भाभी ने देवर को पॉर्न देखते पकड़ लिया

ही फ्रेंड्स, मी नामे इस आकाश. मैं लुधियाना पुंजब का रहने वाला हू. मेरी उमर 19 साल है, और मैं कॉलेज में पढ़ता हू. ज़्यादा डीटेल्स में नही जौंगा, तो सीधा कहानी पर आता हू.

मेरे बड़े भाई मेरे से 9 साल बड़े है. वो शादी-शुदा है, और उनकी एक 3 साल की बेटी भी है. हमारी एक आम फॅमिली ही है, और इसमे कुछ ख़ास बताने वाला नही है. लेकिन पिछले कुछ दिन में ऐसा हुआ, की मैं खुद को लकी मान-ने लगा.

मेरी भाभी का नाम काजल है. जब भाभी हमारे घर आई थी तब मैं 15 साल का था. भाभी मुझे हमेशा अपने छ्होटे भाई की तरह ट्रीट करती थी. वो बहुत सुंदर भी थी. शादी के वक़्त उनका फिगर 34″26″36″ का आस-पास होगा.

शादी के 4 साल बाद, और एक बच्चा होने के बाद अब उनका फिगर 36″28″38″ हो चुका है. उनकी बॉडी भी ढीली हो चुकी है, लेकिन फिर भी वो काफ़ी हॉट लगती है. मैने कभी अपनी भाभी के बारे में कुछ ग़लत नही सोचा था. लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ, जिससे सब कुछ बदल गया.

थोड़े महीने पहले की बात है. मैं अभी नया-नया जवान हुआ था, तो हवस चरम सीमा पर होना आम सी बात है. मैं हर लड़की को बड़े इंटेरेस्ट से देखने लगा था. कभी किसी के बूब्स आचे लगते मुझे, और कभी किसी की गांद.

पॉर्न वीडियोस भी देखने का शौंक हो गया था मुझे. एक दिन मैं ऐसे ही पॉर्न वीडियोस देख रहा था. मैं अपने रूम में था, और मैने इयरफोन्स लगा रखे थे. वॉल्यूम फुल थी, और मुझे आस-पास का कुछ ध्यान नही था.

तभी भाभी मेरे रूम में एंटर हुई. मुझे पता भी नही चला, की वो कब मेरे रूम में आ गयी थी. जैसे ही मेरी नज़र उन पर पड़ी, तो वो मुझे कुछ कह रही थी. मैने जल्दी से अपने इयरफोन्स उतारे, और उनकी बात सुनने लगा.

भाभी: क्या देख रहे हो देवर जी? बड़े मगन हुए पड़े हो.

मैं(घबराते हुए): कुछ नही भाभी.

वीडियो अभी भी चल रही थी, और ग़लती से मैने इयरफोन्स की पिन फोन से निकाल दी. जैसे ही पिन निलकली, तो ज़ोर से आहह आ की आवाज़े आनी शुरू हो गयी. मैं ये सुन कर दर्र गया, और फोन बंद करने लगा. भाभी भी वो आवाज़े सुन कर हैरान हो गयी.

फिर जब फोन बंद हो गया, तो मैं शर्मिंदा होके भाभी की तरफ देखने लगा. मैने भाभी को बोला-

मैं: सॉरी भाभी.

भाभी ने हल्की सी स्माइल दी, और बोली-

भाभी: कोई बात नही. इस उमर में ये सब होता है.

अब नॉर्मल तब होता, अगर भाभी ये बात बोल कर मेरे रूम से चली जाती. लेकिन ऐसा नही हुआ. भाभी मेरे पास आई, और मेरा फोन ले लिया. फोन में पासवर्ड था, तो उन्होने पासवर्ड लगाने के लिए फोन मेरे सामने कर दिया.

मैने भी बिना घबरा कर पासवर्ड लगा दिया. वो वीडियो वही से शुरू हो गयी, जहा पे फोन बंद हुआ था. वीडियो में लड़का लड़की को दीवार के साथ घोड़ी बना कर उसकी गांद मार रहा था. मैं हैरान था, क्यूकी भाभी बड़े इंटेरेस्ट से वीडियो देख रही थी.

फिर भाभी ने मेरी तरफ देखा, और फिर मेरे पाजामे में खड़े हुए लंड को देखा. इसके बाद वो हुआ, जो मैने कभी नही सोचा था. भाभी ने अपने हाथ में मेरा लंड पकड़ लिया, और बोली-

भाभी: लंड तो तगड़ा है तेरा. 7 इंच का तो होगा.

उनको हाथ लगा कर ही मेरे लंड का एग्ज़ॅक्ट साइज़ पता चल गया था. फिर उन्होने मेरे लंड को पाजामे के उपर से ही हिलना शुरू कर दिया. मैं तो पहले से ही मूड में था, और उपर से भाभी लंड हिलने लग गयी. भाभी ने मोबाइल की स्क्रीन मेरे सामने कर दी, और मुझे वीडियो दिखा कर मेरी मूठ मारने लगी.

मेरी नज़र अब वीडियो पर कम, और भाभी के मोटे और गोरे बूब्स पर ज़्यादा थी. भाभी की डीप क्लीवेज सॉफ मेरी नज़रो के सामने थी, और लंड हिलाते हुए उनके बूब्स भी हिल रहे थे.

5 मिनिट लगातार वो मेरा लंड हिलती रही, और फिर मेरे लंड का माल निकल गया. माल निकलते ही पाजामे पर गीली-गीली छाप पद गयी. फिर भाभी खड़ी हुई, और जाने लगी. जाते हुए वो बोली-

भाभी: स्टॅमिना भी अछा है तुम्हारा.

मैं जाती हुई भाभी की मोटी गांद देख रहा था. उसी रात को मैने दोबारा मूठ मारी. इस बार मैं जिसके बारे में सोच कर मूठ मार रहा था, वो मेरी काजल भाभी थी. उनका सेक्सी जिस्म मेरी आँखों से हॅट ही नही रहा था.

अब मेरा दिल कर रहा था, की काश भाभी मुझे अपनी छूट देदे, तो कितना अछा रहेगा. फिर 2 दिन बाद घर पर कोई नही था. मैं सोफा पर बैठा टीवी देख रहा था, और भाभी सफाई कर रही थी. जब वो सफाई करने के लिए झुकती, तो उनके बड़े-बड़े बूब्स मेरे सामने आ जाते.

भाभी ज़्यादातर सलवार-सूट में ही रहती थी. जब वो पाजामी पहनती थी, तो उसकी गांद को सब देखते थे. इस वक़्त भी उन्होने सलवार-सूट ही पहना था. ये हॉट नज़ारा देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया. सफाई करते हुए जब भाभी ने मेरा खड़ा हुआ लंड देख लिया. फिर वो बोली-

भाभी: क्या बात है, आज तो पॉर्न नही चल रहा?

मैं: क्या हुआ भाभी?

उन्होने मेरे खड़े लंड को हाथ मारा और बोली-

भाभी: ये क्या है?

मैं: मैं क्या करू भाभी ये बार-बार ऐसे हो जाता है.

भाभी: इसका इलाज करना पड़ेगा. चल अंदर आ मेरे साथ.

ये बोल कर भाभी अपने रूम की तरफ गयी, और मैं उनके पीछे गया. रूम में जाते ही भाभी ने मुझे बेड पर धक्का देके सीधा लिटा लिया. उन्होने मेरी पंत के बटन को खोला और पंत और अंडरवेर को साथ में ही उतार दिया.

अब मैं नीचे से उनके सामने नंगा लेता था, और मेरा लंड उनके सामने फंफना रहा था. मुझे बहुत शरम आ रही थी. तभी भाभी ने अपनी सलवार नीचे की, और पनटी भी उतार दी. मुझे उनके शर्ट के नीचे बस उनकी गोरी टांगे दिख रही थी.

फिर भाभी आके मेरे लंड के उपर आई, और उन्होने मेरा लंड अपनी छूट पर सेट किया. मैं उनकी छूट देख नही पा रहा था, क्यूकी उनके शर्ट ने उनकी छूट को कवर किया हुआ था. फिर जैसे ही वो मेरे लंड पर बैठी-

मैं: आहह…

क्या ग़ज़ब का एहसास था, मज़ा ही आ गया. भाभी की भी आहह निकल गयी. अब वो उपर-नीचे होने लगी, और अपनी छूट छुड़वाने लगी. मैं अपने हाथ उनकी गांद पर लेके गया, तो उन्होने मुझे रोक दिया. फिर मैं उनके शर्ट को उपर करने लगा, तब भी उन्होने मुझे माना कर दिया.

भाभी ने अपने हाथ मेरी चेस्ट पर रखे, और अपनी गांद हिला-हिला कर छूट छुड़वाने लगी. भाभी ना तो मुझे खुद को टच करने दे रही थी, और ना ही नंगा करने दे रही थी. वो बस आहह आह करके अपनी छूट छुड़वा रही थी.

फिर 10 मिनिट भाभी ऐसे ही मेरे लंड पर उछालती रही. जब मेरा निकालने वाला हो गया, तो मैने भाभी को बोल दिया. भाभी नीचे नही उतरी, और ज़ोर-ज़ोर से आहें भारती हुई तेज़ी से उछालने लगी. वो आहह आहह करती रही, और मैने अपना सारा माल उनकी चूत में ही निकाल दिया.

फिर भाभी ना अपनी पनटी और सलवार पहन ली. मैं उनकी छूट तक नही देख पाया था. फिर मैने उनको बोला-

मैं: भाभी ये क्या किया आपने?

भाभी: कुछ नही. तेरा लंड खड़ा था, तो मैने बिता दिया. भाभी हू तेरी, इतनी हेल्प तो कर ही सकती हू.

फिर मैं खड़ा हुआ, और भाभी के पास जाके उसको किस करने लगा. इस्पे बभी बोली-

भाभी: जब भी तेरा खड़ा होगा, तो मुझे बुला लेना. मैं तेरे लंड को अपनी छूट की गर्मी दे दूँगी. इसके अलावा कुछ करने की कोशिश मत करना.

मैं: ओक भाभी.

उसके बाद से मैं रोज़-रोज़ दिन में काई बार अपना लंड खड़ा कर लेता, और भाभी बार-बार आके मेरे लंड को शांत कर देती. मुझे छूट का मज़ा मिल रहा था, इसलिए मैने ज़्यादा कुछ करने का ट्राइ भी नही किया. भाभी कपड़ो में चूड़ते हुए भी इतनी सेक्सी लगती थी, की कपड़े उतारने की ज़रूरत ही नही पड़ती थी.

वो हर बार मेरा माल अपनी छूट में लेती थी. फिर कुछ टाइम बाद वो प्रेग्नेंट हो गयी. अब मैं ये नही जानता, की जो बच्चा भाभी के पेट में है, वो मेरा है या भैया का.

तो ये थी मेरी कहानी, जिसमे भाभी ने मुझे छूट छोड़ने का एक्सपीरियेन्स दिया. अगर आपको कहानी अची लगी हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.