अकेली भाभी को दी लंड की चाबी

आयेज बदते है स्टोरी पे. तो आपने पढ़ ही लिया है की भैया 2 हफ्ते के लिए बाहर गये थे, और मैने तान ली थी की ऋतु को छोड़ के रहूँगा. मैने उसे पॉर्न देखते हुए भी देख लिया था.

हमारी दोस्ती अभी काफ़ी बढ़ चुकी थी, और मैं काई बार क्लोज़ आने की कोशिश भी करता था. अब हम लोगों ने बचपन से बोल्लयऊूद की मूवीस देखी है, और सिड्यूस कैसे करते है वो वही से सीखा है. बोल्लयऊूद के पैंतरे असली ज़िंदगी में काम करते है, लेकिन तोड़ा संभाल के और पेशियेन्स से करना पड़ता है सब.

तो मैं आज कल रोज़ कुछ ना कुछ मोमेंट बनाने की कोशिश करता था की ऋतु को सिड्यूस कर पौ. मैने बहुत कुछ ट्राइ किया जैसे काई बार मोविए देखते-देखते उसका हाथ पकड़ना, जिससे वो बड़े ही शानदार तरीके से निकलवा लेती थी.

उसकी पीठ को धीरे-धीरे ताप करना. जान-बूझ कर उसकी गांद पे हाथ मारना. ये सब मैं पिछले हफ्ते से रोज़ कर रहा था, ताकि वो थोड़ी-थोड़ी सिड्यूस हो जाए. क्यूंकी मुझे था की शायद वो सेक्स की इक्चुक हो.

अब 8-9 दिन हो गये थे बहिया को गये, और मैने ऋतु को 2-3 बार देख लिया था पॉर्न देखते हुए. तो ये बात तो मैं समझ गया था की वो सेक्स की भूखी तो थी. मेरी किस्मत खुली पुर 10 दिन की मेहनत के बाद. आज मैने फाइनली उसको अप्पर लेवेल का सिड्यूस कर लिया.

तो शुरू कुछ ऐसा हुआ की वो किचन में भिंडी की सब्ज़ी बना रही थी, और मैं भी साथ में ही अपना सॅंडविच बना रहा था. मैं कोई मौका ढूँढ रहा था की कुछ करू. सेक्स तो मिल नही रहा था, लेकिन मज़े तो ले ही सकता था.

ऋतु: तेरी वो दोस्त दोबारा नही दिखी.

मैं समझ गया किसकी बात कर रही थी वो.

मैं: नही वो कल आई थी. लेकिन उसके पीरियड्स थे तो उपर-उपर से ही करके छ्चोढ़ दिया. ज़्यादा शोर शराबा नही किया.

ऋतु: अछा.

मैं: आपके कमरे से कुछ आवाज़े आ रही थी.

ये सुन के वो तोड़ा ऑक्वर्ड हो गयी. उसका ध्यान भटका और उसने अपनी उंगली कटवा दी चाकू से. मैने जल्दी से उसकी उंगली अपने मूह में डाल ली, और चूसने लगा. मैने ये जान-बूझ कर किया. वो कुछ नही बोली और रोने लगी, क्यूंकी उसने सच में ज़्यादा कट लगवा लिया था.

मैने उसको चुप करवाने के लिए उसका हग किया और फेस पे हाथ फेरने लगा, जैसे छ्होटे बच्चे का करते है. फिर वो बातरूम में चली गयी, और रूम में जाके पट्टी करके आ गयी. अब वो जब नीचे आई तो फिरसे काम करने लग गयी. बुत उससे हो नही रहा था, तो मैने उसकी हेल्प की, और उसको अंदर सोफे पर जाने के लिए कहा.

वो अंदर चुप-छाप बैठी थी, और उंगली ही दबाती जेया रही थी. उसको देख के मेरे मॅन में एक ही ख़याल था की उंगली को नही मेरे लंड को ऐसे दबाए तो क्या मज़ा आए. मेरा लंड पूरा खड़ा था, और मुझसे बर्दाश्त नही हुआ. तो मैं सीधा उसके पास गया.

अब पास तो चला गया, लेकिन इतनी हिम्मत थोड़ी ना थी. कुछ देर बाद वो बाहर आई.

ऋतु: क्या हुआ? बड़ी तेज़ी से अंदर आया था. मुझे लगा कुछ करना होगा.

मैं: नही-नही, मुझे लगा तूने सस्स किया, तो देखने आ गया था.

ऋतु: नही वो तो ज़ोर से डब गयी थी उंगली.

ऋतु शेल्फ पर बैठ गयी और बादाम खाने लगी. मुझसे अब सच में रहा नही जेया रहा था, क्यूंकी उसका अंग-अंग मुझे बुला रहा था. तो मैने अपने हाथ धोए और मैं ऋतु के पास गया, और उसके फेस के सामने अपना फेस रख दिया. हम दीनो कुछ नही बोले.

अगले ही पल मैं अपने ठंडे हाथ ऋतु की कमर पे ले गया. थोड़ी सी त-शर्ट उपर उठी हुई थी, तो उसकी स्किन पे हाथ टच हुए. और दूसरा हाथ उसके रिघ्त थाइ पर था. फिर मैने उसको किस कर लिया. वो कुछ नही बोली और कुछ देर बाद मेरे चेहरे पे हाथ रख कर बहुत ज़ोर से किस करने लगी. हम दोनो पागल हो गये थे, और बस भूखे शेर की तरह लगे हुए थे.

ऋतु: अभी गाते खुला है घर का.

मैने उसको ऐसे हू उठाया, और गाते तक ले गया. मैं उसे एक भी पल छ्चोढना नही चाहता था, क्यूंकी मुझे ये था की उसका मूड ना बदल जाए. मैने किस करते-करते ही गाते लॉक किया बेसमेंट वाला भी. फिर हम डाइनिंग पर ही किस करते रहे.

मेरी त-शर्ट तो पहले ही किचन में गिर गयी थी, और उसकी ब्रा और टॉप गाते के पास था. वो किस करते-करते मेरी पीठ पे नाख़ून चूबो रही थी. मैने उसकी टांगे स्ट्रेच की, और उसको एड्ज पर लेके आया टेबल की.

मेरी शर्ट के उपर से मेरा लंड उसकी छूट पे टच हो रहा था. उसने मुझे और कस्स के किस की और जाकड़ लिया. मेरा लंड उसकी छूट में और टच होने लगा.

ऋतु: अभी, अया सस्स डॉन’त लूस इट. मोरे टाइट.

मैने उसको खड़ा किया और उसकी बोट्तों पनटी साथ ही उतार दी. उसका हाथ मेरी शॉर्ट्स में डाल दिया. अब वो मेरे निपल को मूह में लेके चूस रही थी, और काट रही थी. मैने उसको जीभ बाहर निकाल के रखने को कहा, और उसका पूरा मूह अपने शरीर पे रग़ाद दिया.

वो मुझे बहुत जगह काट रही थी. मैने उसे नीचे बिताया, उसने अंडरवेर उतरा और मेरा लंड हाथ से पकड़ के हिलने लगगी. वो लंड मूह में लेके ब्लोवजोब देनी लगी. उसने लंड को खूब चूसा और पूरा थूक से गीला किया.

मैने अपना एक पैर चेर पे रखा, और उसका मूह नीचे करके अपनी बॉल्स को मूह में लेने को बोला. उसने बड़े ही तरीके से किया और आचे से चाट के मज़े दिलाए.

मैं: ऋतु… कमाल है तू. कहा से सीखा तूने.

मैने अपना कॅमरा ओं किया, और उसके वीडियो बनाई.

मैं: उपर देख.

उसने पुर पोर्नस्तर वाली रिक्षन दी, और चूस्टी रही. ऋतु फिर मेरे गले लगी और बोली-

ऋतु: रूम में चले.

मेरे दिमाग़ में पॉर्न वीडियो का सीन चल रहा था, जिसमे एक लड़का-लड़की को किचन में फ्लोर पे थोक रहा होता है. तो मैने सोचा वही क्यूँ ना किया जाए. तो मैने उसकी बात इग्नोर की, और उसको शेल्फ के साथ लगा के उसकी एक टाँग चेर पे रख के उसकी छूट पे आया.

उसकी छूट पे बाल थे, पर कम थे मेबी हाल फिलहाल में शेव किया हो. उसकी थाइस बहुत गोरी थी. लेकिन मैने ज़ोर-ज़ोर से स्पॅंक किया और लाल कर दी, और मैने उसपे लोवे बाइट्स भी दिए. उसकी छूट सच में बहुत फूली और स्ट्रेच्ड थी.

मैं उपर उठा और उसकी गर्दन को लीक करने लगा, और वो भी सेम करने लगी. हमे नही पता हम कहा-कहा चाट रहे थे.

मैं: तेरी छूट इतनी खुली हुई क्यूँ है?

वो कुछ नही बोली. मैने उसकी छूट में उंगली डाली तो आराम से चली गयी.

मैं: बता, इतनी स्ट्रेच क्यूँ है?

वो फिर नही बोली. और मैने उसकी गांद पे ज़ोर से छाँटा मारा.

मैं: बोल.

ऋतु: वो ये ना चार-चार उंगलियाँ डाल देते थे फिंगरिंग के वक़्त, और आप तो मैने अपना ऑलमोस्ट हाथ डाल दिया था.

मैं कुछ नही बोला बस उसको प्यार करता रहा, और फिंगरिंग करने लगा. मैने अपनी 5 उंगलियाँ डाली तो जाके उसके मूह से आअहह सस्सस्स ऊहह निकला. मैं नीचे गया, और उसकी छूट को चाटने लगा, और वो अपने हाथ से मेरा सिर दबा रही थी.

लेकिन वो कोई भी आवाज़ नही कर रही थी. मज़ा आ रहा था उसकी चाटने में या फिंगरिंग करने में.

मैं: तेरी छूट में तो तुझे लंड फील ही नही होगा.

वो कुछ नही बोली. फिर मैने यूयेसेस उल्टा किया, और बेंड कर दिया, और उसके अशोल को देखने लगा. वो टाइट था. मैने उसे चाटना शुरू किया. ऋतु अब तोड़ा मज़ा लेने लगी.

मैं: ये तो टाइट है, यही लंड दूँगा मैं.

मैने उसको गांद पे बहुत बाइट्स दिए, और भूत थप्पड़ मारे. वो हर थप्पड़ पे आहह भारती. मैने पहले अपना लंड उसकी छूट में डाला, और अंदर-बाहर करने लगा. वो तो झरने बहा रही थी, और मेरा लंड पूरा गीला हो गया था. फिर मैं उसे अंदर सोफे पर ले गया, और उसको बेंड करके पूरा स्ट्रेच करवाया ताकि उसका अशोल खुल जाए.

मैं 69 में आ गया, और वो लंड चूस्टी रही, और मैं उसकी गांद में फिंगरिंग करने लगा. जॉब दो उंगलियाँ अंदर-बाहर होने लगी, तो मैने जल्दी से उसे डॉगी स्टाइल में लिया, और उसकी गांद में लंड देने लगा धीरे-धीरे.

ऋतु: आहह मम्मी अयाया निकालो इसको प्लीज़ आहह.

मैं: हो गया, बस हो गया.

और मैने एक झटका मारा और लंड फाइनली पूरा अंदर.

वो अब पूरी अटक गयी थी सोफे में. मैं 2 मिनिट रुका और उसके बाद मैने शुरू किया. मैने लंड बाहर निकाला की मेरा स्पर्म निकालने वाला है. और मैने उसकी गांद पे पूरा स्पर्म निकाल दिया. वो खड़ी नही हो पा रही थी, और बहुत धीरे-धीरे चल के बातरूम गयी सॉफ करने और फिर उपर जाने लगी. मैं भाग के उसके पास गया और उसको रूम में ले गया.

वो मेरे पास आके सोने लगी, और मैं उसके शोल्डर्स दबा रहा था. मेरा लंड खड़ा हो गया और वो खुद से अपने हाथ लंड पर ले गयी.

ऋतु: ये फिर तैयार हो गया. कोई और काम है इसको?

वो उसे हिलने लगी धीरे-धीरे. मैं उसके उपर आ गया वो उल्टी ही लेती हुई थी. मैने चादर उपर लेली, और लंड अंदर डाल दिया गांद के.

ऋतु: आ धीरे आहह.

मैं: हो गया बस.

मैं बस अब उसे बजाने लगा.

ऋतु: आ आ श आ.

मैने अपना दूसरे हाथ अंदर डाला, और उसकी छूट में उंगली करने लगा. 20 मिनिट तक करने के बाद मैने उसकी गांद में स्पर्म छ्चोढ़ दिया, और उसपे ही लेट गये. रात को काई बार मैने उसको कॉवगिरल में ही रखा, और बस उछालती ही रही वो. मैं ब्रॅंपटन में रहता हू. अगर कोई लड़की या औरत मुझसे किसी तरह की फेवर चाहती है तो मुझे कल्लमेअभी2109@गमाल.कॉम पे मैल करे.