ड्र. हाथी ने शुरू किया सोनू के पेट दर्द का इलाज

हे फ्रेंड्स, आज मैं आप सब के सामने “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” के कॅरेक्टर्स पे बेस्ड एक कहानी लेके आया हू. उमीद है आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आएगा. तो चलिए शुरू करते है.

आधी रात का वक़्त था, और गोकुलधाम में सब सो रहे थे. तभी भिड़े के घर में अचानक से चीखने की आवाज़ आती है. सब लोग उठ जाते है आवाज़ सुन कर. पता चलता है की सोनू के पेट में बहुत ज़ोर का दर्द हो रहा था.

सब कुछ ट्राइ करने के बाद भी जब दर्द काबू में नही आता, तो सोनू को ड्र. हाथी के पास ले जाते है. ड्र. हाथी उस वक़्त घोड़े बेच कर सो रहा होता है. कितनी बार बेल बजाने के बाद वो उठता है, और उबासी लेते हुए दरवाज़ा खोलता है.

वो देखता है की सोनू अपने मम्मी-डॅडी के साथ उसके घर के दरवाज़े पर खड़ी होती है, और दर्द से कराह रही होती है. फिर वो सोनू के बाप से पूछता है-

ड्र. हाथी: क्या हुआ भिड़े भाई? आप लोग इस वक़्त यहा? सब ठीक तो है?

भिड़े: कहा ठीक है हाथी भाई, ये देखो मेरी बेटी दर्द से तड़प रही है. इसको ठीक करो.

ड्र. हाथी: आप परेशन ना हो, मैं अभी देखता हू की इसको क्या हुआ है.

फिर ड्र. हाथी अपने क्लिनिक का शटर खोलता है, और उनको अंदर लेके जाता है. उसके बाद वो सोनू को पेशेंट वाले बेड पर लेटने को कहता है. सोनू झट से लेट जाती है. फिर वो भिड़े और उसकी बीवी को बाहर वेट करने के लिए कहता है. वो दोनो वॉर्ड से बाहर आ जाते है.

फिर ड्र. हाथी सोनू के पेट पर हाथ रख कर उसकी नाभि टटोलने लगता है. तभी उसकी नज़र सोनू की सेक्सी जांघों पर पड़ती है. सोनू ने शॉर्ट्स और त-शर्ट पहनी हुई थी. उसकी शॉर्ट्स में से उसकी पूरी जांघें और टाइट त-शर्ट में उपर के बदन की शेप नज़र आ रही होती है.

सोनू की सेक्सी बॉडी देख कर ड्र. हाथी का मॅन मचल जाता है, और उसके मूह में पानी आने लगता है. वो नाभि दबाने के बहाने अपना एक हाथ सोनू की सेक्सी जाँघ पर रख देता है. उसकी सेक्सी जाँघ को छूटे ही हाथी की बॉडी में करेंट सा लगता है, और उसका लंड खड़ा हो जाता है.

तभी उसके दिमाग़ में एक तरकीब आती है. वो जल्दी से एक नींद की गोली सोनू को देता है, जिससे उसको नींद आ जाती है. फिर वो बाहर जाके उसके मम्मी-डॅडी से कहता है-

ड्र. हाथी: मुझे दर्र है की सोनू को फुड पाय्ज़निंग ना हो. मुझे इसकी कुछ रिपोर्ट्स करनी पड़ेंगी. अभी मैने उसको डॉवा देके सुला दिया है. आप अभी जाओ, जैसे ही रिपोर्ट्स आती है, मैं आप दोनो को बुला लूँगा.

ये सुन कर वो दोनो चले जाते है. अब ड्र. हाथी सोनू को छोड़ने के लिए उतावला हो जाता है. वो जाके अपनी चेर पर बैठ जाता है, और उसके जागने का इंतेज़ार करता है. सोनू की नींद आधे घंटे के बाद खुलती है, और उसका दर्द फिरसे शुरू हो जाता है. वो हाथी को आवाज़ लगती है-

सोनू: अंकल, जल्दी आओ, बहुत दर्द हो रहा है.

उसकी आवाज़ सुन कर हाथी जल्दी से सोनू के पास जाता है, और उसको कहता है-

ड्र. हाथी: हा बेटा बोलो.

सोनू: अंकल दर्द हो रहा है, कुछ करो.

ड्र. हाथी: सोनू मैं तुम्हारा इलाज तो कर डू, लेकिन इसके लिए मुझे कुछ ऐसा करना पड़ेगा जो शायद तुम्हे ठीक ना लगे.

सोनू: आप जो मर्ज़ी करो, बस इस दर्द को डोर करो.

ड्र. हाथी: पक्का ना?

सोनू: हा, जल्दी करो.

ये सुनते ही हाथी अपने हाथ सोनू की कमर पर लेके जाता है, और उसकी शॉर्ट्स का बटन खोल कर ज़िप खोल देता है. ये देखते ही सोनू कहती है-

सोनू: अंकल आप ये क्या कर रहे हो?

ड्र. हाथी: बेटा इलाज तो यहा से ही होगा. अगर तुम्हे ठीक होना है तो देख लो. वरना दर्द नही जाएगा.

सोनू कन्फ्यूज़ हो जाती है. फिर वो कहती है-

सोनू: और कोई इलाज नही है क्या?

ड्र. हाथी: पाईं होने की वजह ही यही से शुरू हुई है.

सोनू: लेकिन पाईं तो पेट में हो रही है.

ड्र. हाथी: जब हमे टाइफाइड होता है, तो उसका रीज़न पेट की इन्फेक्षन होता है. लेकिन पाईं पूरी बॉडी में होती है. हलकी प्राब्लम सिर्फ़ पेट की होती है. इसी तरह तुम्हारी ये प्राब्लम की जद्द तुम्हारे प्राइवेट पार्ट से शुरू है. ये वही से ठीक होगी. कोई डॉक्टर नही कर पाएगा. बाकी तुम्हारी मर्ज़ी.

ये बोल कर हाथी जाने लगता है. उसको जाता देख सोनू कहती है-

सोनू: रुकिये अंकल, ठीक है आप कीजिए इलाज. लेकिन ज़रा ध्यान से.

ड्र. हाथी: हा बिल्कुल ध्यान से. मैं जानता हू तुम्हे शरम आ रही होगी. लेकिन डॉक्टर से कैसी शरम.

सोनू: ह्म.

अब ड्र. हाथी के मॅन में लड्डू फूट रहे थे. वो अपने हाथ दोबारा सोनू की कमर पर लेके जाता है. सोनू की शॉर्ट्स का बटन तो पहले से उसने खोल दिया था. अब वो उसकी शॉर्ट्स की ज़िप खोलता है, और फिर शॉर्ट्स को कमर से पकड़ कर नीचे खींचने लगता है.

शॉर्ट्स टाइट थी, तो उसको खींच कर निकालनी पड़ती है. शॉर्ट्स के नीचे सोनू ने ब्लॅक नेट वाली पनटी पहनी होती है. हाथी पहले पनटी के उपर से उसकी छूट वाली जगह पर हाथ फेरता है, जिससे सोनू की हल्की आ निकल आती है. फिर वो पनटी को कमर से पकड़ता है, और नीचे कर देता है.

जैसे ही सोनू की पनटी नीचे होती है, तो उसकी छूट के बालों का झाड़ ड्र. हाथी के सामने आ जाता है. इतने बाल देख कर वो कहता है-

ड्र. हाथी: अर्रे ये क्या, इतने बाल?

और ये बोल कर वो सोनू की शकल देखता है. सोनू हाथी के ऐसे देखने से शर्मसार हो जाती है. वो कहती है-

सोनू: अंकल मेरे एग्ज़ॅम्स चल रहे थे ना कॉलेज के, तो मुझे सॉफ करने के टाइम ही नही मिला.

ड्र. हाथी: हा वो तो ठीक है. लेकिन इतने बाल रखने से गंदगी बढ़ती है, तभी वो पाईं हो रही है. मुझे लगता है ये मुझे ही सॉफ करने पड़ेंगे.

सोनू: नही अंकल मैं कर लूँगी, आप बस ट्रीटमेंट कर दो.

ड्र. हाथी: ऐसे कैसे ट्रीटमेंट कर डू. इतने बालों के रहते ट्रीटमेंट पासिबल नही है.

ये बोल कर हाथी दूसरे रूम में जाता है.

इसके आयेज क्या होता है, वो आपको अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगा. अगर आपको कहानी पसंद आई हो, तो इसको फ्रेंड्स के साथ भी ज़रूर शेर करे.