पड़ोस की लड़की को पटा कर प्यार करने की कहानी

आप सभी को मेरा नमस्कार. मेरा नाम कारण सिंग है, उमर 26, अनमॅरीड, हाइट 6 फीट, रंग गेहुआ, साइज़ 7 इंच, मस्क्युलर बॉडी है. मैं इतना कह सकता हू की जिम करने की वजह से कोई भी लड़की मुझे एक बार पलट कर देखती ज़रूर है. मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हू.

ये कहानी आज से 2 साल पुरानी है, और ये एक साची कहानी है, जो मेरे साथ हुई. मैं उत्तर प्रदेश के बारेल्ली शहर में रहता हू.

ये मेरी पहली कहानी है, इसलिए अगर कोई ग़लती हो तो मुझे माफ़ करना. तो लोंडो अपने लंड पकड़ लो, और लोंदियों अपनी छूटो में उंगलिया डाल लो, और पढ़ो ये धमाकेदार स्टोरी.

तो हुआ ये की हमारी कॉलोनी में एक फॅमिली ने नया घर खरीदा था. उनके घर में चार लोग है, मा, बाप और उनकी दो बेटियाँ. दोनो बेटियाँ स्टूडेंट थी और शहर के बहुत आचे प्राइवेट कॉलेज में पड़ती थी.

बड़ी बेटी का नाम सहर ख़ान और छ्होटी वाली का नाम सराह ख़ान था. दोनो की उमर में दो साल का अंतर था. जब मैने पहली बार सहर को देखा तो मैं बस उसको देखता ही रह गया. किसी अप्सरा से कम नही थी वो.

दूध जैसा सफेद रंग, लड़कपन से भारी कक़ची काली, 5 फीट की हाइट, कातिल निगाहें, 34-28-38 की फिगर, मासूमियत से भरा चेहरा, कमसिन और काँच जैसा नाज़ुक बदन, घने काले लंबे बाल जो उसके हिप्स तक आते है.

सच बतौ दोस्तों किसी का भी उसको देख कर उसको पटक-पटक कर छोड़ने का मॅन करेगा. बुद्धो का भी लंड खड़ा हो जाता है उसकी कामुक हसीन जवानी देख कर.

एक दिन शाम को मैं अपने घर की च्चत पर लॅपटॉप में ऑफीस का कुछ काम कर रहा था. तभी सहर भी अपनी छत पे कपड़े लेने आई, (हमारी और उनकी च्चत के बीच में सिर्फ़ एक कमर जितनी उँची दीवार थी). मैं तो उसको देखता ही रह गया. टाइट ब्लॅक टॉप और ब्लू डॅमेज्ड जीन्स में माल लग रही थी वो.

तभी उसकी नज़र भी मेरी नज़र से मिली. मैने अपनी नज़र नही हटाई और एक टक्क उसको देखता रहा. फिर उसने अपनी नज़र हटा ली, और जाने लगी और सीडीयों से नीचे उतरते हुए लास्ट टाइम उसने पीछे मूड के मुझे देखा. उसके चेहरे पे ना कोई स्माइल थी ना गुस्सा था, न्यूट्रल सा एक्सप्रेशन था उसका.

मैने तभी सोचा की कैसे भी करके उसको पटना था. फिर कुछ दीनो बाद मैं सुबा अपनी च्चत पे वर्काउट कर रहा था. तभी वो और उसकी छ्होटी बेहन अपनी च्चत पर तहेलने आ गयी.

मैने सिर्फ़ शॉर्ट्स पहन रखे थे. वो दोनो मुझे उपर से न्यूड देख कर तोड़ा शरमाई. फिर वो दूसरी साइड जेया कर खड़ी हो गयी.

कन्फर्म तो नही पता, लेकिन मुझे लग रहा था की वो मेरे ही बारे में बात कर रही थी. तभी मैने सोचा की कुछ बात की जाए उनसे. मैने उन्हे गुड मॉर्निंग बोला, उन्होने भी सेम रिप्लाइ किया.

फिर थोड़ी देर इधर-उधर की स्टडी और फिटनेस से रिलेटेड बातें करता रहा. सराह ने मेरी बॉडी की तारीफ की, मैने थॅंक्स बोला.

इस तरह हमारी थोड़ी बात-चीत शुरू हो गयी. अगले दिन भी सुबा वो दोनो तहेलने आई. मैने फिर बात-चीत शुरू की, और उनका नंबर माँगा.

सराह ने बोला की उसके पास फोन नही था, अपी के पास था, तो सहर ने अपना नंबर दे दिया. अगले दिन उनकी पूरी फॅमिली सम्मर वाकेशन की वजह से अपने दादा के घर चली गयी. मैं उसी दिन से सहर को मेम्स और फन्नी वीडियोस भेजने लगा. अब हमारी धीरे-धीरे चाटिंग भी शुरू हो गयी.

धीरे-धीरे लगभग 10-15 दीनो बाद मैने वल्गर और सेक्सी जोक्स भेजने शुरू कर दिए. वो भी मेरे सेक्सी जोक्स को एंजाय करती थी.

इसलिए मेरी हिम्मत बढ़ती गयी और अब मैने उसको एक दिन किस्सिंग वीडियो भेजी. उसने “नाइस” रिप्लाइ किया.

फिर मैने बोला: तुमको तो एक्सपीरियेन्स होगा.

तभी उसने कहा: नही.

मैने पूछा: क्यूँ, तुम्हारा कोई ब्फ नही है क्या?

उसने बोला: नही है.

मैने पूछा की कभी तो रहा होगा पहले, तब भी उसने माना कर दिया. मेरी खुशी का ठिकाना नही था ये सोच के की सहर वर्जिन थी.

फिर मैने उससे पूछा: अगर मौका मिले तो करना चाहोगी?

तब उसने पूछा: किसके साथ?

मैने कहा: मेरे साथ.

उसने कोई रिप्लाइ नही किया. फिर मैने उससे दोबारा पूछा, तो उसने कहा की पता नही. ये सुन के मेरे अंदर अलग लेवेल का कॉन्फिडेन्स आ गया. मैने उसको डाइरेक्ट प्रपोज़ कर दिया व्हातसपप पे ही.

उसने बोला: मैं स्टूडेंट हू. अभी मुझे ये सब नही करना.

ये वो फलना धिमकना लॉडा लाषसन. फिर भी मैने पुर 2 घंटे कॉल पे बात करके उसको माना ही लिया, और उसने हा कर दी.

अब हमारी कॉल पे बात होने लगी काफ़ी-काफ़ी देर. फिर वो लोग 15-20 दिन बाद वापस आ गये अपने घर. मैं बहुत खुश था क्यूंकी अब रियल में वो करने को मिलेगा जिसके लिए इतनी मेहनत की है.

उसी रात को हम फोन पे सेक्षतलक्स कर रहे थे. मेरा 7 इंच का लंड पुर उफान पे था. रात का एक बाज रहा था. मैने सहर से कहा की तुमसे मिलने का मॅन हो रहा है. उसने माना किया.

पर मेरे बहुत कहने पे वो च्चत पे आने के लिए मान गयी. वो दर्र रही थी की कही उसके अम्मी-अब्बू ना उठ जाए. तो मैने उसको समझाया की कुछ नही होगा.

उसने कहा: एक शर्त पे ही अवँगी.

मैने कहा: क्या?

सहर ने बोला: सिर्फ़ किस, और इससे ज़्यादा कुछ भी नही.

मैने भी हा बोल दिया और मैं उपर अपनी च्चत पे चला गया. हमारी च्चत पे एक बड़ा सा कमरा बना हुआ है, जिसको हम स्टोर रूम की तरह उसे करते है. मेरे घर पे सब सो चुके थे.

फिर कमरे में पहुँच के मैने उसको कॉल की. 5 मिनिट बाद वो भी अपनी च्चत पे आ गयी.

मैने उसको बोला: अंदर कमरे में आ जाओ.

वो दीवार फाँद के कमरे में आ गयी. उसने ब्लॅक टाइट टॉप और नीचे ब्लॅक नी लेंग्थ की स्कर्ट पहनी हुई थी.

ढूढ़ जैसे गोरे रंग पे ब्लॅक कपड़े कहर ढा रहे थे. कमरे में बल्ब नही था, इसलिए मैं दरवाज़े के पीछे च्छूप गया.

वो जब अंदर आई तो मैने पीछे से उसको पकड़ लिया, और अपनी बाहों में भर लिया. वो एक-दम से सहम गयी. मैं उसके पीछे खड़ा था, और अपने दोनो हाथो को उसके पेट पर रख दिया, और उसकी गर्दन पे लिप्स रख दिए. मेरी गरम गरम साँसे जब उसकी गर्दन पर पड़ी, तो उसने अपनी आँखें बंद कर ली.

फिर धीरे-धीरे मैने उसकी गर्दन पे किस करनी शुरू कर दी. उसकी साँसे तेज़ हो गयी, और मैने धीरे-धीरे हाथ उसके पेट पे चलाने शुरू कर दिए.

मैं उसके कानो को सक करने लगा, और कानो में हल्के से बोला “ई लोवे योउ सहर”, उसने भी “ई लोवे योउ टू जान” बोला.

मुझे ये सब सपने जैसा लग रहा था. एक महीने पहले जिस कमसिन कक़ची काली, हुस्न की बाला के मैं सपने देख रहा था, वो आज मेरे ही घर में मेरे कबाड़ से भरे हुए गंदे कमरे में, रात के 2 बजे मेरी बाहों में मुझसे चूड़ने के लिए आई थी.

फिर मैने धीरे-धीरे उसके पेट पे हाथ चलाने शुरू किए, और टॉप के उपर से ही उसकी नेवेल पर रौंद-रौंद सर्कल्स बना रहा था अपनी फिंगर से. फिर मैने उसकी गर्दन को चाटना शुरू किया. उसकी गर्दन पे लगा सारा पसीना चाट कर सॉफ कर दिया मैने.

फिर मैने सहर का फेस अपनी तरफ किया, और अपने दोनो हाथो से उसके मासूम से चेहरे को थामा, और उसके माथे पे किस करी करीब 5 मिनिट तक. उसके बाद मैने उसकी बंद आँखों पे किस करी. एक बार लेफ्ट आइ लिड पर, फिर एक बार रिघ्त आइ लिड पर.

5 मिनिट तक मैं किस्सस करता रहा. फिर उसके गालों पर एक बार लेफ्ट, फिर रिघ्त वाले चीक पर. फिर उसके गले को पकड़ के चेहरे को उपर किया, और उसकी चीन पे और नेक पे किस की.

मुझे लड़की को तड़पाने में बहुत मज़ा आता है. इसलिए मैने उसके लिप्स पे अभी तक किस नही की थी.

फिर जब सहर से नही रहा गया, तो उसने खुद ही अपने हाथो से मेरा चेहरा पकड़ कर मेरे लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए.

क्या बतौ दोस्तों, कैसी फीलिंग थी. जन्नत का मज़ा आ रहा था मुझे.

मैने उसके लिप्स काटने शुरू किए, और फिर अपनी जीभ उसके मूह में अंदर डाल दी.

वो बहुत प्यार और मज़े से मेरी ज़ुबान चूस रही थी. फिर मैने अपने दांतो से उसकी ज़ुबान पकड़ के बाहर निकली, और अपने मूह में ले ली, और चूसने लगा.

दोस्तों बहुत ही मीठी ज़ुबान थी सहर की सच में. हमने पुर आधे घंटे तक फ्रेंच किस की, कभी मेरी ज़ुबान उसके मूह के अंदर, कभी उसकी ज़ुबान मेरे मूह के अंदर.

आयेज क्या हुआ ये जानने के लिए नेक्स्ट पार्ट रेड करे.

तो दोस्तों कैसी लगी आपको मेरी पहली स्टोरी? अगर आप लोगों को मेरी स्टोरी सुन के मज़ा आया, और आप चाहते है की मैं इसका नेक्स्ट पार्ट पोस्ट करू. तो प्लीज़ मुझे मैल करे [ क्स4299510@गमाल.कॉम ] और मुझे बताइए की क्या मैं इसका नेक्स्ट पार्ट भी पोस्ट करू.

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मेरे 7 इंच के मूसल से आपको पूरी संतुष्टि मिलेगी. उम्मीद है की आप लोगों के लंड और छूट पानी से भर गयी होंगी.

थॅंक योउ.