक कातिल स्माइल दो, और वो वापसी चली गयइ. मैने फिर उसके नाम की मूठ मारी और सोचने लगा की ये मुझे कब अपनी चूत देगी.

फिर 23 मार्च को उसके घर के सभी लोगो को ज़रूरी काम से बाहर चले गये थे. अब वो अपने घर पर अकेली थी, और फिर अगले दिन पूरे देश मे 21 दिन का लॉक्कडोवन् लग गया.

उसकी मम्मी मेरे घर पर बोल कर गयइ थी, मैं उनके यहाँ 2 दिन के लिए रात को सो जौन. क्योकि चारू घर पर अकेली रहेग, पहली रात तो कुछ न्ही हुआ.

दूसरी रात जब लॉक्कडोवन् लग चुका था, तो उसके घर वाला का घर आना अब मुश्किल हो चुका था. तो मुझे लगा की मेरे पास 20 दिन है, मुझे कुछ ट्राइ करना चाहईीए.

तो मैने उस से बात करनी शुरू कर दी, पहले तो मैने इधेर उधेर की बात करी. उसने उस टाइम नाइट ड्रेस पहनी हुई थी, और उसमे वो बहोट ही सेक्सी लग र्ही थी.

उसे देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था, मैं उसको छुपा रा था. पर आज कल की लड़कियो को सब जल्दी से साँझ आ जाता है, मुझे ऐसे ही परेशन देख कर वो बोली.

चारू – कोई परेशानी है क्या?

मैं – न्ही तो, वेसए क्यो पूछा?

चारू – तुम मुझे कुछ परेशन लग र्हे हो.

मैं – न्ही तो.

डर्सल वो मैं जो अपने लंड की वजह से परेशन था, वो इस बारे मे बोल र्ही थी. ऐसे ही फिर उसने थोड़ी देर के बाद पूछा.

चारू – तुम्हारी कोई गर्ल फ्रेंड है क्या?

मैं – न्ही, और तुम्हारा कोई बॉय फ्रेंड है?

चारू – न्ही है, तुम्हे केसे लड़की पसंद है?

दोस्तो जब भी कोई लड़की ये सवाल पूछे तो उसका मतलब ये है, की वो ये सुनना चाहती है की ह्यूम उसके जेसी ही लड़की पसंद है. ये सुन कर मैं साँझ गया की ये भी मुझसे छूंडने को त्यआर है.

मैं – सच बोलूं, तो मुझे तुम्हारी जेसी ब्यूटिफुल लड़की पसंद है.

चारू शरमाते हुए बोली – अछा ऐसा क्या है मुझमे?

मैं – जन्नत है तुम्हारे अंदर.

फिर वो थोड़ी शांत हो गयइ तो मैं बोला – यार तुम मुझे अपना बॉय फ्रेंड बना लो.

चारू – हम दोनो का भाई बहें जेसा रिश्ता है.

फिर उसने मुझे स्माइल पास कर दी, तो मैं बोला – ये कों देख रा है की हम दोनो भाई बहें है.

तो वो हंस दी और फिर मैं बोला – इस हसी का मतलब मैं हन समझुन.

चारू – क्या करोगे तुम मुझे अपनी गर्ल फ्रेंड कर.

मैं – वो ही जो सब करते है.

चारू – क्या करते है?

मैं – जन्नत की सैर.

इस पर वो शर्मा गयइ, अब हम दोनो की साँसे तेज़ी से चलने लग गयइ थी. और हम दोनो एक दूसरे की अंखहों मे देखने लग गये थे, तभी मैने उसके लिप्स पर अपने लिप्स र्ख दिए.

इसी के साथ हुमारी किस शुरू हो गयइ, मैने उसके दोनो होतो को चूसा और उसकी जीब को अपनी जीब से लगाई. मैने 5 मिनिट मे उसके पूरे चेहरे को छत लिया था, अब वो आँहे भरने लग गयइ थी.

फिर मैने उसकी निघट्य निकल दी, वो अब वो ब्लू पनटी और ब्रा मे थी. जो उसके गोरे जिस्म पर चमक र्ही थी, चारू ने मेरे लंड को उपेर से सहलाना शुरू कर दिया.

मैने भी उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया, मैं अब भी उसके होंठो का रास्पान कर रा था. मैं इस टाइम कैसा फील कर रा था, ये वर्ड्स मे मैं न्ही बीटीये स्कता.

उसके बाद उसने मेरे सारे कपड़ाए निकल दिए थे, मैने उसकी ब्रा भी खोल दी थी और मैं उसके बूब्स को चूसने लग गया था. उसके बूब्स बहोट ही मस्त थे, वो मेरे लंड को सहला र्ही थी.

मैने उसकी पनटी पर अपना हाथ र्खा, और उसकी पनटी पूरी गीली हो चुकी थी. मैने उसको निकल दिया और फिर एक उंगली मैने उसके अंदर डाल दी.

मेरी उंगली बहोट टाइट अंदर जा र्ही थी, चारू आहह आहह करने लग गयइ थी. कुछ देर बाद वो बोली – मेरी जान मैने ये तेरे लिए बचा कर र्खी हुई है, मैं कब से तुझसे चूड़ने का इंतेज़ार कर र्ही थी.

मैं कॉंडम घर से ले कर आया था, क्योकि मुझे आज ऐसा कुछ होने का आनदाज़ा था. मैने उसको कॉंडम निकल दिया, तो वो बोली – इतनी जल्दी किस बात की है, हुमारे पास पूरे 21 दिन है आराम से मज़े करेगें.

फिर मैने उसकी पूरी बॉडी को चटा, चारू इतनी चिकनी थी की उसे चाटने मे भी मज़ा आ रा था. उसके बाद मैने उसको अपना लंड चूसने को बोला.

उसने पहले माना किया, पर मेरे बोलने पर वो चूसने लग गयइ. मैने उसके मूह मे अपना सारा पानी निकल दिया, मैने उसको पीने को खा तो वो उसे सारा पी गयइ.

फिर मैने उसकी छूट छत कर उसकी छूट को गीली किया, उसकी छूट चाटने का मज़ा भी अलग था. फिर मैने उसको लंड पर कॉंडम लगाने को खा.

लंड पर कॉंडम लगाने के बाद मैने उसको अपने नीचे लिटाया, मुझे पता था की इसकी चीख ज़रूर निकलेगी. इसलिए मैने जेसे ही उसकी चिट पर अपना लंड र्खा तो मैने पहले स्कॉ चूमा शुरू कर दिया.

उसको चूमते हुए मैने अपना लंड तोड़ा सा अंदर किया, उसे बहोट दर्द हो रा था. मैं उसको चूम रा था, उसके होंठो को मैं आचे से चूस रा था.

जब उसका धान किस मे था, तो मैने एक जोरदार एक ढाका मारा जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड उसकी छूट मे उतार गया. वो दर्द से छीलना चाहती थी.

पर मैने अपना मूह उसके मूह से लगा कर र्खा हुआ था, जिस से उसकी आवाज़ बाहर न्ही आई. मैं थोड़ी देर ऐसे ही लेआटा रा और मैने उसके होंठो को चूस्ता रा.

उसके बाद मैने धीरे धीरे मैने लंड का रास्ता उसकी छूट मे बनाया. फिर उसको लगातार मैने 5 मिनिट तक छोड़ा, वो भी अपनी गंद उठा कर मेरे लंड को पूरा अंदर ले र्ही थी.

चारू – और ज़ोर से चोदा अनुभव और ज़ोर से चोदा मुझे.

करीब 5 मिनिट बाद वो मेरे उपेर आ कर खुद चूड़ने लग गयइ, और 2 मिनिट बाद मैने उसको घोड़ी बनाया और ज़ोर ज़ोर से ढके मरने लग गया.

10 मिनिट की चुदाई के बाद हम दोनो एक साथ झाड़ गये, उस टाइम चारू मेरे नीचे थी. तो मैं उसके उपेर ल्ट गया, उसके बूब्स मेरे सिने से लग र्हे थे.

मुझे बहोट ही मज़ा आ रा था, मेरा लंड चारू की छूट मे ही था. करीब 5 मिनिट तक हम ऐसे ही लेआतए र्हे और थोड़ी देर हुँने बातें करी.

चारू मुझे खुश नज़र आ र्ही थी, मेरा लंड चारू की छूट मे ही फिर से खड़ा होने लग गया. तो मैने लंड बाहर निकाला, तो चारू की छूट से खून निकालने लग गया.

मैं – चारू एक बार और जो जाए?

चारू – ठीक है.

मैने उसको फिर से चाटना शुरू कर दिया, और फिर से उसकी चुदाई शुरू हो गयइ. अब मैने उसको 15 मिनिट तक छोड़ा, उसके बाद हम दोनो बात करते हुए सो गये.

मैने अपना लंड उसकी छूट से बाहर न्ही निकाला था, फिर सुबह को जब मैं उठा तो वो बाहर निकाला हुआ था. हम दोनो उठ कर फ्रेश हुए और साथ मे नहाए.

मैं नहाते हुए चारू की गंद मारना चाहता था. पर वो बोली – न्ही अभी न्ही आज सुहग्रात पर क्या करोगे फिर?

तो हम दोनो हास पड़े, मैने उसको किस किया और मैं अपने घर चला गया. शाम को जब मैं उसके घर गया तो उसने मुझे बोला – डोर ओपन ही है, तुम उसे बंद करके सीधा मेरे रूम मे आ जाना.

मैं जेसे ही उसके रूम मे गया, तो मैने देखा की चारू सारी पहें कर बैठी हुई है. मैं जाते ही उस पर टूट पड़ा और सुबह से मैं इस पल के लिए बेचैन हो रा था.

मैने उसको किस करना शुरू किया, और उसकी सारी को मैने धीरे धीरे उतरा. जो मज़ा सारी उतरने मे है, वो किसी और मे न्ही है.

उसके बाद मैने अपना लंड चारू के मूह मे दे दिया, फिर थोड़ी देर बाद उसकी गंद पर वेसेलिने लगा कर मैने उसकी गंद पर अपना लंड टीका कर उसकी गंद को फाड़ दिया.

मैने उसकी गंद मे लंड दलते हुए उसके मूह पर अपना हाथ र्खा लिया था. इस तरह हम दोनो ने पूरे 45 दीनो तक चुदाई करी, उसके बाद उसके मम्मी पापा आ गये थे.

पर हम दोनो को जब भी मोका मिलता था, मैं उसको जाम कर छोड़ता हूँ. उसको मेरा लंड बहोट ही पसंद है.

तो किसी भी आंटी, भाभी, लड़की को सेक्स मे मेरी हेल्प चाहईीए, तो वो मुझे अभी के अभी मैल कर स्काती है.

वेसए आप सब को मेरी कहानी केसी लगी, प्लीज़ मुझे ज़रूर ब्ताना.
[email protected]