दुल्हन बन कर चुदने को तैयार आंटी की कहानी

और फिर वो छूट चटवाने का मज़ा लेने लगी. 15 मिनिट तक छूट चटवाने के बाद वो मेरे मूह पर ही झाड़ गयी. उसके मूह से ज़ोर से ह मा, निकल गया. निशा एक-दूं से ठंडी पद गयी. छूट ने अपनी सारी गर्मी मेरे मूह में निकाल दी.

अब आयेज-

निशा: उम्म्म बेबी. आपने तो मुझे तका दिया. बिना सेक्स किए आप तका देते हो.

मैं: तू है ही इतने कड़क बदन की मालकिन.

निशा ने मुझे गले में हाथ डाल कर अपने उपर खींचा, और किस करते हूर कहा.

निशा: मेरे पातिदेव जी. अब सो जाते है. फिर मुझे आपके लिए रेडी भी होना है. आज तो हम कही घूमने भी नही जेया सकते है. आप मुझे छोड़े बिना मानने वाले नही हो.

निशा: मुझे आपसे बिना चुड़े रहना नही है. आपने सेक्स करने की बुरी आदत लगवा दी है. रंडी बना दिया है आपने. अब आओ मेरे पास मेरे क्यूट बेबी.

मैं: हा मेरी रानी. तुझे आज रात खूब छोड़ूँगा. छूट का सारा रस्स और गर्मी निकाल दूँगा.

निशा पूरी नंगी थी. मैने अपनी जीन्स उतार दी, और ककचे में उसके उपर आ कर सोने लगा. हम दोनो पति-पत्नी की तरह लिपट कर एक ही बिस्तर पर सो गये. शाम के 5 बजे निशा मुझे उठाने लगी.

निशा: सुनिए ना, सुनो प्लीज़. उठ जाओ अब बाबा. और सोना है तो अपने रूम में चले जाओ. मुझे अब रेडी भी होना है ना.

मैं उसके होंठो को चूमने वाला था, पर उसने मुझे रोक दिया और बोली-

निशा: श बेबी, ज़रा सबर करो. अब आपको ये हुस्न रात को ही मिलेगा. तब तक आप कुछ नही करोगे समझे.

मैं: क्या यार, चल ठीक है, तोड़ा वेट कर लूँगा.

मैने ये उसकी कमर नोच कर कहा. उसके मूह से आह उईईइ निकल गयी. फिर हमने कॉफी और नाश्ता ऑर्डर किया. साथ में नाश्ता करने के बाद उसने मुझे मेरे रूम में भेज दिया.

निशा सुहग्रात के लिए रेडी हो रही थी. मुझसे ज़्यादा वो एग्ज़ाइटेड थी. मैं रूम में सिगरेट पीने लगा. तभी मैने वेटर से 2 कॉंडम पॅकेट और 4-5 वियाग्रा टॅबलेट मँगवाई. मैं आज दोस्त की मा को खूब छोड़ने वाला था.

फिर मैने 2 बियर का ऑर्डर भी दे दिया. मैं आज निशा को भी बियर पिलाना चाहता था. आज खूब नशा और चुदाई होने वाली थी. निशा अपने रूम में थी. मैं इधर तोड़ा रेस्ट करने लगा. 6 बजे दीपक का कॉल आया.

डीपू: हेलो, कैसे है भाई?

मैं: मैं भी ठीक और आंटी भी ठीक है.

डीपू: मम्मी की तबीयत अब ठीक है ना?

मैं: हा भाई. वो बहुत अछा फील कर रही है. उनके फेस पर खुशी भी है. हम दोनो यहा खूब हेस्ट खेलते हुए रह रहे है.

डीपू: चलो अछा है. तेरा आइडिया काम कर गया. मम्मी घर में रह के बोर हो रही थी. अछा हुआ तू साथ है. तू तो सब को खुश करना जानता है.

मैं: आंटी तो आचे से घूम रही है. उन्हे नयी जगह आ कर अछा फील हो रहा है. आज उन्होने आचे से खाना भी खाया है.

डीपू: चल ठीक है भाई. तू अपना और मा का ख़याल रखना.

मैं: हा भाई, बहुत आचे से ख़याल रखूँगा.

मैने सिगरेट पूरी की, तभी निशा का कॉल आया, और वो बोली-

निशा: बेबी मिस तो नही कर रहे ना? सॉरी तोड़ा और वेट कर लो. आपकी बीवी तैयार हो रही है.

मैं: अर्रे यार बहनचोड़, और कितना टाइम लगेगा?

निशा: प्लीज़ आज आप सिर्फ़ मेरी सुनोगे ओक. आज सुहग्रात है हमारी और आज बीवी की चलेगी.

मैं: अछा ठीक है. तेरी चलेगी, बस खुश? ये तो बता और कितना टाइम?

निशा: मुझे अभी मेकप भी करना है. और भी कुछ करना है. आप उधर खाना खा लेना. मैं यहा कुछ माँगा लूँगी.

मैं: साली हम साथ में खाने वाले थे ना?

निशा: अर्रे बाबा, मैं ऐसे आपके सामने नही अवँगी. अब डाइरेक्ट बेड पर आपके नीचे ही अवँगी. इसलिए बेबी प्लीज़ ना. खा लो ना आज.

मैं: ओक खा लूँगा. तू भी खा लेना ओक. और जल्दी फ्री कर. मुझसे अब रहा नही जेया रहा है.

निशा: मुझसे भी नही रहा जेया रहा है. बेबी मुझे आपकी बाहों में आना है. आपकी आदत हो गयी है. बस तोड़ा और वेट 8 बजे तक.

मैं: ओक मेरी जान. लोवे योउ उम्म्म.

निशा: लोवे योउ मेरे पातिदेव. उम्म्म्म.

मैने खाना ऑर्डर कर दिया, और जल्दी से खा लिया. थोड़ी देर बाद मैं भी अब नहाने चला गया. मैं भी रेडी होने लगा. निशा को छोड़ने के लिए मुझे भी तोड़ा दूल्हे जैसा दिखना चाहिए था. 8 बाज गये और मेरी रानी का कॉल आ गया. वो मुझसे बोली-

निशा: ही जानू, कहा हो? आपकी दुल्हन आपका इंतेज़ार कर रही है. आ जाओ ना अब प्लीज़.

मैने इतना सुना और फोन कट करके सीधा निशा के रूम में गया. रूम में पूरा अंधेरा था. मैने कहा-

मैं: बेबी इतना अंधेरा क्यूँ किया है?

निशा धीमे से बोली: आपका रूम है, आपकी बीवी है. आप खुद करो जो करना है. मुझे शरम आ रही है.

मैने साइड से रूम की लाइट ओं की. मैने देखा बेड पूरा गुलाब के फूलो से सज़ा हुआ था. बेड के बीचो बीच मेरी दुल्हन बैठी हुई थी. मैं धीरे से उसके पास गया, और उसका घूँघट निकालने लगा.

मैने दोस्त की मा का खूबसूरत चेहरा देखा. निशा ने अपनी नज़रें नीचे अपने पैरों की उंगली की तरफ की हुई थी. उसका शर्मीला और प्यारा सा चेहरा देख कर दोस्तों मेरे टन-बदन में बिजली दौड़ गयी. मैने दोनो हाथो से उसका चेहरा उपर किया और कहा-

मैं: तुझे तो उपर वाले ने बहुत फ़ुर्सत से बनाया है. तू इतनी ज़्यादा खूबसूरत है, मुझे आज पता चला.

निशा ने शर्मा कर चेहरा नीचे कर लिया और बोली-

निशा: सब आपके प्यार में हुआ है. वरना मेरी सुंदरता शादी के बाद कही खो गयी थी. इसे आपने ही बाहर निकाला है. अब मुझे आपकी ही बीवी बन के रहना है.

तो दोस्तों कैसे लगी मेरी कहानी? अब नेक्स्ट पार्ट में पढ़िए, कैसे मैने निशा को बीवी बना कर कर छोड़ा.

मुझे फीडबॅक देने के लिए [email protected] पर मैल करे. किसी को कोई हेल्प या चुदाई चाहिए तो भी मुझे मेसेज करे. पूरी सेक्यूरिटी और सेफ्टी के साथ सेक्स मिलेगा. थॅंक्स.