गोकुलधाम सोसाइटी के चुदाई के खेल

आप सबकी स्टोरी के लिए एग्ज़ाइट्मेंट मुझे बोहोट आची लग रही है. इसीलिए मे भी जल्दी स्टोरी के पार्ट्स उपलोआड करने की पूरी कोशिश करता हू.

सजेशन्स, फीडबॅक, सेक्स छत, अपनी फंतासी बताने के लिए मुझे मेसेज कर सकते हैं – निक4उस्ड@गमाल.कॉम

अब स्टोरी पे आते हैं.

अब आयेज…

अंजलि पहला ग़मे जीत चुकी थी, अब बरी थी 2न्ड ग़मे की.

टापू सेना 2न्ड ग़मे के लिए कुछ समान लेके आते हैं ओर टेबल्स पे रख देते हैं

ये सारी गेम्स बापूजी ने औरतो के सेक्स की आग भड़काने के लिए ही सोची थी.

टापू सेना 7 टेबल्स पे बड़े से बॉक्स रख देते हैं.

बापूजी: चलो सारी बेटियो एक एक टेबल के पास जाके खड़ी हो जाओ.

सारी लॅडीस एसा ही करती हैं.

बापूजी: सब अपने सामने रखे बॉक्स को खोलो.

सारी लॅडीस जब बॉक्स खोलती हैं तो उसमे मेथलेड चॉक्लेट होती है.

सारी लॅडीस: चाचा जी इसमे तो चॉक्लेट है

बापूजी: हा, अब दूसरी ग़मे मे एसा है की सभी औरते एक मर्द को अपने पास खड़ा कर के उसके पूरे बदन पे आची तरह से चॉक्लेट लगाएगी ओर फिर पूरे बदन से वो चॉक्लेट छत छत कर सॉफ करनी होगी.

जो सबसे पहले बदन पे लगी चॉक्लेट छत कर सॉफ करेगी वो ये ग़मे जीत जाएगी.

बापूजी: मेरे 3 गिनने के बाद कोई भी महिला किसी भी मर्द को चुन सकती है.

बापूजी: 1 …2….3

सारी लॅडीस जल्दी से मर्दो की तरफ भागने लगती हैं.

बबिता सबसे पहले पोपातलाल को पकड़ लेती है.

अंजलि जेथलाल को.

कोमल भीड़े को.

सोनू मेहता साहब को.

दया आयएएर को.

माधवी सोढी को.

ओर रोशन के पास हाथी भाई का ऑप्षन ही बचता है.

फिर सारी लॅडीस अपने अपने चुने हुए मर्दो को टेबल के पास ले जाती हैं.

बापूजी: वाह वाह चलो मेरे टीन गिनने पे सब चॉक्लेट लगाना शुरू कर देना ओर टापू सेना ओर मे देखते रहेंगे की चॉक्लेट सही से सब जगह लगी हैं या नही.

हुमारे हा करते ही आप चाटना शुरू कर सकती हैं.

बापूजी: 1…..2……3

सारी लॅडीस जल्दी से चॉक्लेट का बॉक्स खोल कर अपने हाथो मे चॉक्लेट ले कर मर्दो के बदन पे लगानी शुरू कर देती हैं.

बबिता जी पोपातलाल लाल का मूह पूरा चॉक्लेट से भर देती हैं.

बाकी औरते भी जल्दी जल्दी चॉक्लेट लगती रहती हैं.

बबिता जी लगभग पोपातलाल के पूरे शरीर पर चॉक्लेट लगा देती हैं बाद टाँगे ही बची होती हैं.

बापूजी: बबिता बेटी पोपट के बगल मे भी चॉक्लेट लगानी है ओर ये पोपट की गंद पे भी सही से नही लगी.

पूरे गंद के छेड़ के अंदर तक चॉक्लेट डालनी है.

बबिता ओर बाकी औरते वेसा ही करती है.

बबिता जी का चॉक्लेट लगाना सबसे पहले हो जाता है.

बापूजी भी बबिता को अब चाटने की पर्मिशन दे देते हैं.

बबिता जल्दी जल्दी ज़ोर ज़ोर से चॉक्लेट चाटना शुरू कर देती है.

बाकी औरते भी जल्दी जल्दी कर रही होती हैं.

हाथी भाई पे तो चॉक्लेट लगाना बोहोट ही मुश्किल था. तो समझो रोशन तो हारने ही वाली थी.

अंजलि ओर सोनू ने भी चाटना शुरू कर दिया था.

जेथलाल का शरीर तोड़ा बड़ा था तो अंजलि को चाटने मे टाइम लग रहा था.

बबिता पोपातलाल को बोहोट ज़ोर ज़ोर से छत रही थी उसका गला उसके निपल्स सब जगह से बबिता ने चॉक्लेट छत ली थी. ओर बबिता जी तो छत छत कर पोपातलाल के लंड तक पॉच गयी थी.

बबिता जी ने आचे से पोपातलाल का लंड चूस कर सॉफ किया ओर फिर पोपातलाल को पलट कर गंद चाटने लगी.

बबिता ने उपर उपर से सारी गंद छत कर सॉफ कर दी ओर अब बबिता गंद का छेड़ चाटने लगी थी.

पोपातलाल तो पागल सा हो गया था ज़ोर ज़ोर से आआआआअहह करने लगा था.

उधर अंजलि जेथलाल का बड़ा पेट छत रही थी.

सोनू भी लंड पे आ गयी थी.

सोनू बबिता जी को बराबर की टक्कर दे रही थी.

क्योकि सोनू अभी जवान चंचल लड़की थी तो जेसी ही उसने मेहता के लंड से चॉक्लेट सॉफ की उसके बाद भी वो लंड ही चूसे जा रही थी.

सोनू अपने आप पे काबू नही कर पा रही थी.

ओर वाहा बबिता बार पोपातलाल के परो के पंजे छत रही थी.

सोनू तो सब भूल कर बस लंड चूसना ही एंजाय कर रही थी.

बबिता जीत गयी.

मेहता के लंड से भी सोनू के मूह पर पिचकारी पड़ी. सोनू मेहता का सारा माल पी गयी. फिर उसको होश आया लेकिन जब तक देर हो गयी थी.

बबिता के जीतने के बाद भी सारी लॅडीस अभी भी फुल मस्ती से चॉक्लेट छत रहीं थी.

जब सबका चॉक्लेट चाटना हो गया तब बापूजी ने बबिता से उसकी इचा पूछी.

बबिता: मेरी ये फॅंटेसी है की सारे मर्द मिल कर मुझे पकड़ कर टेरेस पे ले जाएँ ओर वाहा लीज़ा कर मेरी चुदाई रेप की तरह करें.

मुझे बंद कर ज़ोर ज़ोर से मेरी जिस्म पे मारे ओर बोहोट बुरे तरीके से मेरी छूट ओर गंद मारे.

बापूजी: वाह बबिता बेटी तुमहरा ये आइडिया तो बोहोट बाड़िया है.

जेथलाल: वाह वाह बबिता जी बोहोट बाड़िया आइडिया है. क्यो दोस्तो

सब लोग : हा हा बोहोट बाड़िया ओर अलग है वाआह.

भाभी ओर लड़कियाँ मुझे ए मैल करें मुझे आप की फॅंटेसी जानने मे बोहोट मज़ा आएगा.