लकड़ी की पहली चुदाई का एक्सपीरियेन्स

अब कहानी आयेज. अंजलि की छूट बहुत गरम हो गयी थी. मेरा लंड भी कड़क होके स्टॅंडिंग पोज़िशन में था. अंजलि मुझे देखते हुए बोली-

अंजलि: ऑश बाबू, प्लीज़ अब कर दो मेरी चूत चुदाई का शुभारंभ.

मैने उसकी टांगे हवा में कर दी. जिससे छूट खुल के सामने आ गयी. अंजलि की काली सावली छूट गीली थी. मैं अपना मोटा लंड छूट पर रगड़ने लगा. छूट पर लंड रगड़ता तो उसकी सिसकी निकल जाती. छूट की गुलाबी पंखुड़ी फैलने लगी. वो बोली-

अंजलि: उहह ऑश, बेबी अब डाल दो ना. मत तड़पाव, और फाड़ दो छूट मेरी. अब रहा नही जेया रहा है.

मैने छूट के छ्होटे से च्छेद पर लंड रखा. फिर एक हल्का सा धक्का दिया. इससे लंड का टोपा छूट में घुस गया. उसकी चीख निकल गयी.

अंजलि: आह मा ऑश मॅर गयी. कितना मोटा है आपका बेबी.

मैं: मेरी जान, अभी तो टोपा ही गया है. अभी से चिल्ला रही है.

मैने अब एक धक्का और दिया. जिससे छूट में मेरा आधा लंड घुस गया. छूट बहुत छ्होटी और टाइट थी. छूट मैने पहले उंगली से छोड़ी थी. उस वजह से लंड चला गया. लेकिन छूट फिर भी टाइट थी. अब छूट से खून आने लगा. उसकी सील टूट गयी थी. छूट में मेरा लंड जाने से उसके आँसू और दर्द एक साथ निकले.

अंजलि: ऑश उहह आह उफ़फ्फ़ मा. मार डाला रे, कितना बड़ा है यार.

उसके आँसू निकालने लगे. मैने देर ना करते हुए एक और धक्का दिया. मेरा 7 इंच का लंड पूरा उसकी छूट में समा गया. छूट ने अंदर लंड को पकड़ लिया. मुझे भी तोड़ा सा दर्द हुआ. अंजलि की छूट में पूरा लंड जाने से वो बेड पर तड़पने लगी. उसकी आँखें बेहोशी में चली गयी. मैं लंड रोक रुका रहा. छूट से खूने बहने लगा. अंजलि के बूब्स को चूसने लगा, और उसके लिप्स को चाटने लगा.

10 मिनिट तक मैने उसे खूब चूमा, जिससे वो होश में आई. दर्द अब कम था. वो बस हल्की सिसकी ले रही थी. अभी भी तोड़ा दर्द था उसको. वो बस मुझे देखे जेया रही थी. फिर वो बोली-

अंजलि: रोहित, मेरी जान निकाल दी आपने. मेरी हालत खराब कर दी आपके इस लंड ने. आज तक कभी ऐसा लंड नही देखा. सॅकी चूड़ने में मज़े के साथ दर्द भी बहुत होता है.

मैं: बेबी अब नही होगा. आज तुमहरा फर्स्ट टाइम था ना. इसलिए हल्का सा दर्द हुआ है.

अंजलि: बेबी प्लीज़ आपसे एक रिक्वेस्ट है.

मैं: हा, बोलो बेबी.

अंजलि: बेबी, आप पहला सेक्स तोड़ा आराम से करोगे? मुझे दर्द होगा इसलिए.

मैं: ओक बेबी, मैं तुझे प्यार से सेक्स करूँगा.

मैं उसके लिप्स को चूसने लगा, और वो भी अपने दोनो हाथ मेरे सर में दबा के किस कर रही थी. नीचे से उसने पैर मेरी कमर में फ़ससा दिए. हम एक-दूसरे से पुर चिपके हुए थे.

मैं कभी उसके गले पर, कभी मूह पर, और कभी बूब्स पर चूमने लगता. और वो भी मेरा साथ दे रही थी. 15 मिनिट की किस के बाद मैं नीचे से लंड धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगा. वो मेरे गले में मूह दबा के किस करने लगी. मैं नीचे से धक्के देने लगा. हल्के-हल्के धक्कों से उसे दर्द नही हो रहा था. वो भी अब गरम हो गयी थी.

उसे भी चूड़ने में मज़ा आ रहा था. वो मेरे फेस को खूब चाटने लगी. चाट-चाट के उसने मेरा फेस गीला कर दिया. फिर बोली-

अंजलि: उहह श, बहुत क्यूट हो आप. आपके साथ प्यार करने में मज़ा आ रहा है. आपके फेस को चाटने में मज़ा आ रहा है.

मैं: तो बेबी करो जितना प्यार करना है.

15 मिनिट तक मैने ऐसे ही हल्के-हल्के धक्के दिए. छूट अब खुल गयी थी, और लंड छूट में अड्जस्ट हो गया था. मैने अब थोड़े ज़ोर-ज़ोर के धक्के देने शुरू किए, जिससे उसकी सिसकी निकालने लगी. उसे भी अब चूड़ने में मज़ा आ रहा था.

अंजलि: आह उहह ऑश बेबी. एस छोड़ो. और ज़ोर से छोड़ो. आपका लंड मुझे छूट में अंदर तक फील हो रहा है. छोड़ते रहो. मैं जन्नत में घूम रही हू. आह और ज़ोर से करो.

मैने अब झटके तेज़ कर दिए. छूट में लंड ज़ोर-ज़ोर से देने लगा. मेरे हर धक्के से उसका बदन आयेज चला जाता. मैने उसके बूब्स कस्स के पकड़े, और ज़ोरदार चुदाई करने लगा. वो बस आँखें बंद करके और मेरी बॅक को कस्स के पकड़ कर सिसकियाँ लेने लगी.

अंजलि: आह उहह ऑश उफ़फ्फ़.

15 मिनिट बाद उसका जिस्म अकड़ने लगा. उसने मुझे कस्स के पकड़ लिया, और छूट ने पानी छ्चोढ़ दिया. मैं उसकी गीली छूट में लंड दबाने लगा. जब लंड बाहर आता तो उसका रस्स भी साथ में आता. लंड अंदर जाता तो छूट का पानी भी अंदर बह जाता.

मुझे इस पोज़िशन में छोड़ते हुए 35 मिनिट हो गये थे. फिर उसकी मैने पोज़िशन चेंज की. अंजलि को मैने अब घोड़ी बनाया, और लंड छूट पर रग़ाद कर एक बार में छूट में घुसा दिया. वो ज़ोर से चीखने लगी.

अंजलि: आह मा ऑश रोहित.

मैं बिना रुके उसके बाल पकड़ कर उसको घोड़ी बना के छोड़ने लगा. मेरे हर धक्के में उसका बदन हिलने लगता. मैने उसकी पतली कमर पकड़ी, और छूट में ज़ोरदार धक्के देने लगा. उसकी बस सिसकियाँ सुनाई दे रही थी.

अंजलि: आह आह आह मा.

मैने इसी पोज़िशन में अंजलि को 20 मिनिट छोड़ा. अब मेरा झड़ने का टाइम आ गया. तो मैने कहा-

मैं: आह बेबी, मैं झड़ने वाला हू. कहा लेना है जल्दी बोल?

अंजलि चूड़ते हुए बोली: आह उहह मा. अंदर मत डालना प्लीज़ बेबी.

बाबू मेरे मूह में डालो. मुझे आपका रस्स पीना है. आपने बहुत लॅडीस को पिलाया है. आज मुझे लेना है.

मैं 5 मिनिट तक अंजलि की ज़ोरदार चुदाई करने लगा. पूरा लंड अंदर-बाहर हो रहा था. मैने अब लंड छूट से निकाला, और आयेज खड़ा होके उसके मूह में भर दिया.

अब मैं अंजलि के मूह में लंड देने लगा. वो मेरे लंड को चूसने लगी. मेरी आँखों में देख कर स्माइल देते हुए वो मेरा लंड चूसने लगी. अब मेरा निकालने वाला था.

मैने उसका मूह लंड में दबा दिया, और लंड का वीर्या उसके मूह में भर दिया. अंजलि मेरे लंड का पानी पी गयी. अंजलि ने मेरी लंड को बहुत आचे से छाता, और चाट के लंड सॉफ कर दिया. मैं उसे चूमने लगा. वो भी मुझसे लिपट कर चूमने लगी. हम दोनो बेड पर एक-दूसरे से लिपट गये. लिपट कर वो मुझसे बोली-

अंजलि: रोहित, आपने मुझे बहुत प्यार दिया है. मुझे आपके साथ बहुत अछा लगा है. आपके साथ सेक्स का मेरा पहला एक्सपीरियेन्स बहुत अछा रहा है. आप बहुत आचे से सेक्स करते हो. मज़ा आ गया.

और वो मुझे चूमने लगी. हम दोनो बेड पर नंगे ही थे. 10 मिनिट बाद वो बातरूम गयी, और फ्रेश होके आई. मैने उसे उस दिन 3 बार छोड़ा, जिससे छूट फटत गयी थी.

छूट छोड़-छोड़ कर मैने सूजा दी थी. छूट का बंद बजा दिया छोड़ कर मैने. अब मैं शाम को वाहा से निकल गया. उसने जाते टाइम मेरा लंड खूब चूसा. चूस-चूस कर सारा पानी पी गयी थी. अब वो खुश होके मुझसे लिपट कर किस देने लगी.

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