सौतेले बाप ने बेटी को रंडी बनाया

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम विवेक है. मैं आपके सामने लेके आया हू अपनी कहानी ” मेरी नयी बीवी और उसकी बेटी” का अगला पार्ट. आशा करता हू, की आप सब को इसके पहले 2 पार्ट्स पसंद आए होंगे. अपनी फीडबॅक मुझे कॉमेंट करके ज़रूर दे.

पिछले पार्ट तक आपने पढ़ा की मेरी शादी रीना से हो गयी थी, और हमारी सुहग्रात पर मुझे पता चला की रीना की एक बेटी भी थी. उसकी बेटी 18 साल की थी, और हमारी शादी से खुश नही थी. फिर मैने रीना से उसको माना कर मेरे घर में लाने की बात कही. अब आयेज चलते है.

रीना की बेटी का नाम सोनम था. वो 18 साल की एक सेक्सी और मॉडर्न लड़की थी. उसका फिगर 32-26-34 का था, और रंग दूध की तरह गोरा था. साली दोनो मा-बेटी ही माल पीस थे. सोनम की पिक देखते ही मैं उसकी खूबसूरती का कायल हो गया था.

फिर अगले दिन मैं रीना के साथ उसके घर गया. वाहा मैने सोनम से बात की. बड़ी ज़िद्दी लड़की थी, और कोई बात सुनने को तैयार नही थी. पहले तो मैने सोचा साली को छोड़ डू, लेकिन ऐसा कुछ किया नही जेया सकता था.

मैं भी बातें बनाने में शेर था, तो मैं उसको उसकी मा का वास्ता दे कर अपने घर ले आया. उस रात भी मैने रीना को 3 बार छोड़ा. रीना बहुत खुश थी, क्यूंकी उसकी बेटी अब उसके पास थी. उस रात रीना ने मुझे बहुत मज़ा दिया.

अगली सुबा मेरी नींद जल्दी खुल गयी. जब मैं उठा तो रीना गहरी नींद में नंगी ही सोई हुई थी. उसको देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया. दिल तो कर रहा था, की उसको वही छोड़ डू. लेकिन तभी मेरे दिमाग़ में सोनम का ख़याल आया. मैने सोचा की क्यूँ ना उसको देखा जाए.

ये सोच कर मैं रूम से बाहर आ गया. बाहर आके देखा, तो सोनम बाल्कनी में एक्सर्साइज़ कर रही थी. उसने ग्रे जिम-फिट पहनी थी, और वाइट संडो पहनी थी. वो दूसरी तरफ मूह करके बॉडी स्ट्रेच कर रही थी.पीछे से उसकी कमर, उसकी गांद देख कर तो मेरा लंड खड़ा हो गया. उसने बाल शोल्डर्स तक थे, और इसने पोनी टेल करी हुई थी. दिल तो कर रहा था, की उसको घोड़ी बना कर इन्ही बालों को खींच कर छोड़ू उसको.

फिर मैं आयेज गया, तो मेरी नज़र उसके टाइट, और एक-दूं खड़े बूब्स पर पड़ी. कमाल की काली थी वो, जिसको मेरा मॅन फूल बनाने का कर रहा था. तभी उसकी नज़र मुझ पर पड़ी. मैने उसको बोला-

मैं: गुड मॉर्निंग बेटा.

सोनम ने मेरी तरफ गुस्से से देखा और बोली: पहली बात तो मैं आपकी बेटी नही हू. दूसरी बात मैं यहा पर सिर्फ़ अपनी मों के लिए आई हू, तो आप मुझसे कोई बात ना ही करे तो अछा रहेगा.

और ये बोल कर वो अपने रूम में चली गयी. लेकिन मुझे उसकी बात का बुरा नही लगा. मेरी नज़र तो उसकी क़ास्सी हुई गांद पर थी, जिसको तो मटका कर अपने रूम में जेया रही थी. अक्सर कड़ी हुई लड़कियाँ बहुत अची रंडी बनती है. बस अब सोचना ये था, की उसको रंडी बनाया कैसे जाए.

कुछ दिन ऐसे ही बीट गये. मैं सोनम पर पूरी नज़र रख रहा था. फिर एक दिन मुझे उसकी हवस का पता चला. मैं और रीना अपने रूम में थे, और चुदाई कर रहे थे. हमारे रूम का दरवाज़ा तोड़ा खुला हुआ था.

फिर चुदाई करते हुए अचानक मेरा ध्यान दरवाज़े की उल्टी साइड वाले शीशे पर पड़ा. मैने देखा, की सोनम हमारे रूम के बाहर खड़ी हुई थी, और हमारी चुदाई देख रही थी. उसका हाथ उसकी जांघों के बीच था, मतलब वो अपनी छूट सहला रही थी. मैं समझ गया था की उसको भी सेक्स की तलब थी. अब बस इसी चीज़ का फ़ायदा मुझे उठना था.

मैने अगले ही दिन उसके कॉलेज जाने के बाद उसके रूम में एक हिडन कॅमरा फिट कर दिया. मैं देखना चाहता था, की वो क्या करती थी रूम में हमारी चुदाई देखने के बाद.

फिर अगले दिन भी वही सब रिपीट हुआ. मैं और रीना चुदाई कर रहे थे, और सोनम बाहर खड़ी होके देख रही थी. सुबा फिर जब वो कॉलेज गयी, तो मैने कॅमरा से मेमोरी कार्ड निकाला, और उसको लॅपटॉप में लगा कर देखने लगा.

सोनम अपने रूम में बेड पर लेती हुई थी, और आधी नंगी होके फिंगरिंग कर रही थी. और हैरानी की बात ये थी, की वो फिंगरिंग करते हुए मेरा नाम ले रही थी. ये देख कर मैं बहुत खुश हुआ. अब बस उसको छोड़ने की बारी थी. लेकिन इसके लिए मुझे प्लान की ज़रूरत थी.

मैने प्लान बना कर सनडे को रीना को ऑफीस भेज दिया. मैने उसको ये बोला की मेरी तबीयत ठीक नही थी, और उस दिन वाले क्लाइंट को अटेंड करना ज़रूरी था. रीना ने मेरी बात मान ली, और ओफ्फसे चली गयी.

अब मेरे पास शाम 7 बजे तक का टाइम था. सनडे था, तो सोनम आज घर पर ही थी. उसने पिंक शॉर्ट्स, और ब्लू त-शर्ट पहनी थी. शॉर्ट्स में उसकी जांघें मस्त लग रही थी. जब वो किचन में गयी, तो मैं भी उसके पीछे जाके खड़ा हो गया. मैने उसको बोला-

मैं: गुड मॉर्निंग बेटा.

सोनम: आप बार-बार मुझसे इन्सल्ट क्यूँ करवाना चाहते है?

और ये बोल कर वो जाने लगी. मैने तभी उसको पीछे से पकड़ा, और अपनी तरफ घुमा कर अपने करीब कर लिया. अब मेरी और उसकी साँसे टकरा रही थी. तभी मैने उसकी गांद दबा दी, और उसके लिप्स पर एक छ्होटी सी किस कर दी. उसने मुझे धक्का मारा, और बोली-

सोनम: ये क्या बदतमीज़ी है! मैं अभी मों को फोन करती हू.

मैं: करो, ज़रूर करो. लेकिन मों को ये भी दिखा देना.

ये बोल कर मैं टेबल पर पड़े लॅपटॉप के पास गया, और मैने उसकी वीडियो ओन्न कर दी. वीडियो में अपने आप को ऐसे देख कर उसकी गांद फटत गयी.

वो बोली: ये ग़लत है, आप ऐसा नही कर सकते.

मैं उसके पास गया, और बोला: कुछ ग़लत नही है. तुम हमे सेक्स करते देखती हो, और रूम में जाके ये करती हो. मैं तुम्हारी हेल्प कर सकता हू. हम मिल कर और मज़ा कर सकते है. और तुम मुझसे नाराज़ हो क्यूँ? तुम भी मज़े करो, और मुझे भी करने दो.

अब वो चुप थी. मैने उसकी चुप्पी को ग्रीन सिग्नल समझा, और उसकी कमर में हाथ डाल कर उसको अपने करीब किया. फिर मैं उसके होंठो को हल्के-हल्के चूमने लगा. वो तोड़ा रेज़िस्ट कर रही थी, लेकिन ये सिर्फ़ नाम का था.

अगले 10 सेकेंड्स में वो भी मेरा साथ देने लगी. अब हम दोनो की किस इनटेन्स हो रही थी. मैं उसकी शॉर्ट्स पर से उसकी गांद भी दबाने लगा. उसकी साँसे तेज़ हो रही थी, और वो मेरे बालों में हाथ फेरने लगी. अब वो पूरी तरह मेरे काबू में थी.

5 मिनिट लगातार होंठ चूसने के बाद हम अलग हुए. फिर वो बोली-

सोनम: ई लोवे योउ डॅडी. छोड़ दो मुझे डॅडी. मेरी ये छूट मुझे बहुत तंग कर रही है.

तभी मैने उसकी त-शर्ट उतार दी. उसने नीचे ब्रा नही पहनी थी. अब उसके काससे हुए गोरे बूब्स मेरे सामने आ गये. मैने उसको टेबल पर बिता दिया, और उसके पिंक निपल्स चूसने लगा. साथ में मैं उसकी छूट सहलाने लगा.

फिर मैने उसको वैसे ही उठाया, और अपने रूम में ले-जेया कर बेड पर फेंक दिया. वो बड़ी किकी निगाहों से मुझे देख रही थी. उसने जल्दी से अपनी शॉर्ट्स भी उतार दी, और अब वो अपनी स्लीक ब्लॅक पनटी में थी.

मैने भी जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए. अब मेरा 8 इंच का लंड उसके सामने था, जिसको देख कर उसके मूह में पानी आ गया. फिर मैं बेड पर लेट गया, और उसको मेरे उपर आने को कहा.

वो मेरे उपर आ गयी, और अब हम 69 पोज़िशन में थे. मैने उसकी पनटी निकाल दी, और उसकी छूट को चाटने-चूसने लग गया. वो भी मेरे लंड को पूरा मूह में लेके ज़ोर-ज़ोर से चूसने लग गयी.

कमाल की बात तो ये है, की वो अपनी मा से भी बढ़िया लंड चूस रही थी. कुछ देर हम दोनो ने ऐसे ही मज़ा लिया. फिर मैं ऐसे ही घूम गया, जिससे वो मेरे नीचे आ गयी. अब मैं ज़ोर-ज़ोर से उसके मूह में धक्के मारने लगा.

फिर मैं उठा, और उसकी टाँगो के बीच आके उसकी छूट पर लंड रगड़ने लग गया. वो आहह आहह कर रही थी. जैसे ही लंड उसकी छूट के द्वार पर सेट हुआ, मैने ज़ोर का धक्का मारा, और मेरा आधा लंड उसकी छूट के अंदर चला गया.

वो चीखे मारने लगी, लेकिन मैने अपने हाथ से उसका मूह बंद कर लिया. इससे पहले की वो मुझे रोकने की कोशिश करती मैने 2-3 तगड़े धक्के मार कर पूरा लंड उसकी छूट में उतार दिया, और उसके उपर लेट गया.

मेरे वज़न से वो डाबब गयी, और हिल भी नही पा रही थी. उसकी आँखों से आँसू निकल रहे थे, लेकिन मैं तो लंड डाल चुका था. उसकी छूट बहुत टाइट थी, और मुझे जन्नत का मज़ा मिल रहा था.

फिर जब वो नॉर्मल हुई, तो मैने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू किए. कुछ देर बाद वो भी गांद हिला कर मेरा साथ देने लग गयी. अब हम दोनो को बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर मैने अपने धक्के तेज़ किए, और वो मुझे और ज़ोर से करने को कह रही थी. वो बहुत किकी थी. मैं छोड़ते हुए उसके बूब्स दबाने लगा, और उसके मूह पर थप्पड़ मारने लगा. इसमे उसको मज़ा आ रहा था.

20 मिनिट की चुदाई की बाद मैं उसकी चूत में ही झाड़ गया, और शांत होने उसकी साइड में लेट गया. आज से वो मेरी रंडी बन चुकी थी.

उस दिन से मैं हर रात उसकी मा को छोड़ता, और दिन में उसको छोड़ता. जिस पोज़िशन में रात को मा चुड्ती, उसी पोज़िशन में दिन में बेटी चुड्ती. तो ये कहना ग़लत नही होगा की मुझे शादी करके बहुत फ़ायदा हुआ.

तो ये थी मेरी कहानी. ई होप आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आएगा.

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