हॉट गर्ल के अपने जीजू से चुदने की मस्त कहानी

ही दोस्तों, मेरा नाम राघव है. मैं अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. आशा करता हू, की आपको पिछला पार्ट पसंद आया होगा. अगर आपको पिछला पार्ट पसंद आया हो, तो इसका लिंक अपने दोस्तों को ज़रूर शेर करे. ताकि वो भी इसका मज़ा ले सके.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था, की मैने कॅमरा में देखा की किस तरह मेरी साली रोज़ी, मेरे स्कूल के केमिस्ट्री टीचर राहुल का लंड चूस रही थी. लेकिन राहुल रोज़ी में इंट्रेस्टेड नही लग रहा था. अब आयेज पढ़ते है.

रोज़ी ने अपनी ट्रॅक पंत नीचे कर दी थी, और अब उसकी सेक्सी जांघें और रेड पनटी दिखने लगे थे. फिर राहुल बोला-

राहुल: रोज़ी प्लीज़, ऐसा मत करो.

रोज़ी: ई लोवे योउ राहुल. मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकती हू.

ये बोलते हुए रोज़ी राहुल के पास आई, और उसने राहुल का हाथ पकड़ा, और पनटी के उपर से अपनी छूट पर रख दिया. राहुल ने जल्दी से हाथ हटाया, और चिल्ला कर बोला-

राहुल: मैने बोला ना तुम्हे, की मैं तुमसे प्यार नही करता. मुझे शिल्पा (फिज़िक्स टीचर) पसंद है. और मैं उसी के साथ ये सब करूँगा.

ये बोल कर राहुल अपना लंड अंदर कर लेता है. फिर रोज़ी बोलती है-

रोज़ी: चलो नही करते प्यार तो कोई बात नही. सेक्स तो कर सकते हो?

राहुल: वॉट! तुम सुन रही हो अपने आप को, की क्या बोल रही हो?

रोज़ी: प्लीज़ राहुल, मेरे साथ सेक्स कार्लो. अब मुझसे और नही रहा जाता. फिंगरिंग से अब मेरा गुज़ारा नही है.

ये बोल कर रोज़ी राहुल के गले पड़ने लगती है. लेकिन राहुल उसको धक्का देता है, और वो पीछे पड़े गद्दे पर गिर जाती है. फिर राहुल बोलता है-

राहुल: मैने सोचा था तुम शरीफ हो. तुम तो रंडी निकली. नही करना मुझे तुम्हारे साथ कुछ.

और ये बोल कर राहुल बाहर निकल जाता है. मेरे दिमाग़ में आता है, की “यही सही मौका है”. मैं जल्दी से भाग कर रोज़ी के रूम की तरफ जाता हू. उसका रूम स्कूल बिल्डिंग के एंड में था, तो मुझे 2 मिनिट लग जाते है वाहा तक पहुँचने में.

वाहा पहुँचते ही मैं ज़ोर से दरवाज़ा खोल कर सीधे अंदर चला गया. अंदर जाके मैने रोज़ी को लाउड आवाज़ में बोला-

मैं: ये क्या चल रहा था.

रोज़ी अभी अपना पाजामा ठीक कर रही थी, और वो मेरी आवाज़ सुन कर हैरान हो गयी. फिर वो बोली-

रोज़ी: क्या हुआ जीजू?

मैं: जीजू नही सिर.

रोज़ी: सॉरी सिर, क्या हुआ सिर?

मैं: ये तुम राहुल के साथ क्या कर रही थी?

रोज़ी (अंजान बनते हुए, लड़खड़ाती आवाज़ में): क्या कर रही थी?

मैं: रोज़ी ज़्यादा भोली मत बनो. मैने पूरी फुटेज लिव देखी है. जो तुम यहा कर रही थी राहुल के साथ.

रोज़ी घबरा जाती है, और बोलती है: ई आम सॉरी जीजू. मुझसे ग़लती हो गयी. मुझसे बहुत बड़ी ग़लती हो गयी.

ये बोल कर उसकी आँखों में आँसू आ जाते है.

फिर मैने सॉफ्ट्ली बोला: अर्रे पगली, रो क्यूँ रही है. इसमे कोई ग़लती नही है. लेकिन स्कूल में ये करना ठीक नही है.

फिर मैने उसके कंधे पर अपना हाथ रखा, और उसको मसालते हुए बोला-

मैं: और अगर स्कूल में करना ही है, तो टीचर के साथ क्यूँ, प्रिन्सिपल के साथ करो.

रोज़ी हैरान होके बोलती है: जीजू!

मैं: हा मेरी रंडी.

और ये बोलते ही मैने उसको अपनी तरफ खींच कर गले लगा लिया, और इससे पहले वो कुछ सोच पाती, मैने अपने होंठ उसके होंठो से लगा दिए. मेरा लंड पूरा तन्ना हुआ था, जो उसको उसकी जांघों पर महसूस हो रहा होगा.

पहले 1 मिनिट तो मैं ही उसके होंठ चूस रहा था. लेकिन अगले ही मिनिट उसने मेरा साथ देना शुरू कर दिया. अब मैं अपने हाथ उसकी क़ास्सी हुई गांद पर ले गया, और उसको दबाने लगा. इससे उसकी साने तेज़ हो गयी.

अब वो मेरे लिप्स को अपने मूह में खींच-खींच कर चूस रही थी. क्या स्वाद था उसके जवान होंठो का. बहुत मज़ा आ रहा था. फिर हम अलग हुए, और हम दोनो ज़ोर-ज़ोर से साँस ले रहे थे.

मैने जल्दी से अपनी पंत और अंडरवेर नीचे करके अपना लंड बाहर निकाला, और उसको लंड की तरफ इशारा किया. वो मेरा इशारा समझ गयी, और घुटनो पर बैठ कर लंड चूसने लग गयी.

वाउ! क्या फीलिंग होती है, जब आपकी सेक्सी साली आपका लंड चूस्टी है. मैने उसके बाल पकड़े, और उसके मूह में ज़ोर-ज़ोर से धक्के देना लगा. उसके मूह से बहुत थूक निकल रही थी, जिससे मेरा लंड एक-दूं गीला हो गया था.

कुछ मिनिट बाद मैने उसको खड़ा किया, और उसको घुमा कर उसका पाजामा नीचे कर दिया. फिर मैं नीचे बैठ कर पनटी के उपर से उसकी गांद में मूह मारने लगा. उसने अपने हाथ सामने की टेबल पर रख लिए, और गांद हिलने लग गयी. अब उसने आहें भरनी शुरू कर दी थी.

फिर उसने अपनी पनटी को खुद से नीचे कर दिया. और अब उसकी गांद का और छूट का च्छेद मेरे सामने था. उसकी छूट में से पानी निकल रहा था. मैने जल्दी से उसकी छूट को चाटना शुरू कर दिया, और उसका रस्स पीने लगा.

रोज़ी: आ जीजू, आहह ई लोवे योउ जीजू. बहुत मज़ा आ रहा है जीजू.

कुछ देर ऐसे ही मैं उसकी छूट और गांद चाट-ता रहा. फिर वो बोली-

रोज़ी: छोड़ो जीजू अब मुझे. अब मुझसे और बर्दाश्त नही होता. मैं लंड लेने के लिए तड़प रही हू. छोड़ो मुझे! और बना लो अपनी रंडी. प्यार करो मुझे जीजू आह.

फिर मैं खड़ा हुआ, और मैने उसी पोज़िशन में अपना लंड उसकी छूट पर सेट किया. फिर मैने लंड पुश किया, और लंड उसकी छूट फाड़ता हुआ अंदर जाने लगा. क्या गर्मी थी उसकी छूट में, मैं बता नही सकता.

उसकी छूट बहुत टाइट थी, और लंड उसमे कस्स रहा था. बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैने लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया, और वो आहें भरने लगी. वो वर्जिन नही थी, लेकिन छूट उसकी बहुत टाइट थी.

धीरे-धीरे मैने अपने धक्को की स्पीड बधाई. वो मुझे और ज़ोर से छोड़ने को बोल रही थी. मैने अपना एक हाथ उसकी कमर पर रखा, और दूसरे हाथ से उसका बूब मसालते हुए ज़ोर-ज़ोर से उसकी चुदाई करने लगा.

उसकी छूट पानी-पानी हो रही थी, और छाप-छाप की आवाज़े आ रही थी. फिर मैं उसकी गांद पर थप्पड़ मारने लग गया, और इस बीच उसने अपनी त-शर्ट भी उतार दी. मैने उसकी ब्रा का हुक खोल कर उसकी ब्रा भी निकाल दी.

फिर मैने उसको पास पड़े गद्दे पर फेंका, और अपने कपड़े उतार कर उसके उपर आ गया. अब हम मिशनरी पोज़िशन में चुदाई कर रहे थे. बहुत मज़ा आ रहा था. बीवी के बाद मैं पहली बार किसी दूसरी औरत को छोड़ रहा था.

मैं इतनी ज़ोर-ज़ोर से उसको छोड़ रहा था, की अगर हम बेड पर होते, तो बेड टूट जाता. 30 मिनिट की डुमदार चुदाई के बाद मैने अपना सारा माल उसकी नाभि पर निकाल दिया.

उस दिन से मैं जब चाहु अपनी साली को छोड़ता हू. अब पूरी ज़िंदगी के लिए वो मेरी पक्की रंडी बन चुकी है.

दोस्तों ये थी मेरी कहानी. कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको शेर ज़रूर करे.