टुटीओन की सेक्सी लड़की को लड़के ने बारिश में चोदा

मेरा नाम आशर है, और मैं 22 साल का लड़का हू. ये बात तब की है जब मैं 20 साल का लड़का था, और टुटीओन सेंटर जया करता था, जहा 19 साल की एक खूबसूरत लड़की जिसका नाम सानिया था, वो भी पढ़ती थी. वो बहुत खूबसूरत थी. बड़े-बड़े बूब्स, पतली कमर, गोरा रंग मानो जैसे कोई अप्सरा हो. तो हुआ ऐसा की सानिया का घर टुटीओन से तोड़ा डोर होता था, और उन दीनो बारिश का सीज़न था.

मेरी सानिया से बहुत अची दोस्ती थी. बुत मैं कभी अपने जज़्बात नही बता पता था उसे की मैं उसे कितना पसंद करता था. एक दिन बारिश की वजह से वो अपने घर नही जेया सकी और टुटीओन का टाइम ख़तम हो चुका था. मेरा घर टुटीओन के पास था, तो मैं उसे अपने घर ले गया.

उसने अपने घर फोन करके बता दिया की वो आज नही आ सकेगी घर बारिश की वजह से. और उसके घर वाले भी उसे लेने नही आ सकते थे, तो उन्होने भी उसे कुछ नही कहा. मैं उन दीनो अपने घर में अकेला था. सारे घर वाले मामू के बेटे की शादी में गये हुए थे, जो दो दिन से पहले नही आने वाले थे.

सानिया बारिश की वजह से भीग चुकी थी. सफेद कलर की सलवार-कमीज़ में उसकी बॉडी चालक रही थी, जिसे देख कर मेरे जज़्बात और बढ़ गये. मैने भी जान-बूझ कर उसे अपना शॉर्ट दिया और एक छ्होटी त-शर्ट के वो कपड़े चेंज कर ले .

फिर हुँने तोड़ा खाना खाया, और सोचा फिल्म देखे. मैने एक अडल्ट फिल्म का सुना था “फ्रेंड्स वित बेनिफिट्स” तो साथ देखने का प्लान बनाया. हमारी दोस्ती अची थी, तो हम हर तरह के मज़ाक कर लिया करते थे. अब जब फिल्म में सेक्स सीन्स आए तो हम दोनो एक ही कंबल में थे, और मेरा लंड खड़ा हो गया था, जो की 8 इंच बड़ा और 3 इंच मोटा था, जो च्छुपाने से भी ना च्छूपे.

तो उसने ये नोट कर लिया था. मैने उसका हाथ पकड़ा फिल्म देखते हुए. वो कुछ नही बोली, तो मेरी और हिम्मत बढ़ी, और मैने कहा-

मैं: हमे भी ऐसी दोस्ती करनी चाहिए जैसी फिल्म में है.

उसने कहा: ऐसा कर सकते है क्या?

मैने कहा: क्यूँ नही, हम बड़े हो गये है, और ये तो हमारा सीक्रेट होगा.

फिर वो मान गयी तो मैने उसे किस करना स्टार्ट किया. वो घबरा गयी थी, बुत मैं स्लोली किस करता रहा. फिर थोड़ी देर में वो भी किस एंजाय करने लगी, और फिर मैने अपने लिप्स उसकी गर्दन पर चिपकाए. मैं अपने हाथ उसके बूब्स की तरफ ले गया, और उसके बूब्स दबाए, जिससे उसकी सिसकी निकल गयी. बुत उसने मुझे नही रोका. तो मैने उसकी शर्ट रिमूव कर दी, और अपनी भी शर्ट रिमूव कर दी.

उसने ब्रा भी नही पहनी हुई थी, और उसके बूब्स देख कर तो मुझसे रहा ही नही गया. मैने उन्हे हाथो से दबाते हुए चूसना शुरू कर दिया, और वो आ आ करने लगी. फिर मैं उसके शॉर्ट के अंदर हाथ डाल कर उसकी छूट को सहलाने लगा.

वो गीली हुई पड़ी थी, और बिल्कुल सॉफ थी. मतलब कोई भी बाल नही था. फिर जब मैने उसका शॉर्ट उतरा, तो गुलाबी कलर की छूट देख कर तो मेरे मूह में पानी भर आया. मैने उसकी छूट को चाटना शुरू किया अपनी जीभ उसकी छूट में फेर कर. उसकी सिसकियाँ अब बढ़ने लगी थी.

फिर मैने अपना शॉर्ट उतरा, और उसकी टाँगो को खोल कर अपना लंड उसकी छूट पर रगड़ना शुरू कर दिया था. उसकी गीली छूट से मेरा लंड भी चिकना हो चुका था. अब मैने अपना लंड उसके अंदर डालने की कोशिश की, बुत उसकी छूट बहुत टाइट थी. क्यूंकी उसने कभी सेक्स नही किया था.

पर मैने भी एक ज़ोर का झटका दिया, तो मेरा आधा लंड उसकी छूट में घुस गया. उसने दर्द से चिल्लाते हुए मुझे कस्स के पकड़ लिया. अब मैं आहिस्ता-आहिस्ता लंड को अंदर-बाहर करता रहा, और वो सिसकियाँ भारती रही. थोड़ी देर बाद उसकी छूट थोड़ी ढीली हुई, और उसका दर्द कम हुआ. फिर मैने एक और झटका दिया, और मेरा पूरा 8 इंच का लंड उसके अंदर था.

उसे फिरसे दर्द का एहसास हुआ, और फिर मैने उसे जाम के छोड़ना शुरू किया. अपनी स्पीड आहिस्ता-आहिस्ता बढ़ते हुए ज़ोर-ज़ोर से झटके मार-मार के छोड़ा, और वो सिसकियों के साथ चुदाई के मज़े लेती रही. जब मैने नीचे देखा तो खून भी था. मैं समझ गया उसकी सील पूरी तरह से टूट चुकी थी, पर मैं भी रुका नही, जब तक की वो झाड़ नही गयी.

उसकी छूट से एक धार के साथ पानी छ्छूता, और वो नींद जैसी हालत में हो गयी, और मैं तब भी छोड़ता रहा. फिर थोड़ी देर बाद मैने भी अपना पानी उसकी छूट में छ्चोढ़ दिया था.

उसके बाद मैने उसकी छूट एक गीले कपड़े से सॉफ की, और अपना लंड भी, और हम थोड़ी देर के लिए सो गये. फिर जब एक घंटे बाद मेरी आँख खुली, तो मैने देखा वो मेरा लंड चूस रही थी, और मुझे बहुत अछा महसूस हो रहा था. मेरा लंड तंन के खड़ा हो चुका था.

अब मेरा दिल उसकी गांद मारने का कर रहा था. तो मैने उसे उल्टा लिटाया, और उसकी गांद के च्छेद पर तेल लगाया. फिर तोड़ा थूक लगा कर अपना लंड घुसाया. उसने हिलने की कोशिश की, पर मैं यूस्क उपर था तो हिलने नही दिया. मैने अपना पूरा लंड अंदर घुसा दिया. वो दर्द से चीख उठी. बुत मैने अपने लंड को अंदर ही रखा थोड़ी देर, ताकि उसका दर्द तोड़ा कम हो जाए.

उसकी आँखों से आँसू भी निकल आए थे. पर मुझे पता था की थोड़ी देर में उसे मज़ा आने लग जाएगा. फिर मैने आहिस्ता-आहिस्ता लंड अंदर-बाहर किया. उसे शुरू में तोड़ा दर्द हुआ, पर फिर थोड़ी देर बाद दर्द ख़तम हो गया, और उसे मज़ा आने लगा. मैने फिरसे अपने छोड़ने की स्पीड बढ़ा दी, और पटक-पटक कर उसकी गांद में अपना लंड घुसाया.

क्या मज़ा था उसकी टाइट गांद को छोड़ने में. मैने 20 मिनिट तक उसकी गांद को छोड़ा, और फिर अपना सारा पानी उसके अंदर ही छ्चोढ़ दिया. उसे वो अंदर गरम सा महसूस भी हुआ. वो बिल्कुल तक चुकी थी, पर मेरा दिल अभी भी नही भर रहा था. हमने पूरी रात में 5 बार सेक्स किया.