बर्तडे पर वर्जिन गर्लफ्रेंड की सील तोड़ी

मेरी और मानसी की दोस्ती फ्ज़िक की काउचिंग मे हुई थी, तब से हम दोनो आपस मे फ्रेंड बन गये थे. अभी हम दोनो एक ही क्लास मे पढ़ाई कर र्हे थे.

वो एक आचे नेचर वाली लड़की थी, और सबाही से आचे से बात करती थी. कोचैंग मे हम दोनो अकसर एक ही टेबल पर बैठा करते थे, तो हम दोनो मे काफ़ी बातें हुआ करती थी.

फिर एक दिन मैने ही पहेल करते हुए उसे नंबर एक्सचेंज करने को खा, तो वो झट से मान गयइ. अब हम दोनो फोन पर बातें करने लग गये.

फिर एक दिन उसने मुझे अपनी छ्होटी बहें के बर्तडे की पार्टी का इंविताईओं दिया. मैं जब उसके घर गया तो उसके घर वालो ने भी मेरा आचे से वेलकम किया.

जो की मुझ बहोट पसंद आया, उसकी फॅमिली भी मुझे अपनी फॅमिली की तरह खुले और आचे विचारो वाली लगी.

बर्तडे पार्टी बहोट रात तक चली, फिर मैं अपनी बिके से अपने घर वापिस आ गया. अब हुमारी दोस्ती और भी घेरी हो गयइ थी, इसी तरह टाइम बीट रा था.

अब मेरा बर्तडे भी आ गया था, मैने उसे मोविए के लिए इन्वाइट किया. तो वो खुशी खुशी मान गयइ, हम दोनो “जन्नत 2” मोविए देखने गये.

मोविए शुरू हुई और इस हॉट मोविए के शुरुवत मे ही वो सेकने आ गया. जिस देख कर हम दोनो एक दूसरे को तिरछी नज़ारो से एक दूसरे को देखने लग गये.

कुछ ही पल बाद हम दोनो ने ही अपनी आँखें हात्याई और मोविए देखने लग गये. फिर मोविए ख़तम होते ही उसने मुझे एक गिफ्ट दुया, जिसे पर मैने उसे घर पर ब्रिथड़े पार्टी मे आने के लिए कह दिया.

वो – न्ही यार रात को आने मे प्राब्लम हो गयइ, तो वो मैं अपने घर वालो से पूछ कर तुम्हे बटूँगी.

फिर हम दोनो घर के लिए निकल पड़े, घर आ कर मैने अपनी मों से सारी बात करी. तो उन्होने मुझे कह दिया की मैं अपनी फ्रेंड को इन्वाइट कर स्कता हूँ.

फिर मैने अपनी मों से उनकी मों को फोन करवाया, और उसे मेरे घर आने की ऐसे पर्मिशन मिल गयइ. वो शाम को केक काटने के कुछ देर पहले ही आ गयइ.

फिर मैने केक कुटिंग के बाद डॅन्स प्रोग्राम शुरू किया. अब सब मस्ती मे डॅन्स करने लग गये, उधेर हम दोनो भी साथ मे डॅन्स कर र्हे थे.

तो डॅन्स करते टाइम मेरा हाथ ग़लती से उसके बूब्स को छू गया. जिसे शायद उसने इग्नोर कर दिया. फिर रात ज़्यादा होने की वजह से मेरी मों से उसे मेरे घर पर ही रोक लिया, और उसे सुबह जाने ओ कह दिया.

उन दोनो गर्मियो के दिन थे, तो सब की सोने की त्यारी हुँने चत्ट पर ही करी थी. फिर हम दोनो च्चत्ट पर दो बिस्तर लगा कर ल्ट गये और बातें करने लग गया.

मेरी कब आँख लग गयइ मुझे पता ही न्ही चला. हम दोनो के बिस्तर बहोट ही पास लगे हुए थे, इसलिए रात के 2:30 बजे मेरा हाथ उसके सीने पर चला गया.

मुझे कुछ गुदगुदा सा एहसास आते ही मेरी नींद टूट गयइ, पर उसकी कोई पार्तीकिया न्ही ही. मुझे उसके बूब्स बहोट ही सॉफ्ट लग र्हे थे, मैं धीरे धीरे उस पर हाथ फेर रा था.

तभी मुझे उसके बूब्स दबाने का आइडिया आया, और मुझे पर थोड़ी सी हवस भी हावी होने लग गयइ. मैने अब धीरे धीरे उसके बूब्स को शेलना शुरू कर दिया.

उसने इसका कोई विरोद न्ही किया, अब मुझे साँझ आ गया की वो जाग र्ही थी और वो सोने का नाटक कर र्ही है.

बस फिर क्या था, मैने धीरे से उसके पलंग पर आ गया और मैने उसका टॉप उपेर करके उसके बूब्स को मसलना शुरू कर दिया.

अगले ही पल मैने उसके होंठो पर अपने होंठ र्ख दिए. उससे से भी अब रहा न्ही गया, और अब वो मेरा साथ देने लग गयइ. मैने अब उठ कर अपने सारे कपड़े निकल दिए.

उसे भी मैने सारे कपड़े उतरने का इशारा किया. उसके नंगी होते ही मैं उसके उपेर आ कर मैं उसे उपेर से नीचे तक किस करने लग गया.

अब वो बहोट गरम हो चुकी थी, मैं उसकी छूट और अपने लंड पर बहोट सारा थूक लगा कर अपना लंड उसकी छूट पर सेट करता हूँ.

अब मैं उसके होंठो को अपने होंठो मे ले कर एक जोरदार ढाका मारा. पहले ही शॉट ने मेरा आधा लंड उसकी छूट मे घुस, उसके मूह से आहह आ की अवाज्ञ आई.

पर मैने उसके होंठो को दबाया हुआ था. पर दर्द के कारण उसकी आँखों मे से आँसू निकल र्हे थे. ये देख कर मैं तोड़ा रुका और फिर कुछ पॅलो बाद मैने एक ढाका मारा.

अब वो अधमरी सी हो गयइ थी, क्योकि उसे बहोट दर्द हो रा था. मैं थोड़ी देर रुका रा और मैं उसे किस करता रा. थोड़ी देर बाद वो नॉर्मल हो गयइ.

तो अब मैने लंड को आयेज पीछे करना शुरू कर दिया. दर्द अभी भी उसे हो रा था, पर अब उसे मज़ा आ रा था. अब वो अपनी गंद उठा उठा कर मेरा साथ देने लग गयइ.

कुछ देर की चुदाई के बाद मैने अपनी स्पीड तेज़ कर दी, और कुछ देर बाद मेरे लंड से एक पिचकारी उसकी छूट मे ही निकल गयइ.

अब मैं झाड़ चुका था, उसने ब्टाया की इसी बीच वो भी झाड़ चुकी थी. थोड़ी देर बाद मैं उसके उपेर हट गया, तो मैने देखा की उसकी छूट से खून निकल रा था.

मेरा लंड भी अब खून से साना हुआ था, फिर मैं चत्ट पर पड़े एक कपड़े से अपने लंड को सॉफ कर्नेल लग गया. फिर मैने उसकी छूट को सॉफ किया.

और हम दोनो ने अपने कपड़े पहने और मैने टाइम देखा तो सुबह के 4:30 बाज चुके थे. फिर हम अपने अपने बिस्तर पर सो गये, जब उसबह उठे तो उससे ठीक से चला भी न्ही जा रा था.

और उसने मों से खा – आंटी सीढ़ियो से उतरते हुए मेरा पैर मूड गया है.

छाए – नाश्ते के बाद मैने उसे घर पर छोड़ा, और उसके घर वालो को भी मैने ये ही ब्टाया.

इसके बाद तो हम दोनो ने मोका पाते ही चुदाई का मज़ा लिया है. आज हम दोनो ब.आ कर चुके है, और आज उसकी शादी हो गयइ है. पर आज वो मेरे गों के पास ही रहती है.

तो दोस्तो आपको मेरी ये कहानी केसी लगी, प्लीज़ मुझे ज़रूर लिखना?