कोलीग की बीवी के साथ रोमॅन्स की कहानी

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम अमन है, और मैं पुंजब से हू. मेरी उमर 30 साल है, और मैं शादी-शुदा हू. हाइट मेरी 5’11” इंच है, और दिखने में मैं अछा-ख़ासा हू. मैं एक स्कूल में टीचर की जॉब करता हू.

ये कहानी मेरी और मेरे कोलीग की हॉट वाइफ की है, जिससे मेरा चक्कर चला, और मैने उसकी बहुत छोड़ा. ये सब पिछले साल हुआ. तो चलिए बताता हू, की सब कैसे हुआ.

मैं जिस स्कूल में जॉब कर रहा हू, वाहा मैं पिछले 5 साल से हू. पिछले साल जब इंटरव्यू हुए तो एक हज़्बेंड-वाइफ ने साथ में जाय्न किया. वो दोनो हिमाचल से थे. हज़्बेंड को सीनियर क्लासस के लिए अपायंट किया गया था, और वाइफ को जूनियर क्लासस के लिए.

हज़्बेंड काला और तोड़ा मोटा सा था. लेकिन वाइफ एक-दूं गोरी-चित्ति और पटाखा थी. हम सब हैरान थे, की ये हूर उस लंगूर को कैसे मिल गयी थी. कुछ दिन बाद पता चाल की उन दोनो की लोवे मॅरेज थी.

हज़्बेंड का नाम अंकित था, और वाइफ का प्रिया. पुर स्टाफ के मर्द प्रिया से बात करने की कोशिश करते थे. लेकिन वो किसी को भाव नही देती थी. उसका रंग गोरा था, और फिगर लगभग 34-28-36 का होगा. घर पर बीवी के होते हुए भी मुझे उसको देख कर हवस चढ़ जाती थी.

काई बार तो मैं बीवी को छोड़ते हुए प्रिया को ही इमॅजिन करता था. फिर एक दिन प्रिया मेरे सामने से आ रही थी. उसने काफ़ी सारी बुक्स उठाई हुई थी. मेरी अची किस्मत की जब वो मेरे पास से गुज़र रही थी, तो उसकी कुछ बुक्स नीचे गिर गयी. मैने जल्दी से आयेज होके उसकी बुक्स उठाई, और उसको पकड़ा दी.

बुक्स पकड़ाते हुए मेरा हाथ उसके हाथ से टच हुआ. इससे मेरा लंड खड़ा हो गया. फिर मैने पीछे मूड कर देखा, तो वो गांद मतकती हुई जेया रही थी.

प्रिया ज़्यादातर लेगैंग्स और शर्ट्स ही पहनती थी, और दुपट्टा नही लेती थी. उसके बूब्स एक-दूं गोल और काससे हुए दिखते थे. मेरा तो अब खुद पे से कंट्रोल जेया रहा था. फिर स्कूल में आन्यूयल फंक्षन की तैयारी शुरू हो गयी.

हमारे स्कूल में आन्यूयल फंक्षन पर सारी पर्फॉर्मेन्सस की तैयारी टीचर्स ही करवाते है. मेरी किस्मत ने इस बार भी मेरा साथ दिया, और मेरी और प्रिया की साथ में ड्यूटी लग गयी कपल डॅन्स आइटम तैयार करवाने की.

मैं तो खुशी से फूला नही समा रहा था, और मेरा दिल नाचने का हो रहा था. फिर हम दोनो ने स्टूडेंट्स सेलेक्ट किए, और हमारी रिहर्सल्स शुरू हुई. जब बच्चो को कोई स्टेप नही आता था, तो हम दोनो खुद वो स्टेप करके दिखाते थे.

इसी तरह एक दिन मैं और वो बच्चो को सीखा रहे थे. मेरा हाथ उसकी कमर में था, और हम दोनो स्टेप्स बच्चो को बता रहे थे. हम दोनो आँखों में आखें डाल कर एक-दूसरे को देख रहे थे. तभी मुझसे पता नही क्या हुआ, की मैं अपना हाथ उसकी कमर से उसकी गांद पर ले गया, और उसकी गांद दबा दी.

जैसे ही मैने उस खूबसूरत औरत की गांद दबाई, तो वो काँप गयी. रूम में बच्चे थे, तो उसने कोई रिक्षन नही दिया. इस चीज़ का फ़ायदा उठा कर मैं उसकी कमर और गांद दोनो को बच्चो से नज़र बचा कर दबाने लग गया.

फिर एक स्टेप में मुझे उसको पीछे से पकड़ना था. मैने फिरसे मौके का फ़ायदा उठाया, और पीछे से उसके दोनो बूब्स पर हाथ डाल दिए. वो काँप गयी, लेकिन उसने फिर भी कुछ नही कहा. मुझे लगा शायद वो भी मज़ा लेना चाहती थी एक हॅंडसम लड़के के साथ.

फिर एक दिन ऐसे ही रिहर्सल्स चल रही थी. एक स्टेप था जो बच्चो को नही आ रहा था. हमने उस स्टेप की प्रिपरेशन्स नही कर रखी थी, इसलिए हमने बच्चो को वाहा से वापस भेज दिया. फिर प्रिया ने मुझे प्रॅक्टीस करने को बोला उसके साथ.

मैं तो वैसे ही उसके साथ टाइम स्पेंड करके बहुत खुश रहता था. तो मैने झट से एस बोल दिया. फिर हम बाहों में बाहें डाल कर फुट वर्क पर ध्यान देने लेगे.

प्रॅक्टीस के दौरान ऐसी सिचुयेशन आई की हम दोनो एक-दूसरे के इतने करीब आ गये, की हमारी साँसे आपस में टकराने लगी.

अब प्रिया मेरी आँखों में देख रही थी, और मैं उसकी आँखों में. ना वो पीछे हॅट रही थी, और ना मैं. मुझे लगा यही सही मौका था, और मैने आयेज बढ़ने का फैंसला किया. मैने अपना फेस आयेज बढ़ाया, और अपने होंठ उसके होंठो से चिपका दिए.

फिर मैं उसके होंठ चूसने लगा. उसने भी मुझे हटाया नही, बल्कि मेरा साथ देने लगी. अब हम दोनो एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे. जितना वाइल्ड मैं था किस में, उतनी ही वो थी. बहुत मज़ा आ रहा था. मैं किस करते हुए उसकी कमर पर हाथ फेर रहा था, और धीरे-धीरे नीचे जेया रहा था.

फिर मैने उसके चूतड़ पर हाथ फेरा और उसको ज़ोर से दबाया. चूतड़ दबने पर वो कसमसा गयी, और उसकी किस और वाइल्ड हो गयी. 10 मिनिट की किस के बाद हम दोनो अलग हुए. हम दोनो की साँस चढ़ि हुई थी.

वो मूड कर बिना कुछ बोले जाने लगी, लेकिन अब मैं कहा उसको जाने देने वाला था. मैने उसका हाथ पकड़ कर उसको अपनी तरफ खींच लिया, और बाहों में भर लिया. उसका फेस दूसरी तरफ था, और मैं उसके पीछे था. फिर मैने उसके गोल-गोल बूब्स पर अपना हाथ डाला, और उनको दबाने लग गया.

वो आहें भरने लग गयी, और मुझे उसके सॉफ्ट बूब्स दबा कर मज़ा आने लगा. फिर मैने एक बात बूब से हटाया, और नीचे ले गया. मैने उसके शर्ट के अंदर हाथ डाला, और उसकी नाभि को मसालने लग गया. इससे वो और गरम हो गयी.

फिर उसने भी अपना हाथ पीछे करके पंत के उपर से मेरे लंड पर रख लिया. वो मेरा लंड सहलाने लगी, और मैं अपना हाथ उसकी छूट पर रख कर उसकी छूट सहलाने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था. फिर जैसे ही मैने उसकी पाजामी के अंदर हाथ डाला, तो रिसेस की बेल हो गयी.

हम फिर जल्दी से अलग हुए, और अपने कपड़े ठीक किए. वो बिना कुछ बोले वाहा से चली गयी, और मैं भी बाहर आ गया.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. कहानी पढ़ कर आपको मज़ा आया हो, तो कॉमेंट सेक्षन में जाके फीडबॅक ज़रूर दे.