स्टोरी रंडी मा की ग्रूप चुदाई की

तो दोस्तों अब आते है कहानी पे. अर्रे, मैने मा के बारे में तो बताया ही नही. मित्रों मेरी मा की आगे 47 है. हाइट 5’2″ है, और दिखने में बिल्कुल हॉट है. उनके बूब्स आम के जीतने है, जिन्हे देख के लगता है जैसे मा की आगे 47 नही 30-32 होगी. पापा की आगे 51 है, हाइट 5’8″ है, और दिखने में ठीक-ताक है. अब आते है स्टोरी पे.

दोस्तों जैसे की मैने बताया की मा हॉट माल है, और पापा को सेक्स में बहुत इंटेरेस्ट है. पापा अपने दोस्तों से मेरी मा को चुड़वते है. मुझे भी इसके बारे में पता चला जब मैने मा को जीवन अंकल और साजिद अंकल से चुड़वते देखा. मेरे पापा भी शामिल थे उसमे.

दोस्तों ये बात है सम्मर वाकेशन की, जब मेरे घर में मैं, पापा, और मा थे. दादी सम्मर वाकेशन की वजह से अपने भाई के घर पे गयी हुई थी. तो इस मौके का फ़ायदा पापा ने उठाया और अपने दो दोस्त जीवन और साजिद को कॉल लगाया, और रात तो 8 बजे आने को बोला.

मैने ये सब सुन लिया और सोने का नाटक करने का सोचा. दोस्तों हम उस वक़्त रेंट पे रहते थे सेकेंड फ्लोर पे. हमारा एक बड़ा सा हॉल था उसमे ही हम रहते थे. उस हॉल का रेंट भी बहुत कम था, क्यूंकी उस घर के मलिक को मेरे पापा मा को छोड़ने के लिए देते थे, जिस वजह से वो मेरी मा को बहुत छोड़ता था, और हमसे कम रेंट माँगता था.

वो घर के मलिक की आगे 27 होगी. आख़िर-कार वो भी एक जवान मर्द था, और उसे भी छूट ही चाहिए थी. वो अपने मा-बाप के साथ अपने गाओं में रहता था, और हम यहा. सो दोस्तों उस दिन रात को 8 बजे साजिद अंकल और जीवन अंकल एक गाड़ी पे आए, और उन्हे देख के पापा खुश हो गये और कहने लगे की “आओ, तुम दोनो का ही वेट हो रहा था. रंडी तैयार है, छोड़ो”.

फिर वो दोनो अंदर आए. पापा भी उनके पीछे आए. उन तीनो को देख के मा तो ऐसे शर्मा रही थी जैसे नयी-नवेली दुल्हन हो.

साजिद: क्या बात है, आज तो बहुत रंडी दिख रही हो आप भाभी?

प्रिया (मा का नाम): हा, तुम दोनो आने वाले थे तो इतना तो बनता है. एक साथ पहली बार दो-दो लंड लेने वाली हू आज मैं.

जीवन: हा वाहिनी, आज बहुत सेक्सी लग रही हो.

पापा: अर्रे बातें मत करो, प्रोग्राम चालू करो जल्दी. मैं नीचे जाता हू घूमने के लिए, तुम दोनो एंजाय करो. और हा साजिद आंड जीवन, कॉनडम्स कपबोर्ड में है ले लेना, और फुल एंजाय करना. भाभी को छोड़ो आचे से, साली रंडी, ब्स्दक.

जीवन: हा भाई, आप जाओ, अब ये हमारी अमानत है.

फिर पापा नीचे चले गये, और यहा इन तीनो का खेल शुरू होने वाला था. जीवन ने मा के लिप्स को चूसना चालू किया, और साजिद ने मा के पीछे से मा के ब्लाउस को खोला और बूब्स को दबा रहा था. मा उम्म्म अहह ह कर रही थी.

फिर जीवन ने मा की सारी को निकाला और मा ने आज पेटिकोट नही पहना था. जीवन ने मा की पनटी को निकाला और उसे पागल की तरह सूंघने लगा और बोला-

जीवन: वाहिनी आपकी छूट की खुश्बू ही इतनी अची है, की रहा नही जाता.

मा: अर्रे आपको कों बोल रहा है रुकने के लिए? छोड़ो मुझे आअहह.

साजिद: सही है, आज तो आपको रंडी बनाएँगे.

और जीवन ने मा को बेड पे लिटा कर उनकी छूट को चाटना शुरू किया. साजिद ने अपना 6 इंच का लंड मा के मूह में दिया, और उधर जीवन मा की छूट को ज़ोर-ज़ोर से चाट रहा था. मा से अब रहा नही जेया रहा था, और वो ह आहह कर रही थी.

मा: डाल दो ना अपना हथियार अब.

फिर जीवन ने मा को ऐसे ही 10 मिनिट तक तडपया. उसके बाद उसने अपना 6.5 इंच का लंड एक ही झटके में मा की छूट में डाला. इससे मा को बहुत दर्द हुआ, लेकिन मा के सुख के आयेज ये दर्द कुछ नही था.

इसके बाद जीवन 15 मिनिट तक मा की छूट मार रहा था, और फिर उसने अपना लंड निकाला, और मा के मूह में अपना गरम-गरम सफेद पानी छ्चोढा. मा ने भी उसको पी लिया. फिर साजिद ने मा की चूत मारी और बाद में वो भी 15 मिनिट बाद मा के बूब्स पे झाड़ गया. फिर 10 बजे मा जब उठने लगी, तभी जीवन ने मा को खींचा और बोला-

जीवन: भाभी अभी तो आपको एक साथ छोड़ना है.

मा: मतलब बेबी?

साजिद: हम बताते है. भाभी अब मैइज़ आपकी गांद में मेरा लंड डालूँगा, और जीवन भौ अपना लंड आपकी छूट में डालेंगे सेम टाइम पर.

मा: नही, एक साथ मैने नही लिया है अब तक. मुझसे नही होगा.

जीवन: अर्रे कुछ नही होता. आपको बहुत मज़ा आएगा इसकी गॅरेंटी मेरी.

बहुत देर वो दोनो मा को समझा रहे थे. साजिद और जीवन दोनो ही बोल रहे थे की करो मज़ा आएगा. फिर 10 मिनिट बाद मा ने हा बोला. मा ने जीवन के लंड को हाथ में ले लिया, और साजिद के लंड को अपने मूह में लेके चूस रही थी. तभी फ्लोर का गाते बजा.

जवान: तेरा पति भी आ गया अब.

साजिद: हा अब तो मज़ा आएगा.

2 मिनिट बाद जब डोर से आवाज़ आई तो सब डांग रह गये. क्यूंकी वो पापा नही थे. वो तो हमारे घर के मलिक नीलेश भैया थे. वो ये देख के डांग रह गये और बोले-

नीलेश: प्रिया, साली कितने लंड अपने छूट में ले रही है तू साली रंडी?

जीवन: अर्रे आओ नीलेश, तुम भी शामिल हो जाओ.

बाद में नीलेश ने अपने कपड़े उतरे और उधर मा जीवन की बॉडी पर लेट गयी और उसका लंड अपनी छूट में लिया. फिर साजिद ने मा की गांद में थूक लगा के लंड डाला. मा दर्द से चिल्ला रही थी. नीलेश ने तभी अपना लंड मा के मूह में दिया, और मा उसके 6 इंच के लंड को रंडी जैसे चूस रही थी.

10 मिनिट बाद जीवन और साजिद झाड़ गये और 11:30 बजे वापस गये, और घर का दरवाज़ा बाहर से बंद किया.

नीलेश: आंटी, आज तो आपको ऐसे देख के मैं चौंक ही गया.

प्रिया: नीलेश ये लोग मुझे छोड़ रहे है. लेकिन मुझे असली मज़ा आपसे मिलता है. तुम्हारा ये हथियार और तुम्हारी जवानी. आज तुम मुझे पूरी रात छोड़ो.

फिर नीलेश ने मा को 69 पोज़ में लिया. उसके 10 मिनिट बाद नीलेश ने मा के छूट छोड़ी, और फिर 10 मिनिट तक गांद भी छोड़ी. 20 मिनिट बाद वो मा की गांद में ही झाड़ गया. पापा ये सब देख रहे थे. फिर ऐसे देखते-देखते 1 बाज गया. नीलेश को अभी भी मा को छोड़ना था.

उसने पापा को उठाया और बोला: अंकल चलो हम दोनो आंटी को छोड़ते है.

फिर दोनो ने मिल के मा की ज़बरदस्त चुदाई की. दूसरे दिन मा बेड पे ही लेती रही. एक साथ 4 लंड पेले थे उसने. उस दिन हम होटेल गये और बहुत एंजाय किया.

दोस्तों स्टोरी कैसी लगी बताइए. अगर अची लगे तो इसको आयेज भी शेर करे.