कोलीग की बीवी को चोदने की मस्त कहानी

ही फ्रेंड्स, मैं अमन अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आ गया हू. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो पहले जाके उसको पढ़ ले और उसका मज़ा ले.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था की मेरे स्कूल में एक नया कपल आया था. बीवी खूबसूरत थी, और हज़्बेंड लंडु था. मेरा दिल बीवी पर आ गया था, जिसका नाम प्रिया था.

फिर किस्मत से मेरी ड्यूटी प्रिया के साथ लग गयी डॅन्स पर्फॉर्मेन्स तैयार करने की. प्रिपरेशन्स के दौरान मैने उसको काई बार च्छुआ, और फिर एक दिन हम दोनो की किस हुई, और मैने उसके बूब्स और गांद को जाम कर दबाया. अब आयेज बढ़ते है.

पिछले दिन रिसेस होने की वजह से मैं सिर्फ़ उसको चूस सका, और उसके बूब्स और गांद ही दबा सका. फिर वो बाहर चली गयी, और मैं भी बाहर आ गया.

उसी दिन शाम को मैं फ़ेसबुक चला रहा था. मैने देखा की मुझे एक नयी रिक्वेस्ट आई हुई थी. ये रिक्वेस्ट और किसी की नही बल्कि प्रिया की ही थी. उसकी रिक्वेस्ट देख कर मैं खुश हो गया, और मैने उसी वक़्त उसकी रिक्वेस्ट आक्सेप्ट कर ली.

फिर मैने उसकी प्रोफाइल देखी. उसने ज़्यादा पिक्स नही डाली हुई थी. अब रिक्वेस्ट उसने भेजी थी, तो पहला मेसेज करने की ड्यूटी मेरी बनती थी. तो मैने उसको पहले “ही” का मेसेज कर दिया. अगले 2 मिनिट में उसने भी “ही” लिख कर भेज दिया. ऐसा लग रहा था, जैसे वो मेरी ही वेट कर रही थी मेसेज करने की.

फिर मैने लिखा: आज तो बहुत मज़ा आया आपके साथ. आप बहुत खूबसूरत हो.

प्रिया: मुझे भी मज़ा आया. वैसे आप मॅरीड हो ना?

मैं: जी हा, क्यूँ?

प्रिया: आपको आपकी वाइफ सॅटिस्फाइ नही करती.

मैं: वो तो करती है. लेकिन आप में कुछ ऐसी बात है, जिससे खुद पर कंट्रोल नही रहता. आप अपने हज़्बेंड से सॅटिस्फाइड हो?

प्रिया: नही, मेरे हज़्बेंड ने आज तक मुझे सॅटिस्फाइ नही किया.

मैं: लेकिन आपकी तो लोवे मॅरेज हुई थी.

प्रिया: हा हुई तो थी. लेकिन मुझे थोड़ी पता था की ये बंदा चुदाई में बिल्कुल अछा नही होगा.

मैं: डॉन’त वरी, मैं आपको सॅटिस्फॅक्षन दूँगा.

प्रिया: तो कल मिले?

मैं: कल कैसे? कल तो स्कूल है ना.

प्रिया: मैं और मेरे हज़्बेंड यहा रेंट पर रहते है. मैं कल बीमारी का बहाना करके घर पर रुक जौंगी. आप भी स्कूल से ऑफ लेके मेरे घर आ जाना. फिर हमे किसी चीज़ की कोई परेशानी होगी.

जिस तरह से उसने मुझे ये सब कहा था, इससे पता चल रहा था की वो कितनी प्यासी थी. फिर मैने भी उसको झट से हा बोल दी.

अगले दिन मैं घर से तो स्कूल के लिए निकला, लेकिन चला उसके पास गया. वो मुझे सीधा घर के अंदर अपने बेडरूम में लेके चली गयी. उसने पाजामी सूट पहना था लाल रंग का, जिसमे वो तबाही मचा रही थी. अंदर जाके उसने मुझे बेड पर बिताया और पूछा-

प्रिया: कुछ लोगे?

मैने कहा: तुम्हारी लेने आया हू, वही लूँगा.

वो मुस्कुराइ, और सीधा मेरे उपर लेट गयी. अब मैं बेड पर लेता था, और प्रिया मेरे उपर लेती थी. हमारी नज़रे एक-दूसरे की नज़रों से मिल रही थी, और साँसे टकरा रही थी.

फिर हम दोनो करीब आए, और एक-दूसरे के होंठ चूसने लगे. वो बहुत प्यासी थी, और कुछ ही सेकेंड्स में वाइल्ड हो रही थी. अब हम दोनो एक-दूसरे के होंठ खींच-खींच कर चूस रहे थे.

मैने उसको बाहों में भर लिया, और उसकी पीठ सहलाने लगा. फिर मैं उसके उपर आया, और उसकी गर्दन पर किस करने लग गया. उसके बदन में से बड़ी मादक खुश्बू आ रही थी. फिर मैने उसका शर्ट निकाला. उसने अंदर ब्लॅक ब्रा पहनी थी. मैने उसकी ब्रा भी उतार दी, और उसके गोरे-गोरे बूब्स को चूसना शुरू कर दिया.

वो आहें भर रही थी, और अपने बूब्स दबा-दबा कर मुझे चुस्वा रही थी. मैं उसके बूब्स काट-काट कर चूस रहा था. फिर मैं नीचे आया, और उसकी पाजामी और पनटी निकाल दी. उसकी छूट पर ज़रा से बाल भी नही थे. एक-दूं गोरी और चिकनी छूट थी.

मैने देखते ही उसकी छूट पर अपना मूह लगा लिया, और उसको चूसना शुरू कर दिया. वो ज़ोर से आहें भरने लगी, और मेरे सर को अपनी जांघों में दबाने लग गयी. मैं भी तेज़ी से उसकी छूट पर जीभ चला रहा था. मैने इतनी आचे से उसकी छूट छाती, की उसका पानी निकल गया.

फिर मैं नंगा हो गया, और मेरा बड़ा सा लंड अब उसके सामने था. अब वो मेरे उपर आ गयी, और मेरे लंड को मूह में डाल कर चूसने लग गयी. वो किसी प्यासी रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही थी.

मैने उसके सर पर हाथ रखा, और उसके मूह में नीचे से धक्के देने लगा. 10 मिनिट तक उसने मेरा लंड चूसा, और मैं उसके मूह में ही झाड़ गया. वो खुशी-खुशी मेरा सारा पानी पी गयी.

फिर हम दोनो कडलिंग करते रहे, जब तक की लंड खड़ा नही हो गया. उसके बाद उसने टांगे खोल कर मेरा स्वागत किया. मैने लंड उसकी छूट के मूह पर रखा, और एक ही झटके में अंदर डाल दिया. उसकी ज़ोर की चीख निकली, और उसने मेरी पीठ में नाख़ून घुसेध दिए.

फिर मैने उसको ज़ोर-ज़ोर से छोड़ना शुरू कर दिया. उसको भी मज़ा आने लगा, और वो गांद उठा-उठा कर लंड ले रही थी. उसने अपनी टांगे मेरी कमर पर लपेट ली, और मैने अपनी स्पीड और बढ़ा ली.

15 मिनिट मैने उसको उसी पोज़िशन में छोड़ा. इस बीच मैने उसके बूब्स लाल कर दिए चूस्टे-चूस्टे, और होंठ भी काट लिया एक बार. फिर मैने उसको घोड़ी बना लिया, और पीछे से लंड उसकी छूट में डाल दिया. उसकी गांद बड़ी गोरी और सेक्सी थी. मैने उसके चूतड़ पकड़े, और फुल स्पीड पर गांद मारने लगा.

वो आ आ कर रही थी, और मुझे और ज़ोर से करने को बोल रही थी. अगले 20 मिनिट तक मैने अपनी पूरी ताक़त से उसको छोड़ा, और फिर उसको सीधा करके लंड उसके मूह में डाल दिया. वो मेरे लंड चूसने लगी, और पानी पी गयी.

उस दिन हमने स्कूल ऑफ होने के टाइम तक चुदाई की. उसकी छूट अब पूरी तरह से संतुष्ट थी, और मेरी हवस भी.

दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो तो फीडबॅक ज़रूर दे.