बेटे ना मा को नंगी देखा, और लंड दिखाया

हेलो रीडर्स,

आप सबकी मेल्स पढ़ के बहुत अछा लगा. ऐसे ही मेल्स करके मेरा हॉंसला बढ़ते रहिए, ताकि मैं जल्दी-जल्दी स्टोरीस लिखू.

प्रीवियस पार्ट:-

“घर की इज़्ज़त मेरे हाथो में-8”

जैसा की आप लोगों ने पढ़ा कैसे मेरी मम्मी एक डेलिवरी बॉय से मस्त चुड गयी थी. दोनो ने काफ़ी देर एक-दूसरे को किस वग़ैरा किए, और 2 रौंद चुदाई के किए. अब आयेज चलते है.

मैं सोचते-सोचते स्कूटी पे ही बैठ गया था. तभी मेरा फोन बजा. मैने देख तो मम्मी का फोन था.

मे: हेलो.

मम्मी: बेटा बहुत देर हो गयी है. घर क्यूँ नही आया? जल्दी आ.

मे: हा बस रास्ते में ही हू. 2-3 मिनिट में आ गया.

मैने टाइम देखा तो 3 बाज रहे थे. फिर मैं जल्दी से स्कूटी लेके घर गया, और बेल बजाई तो मम्मी ने 2-3 मिनिट बाद गाते खोला.

मम्मी: क्या हुआ? इतना लाते कैसे हो गया आज?

मे: कुछ नही, बस वो दोस्त के साथ चला गया था इसलिए.

मम्मी ने येल्लो कलर की लूज़ फ्रॉक टाइप की ड्रेस पहन रखी थी. वो मम्मी की उपर का जाँघ का हिस्सा ही कवर कर रही थी, और स्लीवलेशस थी. मम्मी को देख के ही लंड खड़ा हो गया.

मम्मी की ड्रेस कुछ-कुछ जगह से बिल्कुल हल्की सी गीली हो रखी थी. मतलब मम्मी ने ये ड्रेस वैसे ही पहन ली, जो मम्मी के उपर डेलिवरी वाले ने अपना माल गिराया था, वो मम्मी ने बिना सॉफ किए ही ड्रेस पहन ली थी. तभी उसके हल्के से दाग बन गये थे.

मे: ये येल्लो ड्रेस में तो आप बहुत सुंदर लग रही हो मम्मी.

मम्मी शरमाने लगी, और मुझे हग कर लिया. हग करते टाइम मुझे मम्मी के खड़े निपल्स मेरी चेस्ट पे फील हुए. मज़ा ही आ गया था. फिर मम्मी ने मुझे गाल पे एक किस की.

मम्मी: चल चेंज कर ले. मैं खाना लगती हू.

मे: ओक.

मैं रूम में जाके एक छ्होटी और थोड़ी टाइट सी शॉर्ट्स पहन आया. अगर इसमे मेरा लंड खड़ा होता तो बिल्कुल सॉफ दिखता. खैर तब की तब देखी जाएगी, ये सोच कर मैं बाहर चला गया.

मम्मी खाना लेके आई, रोटी और सब्ज़ी. और साथ में मम्मी ग्लास में अपनी छूट का पानी भी लाई थी. मैने सबसे पहले वो ग्लास उठाया, और मम्मी की छूट का पानी पीने लगा. वो काफ़ी ठंडा था. मज़ा ही आ गया था पी कर.

मे: आअहह मम्मी, ये तो बहुत अछा था. ठंडा करके तो ये और ज़्यादा टेस्टी हो गया.

मम्मी: अछा जी.

मे: हा, ये लो पीक देखो.

और मैने अपने ही हाथो से मम्मी को उनकी ही छूट का ठंडा पानी पीला दिया.

मम्मी: ह्म, टेस्टी तो है.

मे: हा.

फिर मैने खाना खाया, और हम दोनो टीवी देखने लगे. टीवी देखते हुए मम्मी की ड्रेस बहुत उपर तक आ गयी थी, जिससे उनकी साइड से गांद दिख रही थी, और पूरी जांघें तो बिल्कुल नंगी ही पड़ी थी. ये देख-देख कर मेरा लंड फुल टाइट हो गया था.

ये मम्मी ने भी देख लिया. मम्मी बीच-बीच में मेरा लंड देख रही थी. मैं कुछ कर भी नही सकता था. ऐसे ही हम बहुत देर तक टीवी देखते रहे, और शाम के 7 बाज गये.

मम्मी: निक बेटा, बता खाने में क्या बनौ?

मे: रात को बाहर से मंगवा लेंगे.

मम्मी: ठीक है.

मे: लेकिन उसमे वैसा टेस्ट नही होगा जैसा आप बनती हो.

मम्मी: कोई बात नही. मैं सुबा तेरे लिए स्पेशल ब्रेकफास्ट बनौँगी.

फिर हम टीवी ही देखते रहे, और मैने ऑर्डर कर दिया था. खाना 9 बजे आ गया था. मम्मी खाना प्लेट्स में लेके आई, और हम दोनो ने खाना खाया. फिर 10 बाज गये थे तो मम्मी बोली-

मम्मी: चल अब जेया कर सो जेया. मैं भी बहुत तक रही हू, पूरा बदन टूट रहा है.

मे: चलो मैं आपकी मसाज कर देता हू.

मम्मी: अर्रे रहने दे बेटा. तू भी तो तक रहा है.

मे: कोई बात नही. मैं मसाज कर दूँगा चलो.

मैं और मम्मी रूम में चले गये.

मे: मम्मी आप लेट जाओ, मैं आपके पैर दबा देता हू.

मम्मी कुछ सोचने लगी. सोचती भी क्यूँ ना? मम्मी ने पनटी नही पहन रखी थी, और उपर से इतनी छ्होटी ड्रेस.

फिर मम्मी बोली: तू बैठ मैं पहले चेंज करके आती हू.

मम्मी अंदर बातरूम में चली गयी. फिर मम्मी 2-3 मिनिट बाद बाहर आई. मम्मी ने वही ब्लॅक कलर का गाउन पहन रखा था. फिर वो आ के बेड पे लेट गयी. मैं भी बेड पे बैठ कर मम्मी के पैर दबाने लगा.

वो गाउन भी बहुत छ्होटा था तो वो भी बिल्कुल छूट तक हो गया था. लेकिन मम्मी पनटी पहन के आई थी. मम्मी ने ब्लॅक पनटी पहन रखी थी.

मैने 10 मिनिट तक मम्मी के पैर और जांगेः दबाई. मम्मी भी आँखें बंद करके एंजाय कर रही थी.

मे: मम्मी आप उल्टे होके लेट जाओ. मैं आपकी कमर दबा देता हू.

मम्मी वैसे लेते-लेते ही पलट गयी. पलटने के बाद मम्मी का गाउन पनटी के भी उपर चला गया था.

मम्मी: बेटा ज़रा मेरा गाउन ठीक कर दे.

मैने मम्मी का गाउन नीचे कर दिया, और मैं मम्मी के पैरों पे बैठ कर पीठ दबाने लगा. ऐसे मसाज करते हुए मेरा भी लंड खड़ा हो गया था, तो मैने अपनी शॉर्ट्स नीचे कर दी, और मेरा 7.5 इंच का लंड बिल्कुल आज़ाद हो गया. मैं मसाज करता गया करीब 20-25 मिनिट तक. मम्मी को बहुत मज़ा आ रहा था.

मम्मी: बस कर बेटा, अब जेया कर सो जेया.

मैं मम्मी के उपर से हटा, और अपनी शॉर्ट्स उपर कर ली. वो वैसे ही लेती रही.

मम्मी: थॅंक योउ मेरे प्यारे बच्चे. बहुत अछा लग रहा है मुझे अब.

मैं भी रूम से बाहर चला गया, और विंडो से देखने लगा. मम्मी 2-3 मिनिट वैसे ही लेती रही. फिर मम्मी ने लेते-लेते ही अपना गाउन निकाल दिया और फिर पनटी भी.

मम्मी अब मज़े से नंगी बेड पे लेती हुई थी, और इतनी बढ़िया मसाज के बाद मम्मी सो गयी थी. मैं अपने रूम में गया, और मैने भी अपनी शॉर्ट्स उतार दी, और बेड पे लेट गया.

लेते-लेते मेरा बहुत मॅन कर रहा था की मैं मम्मी का बदन चू के देखु. फिर मैं उठा, और धीरे से मम्मी के रूम में घुस गया.

मम्मी काफ़ी गहरी नींद में थी, क्यूंकी आज मम्मी खराते ले रही थी.

मम्मी का गोरा और चिकना बदन अंधेरे में भी चमक रहा था. वैसे तो रूम में नाइट लॅंप जल रहा था, तो इतना अंधेरा भी नही था.

मम्मी उल्टी होके लेती हुई थी. फिर मैने हिम्मत करके मम्मी की गांद पे हाथ गया. हाथ लगते ही मेरे तो रोंगटे खड़े हो गये. कितनी सॉफ्ट गांद थी यार, मज़ा आ गया था. फिर मैने मम्मी की गांद की दरार में उंगली डाली, और निकाल कर स्मेल करने लगा.

क्या मस्त स्मेल थी मम्मी की गांद की. मैं अपनी उंगली छूट तक लेके गया, तो मम्मी तोड़ा हिल गयी. इससे मेरी गांद फटत गयी, तो मैं जल्दी से अपने रूम में चला गया, और लंड हिला कर सो गया.

सुबा 8:30 बजे मेरी आँख खुली. मैं उठ कर मम्मी को देखने गया. ये तो पक्का ही था की मम्मी मुझे उठाने नही आई, तो अभी तक सो ही रही होंगी.

मैने जेया कर विंडो से देखा तो मम्मी रिलॅक्स बेड पे नंगी सो रही थी. उफफफ्फ़ यार क्या गोरा जिस्म था, देख के मज़ा ही आ गया. लेकिन मैं अंदर नही गया.

मैं हल्की सी आवाज़ करके जल्दी से अपने रूम में चला गया. मुझे देकने का तो टाइम नही मिला, लेकिन मुझे थोड़ी देर बाद मम्मी के आने की आवाज़ आई.

मैं वैसे ही नंगा बेड पे लेट गया था, और अपनी आँखों पे अपना हाथ रख लिया. ताकि मैं मम्मी का रिक्षन देख साकु, और मम्मी ना मुझे देख ले.

मम्मी अंदर रूम में आई. वो मेरा नाम लेते हुए आ रही थी. मैं हल्का सा देख ही रहा था. अंदर आते ही मम्मी बिल्कुल चुप हो गयी, और धीरे-धीरे मेरे पास आके खड़ी हो गयी. मेरा 7.5 इंच का मोटा ताज़ा लंड देख के मम्मी बिल्कुल चुप हो गयी थी.

मम्मी ने वो येल्लो ड्रेस पहनी थी. वो 2-3 मीं तक वैसे ही खड़ी रही, और मेरा लंड देखती रही. फिर मम्मी अचानक मेरे पैरों के पास चली गयी. अब मुझे मम्मी का पूरा फेस दिख रहा था. मम्मी बस लंड को देख कर स्माइल करे जेया रही थी.

वो मेरे पैरों के पास से बेड पर चढ़ गयी, और अपनी ड्रेस उतार कर साइड फेंक दी. मेरा तो लंड और बड़ा और फटने को हो गया था. मैं नंगा बेड पे और मेरी मम्मी मेरे सामने बिल्कुल नंगी हो कर मेरा लंड देख रही थी.

मम्मी ने मेरे लंड पे हल्के से उंगली लगाई, जिससे मेरे तो रोंगटे खड़े हो गये. उन्होने फिर अपने बूब्स दबाने शुरू कर दिए.

बाकी अगले पार्ट में. प्लीज़ कॉमेंट और फीडबॅक ज़रूर करे और बताए स्टोरी कैसी लगी.

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