ही फ्रेंड्स, मेरा नाम आशीष है. मैं भोपाल का रहने वाला हू. मेरी उमर 25 साल है, और मैं बंगलोरे में एक मंक में जॉब करता हू. हाइट मेरी 5’8″ है, और लंड मेरा 6 इंच का है. रंग मेरा गोरा है, पर ज़्यादा वाला गोरा नही है.
जॉब की वजह से मुझे अपने घर और शहर से डोर रहना पड़ता है, तो मैने यहा पर एक रूम लिया हुआ है. घर का काम करने के लिए और खाना पकने के लिए एक नौकरानी लगी हुई है. ये कहानी उसी नौकरानी की चुदाई की है. तो चलिए शुरू करते है.
मेरी नौकरानी का नाम प्रिया है. वो 37 साल की एक भरे हुए बदन की औरत है, और 2 बच्चो की मा है. फिगर उसका 36-30-38 है, और रंग सावला है. नैन-नक्श आचे है. आप कह लो “कोंकोना सेन शर्मा” जैसी लगती है. बस उससे थोड़ी मोटी है.
वो सारी पहनती है, और डीप गले वाला ब्लाउस होता है उसका. जब वो नीचे बैठ कर सफाई करती है, तो उसके बूब्स की बड़ी सी क्लीवेज बनती है. इतनी बड़ी, की किसी भी मर्द का मूह बीच में फ़ासस जाए. गांद उसकी फैल कर डबल हो जाती है जब वो बैठती है.
प्रिया के लिए मेरी कभी कोई ऐसी इंटेनसीओं नही थी, जब तक की मेरा दोस्त कारण मेरे रूम पर नही आया. कारण मेरे ऑफीस में मेरे साथ काम करता है. स्टार्टिंग में हम लोग अफीशियली एक-दूसरे से बात करते थे, लेकिन फिर हमारी दोस्ती हो गयी. धीरे-धीरे हम दोनो आपस में सारी बातें शेर करने लगे.
एक दिन की बात है, ऑफीस में किसी का बर्तडे था, तो उसने छ्होटी सी पार्टी रखी थी. मैं और कारण पार्टी में साथ गये थे. वाहा दारू भी चल रही थी, तो मैने कुछ ज़्यादा ही पी ली. वैसे मैं रेग्युलर ड्रिंकर नही हू, लेकिन कभी-कभी ज़्यादा पी लेता हू.
वाहा से निकलते-निकलते हमे काफ़ी रात हो गयी थी. फिर कारण जब मुझे रूम पर छ्चोढ़ कर जाने लगा, तो मैने उसको रात वही पर सोने के लिए कहा. क्यूंकी उसने भी ड्रिंक कर रखी थी, और मैं नही चाहता था की उसका आक्सिडेंट हो जाए, या पोलीस उसको पकड़ ले दारू पीक ड्राइव करने की वजह से.
फिर हम दोनो सो गये. सुबा जब मैं उठा, तो कारण वॉशरूम में था. उसके आने के बाद मैं वॉशरूम गया, और फ्रेश हुआ. प्रिया के आने का टाइम हो रहा था. मैं और कारण नहा धो कर तैयार हो गये, और तभी बेल बाजी. मैने दरवाज़ा खोला, तो प्रिया अंदर आ गयी.
कारण सोफा पर बैठा था, जब उसने प्रिया को देखा, तो वो उसको घूर्ने लग गया. प्रिया ने उसको देख कर मेरी तरफ देखा. मैने उसको कहा-
मैं: प्रिया ये मेरा दोस्त है. कल रात पार्टी से लाते हो गये थे, तो यही सो गया.
फिर मैने कारण को बोला: कारण ये प्रिया है. मेरा खाना और यहा की सफाई सब यही करती है.
दोनो ने एक-दूसरे को हेलो वाली स्माइल दी. फिर प्रिया किचन में चली गयी, और मैं कारण के पास जाके बैठ गया. तभी कारण मुझे बोला-
कारण: भाई ये बॉम्ब कहा से लेके आया है?
मैं: बॉम्ब मतलब?
कारण: अर्रे इसको ध्यान से देख. ये बॉम्ब ही तो है. फिगर देख इसका. और बूब्स देख. इसकी ली के नही?
मैं: अर्रे वो कांवली है. मैने कभी उसके बारे में ऐसा सोचा ही नही.
कारण: आबे कांवली है तो क्या हुआ? हमे तो उसकी लेने से मतलब है. और भाई ये हाइ सोसाइटी गर्ल्स इतना मज़ा नही देती. उपर से हज़ार नखरे और खर्चे होते है इनके. असली मज़ा तो ऐसी कांवली देती है. एक-दूं रंडी की तरह चुड्ती है, और वो भी कम दाम में.
मैं: देख मैं तो ऐसा कुछ नही करने वाला.
कारण: अगर मैं करू, तो तुझे कोई दिक्कत तो नही है ना?
मैं: मुझे क्या दिक्कत हो सकती है? तुम और वो राज़ी, तो क्या करेगा ये काज़ी.
कारण: चल ठीक है फिर.
फिर थोड़ी देर में प्रिया नाश्ता लेके आ गयी. कारण उसकी तरफ हवस भारी नज़रो से देखे जेया रहा था. नाश्ते के बाद वो सफाई करने लग गयी. जब वो सफाई कर रही थी, तो उसके बूब्स की लाइन देख कर कारण के मूह में पानी आ रहा था. वो लगातार उसको देखे जेया रहा था, और अब प्रिया को भी इस बात का अंदाज़ा हो गया था. तभी कारण जान-बूझ कर बोला-
कारण: प्रिया जी, यहा मेरे पैरों के पास गंदा है. यहा भी सॉफ कर दो प्लीज़.
प्रिया उसके पास आई और बोली: कहा है जी?
तभी कारण नीचे इशारा करने लगा. फिर वो नीचे बैठ गयी, और कारण उसके बूब्स देखने का मज़ा लेने लगा. प्रिया भी मंद-मंद मुस्कुरा रही थी. वो शायद समझ गयी थी, की कारण ने उसको क्यूँ बुलाया था अपने पास.
सफाई ख़तम करने के बाद वो लंच की तैयारी करने किचन में चली गयी. कारण भी उसके पीछे किचन में चला गया. मैं हैरान था की कारण ऐसे कैसे उसके पास जेया सकता था. मुझे भी इंटेरेस्ट आने लगा की वो किचन में जाके क्या करने वाला था.
फिर मैं भी जाके किचन के दरवाज़े के पास खड़ा हो गया, और चुपके से अंदर देखने लगा. मुझे तोड़ा दर्र भी लग रहा था की कही कोई पंगा ना पद जाए. प्रिया एक अची मैड थी, और मैं उसको खोना नही चाहता था. फिर मैने देखा की कारण उससे धीमी आवाज़ में कुछ बात कर रहा था.
आवाज़ इतनी धीमी थी की मैं सुन नही पा रहा था. लेकिन जब वो उससे बात कर रहा था, तब वो हस्स के रेस्पॉंड कर रही थी. मैं हैरान था की ये आज उसको पहली बार मिला था, और वो कैसे हस्स-हस्स के उसके साथ बातें कर रही थी. फिर कारण ने अपना फोन निकाला, और उस पर कोई नंबर डाइयल करने लगा. उसने बात नही की, तो शायद वो प्रिया का ही नंबर होगा.
उसके बाद उसने वो किया, जो मैं सोच भी नही सकता था. उसने अपना हाथ प्रिया के चूतड़ पर रखा, और उसको दबा दिया. उसके ऐसा करने से प्रिया ने उसको नॉटी स्माइल दी. फिर कारण ने उसकी गर्दन पर किस किया.
इसके आयेज क्या हुआ, ये आपको कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो उसको ज़्यादा से ज़्यादा शेर करे.