भिड़े परिवार की मा बेटी की चुदाई

उमीद है आप सबको ये स्टोरी की सीरीस पसंद आ रही होगी.

जैसा जी आप लोगो ने पढ़ा कैसे जेथलाल को बापूजी से हिम्मत मिली और तब जेथलाल ने बबिता जी को साइड मे लेजा कर जबरदस्त छोड़ा क्योकि बापूजी ने नया नीयम बनाया था जिसके हिस्सब से बबिता जी जेथलाल को रोक नही सकती थी तो बेचारी चुड्ती रही.

अब आयेज…

जेथलाल तो खुशी खुशी दुकान चला जाता है आज तो जेथलाल का सपना पूरा हो जाता है.

अब ये सीन है जेथलाल के घर का.

सुबा बापूजी की हरकत देख के टापू का भी दिमाग़ हिलने लगता है. तभी टापू किचन मे अपनी मम्मी के पास जाता है.

टापू: मम्मी खाना कब बनेगा?

दया सुबा वाली बात की शरम से टापू से नज़रे नही मिला पा रही थी.

दया: बेटा बस थोड़ी देर मे देती हू.

तभी टापू दया के पीछे जा के खड़ा हो जाता है और दया को पीछे से ही गले लगा लेता है.

दया: टापू बेटा क्या कर रहा है अभी मे खाना बना रही हू.

टापू दया से बिल्कुल चिपक जाता है और अपना लंड दया की गांद मे दबाता है. दया भी सहें जाती है.

दया: बेटा तू ये क्या कर रहा है ये ग़लत है बेटा मे तेरी मा हू.

टापू: मम्मी कल दादा जी ने नये नीयम बनाए थे ना. अब मे तुम्हारे साथ कुछ भी कर सकता हू और तुम मुझे माना भी नही कर सकती.

दया बेचारी फिर चुप हो जाती है. अब तो टापू को फुल चुट्त होती है. फिर टापू अपनी मम्मी की सारे उपर कमर तक कर देता है और पनटी के उपर से ही अपना लंड घिसने लगता है.

टापू दया की सारे का दुपट्टा हटा देता है और ब्लाउस के उपर से ही दया के 34 के सॉफ्ट बूब्स दबाने लगता है. दया की आँखों मे से आनसो आ जाते है और साथ मे दया सस्स्सस्स एम्म्म भी कर रही होती है.

फिर टापू अपने सारे कपड़े उतार कर नंगा हो जाता है और दया की भी पनटी उतार देता है. फिर टापू अपना 7 इंच का लंड दया की छूट मे उतार देता है दया की छूट चुड चुड कर खोली होती है तो टापू का लंड आराम से अंदर चला जाता है.

टापू अपनी मम्मी को किचन के स्लॅब के झुका कर ज़ोर ज़ोर से धक्के मारता है.

दया: आआहह एम्म्म ऊऊओ आआआ ऊऊओ माआआअ ऊऊऊओ

टापू: मम्मी अया जब से तुम्हे सुबा चूड्ता हुआ देखा है तब से मेरा दिमाग़ खराब हो रहा था. अया क्या बदन है तुम्हारा मुम्मय्ययी ऊहह

दया: आआअहह एयाया सस्स्सस्स एयाया म्‍म्म्ममम आआआववववव हीई माआअ ऊऊऊओ

टापू ऐसे ही दया को 10 मीं तक छोड़ता है और अपना सारा माल उसकी गांद पे गिरा कर वाहा से चला जाता है.

दया भी टापू का माल अपनी गांद पे ही लगे रहने देती है और अपनी सारी नीचे कर लेती है और अपने कम मे लग जाती है. टापू अपने रूम मे चला जाता है उसकी तो खुशी का ठिकाना नही होता वो पहली बार चुदाई करता है वो भी अपनी मा की.

टापू सोचता है क्यू ना सोनू को भी छोड़ कर अओ. तभी टापू कपड़े पहेंटा है और भिड़े के घर चला जाता है.

टापू बेल बजता है तो माधवी गाते खोती है. माधवी ने मॅक्सी पहें रखी होती है और ब्रा नही पहनी होती जिस वजे से उसके निपल्स सॉफ दिख रहे होते है.

माधवी: आरे टापू बेटा आओ आओ.

टापू अंदर आता है और माधवी को देख के उसका खड़ा हो जाता है. दया को छोड़ने के बाद टापू की हिम्मत बहोट बढ़ गयी होती है तो वो सीधा माधवी के बूब्स पे हाथ रख देता है.

माधवी ज़ोर से उसका हाथ हटा देती है.

माधवी (गुस्से मे): टापू ये क्या कर रहा है तेरे दिमाग़ खराब है!!

टापू: माधवी आंटी कल दादाजी की बात याद करो.

तब माधवी को वो बात याद आती है और वो बिल्कुल चुप खड़ी हो जाती है.

टापू उसको लीप किस करने लगता है तो माधवी उसको माना तो कर नही सकती थी लेकिन वो साथ मे नही दे रही थी. फिर टापू माधवी की मॅक्सी उतार देता है माधवी ने ब्रा तो पहनी नही होती और पनटी टापू निकल देता है.

टापू ध्यान से माधवी का नंगा भरा हुआ सेक्सी जिस्म देखता है. 36 के सॉफ्ट सॉफ्ट बूब्स 30 की चिकनी कमर और 36 की मोटी गांद.

टापू: वाअ माधवी आंटी आपकी बॉडी तो कमाल की है.

टापू भी नंगा हो जाता है और माधवी के जिस्म के हर हिस्से को छुपने और सहलाने लगता है. माधवी की छूट बिल्कुल क्लीन होती है.

टापू इसतने मे सोनू को आवाज़ देता है. सोनू हॉल मे आती है और अपनी आई और टापू को नंगा देख के हैरान हो जाती है .

सोनू: आई ये क्या है?

माधवी बेचारी शरम से लाल हो जाती है और अपने हाथो से अपने बूब्स ढकने लगती है.

टापू: आरे सोनू कल वाली दादाजी की बात तुझे याद नही क्या?

सोनू: लेकिन?

टापू: आरे लेकिन क्या मे तो अभी मम्मी को भी छोड़ कर आया हू बहोट मज़ा आया.

ये सुन्न के माधवी और सोनू शॉक हो जाते है.

टापू सोनू के पास जाता है और उसकी स्कर्ट खोल के साइड फेक देता है और किस करने लगता है. सोनू का भी ये फर्स्ट टाइम था तो उससे मज़ा आने लगता है और वो एंजाय करने लगती है है.

ऐसे ही टापू सोनू को भी नंगा कर देता है. और सोनू को लंड चूसने को बोलता है सोनू भी मज़े से टापू का लंड चूसने लगती है. टापू माधवी को अपनी तरफ खिच लेता है और खड़े खड़े उसके बूब्स चूसने लगता है.

माधवी की ना चाहते हुए भी सिसकारियाँ निकल रही होती है: सस्स्सस्स आआआअ देववववाअ ऊऊऊहह

अब टापू सोफे पे बेत जाता है.

टापू: माधवी आंटी आप मेरे लंड पे बेत जाओ.

माधवी को लंड पे बेतना पड़ता है. लंड पे बेत्ते ही माधवी की आआअहह निकल जाती है. माधवी अब धीरे धीरे एंजाय करने लगी थी. और टापू के लंड पे अपने आप उछाल रही थी.

सोनू सोफे का सहारा ले के अपनी छूट टापू के मूह के पास कर देती है. टापू बड़े मज़े से सोनू की छूट चाटने लगता है.

सोनू: आआआअहह टापुउुउउ म्‍म्म्ममम आआआअ आईईइ आअहह ऊओररर्र ज़ोरर से आअहह

माधवी: आअहह आअहह आआहह ऊऊहह ऊऊफफफफ्फ़

एंजाय करते 5 मीं ही हुए थे इतने मे भिड़े आ गया और ज़ोर से चिल्लाने लगा. तीनो एक दूसरे से अलग हो गये.

भिड़े ने टापू को एक ज़ोर दार थप्पड़ मारा.

भिड़े: तुझे शरम नही आती??

टापू: आरे भिड़े अंकल मे तो दादाजी की कल वाली बात ही फॉलो कर रहा हू.

भिड़े को भी वो बात याद आती है और वो शॉक हो के सोफे पे बेत जाता है.

टापू तो माधवी को सोफे पे कुट्टिया बना के पीछे से छूट मारने लगता है. माधवी भी एंजाय करने लगती है.

माधवी: आआआआहह टापुउउउ बेटाअ धीरे आआगगो बाई माअर गाइइ ऊऊहह आअहह आआअहह ऊऊओफफफफ्फ़

भिड़े बेचारा अपनी पति को चूड्ता हुआ देखता है लेकिन कुछ कर नही पता. सोनू भी जवान थी तो उससे भी जवानी की मस्ती चढ़ि थी.

वो जा के अपने बाबा को सोफे पे पीछे कर देती है और उसकी गोध मे नंगी ही बेत जाती है और अपने बूब्स ज़बरदस्ती अपने बाबा के मूह मे डाल ने लगती है.

भिड़े अपना मूह पीछे करता है और ज़ोर से बोलता है सोनूऊ…

सोनू: बाबा प्लीज़ ना अब तो दादाजी ने ये नीयम बनाया है और अपने भी तो हा कर दिया था.

भिड़े कुछ नही बोलता इसका सोनू फयडा उठती है और भिड़े का पाजामा उतार देती है. सोनू भिड़े का लंड चूसा शुरू कर देती है.

भिड़े भी आख़िर है तो एक मर्द ही तो उसका लंड टाइट तो होना ही था और उपर से इतनी सेक्सी बेटी भिड़ा का लंड 6.5 का हो हा जाता है. सोनू सोनी वर्जिन छूट लेके उसपे बेत जाती है और हल्के हल्के अंदर लेने लगती है.

सोनू को काफ़ी दर्द हो रहा था और मज़ा भी आ रहा था.

10 मीं बाद सोनू का दर्द कम हो जाता है और वो उछाल उछाल कर अपनी छूट मर्वर्ती है.

सोनू: आआआहह आआहह बाआबब्बा ऊऊओह एससस्स एसस्सस्स एससस्स बाबा म्‍म्म्मम फुक्कककक

सोनू: ऊऊहह बाबा बहोट मज़ा आ रहा है आआहह आअहह

भिड़े को भी मज़ा आ रहा होता है लेकिन वो इतना दिखा नही नहा होता.

इतने मे टापू और माधवी का भी हो जाता है. टापू सोफे पे बेत जाता है और माधवी को अपने लंड पे बिता लेता है और दोनो बाप और बेटी ही चुदाई देखते है.

सोनू तो पहली बार की वजे से 2-3 बार झाड़ जाती है लेकिन भिड़े का हुआ नही होता. वो तक जाती है तो भिड़े बाप बेटी है रिश्ता पीछे रख कर सोनू की गांद पकड़ कर छोड़ने लगता है.

सोनू: ऊऊऊहह आआअहह बाबा धीरे धीरे आआईयइ आआअहह मार गयी ऊऊऊओ

टापू और माधवी तो बेत कर उनकी चुदाई एंजाय कर रहे होते है.

फिर 10 मीं बाद भिड़े का होने वाला होता है तो वो अपनी सेक्सी सी बेटी की छूट मे से लंड बाहर निकाल लेता है और उसके गोरे गोरे फ्लॅट पेट पर धार मार देता है.

सोनू तो चुदाई की थकान से अपने बाबा के गले लग कर सो जाती है.

भिड़े: टापू बेटा सॉरी मैने तुम्हे मारा, उसमे तो आज बहोट मज़ा आया और अभी तो आयेज और भी आएगा.

टापू: इट’स ओक भिड़े अंकल.

भिड़े भी अपनी प्यारी सी बेटी को जाकड़ कर लाते जाता है. माधवी और टापू का भी मॅन कर जाता है.

टापू: क्यू माधवी आंटी एक रौंद और हो जाए?

माधवी भी टापू को स्माइल दे देती है.

अब माधवी की छूट मे टापू का लंड तो होता ही है टापू माधवी की गांद पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से उसको छोड़ना शुरू कर देता है.

माधवी: आआआआहह टापुऊउ बड़ा धीरे फाड़ देगा क्या आआअहह ऊऊओफफफफ्फ़ आअगो बाईईईईई आआअहह

माधवी: आअहह देवाााअ मॅर गयी ऊऊऊओ

ऐसे ही टापू 15 मीं तक माधवी को छोड़ता है है और सारा माल उसकी छूट मे ही कॉर्ड देता है और वो दोनो भी आराम से लाते जाते है.

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