बहन की चूत मार के मज़ा लिया

हेलो दोस्तो.. पहली स्टोरी पे आप की एमाइल्स मिली. बोहट अछा रेस्पॉन्स दिया आप लोगो ने. बोहट धने वॅड. जिस ने नही परही ज़रूर परहिय. आज की स्टोरी वही से कंटिन्यू हो गिइ

चॅप्टर 1: रीकॅप

हम दोनो नंगे लायटे थे. अभी अभी हम ने पहली बार सेक्स किया था.

यह मेरी प्यारी बहन थी… मई बचपन से इश्स भोली लड़की को सताता था और इस का मज़ाक़ उरता था. मगर जवानी किी दहलीज़ पर क़दम रखते ही उसको प्यार करने लगा था और हवस भरे ख़यालात पालने लगा था.

मगर आज जब उस से अपने दिल किी बात कह दी तो पता चला के वो बिल्कुल भोली नही थी. वो भी मेरी तरह सेक्स किी चाहत रखती थी और चूड़ना चाहती थी.

चॅप्टर 2: फेसिंग हरी

अब हमाई शांत हुवे कुछ देर हो चुकी थी. वो अब भी मुझ से चिपकी हुई थी.. बोहट हसीन पल थे.

फिर वो बोली ‘’भाई’

‘’ह्म?’

‘’बहिर जेया के हरी को देखो’

‘’क्यूँ?.’

फिर मई समझ गया.. जल्दी से उठ कर कापरे पह्न’ने लगा.

हरी इतना भी छोटा नही था. हम उसे टीवी देखता हुवा चोर कर नीलूं के बेडरूम मई आ गये थे. जब हम अंदर आए तब मैने डोर भी लॉक कर लिया था. उसे शक हो सकता था. मुझी टेन्षन होने लगी.

मई बहिर गया तो देखा टीवी ओं था पर हरी नही था. फिर किचन की तरफ गया. हरी वहीं था. फ्रिड्ज से कुछ ले रहा था.

मैने यूयेसेस के साथ कुछ पल बिताए और यूयेसेस से बात भी किी.. वो बिल्कुल नॉर्मल बिहेव कर रहा था. मुझी तसल्ली हो गयी… फिर कुछ पल हरी के साथ ही बिताए.

फिर वापिस गया नीलूं के रूम किी तरफ. डोर लॉक कर चुकी थी और मई अंदर नही जेया पाया. काफ़ी देर बीट गयी.

अब मई वापिस गया और नॉक किया. नीलूं ने धीरे से दरवाज़ा खोला और मेरी तरफ देखा. मुझी बोहट हसीन स खुश्बू आई. उसके बाल भी गीले थे. यूयेसेस ने कहा ‘’आ जाओ’ और पीछे हट गयी.

मई कमरे मई एंटर हुवा और डोर बंद कर दिया. ‘’दरवाज़ा क्यूँ नही खोल रही थी?’

‘’भाई शवर ले रही थी’’

वो मुझ से हरी के बारे मई पूछने लगी… मैने उसको सब बता दिया.

‘’उसको शक तो नही हुवा’’

‘’मेरे ख़याल से नही. उसका बिहेवियर तो बिल्कुल नॉर्मल है’’

वो बोली ‘’अब मा के आने तक हम उसके पास ही बैठें गे. तुम जाओ मई आती हूँ’’

चॅप्टर 3: आफ्टर स्कूल

रात भर लाइट कर दिन किी बीती बतो को सोचता रहा.… लंड खरा हो गया. बेचारे को ट्राउज़र से बहिर भी निकल लिया पर मूठ नही मारी.

अगले दिन हम दोनो ऐक साथ स्कूल की बस से उतरे और घर किी तरफ चल दिए… अब आगे 2 मीं किी वॉक थी और रास्ता सुनसान था.

मैने कहा ‘’कैसा दिन गुज़रा?’

‘’नॉर्मल ही गुज़रा. तुम्हारा?’’

‘’मेरा भी नॉर्मल’’

कुछ पल खामोशी रही. फिर मैने कहा ‘’लरके चेरते हैं तुझे क्या.?’’

‘’नही तो? क्यूँ’’

‘’स्कूल के कपरो मई इक दम आइटम लगती है तू’’

वो हंस डी. ‘’अववव… थॅंक योउ’’.

फिर मैने कहा ‘’कल के बारे मई गिल्टी फील तो नही हुआ?’’ वो बोली ‘’नही भाई.’’

मुझे ये ही सुन’ना था. घर आ गया. हम खामोश हो गए. मैने डोर अनलॉक किया… और हम अंदर चले गए. घर मई खामोशी थी. नीलूं बाग रख कर किचन की तरफ जाने लगिइ..

हरी अपने बेडरूम मई था.. नीलूं मेरी तरफ क़मर किए चल रही थी. उसकी मोटी गंद हिलती हुई देख कर मेरे होश उर गये. मैने उसको लिविंग रूम के बीच मई ही पीछे से पकड़ लिया और गले से लगा लिया. वो मुस्कुराने लगिइ… मई उसके बूब्स पर हाथ फेरने लगा और दबाने लगा…

फिर उसकी गंद के साथ अपना लन ज़ोर दिया और ज़ोर से दबाया. उफ़फ्फ़ क्या नर्मी थी. वो खामोशी से खड़ी रही…. फिर मैने उसके निपल्स किी जगह हाथ फेरा और सहलाया. और फिर हाथ से उसकी गर्दन को तोड़ा सा घुमाया और उसकी लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए. यूयेसेस ने अपना ऐक हाथ मेरे सर पे रख लिया… मई यूयेसेस के लिप्स को किस करने लगा और अपना लन उसकी गंद पर दबाए रखा.

अब मेरा लन पूरा खरा हो चुका था. फिर मैने उसकी शलवार मई अपना रिघ्त हॅंड डाला और उसकी छूट से टच किया… वो तोड़ा सा चोणकी पर खामोश रही. फिर मैने उसकी छूट को सहलाना शुरू कर दिया. ‘’आह… भाई वो आ जाए गा’’

मई उसकी छूट को सहलाता गया और उसकी गंद से अपना लन दबाए रखा. वो मज़े लेने लगिइ… ‘’ह’’. कुछ देर मई उसकी छूट को सहलाता रहा. वो बोहट गरम हो गयी.. मैने उसके कान मई सरगोशी किी ‘’बेबी योउ अरे सो सेक्सी’’. वो बोली ‘’म्‍म्मह’’.

मई सहलाता रहा उसकी छूट को और वो मज़े लेती रही. फिर मैने उसकी छूट को चोर दिया और हाथ बहिर निकल लिया. उसकी गर्दन पर किस किी और बोला ‘’4 बजे रेडी रहना’’.

यूयेसेस ने कहा ‘’ओक’’. फिर उसने कापरे ठीक किए और किचन की तरफ जाने लगिइ. उसकी गंद फिर से हिलने लगिइ. मई अपने रूम किी तरफ चला गया और कापरे बदले और नाहया.

कुछ देर बाद हरी और मई लिविंग रूम मई थे और नीलूं ने हमैन खाना ला कर दिया और खुद भी हमारे साथ खाया. अब वो यूनिफॉर्म चेंज कर चुकी थी और खुद भी नहा चुकी थी. घर के कपरो मई उसकी गंद और भी बड़ी लग रही थी. मई घूर कर देखता रहा और साथ क्लॉक को भी. वो टीवी देख रही थी…

चॅप्टर 4: सेक्स

उसके बेत्ने से साफ ज़ाहिर था वो किसी चीज़ के इंतज़ार मई है… मैने इस को छोड़ने के लीयः ही इसको गरम किया था. और मई जनता था उसकी छूट को गर्मी छारही थी.

अब 4 बजने मई सिर्फ़ 10 मिंट बाक़ी थे. मैने कहा चल नीली होमवर्क करते हैं…

उसने कहा ‘’ओके’’. यूयेसेस ने हरी के सामने थोड़ी आक्टिंग किी. उसको पूछा ‘’कुछ चाहयेह हरी??’’ और उसके सामने से बर्तन उठा लीयः. मई उसके बेडरूम मई जाने लगा और वो किचन किी तरफ. उसके बेडरूम मई जा के खरा हो गया और वेट करने लगा.

कुछ ही देर मई वो बेडरूम मई आई और डोर लॉक करते ही मेरी तरफ बरही. मैने उसको गले से लगाया और उसके होन्ट चूमने लगा. वो भी प्यार से मेरे होन्ट चूमने लगिइ. अब हम पॅशनेट्ली किस कर रहे थे.

किस करते हुवे मैने उसकी नरम गंद को पकड़ा और ज़ोर से दबाया. वो बोली ‘’म्‍मह’’. मई उसकी गंद को सहलाने लगा…

फिर उसकी कमीज़ उतरने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगिइ. दोनो ने मिल कर उसकी कमीज़ उतरी. अब चूमते हुवे उसको बेड किी तरफ ले जाने लगा और अपने हाथ से उसकी ब्रा खोलने लगा. ब्रा को अनहुक किया और खोल दिया. नीलूं ने अपनी ब्रा को ज़मीन पे गिरा दिया… अब उसके बूब्स नंगे थे.

मैं नीलूं को बेड पर लिटने लगा और उसका सर पिल्लो पर रख दिया..

अब मैने अपना टॉप उतरा और उसका शरीर ज़ोर ज़ोर से चूमने लगा… उसकी गर्दन को चूमा, उसकी छाती को चूमा, उसके ब्रेस्ट्स को चूमा और फिर उसका बेल्ली. उसका बदन चूमते हुवे नीचे की तरफ जा रहा था… वो तेज़ सनसैई ले रही थी.

अब मई उसकी शलवार उतरने लगा और वो ही पिंक पनटी मेरे सामने आ गयी… आज पनटी नीचे से गीली थी. मई पनटी के उपर किस्सस करने लगा. कल इसकी गंद को चटा था आज मुझे इस की छूट चटनी थी… पनटी से वो ही खुश्बू आ रही थी. मेरा लन खरा हो गया.

फिर झत्ट से उसकी पनटी नीचे करने लगा और उतार डी. अब वो नंगी थी और उसकी छूट मेरे सामने थी. उसकी छूट गीली थी और बेहद खूबसूरत भी… मैने अपने होन्ट उसकी छूट पर रखे और ज़ोर से चूमा… उसके मून से ‘’आह’ निकली.

फिर उसकी छूट को चाटने लगा.. ‘’ह जस्ट लीके तट’. वो सिसकियाँ लेने लगी. मुझे उसकी गीली छूट का टेस्ट आने लगा. और उसकी नर्मी भी महसूस होने लगिइ. मुझ पे नशा तरी हो गया. मई मस्त हो के चाटने लगा… उसने अपना हाथ मेरे सर के पीछे रख लिया और मज़े लेने लगी… ‘’म्‍म्मह फक एस.. ह’..

मई उसके बड़े बड़े ब्रेस्ट को देख रहा था. उसका मून भी खुला था. वो बोहट सेक्सी लग रही थी…. वो मेरा सर नीचे दबाने लगिइ और दूसरे हाथ से अपने ब्रेस्ट को मसालने लगी थी ‘’ह.. जस्ट लीके तट बेबी.. फक एसस्स’’.

उसकी छूट किी खुश्बू मुझे दीवाना कर रही थी. मई उसकी छूट को छत’ता रहा… मेरा खरा लन ट्राउज़र से बहिर निकालने के लीयः बेताब था.

अब मई उसके बेल्ली को चूमने लगा… उसके मून से फिर ‘’आह’’ निकली. कुछ पल ज़ोर से उसके बेल्ली को चूमा और फिर उपर हुवा और अपनी बेल्ट और बटन खोला.. अपना ट्राउज़र और अंडरवेर दोनो ऐक साथ नीचे किया और उतार दिया.… अब हम दोनो नंगे थे.

मैं उसकी लेग्स के दरम्यान मई आ गया और उसके उपर झुक गया.. मैने अपना लन उसकी छूट प्र रखा. उसकी दोनो टाँगें फोल्डेड थी और पावं बेड पर थे.

मैने अपना लन उसकी छूट के सुराख प्र रखा और अंदर डालने लगा. छूट का सुराख अब भी टाइट था. मैने धीरे से अंदर डाला और पूरा लन उसकी छूट मई डाल दिया. वो बोली ‘’अहह भाई’’. उसकी बॉडी थोड़ी टेन्स हो गयी.

मई अपना लन धीरे से बहिर किी तरफ लाने लगा और फिर वापिस अंदर डाल दिया. ‘’अहह…’’. मुझे लगा उसे आज भी दर्द हो रहा था…

अब अपना लन आगे पीछे करने लगा और उसकी परवाह किए बिना उसकी छूट मई झटके मरने लगा. वो सिसकिया लेने लगी. ‘’ह.. ह.. म्‍मह.. आहह’’… उसकी छूट बोहट टाइट थी और मेरे लन को बोहट मज़ा दे रही थी… यूयेसेस ने अपनी दोनो बहाीन मेरी गर्दन के पीछे रख ली…

अब चुदाई का रिदम बन गया और मई उसकी छूट को तोड़ा ज़ोर से छोड़ने लगा. मेरा बदन उसके बदन से टकराने लगा. और हर झटके से पूरा लन उसकी छूट मई जाने लगा… ‘’ह… आहह… इट’स सो बिग… ह… ऑश बेबी’’.

कुछ देर उसको यूँ ही छोड़ा फिर अपने झटके थोड़े ताइज़ कर दिए. मेरी सनसैई तेज़ थी और नीलूं सिसकियाँ ले रही थी. ‘’अववव.. फुक्ककक… म्‍मह’’.

कुछ देर बाद नीलूं ने अपनी दोनो लेग्स उठा ली और मेरी क़मर प्र रख ली. अब वो कहने लगिइ “ह एसस्स फक मे बेबी ह. ह ऑश बेबी जस्ट लीके तट फक.”

अब मैं छूट मई झटके मरते हुवे कोहनीओ के बाल लाइट गया… उसकी स्किन मुझे अपनी स्किन के साथ महसूस हुई और बोहट अछा लगा. मई उसकी छूट को तेज़ी से छोड़ने लगा… ‘’ह एसस्स… फक मे लीके आ होर. जस्ट लीके तट बेबी… ह ह फक मे ह ह फक मे लीके आ डर्टी होर… एसस्स ह फक एस म्ह’’

मई अपनी गंद को उपर नीचे करता गया. हर झटके से मेरा लन उसकी छूट को चीरता हुवा अंदर जा रा था. मई उसकी छूट को ज़ोर से छोड़ रहा था. हम दोनो किी स्किन्स टच हो रही तीन. उसके बड़े ब्रेस्ट मुझे अपनी चेस्ट पर फील हो रहे थे. ‘’ह एसस्स फक मे भाई फक मे लीके आ होर… ह जस्ट लीके तट’’

कुछ देर बाद वो बोली ‘’भाई अब मुझी उपर आने दो’’… मैने झटके रोके और लन बहिर निकल लिया… उसकी लिप्स को किस करता हुआ मई नीचे लाइत्न्े लग गया और वो मेरे उपर आने लगिइ. वो अपनी दोनो तंगायन फेला चुकी थी और मेरे लन पर बेत्ने वाली थी. मैने अपने हाथ से अपना लन पकड़ा और उसने भी मेरा लन उपर से पकड़ा और अपनी छूट मई डालने लगी..

वो धीरे से दल रही थी और मई उसको तेज़ी से छोड़ने के लीयः बेताब था. यूयेसेस ने धीरे से अपनी गांद नीचे किी और मेरा लन अपनी छूट मई पूरा ले लिया. अब वो धीरे से अपनी गंद उपर उठाने लगी.

मैने तुरंत से उसकी गंद को दोनो हाथो से पकड़ लिया और तेज़ी से अपनी हिप्स उपर नीचे करने लगा. वो बोली ‘’अववह.. फक’’.

मई तेज़ी से उसकी छूट मई झटके देने लगा और बोला ‘’साली रंडी कहीं किी’’. वो मेरी तरफ देखने लगिइ… उसका मून खुला था. वो बोली ‘’अववव’’.

मैने कहा ‘’साली रंडी छीनाल’’. वो बोली ‘’ह भाई’’. मेरा लन उसकी छूट किी दीवारे चियर कर अंदर जाने लगा…

मई अपनी हिप्स हिलता हुआ उसकी छूट को छोड़ने लगा था और उसकी गंद को भी अपने साथ उपर नीचे करने लगा…

यूयेसेस ने अपना सर तोड़ा सा झुका लिया और अपने हाथ मेरी चेस्ट पर रख लीयः.. ‘’ह ह’’

यूयेसेस किी गंद मेरे बदन से टकरा रही थी और कमरे मई दो बदन टकराने किी आवाज़ आने लगिइ. मई उसकी गंद को नीचे कर रहा था और अपनी हिप्स को भी उपर कर रहा था… मेरे बॉल्स उसकी हिप्स से टकरा रहे थे. वो सिसकियाँ ले रही थी ‘’ह ह बेबी अहह’

मैने फिर से कहा ‘’साली रंडी’’

फिर उसने मुझ से कहा ‘’अवव.. भाई फिर से रंडी बोल’’

मैने कहा ‘’साली रंडी कहिी किी’’.

वो बोली ‘’अववह’

‘’रंडी छीनाल’’.

‘’अववह बेबी…. फक…’’

फिर वो नीचे झुकी और मेरे लिप्स पर किस करने लगिइ… हम किस कर र्हे थे और कमरे मैं अब भी दो बदन टकराने की आवाज़ आ रही थी.

किस कर के वो नीचे झुकी रही और मेरा लन लेती रही… ‘’जस्ट लीके तट… ह ह ह’’

कुछ पल बीते और फिर वो कहने लगिइ ‘’ऑश गोद… डॉन’त स्टॉप.. अववह… ह’’. उसकी छूट अब बोहट गीली होने लगिइ ‘’ऑश बेबी. फक’’. उसके चेहरे पर ऐक नशा था. मई समझ गया उसे ऑर्गॅज़म हो रहा है.

जैसे ही उसका ऑर्गॅज़म ख़तम हुवा मई उसकी छूट मई ज़ोर से झटके देने लगा.

वो मेरा लन लेती रही और मई उसकी छूट को छोड़ता रहा. अब मई क़रीब पोनच चुका था…

कुछ झटके और दिए और मेरे लन से पानी निकल कर तेज़ी से उसकी छूट मई जाने लगा… मई ‘’म्‍मह’’ किी आवाज़ करते हुवे उसकी छूट को भरने लगा.

सारा पानी उसकी छूट मई ही चोर दिया और सांस लेने लगा.

यूयेसेस ने मेरे लिप्स प्र किस किी.. फिर बोली ‘’मी बेबी’’. और मेरे रिघ्त साइड पर लाइट कर मुझ से चिपक गयी…

मई अब भी तेज़ सांस ले रहा था.. धीरे धीरे दोनो शांत होने लगे. नीलूं मुस्कुरा रही थी.

कुछ देर हम, बिना कुछ कहे खामोशी से लायटे रहे…

एंड ऑफ पार्ट 2