कज़िन बहन की फ्रेंड की चुत भोगी

हेलो गाइस, कैसे हो आप सब. उमीद है आप सब ठीक होंगे. मेरा नामे वियर है. मैं गुजरात से हू. मेरी आगे 25 है, और मुझे जिम करना बहुत पसंद है. आप लोगों ने मेरी पिछली स्टोरी में बहुत सारा प्यार और रेस्पोन्स दिया. उस प्यार के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद आप सभी का.

ये कहानी मेरी और मेरी कज़िन के बारे में है. चलिए फिर ज़्यादा टाइम वेस्ट ना करते हुए, मैं सीधे कहानी पे आता हू.

अभी मैं दीवाली की छुट्टियों में बरोडा गया था मेरे अंकल के घर पे. मेरी दीदी यानी यामिनी की छुट्टियाँ भी चालू हो गयी थी, तो मुझे अंकल ने भेज दिया यामिनी को कॉलेज हॉस्टिल से लाने के लिए.

मैं यामिनी दीदी के हॉस्टिल में दोपहर को पहुँच गया था उन्हे पिकप करने के लिए. दीदी यहा पे मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी. वो मुझसे 1 साल बड़ी थी. दिखने में वो एक-दूं एलिया भाट जैसी लगती थी. वो अपने फिगर का बहुत ख़याल रखती थी.

मैं दीदी से मिला. फिर टाइम ज़्यादा होने की वजह से हम लोगों ने डिन्नर करके ही जाने का सोचा. क्यूंकी रात का वक़्त हो गया था. मैं, यामिनी और उनके साथ उनकी फ्रेंड श्रेया थी. यार क्या बात करू उसके बारे में? देखने में एक-दूं बवाल चीज़ थी.

बड़े-बड़े बूब्स थे उसके, ई थिंक 34″ के तो होंगे ही. 36″ की उसकी मोटी गांद थी, जो ना-मर्द का भी लंड खड़ा कर दे. 30″ की उसकी कमर थी, जिसकी वजह से उसके बूब्स और गांद बाहर की तरफ निकले हुए सॉफ दिखते थे. सीधे-सीधे काहु तो वो ज़बरदस्त शरीर की मालकिन थी.

वैसे बता डू मुझे चब्बी लड़कियाँ और औरतें बहुत पसंद है. मेरा तो उसको देख के बार-बार लंड खड़ा हुए जेया रहा था. दीदी यानी की मेरी जान मेरी रंडी सब नोटीस कर रही थी. सॉरी मैं आप लोगों को बताना भूल गया की यामिनी और मैने बहुत बार चुदाई की हुई है. वो किससे फिर कभी बतौँगा आप सब को.

मैने लंच के बाद यामिनी को इशारा किया, और साइड में बुला के उसको श्रेया के बारे में बात की. मैने उससे कहा-

मैं: तेरी फ्रेंड तो बहुत हॉट है.

यामिनी: हा जब से तू उससे मिला है, उसको ही ताडे जेया रहा है. तुझे देख कर कोई भी समझ जाएगा की तू उसके साथ क्या करना चाहता है.

मैं: अब तुम समझ ही गयी हो, तो मेरे लिए उससे प्लीज़ बात करो ना.

फिर उसने श्रेया से बात की, और फिर क्या, मेरी लॉटरी लग गयी. श्रेया रेडी हो गयी. यामिनी एक नंबर की चालू आइटम थी. उसने मेरे लिए बहुत बार जुगाड़ किया था. और इस बार भी कर दिया. यामिनी ने हम दोनो को रूम की कीस दी, और वो अपने किसी फ्रेंड को बुला के उसके साथ निकल ली.

मैं और श्रेया फिर रूम पर पहुँचे. डोर क्लोज़ करते ही हम दोनो एक-दूसरे को चिपक गये. फिर हम दोनो के होंठ आपस में मिले. उसके मुलायम होंठो से वो मुझे किसी कुटिया की तरह छाते जेया रही थी. फिर मैने श्रेया का टॉप निकाल दिया.

उसके बड़े-बड़े खरबूज़े जैसे बूब्स ब्लॅक ब्रा में क़ैद जैसे मेरा इंतेज़ार कर रहे हो. मैने उसकी ब्रा को खींच के फाड़ डाला. फिर मैं उसके बड़े-बड़े मुममे अपने मूह में लेके कुत्ते की तरह चूज़ जेया रहा था.

वाह यार, जो बड़े बूब्स चूसने में मज़े होते है, वो फीलिंग मैं एक्सप्लेन नही कर सकता. वो मेरा सिर दोनो बूब्स के बीच में दबाए जेया रही थी, जैसे वो बरसों की प्यासी हो.

फिर उसने मुझे बेड पे धक्का दे दिया, और मेरी पंत को एक ही झटके में निकाल के मेरे लोड को अंडरवेर पर से मूह से चाट रही थी. उसने अब मेरे लंड को बाहर निकाल के उसके टोपे पे हल्के से अपने रसीले होंठो से पप्पी की. फिर वो मेरे लंड को चूसने लगी.

यार क्या फ्लीयिंग थी वो, मैं बता नही सकता. मज़ा आया बहुत. 10 मिनिट की चुसाई के बाद मैं उसको लिटा के, उसकी छूट में मूह डाल के चूसने लगा. इससे वो पागल होने लगी थी.

श्रेया: फक मे बेबी खा जाओ मेरी छूट को. प्लीज़ अब छोड़ो मुझे.

वो ये सब बोल रही थी. उसकी छूट में लंड लेने की आग लगी हुई थी. बुत मैं उसको और तड़पाना चाहता था. मैं उसकी छूट के अंदर जीभ डाल के घुमा रहा था, जिससे वो और पागल हुए जेया रही थी. उसके अंदर लंड लेने की आग बढ़ती जेया रही थी. वो अपने दोनो पैरों की कुण्डी लगा के मेरे सिर को अपनी छूट में दबाए जेया रही थी.

यार क्या फीलिंग थी. इसे कहते है सेक्स का मज़ा. ई कॅन’त एक्सप्लेन जो 5 मिनिट में छूट छोड़ कर काम ख़तम कर देते है, वो क्या मिस करते है. श्रेया तो बस पागल हो गयी थी.

अब मैने ज़रा भी देर नही की, और अपना लंड उसकी छूट के मूह पर रख कर रगड़ना शुरू कर दिया. श्रेया गांद उठा-उठा के मेरा साथ दे रही थी, और अपनी प्यासी छूट में मेरा लंड लेने की कोशिश कर रही थी. फिर जैसे ही लंड छूट के च्छेद पर अटका, मैने एक ही ज़ोरदार झटके में पूरा लंड अंदर घुसा दिया.

उसकी छूट गीली थी, तो लंड सनसानता हुआ अंदर चला गया. उसके मूह से ज़ोर से चीखें निकली, और वो मुझे गालियाँ देने लगी. लेकिन मुझे इस सब से कोई फराक नही पद रहा था. वो मुझे लंड छूट से निकालने को बोलने लगी, और मैं उसको छूट के अंदर-बाहर करने लगा.

उसकी बकवास बंद करने के लिए मैने उसका मूह अपने मूह से बंद कर लिया. फिर मैं तेज़ी से धक्के देके उसकी छूट छोड़ने लगा. कुछ देर में वो नॉर्मल हुई, तो मैने उसका मूह रिलीस कर दिया. अब वो आ आ करके मेरे लंड के मज़े ले रही थी.

मैं उसको छोड़ने के साथ उसके बूब्स चूसने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था. कुछ देर में मैने उसको घोड़ी बना लिया, और पीछे से छोड़ने लगा. मैने उसकी गांद थप्पड़ मार-मार कर लाल कर दी थी. फिर मैं उसकी छूट के अंदर ही झाड़ गया.

उसके बाद मैं और यामिनी बरोडा के लिए निकल गये. रास्ते में मुझे उसने बताया की उसने मेरे लिए एक और जुगाड़ कर रखा था. ये सुन कर मैं बहुत खुश हुआ. भगवान सब को ऐसी कज़िन दे.