बाय्फ्रेंड से चूड़ने गयी और अंकल से चुद गयी

हेलो फ्रेंड्स मेरा नाम पूजा कॉयार है और मैं पुंजब की रहने वाली हूँ. मेरे घर मे मेरे मम्मी पापा और मेरा छ्होटा भाई है. मेरे पापा गूव्ट. जॉब करते है, और मम्मी हाउस वाइफ है.

मेरा घर सिटी की एक छ्होटी सी कॉलोनी मे है. मैं अभी **त क्लास मे पढ़ र्ही हूँ और मैं पढ़ने भी ठीक तक हूँ. मैं दिखने मे भी सनडर हूँ, और शुरू से ही मैं हेल्ती हूँ.

मेरा फिगर 34-30-34 है, जिसकी वजह से टॉप से लग्गिंगस मुझे पर बहोट आचे लगते है. जब मैने जवानी मे कदम र्खा है, और मेरी कची पनटी मे बदली है.

तभी से लड़के उसे फाड़ने के लिए मेरे आयेज पीछे घूमने लग गये है. मैं बस से स्क** मे जाती हूँ, और सुबह के टाइम बस भीड़ से पूरी भारी हुई होती है.

जिसका फ्यदा लड़के आचे से उठाते है, और कभी मेरे बूब्स तो कभी मेरी गंद को वो सहलाते है. शुरू शुरू मे तो मुझे ये बिल्कुल भी अछा न्ही लग गया था.

पर धीरे धीरे इसकी मुझे आदत हो गयइ, और मुझे मज़ा भी आने लग या था. क्योकि जवानी की चिंगारिया तो मेरे अंदर भी भड़क रही थी.

स्क** मे और स्क* जाते टाइम बहोट से लड़के मुझ पर लाइन मारते थे, हुमारे स्क** मे एक **त क्लास का लड़का था. रिंकू जो दिखने मे बहोट हॅंडसम था, और वो भी मुझ पर लाइन मरता था. धीरे धीरे मैं भी उसे लाइन देने लग गयइ और फिर हुमारी बात चिट शुरू हो गयइ.

वो हुमारे मोहल्ले से कुछ डोर ही रहता था. एक दिन उसने मुझे एक क्लास मिस करने को खा, मुझे दर्र तो बहोट लग रहा था पर उसके कहने से मैने क्लास मिस कर दी और उसके साथ स्क*** के ग्राउंड मे झाड़ियो के बीच चली गयइ.

जहाँ पर उसने मुझे पकड़ लिया, और फिर मुझे चूमने लग गया. पहले उसने मेरे गाल चूमे, और फिर वो मुझे स्मूच करने लग गया. मैं भी उसे स्मूच करने लग गयइ. स्मूच करते करते उसने अपने हाथ मेरे बूब्स पर रख लिए, और उनको प्यार से दबाने लग गया.

मैं तो पूरी तरहा से गरम हो गयइ थी. कुछ देर बाद हम हटे और उसने मेरी शर्ट के बटन खोल दिए और फिर वो ब्रा के उप्पर से ही मेरे बूब्स को दबाने लग गया.

मुझे बहोट मज़ा आ रहा था, और मैं पूरी तरहा गर्म भी हो गयइ थी. ना जाने कब उसने अपनी पेंट की ज़िप खोली और अपना लंड मेरे हाथ मे पकड़ा दिया था.

उसका लंड बहोट गर्म था, लंड पहली बार मैने देखा था और उसका साइज़ करीब 5 इंच होगा और वो तोड़ा सा कला था. सख़्त तो था पर नरम सा भी था, मुझे पता न्ही था की लंड को केसे सहलाते है.

इस लिए उसने अपने हाथ से मेरे हाथ को पकड़ कर उसे सहलाना सिखाया. कुछ ही देर मे हाफ टाइम हो गया, और बचे ग्राउंड मे आने लग गये तो हम दोनो वहाँ से हट गये.

पर आज इस सब मे मुझे बहोट मज़ा आया था. नेक्स्ट दे हम फिर से क्लास बंक करने की सोचने लग गये. पर मुझे टाइम ही न्ही मिला, और ऐसे ही काफ़ी दिन निकल गये.

हम मिलते तो थे पर कुछ कर न्ही पाते थे. फिर एक दिन शाम को मैं अपनी बाल्कनी मे खड़ी थी और रात का टाइम था और अंधेरा सा हो गया था.

मैने नीचे देखा तो रिंकू नीचे खड़ा था, उसे देख कर मैं दर्र गयइ और उसे जाने का इसरा करने लग गयइ. पर वो मुझे नीचे आने की ज़िद करने लग गया.

उसकी ज़िद के आयेज मुझे झुकना पड़ा, और फिर दबे पाओ बिना किसी को ब्ताए नीचे चली गयइ. गली मे जाते ही वो मेरे आयेज चलने लग गया और मैं उसके पीछे पीछे चलने लग गयू.

हुमारे घर के सामने एक टूटा हुआ पुराने जमाने का घर था, और रिंकू उसी घर मे घुस गया. मैं भी उसके पीछे पीछे उसी घर मे घुस गयइ.

वेसए तो यहाँ इस टाइम कोई न्ही आ सकता था. पर फिर भी मुझे दर लग रहा था की खि कोई आ ना जाए.

अंदर जाते ही रिंकू ने मुझे पकड़ लिया, और हम स्मूच करने लग गये. फिर वो मेरे टॉप के उप्पर से ही मेरे बूब्स दबाने लग गया. मेरे मूह से सिसकारिया छूट गयइ.

फिर वो नीचे बैठ गया, और उसने मुझे अपनी गोड मे खींच लिया. मैं भी उसकी गोड मे बैठ गयइ, उसने अपनी जेब से मोबाइल निकाला और बोला.

रिंकू – चल आज तुझे एक चीज़ दिखता हूँ.

फिर मोबाइल मे उसने एक वीडियो चला दी, जो की क्षकशकश वीडियो थी. उसमे एक कला सा हुबसी था और एक देसी लड़की थी, जो की उमर मे मुझसे कुछ ही बड़ी लग रही थी.

वीडियो स्टार्ट होते ही वो लड़की घुटनो के बाल बैठ कर लड़के का लंड जो कोई रिंकू के लंड से 3* ज़्यादा बड़ा था. उसे वो अपने मूह मे लेकर चूसने लग गयइ.

उसको ऐसा करते देख मैं तो हैरान ही रह गयइ. क्यूंकी इतना मोटा लंड उसने ना जाने केसे अपने मूह मे भर लिया था. रिंकू मेरे पीछे बैठा हुआ वीडियो देख रहा था, और मेरे टॉप मे हाथ दल कर मेरे बूब्स को सहला रहा था.

उसके ऐसा करने से और मोविए देख कर मैं बहोट गर्म हो गयइ थी, मेरी छूट ने मेरी पनटी को पूरी तरह से गीला कर दिया था. फिर रिंकू ने मुझे खा – यार मेरे लंड को किस करेगी?

उसकी बात को उनसुना सा करके मैने ना मे सिर हिला दिया, और वीडियो का मज़ा लेने लग गयइ. जहाँ लड़के ने अपना मोटा सा लंड लड़की की छूट मे डाल दिया था और वो उसे ज़ोर ज़ोर से छोड़ रहा था.

फिर रिंकू ज़िद करने लग गया और अपनी कसम देने लग गया, तो मैं बोली – मैं सिर्फ़ किस करूँगी.

वो रेडी हो गया और अपना लंड निकल कर मेरे सामने खड़ा हो गया. मैं वीडियो वाली लड़की की तरह अपने घुटने पर बैठी, और उसके लंड को किस करने लग गयइ.

रिंकू ने मेरे बाल पकड़ लिए, और अपना लंड मेरे मूह पर लगा दिया. मुझे दर्द हुआ तो मैं बोली – मेरे बाल छोड़ो.

पर वो तो जेसे मेरा मूह खुलने की ही दायर कर रा था, जेसे ही मैने बोलने के लिए मूह खोला और उसने पूरा लंड मेरे मूह मे डाल दिया.

मैने च्छुतने की कॉसिश की पर वो मुझे छ्चोड़ ही न्ही रहा था, और मेरे मूह को ही छोड़ने लग गया. और उसने मुझे तब तक न्ही छ्चोड़ा, जब तक उसने अपने लंड का पूरा पानी मेरे मूह मे न्ही निकल दिया.

उसके छ्चोड़ते ही मे ज़ोर से खांसने लग गयइ, मेरी आँखो से आँसू आ गये और वो मुझे देख कर हासणे लग गया. मैं कुछ देर बाद नॉर्मल हुई तो मुझे उस पर बहोट गुस्सा आया. पर उसने मुझे अपने गले से लग गया कर एक मिनिट मे मेरा गुस्सा भगा दिया.

अब उसका भी कम हो गया था तो वो बोला – अब लाते हो रहे है तेरे घर वेल भी वेट कर र्हे होंगे.

मैं – हन यार.

फिर हुँने अपने कपड़े सॉफ किए, और बाहर आ गये. उसने देखा की गली मे कोई न्ही है, तो उसने मुझे भी बाहर आने का इशारा कर दिया तो मैं भी बाहर आ गयइ और अपने घर की तरफ चल दी.

गली मे तोड़ा आयेज चल कर मैने देखा की हुमारे पड़ोसी सलीम अंकल खड़े है. मैं उनको इग्नोर करके उनके पास से निकल गयइ, पर वो मुझे बहोट ही अजीब नज़रो से देख रहे थे.

सलीम अंकल कोई 45-50 साल के आदमी है. इन्होने 2 सादिया की है जिससे इनके 7 लड़के है जो की एक से एक हरामी टाइप के है. और हुमारे मोले की काफ़ी औरतो के साथ इनका अफेर है, इनकी मैं रोड पर कार मेकॅनिक की शॉप भी है.

उस टाइम मैं अंकल को इग्नोर कर के सिद्धा अपने रूम मे चली गयइ, और फिर मैं अपनी छूट से खेलने लग गयइ. ऐसे ही ना जाने कब मुझे नींद आ गयइ और मैं सो गयइ.

नेक्स्ट दे भी हुँने रात को उसी घर मे जाने का प्लान बनाया.. और 8 बजे जेसे ही अंधेरा सा होना शुरू हुआ मैं बाल्कनी मे जाकर खड़ी हो गयइ. कुछ ही देर मे रिंकू भी आ गया, और फिर मैं दबे पाओ नीचे चली गयइ और उसके साथ सिद्धा खंदार नूमा घर मे घुस गयइ.

हुमारा फिर से विन सीन शुरू हो गया, पर आज रिंकू कुछ और ही मूड बना कर आया था. कुछ देर स्मूच करने के बाद और बूब्स दबाने के बाद उसने मुझे दीवार के सहारे आयेज झुकने को कहा जेसे कल वीडियो मे लड़की झुकी थी.

मैं भी अपने दोनो हाथ दीवार पर रख कर खड़ी हो गयइ, और अपनी गंद को पीछे बाहर की तरफ़ निकल ली. रिंकू मेरे पीछे आया और मेरे लोवर और पनटी को एक साथ उसने नीचे कर दिया.

फिर उसने अपना लंड निकल कर पीछे से मेरी छूट पर लग गया दिया. उसके गर्म गर्म लंड के एहसास से ही मेरी छूट ने पानी छोड़ दिया, और पूरी तरह से चिकनी हो गयइ. अब उसने अपने लंड को मेरी छूट पर रखा और धीरे से अंदर करने की कॉसिश की पर उसका लंड सरक कर आयेज आ गया और मेरी हसी छ्होट गयइ.

शायद रिंकू को गुस्सा आया, और अब उसने फिर से अपने लंड को मेरी चूत पर लगया और ज़ोर लगना शुरू किया. जिससे मुझे दर्द का एहसास सा होने लग गया. कयनकि लंड का प्रेशर मेरी छूट पर बन ही गया था की तभी.

पीछे से किसी ने टॉर्च मारी और बोला – ये क्या कर र्हे हो?

ये तो सलीम अंकल की आवाज़ थी. रिंकू ने जल्दी से अपनी पंत उठाई और आधी टूटी दीवार पर चढ़ कर दूसरी तरफ़ कूद गया और भाग गया. मैने जल्दी से अपना लोवर और पनटी उप्पर की और पीछे मुड़ते ही सलीम अंकल मेरे सामने थे.

उनको अपने सामने देख कर मेरे तो होश ही उड़ गये, और मैं रोने लग गयइ.

अंकल – यार से चूड़ते टाइम रोना न्ही आ रहा था. चल तेरे बाप को बतता हूँ की उसकी लोंड़िया लंड खाने लग गये है.

उनकी बात सुन कर मेरी आँखो से आँसू बहने लग गये.. और मैं बुरी तरहा से दर गयइ और बोली – अंकल प्लीज़ माफ़ कर दीजिए.

अंकल – माफी तो अब अपने बाप से माँगना.

मैं रोटी हुई उनके पैरो मे गिर गयइ और मैं बोली – अंकल ग़लती हो गयइ प्लीज़ माफ़ कर दीजिए प्लीज़ आयेज से ऐसी ग़लती दोबारा न्ही होगी.

अंकल – केसे न्ही होगी, चूत है तो चूड़ेगी भी आज ये था कल कोई और होगा. जिसने एक बार लंड खा लिया वो तो दोबारा लंड ढूँढे गयइ ही.

अंकल की बात सुन कर मुझे कुछ साँझ न्ही आया की अब मैं क्या बोलू, मैं बस रोटी हुई सॉरी बोले जा र्ही थी.

तो सलीम अंकल ने मुझे दाँत कर खा – चुप होज़ा वरना यही तेरे पापा को बुला लूँगा.

उनकी बात सुन कर मैं चुप होने की कॉसिश करने लग गयइ. पर मेरी आँखो से अंशू लगातार बह रहे थे.

फिर अंकल को ना जाने क्या हुआ और वो मेरे उप्पर बड़ा प्यार दिखाने लग गये.. और अंकल ने मुझे अपनी तरफ खींच कर गले से लगा लिया और वो बोले.

अंकल – अरे मेरे बचे तू रो मत अछा न्ही बतता तेरे पापा को.

अब आयेज क्या हुआ और केसे केसे हुआ, क्या अंकल मुझे जाने देते है या अंकल मुझे छोड़ते है. ये सब आपको मेरी इस कहानी के नेक्स्ट पार्ट मे पता चलेगा.