बेहेन को लुंड हाथ में दिया

हेलो फ्रेंड्स मेरा नाम नील है और में सूरत गुजरात से बिलोंग करता हूँ. ये मेरी फर्स्ट स्टोरी है जो की मेरे मां की लड़की मेरी बेहेन सोना की कैसे मैंने सील तोड़ी और खूब मजे लिए. १००% रियल स्टोरी है उम्मीद करता हूँ की आपको स्टोरी पढ़ के मजा आये और आपका पानी निकले. तो चलिए शुरू करते है.

जैसे की मैंने आपको बताया मेरा नाम नील है मेरी आगे २४ है. और मेरी बेहेन सोना की आगे १९ है और वो दिखने में सिंपल है. उसके बूब्स की साइज ३० होगी और रंग गोरा है तो में सीधा स्टोरी पे आता हूँ.

बात उन दिनों की जब सोना मेरे घर रहने आयी थी. वो रोजज मेरे ही रूम में मेरे साथ सोती थी. में आपको बता दू की मेरे घर में में और मेरे माँ डैड रहते है.

तो माँ डैड दूसरे रूम में सोते है तो सोना मेरे साथ ही सोती है जब भी रहने आती है. में सोना के साथ बहुत मस्ती करता हूँ. मस्ती करते करते उसके बूब्स पे हाथ लग जाता था कभी उसकी गांड पे हाथ लग जाता था. लेकिन मेरे दिमाग में कुछ ऐसा नहीं था की में सोना को छोड़ दूंगा.

पर बात उस दिन की जब एक दिन में सुभह उठके बाथरूम में नहाने गया. तो वह देखा की सोना की पंतय एंड ब्रा थी. तो उसे देख के मेरे दिमाग में गलत विचार आने लगे. मैंने बहुत कोसिस की पंतय को हाथ नहीं लगावउ. पर हाथ पे कण्ट्रोल नहीं हुवा और मैंने पंतय हाथ में ले ली.

फिर मैंने देखा की पंतय में कुछ चिकनाई जैसी है.ी तो में स्मेल करने लगा मुझे कुछ अलग ही फील हो रहा था. क्या बतावु उसकी छूट की खुसबू से मेरा पूरा लुंड खड़ा हो गया. और में आपको बतावु की में जब भी बाथरूम में नाहटा हूँ तो पूरा नंगा ही नाहटा हु चड्डी भी निकल देता हु.

तो सोना की पंतय हाथ में लेते ही मेरा ७िंच का लुंड खड़ा हो गया. सो मैंने ुशी टाइम मुठ मरना चालू किया पंतय को लुंड पे लगा रहा था और जोर जोर से हिला रहा था. फिर पानी निकल गया और नाहा के बहार आ गया.

फिर सोना के साथ मिलके चाय नास्ता किया. में उसे देख रहा देख के मुझे उसकी ब्रा एंड पंतय याद आ रही थी. और वो घर में ज्यादा टीशर्ट एंड शॉट्स में ही रहती है. तो पहली बार में उसे नोटिस कर रहा था उसकी गांड क्या लग रही थी और बूब्स भी मस्त गोल गोल थे.

जब वो जरू मरती थी में उसे देखता था. उसकी गांड मुझे बहुत मस्त लगती थी. में रोजज पोर्न वीडियो देखता था तो मुझे सेक्स करने की इच्छा कुछ ज्यादा ही हो रही थी. तो सोना को लेके मेरे दिमाग में गंदे विचार आ रहे थे.

अब में जब भी मस्ती करता था तो जान भुज के उसके बूब्स दबा देता था और उसकी गांड पे मरता था. तो बात उस नाईट की जब घर में सब सो गए थे. सोना भी खाना खा के सो गयी थी.

अचानक मेरी नींद खुली मैंने देखा की सोना मेरी बाजु में सोई थी और उसकी टीशर्ट ऊपर हो गयी है और पेट और नाभि दिख रही है. उसे देख के मुझसे रहा नहीं गया. मैंने टीशर्ट को नहीं उसके निचे शॉर्ट्स पहना था उसे थोड़ा निचे करने की कोसिस की. और धीरे से उसकी पंतय देखि मैंने.

क्यूंकि रूम में लाइट ों थी रेड कलर की पंतय पहनी थी सोना ने. मैंने एक हाथ से पंतय को पकड़ा और एक हाथ थोड़ी हिम्मत करके पंतय के अंदर डालने की कोसिस की.

मैंने देखा की सोना कुछ भी रियेक्ट नहीं कर रही थी. तो एक हाथ हाथ से पंतय छोर दी और एक हाथ अंदर रहने दिया. मुझे फील हुवा की सोना की छूट पे हलके बल थे और एक डैम टाइट छूट थी थोड़ी सी फूली हुयी मेरे तो होश उड़ गए थे.

मैंने मेरा पेण्ट निचे किया और लुंड को एक हाथ से ऊपर निचे करने लगा और सोना की छूट पर हाथ फेरने लगा. पर ये सब छूट की ऊपर से ही हो रहा था क्यूंकि सोना ने दोनों पैर समेटे हुए थे.

तो मैंने देखा और उसके पैर थोड़े से फैला दिए ताकि में छूट में ऊँगली कर सकू. हिम्मत करके मैंने छूट को धीरे धीरे मसलना चालू किया. फील हुवा की सोना की छूट में से हल्का सा पानी निकल रहा है और थोड़ी गरम हो रही है.ये सब में कर रहा था उसके साथ पर पता नहीं सोना सो रही थी या सोने का नाटक कर रही थी.

मैंने कंटिन्यू छूट मलासना चालू रखा. मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने धीरे से उसका हाथ लेके मेरे लुंड पे रखा और सोना को हाथ में दिया. वो कुछ भी रियेक्ट नहीं कर रही थी. मैंने उसके हाथ को पकड़ के मेरे लुंड को ऊपर निचे करवाने लगा.मुझे थोड़ा फील हुवा की सोना मेरे लुंड को एक डैम से टाइट पाकर रही है और छोर रही है. मुझे कुछ समज नहीं ारः था ये नींद में कर रही थी या जग रही थी.

अब मुझे मजा तो बहुत आ रहा था क्यूंकि वो बहुत टाइट पकड़ के रखती थी और एक बाजु सोना की छूट मसलना चालू था. सोना की छूट बहुत ज्यादा पानी निकल रही थी. मेरा हाथ अंदर ही था ऐसा करते करते मेरा पानी सोना के हाथ में ही निकल गया.तभी मुझे होश आया और में जल्दी से उठ के उसके हाथ साफ किये और बाथरूम में जेक लुंड वाश किया. वापस आया तो देखा की सोना अब भी वैसे ही सोई थी.

फिर मैंने भी कुछ न किया और सो गया.मॉर्निंग में उठके देखा सोना और मेरे बिच सब नार्मल था और मुझसे बात भी कर रही थी.

बस कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा में रोजज सोना की छूट मसलता था और रोजज लुंड उसके हाथ में देता रहा. वो कुछ रियेक्ट नहीं करती थी. मुझे लगता था की उसे सब पता है पर जान भुज के नाटक करती थी.फिर मैंने सोचा की अब बस बहुत हुवा मुझे सोना की छूट में लुंड डालना है सोना को छोड़ना है मैंने सोच लिया.

करीब १० दिन बिट गए ऐसे ही में कुछ नहीं कर पाया. तो फिर एक दिन मैंने सोचा की आज तो कुछ करता हूँ. रत को सब खाना खाके सो गए सोना भी सो गयी. मैंने उसे थोड़ा सा हिलाया पर कुछ रियेक्ट नहीं किया.फिर मैंने धीरे से उसकी टीशर्ट ऊपर की और उसके बूब्स को हाथ लगाया. पहली बार फील किया दोस्तों सोना के बूब्स इतने तिगत थे में ब्रा के ऊपर से ही सेहला रहा था.

थोड़ी देर बाद मैंने उसकी ब्रा में हाथ डाला और उसकी निप्पल्स को हाथ लगाया वो बहुत छोटे थे. मैंने धीरे धीरे मसलना चालू किया. मैंने देखा की वो थोड़ी सी हिल रही है तो मैंने हाथ निकल दिया. थोड़ी देर बाद मैंने उसके पाजामे के ऊपर हाथ रखा.धीरे से हाथ अंदर दाल दिया और पंतय के ऊपर ही रख दिया और ऊपर से मसल न चालू किया.मैंने सोच लिया था की कैसे भी करके आज सोना को छोड़ के रहूँगा.

फिर मैंने सोना का पजामा थोड़ा सा निचे किया और पंतय भी निचे की और मैंने फील किया की सोना ने छूट के बल साफ किये है. तो मैंने छूट मसलना चालू किया और मैंने एक हाथ से लुंड हिलना स्टार्ट किया.थोड़ी देर बाद मैंने हिम्मत करके सोना का पूरा पजामा निकले की कोसिस की. पर वो सोई थी तो मई निकाल नहीं प् रहा था. तो में ऐसे ही छूट में ऊँगली करने लगा.

मुझे थोड़ा पता चला की वो जग रही थी क्युकी वो बहुत ज्यादा गरम हो चुकी थी और उसके पैर हिला रहे थे और हाथ से चद्दर को पकड़ के उत्तेजित हो रही थी.

फिर में धीरे से उसके ऊपर आने की कोसिस की और उसे किश करने लगा. ५ मं बाद मुझे पता चला की सोना को मजा आ रहा है. तो मैंने उसे किश करते हुए मैंने एक हाथ में उसका पजामा पकड़ा और उसे निचे करने लगा. और सोना को कण ने बोलै बहिन थोड़ा ऊपर उठो न..

तो तभी सोना ने अपनी गांड उठायी और पजामा मैंने पूरा निकल दिया और पंतय भी निकल दी. फिर मैंने चद्दर ली और हम दोनों चद्दर में आ गए. मई सोना के ऊपर सो गया और उसे किश करने लगा. सोना की आँखे बन थी क्युकी वो मुझे नजर नहीं मिला प् रही थी वो बहुत शर्मीली थी.

तो मेरा किश करना चालू ही था सोना ने मुझे दोनों हाथो से पकड़ लिया. थोड़ी देर बाद मैंने भी पुरे कपडे निकल दिए और धीरे से उसके पैर थोड़े फैला दिए. और मेरा लुंड छूट पे रखा. यार क्या बतावु बेहेन की छूट इतनी गरम थी मुझे बहुत मजा आया.

में छूट के ऊपर ही लुंड फेरने लगा. थोड़ी देर बाद मैंने लुंड छूट पर सेट किया और अंदर घुसा ने की कोसिस की. जैसे ही मैंने लुंड ऊपर रखा और थोड़ा धक्का मारा तो सोना ने मुझे उसके ऊपर से हटा दिया और मन करने लगी. आंख बन करके ही मन कर रही थी.

मैंने उसे संजय वो नहीं मन रही थी. में जबरदस्ती उसके ऊपर चढ़ गया और पेअर फैला के थोड़ा थूक लगाया और फिर से लुंड छूट के ऊपर रख के धीरे से अंदर घुसना चाहा. और सोना के मुँह पर हाथ लगाके उसको टाइट पाकर लिया. और थोड़ा जोर से ढाका मारा और सोना की छूट में लुंड चला गया.

वो बहुत रो रही थी क्युकी उसे बहुत दर्द हो रहा था क्यूंकि वो वर्जिन थी. तो मैंने देखा की छूट में से ब्लड निकल रहा था. पर मैंने उसे कुछ नहीं बोलै क्युकी मुझे बहुत मजा आ रहा था.मैंने धीरे धीरे सोना को छोड़ना चालू किया. ५ मं बाद सोना चुप हो गयी क्यूंकि की छूट गीली हो गयी थी और पानी निकल रहा था. सोना का दर्द काम हुवा और उसे मजा आने लगा. वो धीरे धीरे मोअन करने लगी और बोलने लगी की भाई और जोरसे करो मुझे मजा आ रहा है ी लव यू भाई.. बोल रही थी.

मुझे बहुत जोश आ रहा था ये सकने की सोना भी साथ दे रही है. तो में जोर जोरसे छोड़ना चालू किया. १५ मं बाद मेरा पूरा पानी सोना की छूट में ही छोर दिया और सोना की छूट भी बहुत गीली हो गयी थी.

५ मं तक उसके ऊपर ही रहा फिर में निचे आ गया और बाथरूम में जेक लुंड साफ करके सो गया. वो भी थोड़ी देर बाद बाथरूम गयी और आने के बाद मैंने देखा की सोना फ्रिज में से आइस नक़ल रही थी और वो लेके फिर से बाथरूम में गयी.

तो में भी धीरे से उठके बाथरूम साइड गया तो देखा दूर खुला ही था. क्यूंकि रत को तो कोण देखता है ऐसा सोच के खुला ही छोर दिया. तो मैंने देखा की सोना अपनी छूट में आइस लगा रही थी. क्युकी उसे पेशाब करने की वजह से छूट में जलन हो रही थी. क्युकी की वो वर्जिन थी तो छूट फैट गयी थी इसीलिए वो आइस लगा रही थी.

करीब १० मं देखने के बाद वो छूट को वाश करने लगी और में जाके बीएड पे सो गया और वो भी आके सो गयी.में जब सुभह उठा तो में सोच रहा था की ये क्या कर दिया मैंने मेरी बहिन को ही छोड़ दिया. और उसकी वजह से सोना से नजरे नहीं मिला प् रहा था. सोना भी मुझसे बात नहीं कर रही थी.

फिर मई धीरे धीरे उससे बात करना चालू किया. जैसे की हमारे बिच कुछ हुवा ही नहीं और मस्ती भी करना चालू किया. फिर दोपहर को मैंने हिम्मत करके सोना से रत के बारे में बात की और सॉरी बोलै.बेहेन मुझे माफ़ करदे में भूल गया था की तुम मेरी बहिन हो अब ये सब नहीं होगा.

फिर सोना बोली भाई आप मुझे बहुत अच्छे लगते हो लव यू भाई.. ये बोलके उसने मुझे हुग कर लिया और बोलने लगी जो हुवा उसमे आपकी कोई गलती नहीं है मैंने भी आपका साथ दिया है मुझे भी सेक्स करके मजा आया.

ये बोलके मुझे किश करने लगी और में भी उसकी गांड पकड़ के किश करना चालू किया और उसी टाइम हमने फिर से सेक्स किया.

फिर हर रोजज हमने चुदाई करना चालू कर दिया. ऐसे ही चलता रहा वो जब भी मेरे घर आती हम चुदाई करते और कही घूमे जाते वह भी चुदाई करते.

में ही सोना को उसके घर छोर ने जाता तो रस्ते में ही चुदाई करके घर जाते थे. और उसे लेने जाता था तब भी चुदाई करके ही घर एते थे. कई बार सोना को खेत में भी छोड़ा मां के घर जा के. वो में आपको अगली स्टोरी में बताऊंगा.

उम्मीद है की आपको मेरी स्टोरी पढ़ के मजा आया होगा कुछ गलती हो गयी है तो माफ़ कीजियेगा क्यूंकि की में गुजरात से हु तो हिंदी लिखने थोड़ी सी प्रॉब्लम होती है थैंक यू!

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