हवस से भारी लड़की के गंगबांग का किस्सा

हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम निकिता है. मैं 20 साल की हू. मेरा फिगर है 34-32-36. मेरा रंग सफेद है, और मुझे चूड़ना बहुत ज़्यादा पसंद है. मैं लड़के और लड़कियों दोनो में बहुत ज़्यादा इंट्रेस्टेड हू. मेरी फॅंटेसी कैसे मेरी चुदाई की वासना ने पूरी करी, ये पढ़िए.

जब लॉक्कडोवन् लगा, तो मुझे समझ नही आया की अब मैं क्या करू. मेरा बाय्फ्रेंड देल्ही में अटक गया था और मैं राजस्थान में. अब मेरी चुदाई की प्यास उंगलियों और वाइब्रटर से नही पूरी हो रही थी, और मुझे चूड़ना था. तो मैने अपने कज़िन भाई के एक दोस्त को रिक्वेस्ट सेंड करी.

वो दिखने में एक सांड़ की तरह था. 6 फुट लंबा, और काफ़ी चौड़ा. उसे देख कर अक्सर मेरी छूट गीली हो जाती थी. फिर उसे अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए मैं अपनी फोटोस काफ़ी छ्होटे-छ्होटे कपड़ो में डालने लगी. हमारी बातें हुई और मैने उसको अपनी फोटोस भेजनी शुरू कर दी.

फिर उसने बात आयेज बधाई. उसने मुझे कहा की वो मुझे पसंद करने लगा था, और अब जब वो घर आएगा तो मैं उसे कही अकेली मिलू.

मैं भी उससे अकेली मिलना चाहती थी. तो मैं वेट करने लगी, की अब कब वो आएगा. फिर कुछ दिन बाद शिवम भैया और मनीष आए. मैने उन्हे देख के एक बहुत ढीला सा टॉप बिना ब्रा के पहन लिया, और एक टाइट लेगिंग बिना चड्डी के पहन ली.

मैं अपनी गांद मतकते हुए मनीष के पास जाके बैठी. उस टॉप में मेरी चुचि सॉफ दिख रही थी. फिर मनीष ने मुझे कहा की मैं उसे वॉशरूम ले जौ, तो मैं ले गयी. रास्ते में उसने मेरी गांद पर अपना हाथ घूमना शुरू कर दिया, और वॉशरूम में ले जाके उसने मुझे भी अंदर खीच के दरवाज़ा बंद कर दिया.

फिर वो मुझे किस करते हुए मेरी चुचियों को दबाने लगा. मैं भी पूरा साथ देते हुए मनीष की पंत में हाथ डाल के उसके लंड को हिलने लगी. उसका लंड बहुत मोटा और लंबा हो गया था. फिर मनीष ने मेरी लेगैंग्स निकाल के मेरी छूट को अपनी उंगलियों से छोड़ा, और फिर ताकि किसी को शक ना हो जाए उसने अपना लंड मेरी छूट में एक झटके में डाल दिया.

उसने मेरा मूह भी बंद कर दिया. फिर उसने मेरी छूट की दबा के चुदाई कर दी. जब उसका होने वाला था, तो उसने मेरे मूह में अपना लंड दे डाला, और सारा माल मेरे मूह में छ्चोढ़ दिया. फिर उसने मुझे उस दिन के बाद काई बार छोड़ा.

अब मनीष चाहता था की मैं उसके जनमदिन पे उसके साथ रुकु. तो उसने मुझे कहा की कोई बहाना करके आ जौ. मैने भी हा कर दी, और मनीष के फ्लॅट जेया पहुँची. तो मैने एक ब्लॅक ट्रॅन्स्परेंट टॉप पहना ब्लॅक ब्रा के साथ और ब्लॅक स्कर्ट बिना पॅंटीस के और रेड हील्स.

इस आउटफिट में मैं पूरी तरह से रंडी लग रही थी. जब मैं मनीष के यहा पहुँची, तो वाहा कोई नही था, सिर्फ़ मनीष और मैं. हमने दारू पी, और कुछ नशे और भी करे. फिर मनीष ने एक गाना लगाया, और मैं उसके लिए नाची. उसने मुझे कहा की आज मेरे लिए एक सर्प्राइज़ था. फिर उसने कहा की मैं ब्रा उतार डू, तो मैने ब्रा उतार दी.

अब उस टॉप में मेरी चुचिया क्लियर दिख रही थी. फिर मनीष ने कहा की मैं स्कर्ट थोड़ी और उपर करू. मैने की, और मेरी गांद थोड़ी सी दिख रही थी. फिर उसने कहा की मैं बेड पे बैठ के वेट करू. वो मेरा सर्प्राइज़ लेके आ रहा था.

मैं बेड पर बैठ के उसका वेट करने लगी. फिर कुछ 5 मिनिट्स बाद मनीष, भैया, और उसके 3 दोस्त और आए. वो सब भी नशे में थे. फिर मनीष ने मुझे कहा-

मनीष: शरमाओ मत मेरी रांड़, आ दारू पी.

फिर हमने और दारू पी, और फिर सब डॅन्स करने लगे, और मनीष अकेला बैठ के देख रहा था. नाचते हुए कोई ना कोई मुझे टच करे जेया रहा था, कभी चुचि, तो कभी गांद. मुझे भी मज़ा आने लगा, और मैं भी पूरा साथ देते हुए नाच रही थी.

फिर एक लड़के ने मेरी छूट पे अपना हाथ लगा दिया. एक ने मेरी गर्दन पकड़ी, और एक ने चुचि, और एक ने गांद, और मनीष ने आके मुझे एक किस करा. उसके बाद उसने पूछा-

मनीष: चूड़ेगी?

मैने भी कहा: तेरी हू, छुड़वा दे.

फिर मनीष ने मुझे कहा: बिस्तर पे जाके अपना टॉप उतार. फिर अपनी टांगे चौड़ी करके छूट खोल, और रंडी की तरह बैठ जेया.

और मैने ऐसा ही किया. फिर सब लड़कों ने अपने कपड़े उतार दिए, और एक-एक करके अपने लंड मेरे मूह में देने शुरू कर दिए. मेरे भैया ने अपना लंड मेरे मूह में दिया, और अपने हाथो से मेरी चुचि दबाई. फिर एक लड़के ने मेरी छूट को छाता.

सबसे पहले भैया ने मेरी छूट में अपना लंड डाला, और एक ने मेरे मूह में. और दो लंड हाथ में. ये देख के मनीष ने भैया से पूछा-

मनीष: कैसा लग रहा है?

भैया बोले: इस रांड़ की छूट तो मैं कब से मारना चाहता था. आज जेया के चूड़ेगी साली कुटिया छिनाल. आज तो इसकी ऐसी चुदाई करेंगे की हमेशा अपने लंड की रंडी बन के रहेगी.

फिर भैया ने अपना माल मेरी छूट में डाला, और बाकी टीन लड़कों ने भी अपनी रंडी की तरह छोड़-छोड़ के उनके माल को मेरी छूट, चुचियों, और मूह में डाल दिया.

फिर मनीष ने कहा की में: आज तेरी गांद मारूँगा मेरी रंडी.

और उसने मुझे घोड़ी बना के मेरी गांद में अपना थूक लगा के मेरी गांद को फाड़ दिया. फिर जैसे ही मैं चिल्लाई, तो भैया ने अपना लंड मेरे मूह में दे दिया और कहा-

भैया: चूस मेरे लंड को छिनाल. चुड अपने आशिक़ और भाई से एक साथ.

फिर भैया ने मेरी छूट में लंड घुसा दिया, और मनीष ने गांद में, एक मूह में था, और दो हाथ में. और सब ने मिल के मुझे एक रंडी की तरह छोड़ दिया.

फिर मैं पूरी रात चूड़ी सब से और काई बार. उसके बाद जब भी जिसका मॅन करता है, मुझे छोड़ने आ जाता है, और मेरी भी चुदस पूरी हो जाती है. कैसी लगी ये स्टोरी निकीतासिंघ6999@गमाल.कॉम पर बताना. मेरी गीली छूट सब लुंडो को हेलो कहती है, और छूटो को भी.