नौकरानी से रंडी तक का सफ़र

बिना टाइम वेस्ट किए मई डाइरेक्ट स्टोरी पर आता हू.

मई उस टाइम देल्ही मई नया नया आया था और गर्मिो का समय था.

मुझे ऑफीस के काम भी होते थे तो घर के काम करने नही होता था. तो मैने एक काम वाली रखवाली पहले एक महीने उसने आचे से काम किया फिर उसके बाद उसने अपने नखरे दिखाने शुरू कर दिए तो मैने उसे काम से निकल दिया था.

1 हफ्ते बाद मैने अपने घर फोन करके सब बताया तो मम्मी ने बोला ठीक है मई कुछ इंतेजाम करती हू. 1 घंटे बाद मम्मी का कॉल आया की मम्मी की एक फ्रेंड है वो काम वाली है वो घर का सारा काम करेगी पर वो रहेगी मेरे ही घर मई क्यूकी उसका कोई घर नही है वो जहा काम करती है वही रहती है. मैने तोड़ा सोच के हा बोल दिया.

अगले दिन सूभ जब 8:30 बजे मई ऑफीस से निकल रहा था तो मेरे घर की बेल बाजी. मैने दरवाजा खोला तो देखा एक हरी भारी 35 साल की सवले रंग की औरत मेरे सामने खड़ी है पसीने मई भीगी हुई.

उसे पहले देखा तो इतनी कुछ खास पसंद नही आई फिर मैने उसे अंदर बुलाया तो वो सोफे पर बैठ गयी उसने हवा खाने के लिए अपना पालु हटा दिया उसके चुचे एकद्ूम मोटे मोटे उसके ब्लाउस से बाहर आने को हो रहे थे मुझे बहुत मान हुआ की मई उन्हे ज़ोर से दबा डू उसने मुझे अपने चुचे देखते हुए देख लिया और ज्लडी से पालु रख दिया. मैने ध्यान भटकने के लिए उस से पूछा

मैं :- आपका नाम क्या है?

नौकरानी :- साहब मेरा नाम नीलम है.

मैं :- अरे आप मेरे से आगे मे बहुत बड़ी है ऐसे साहब मॅट बोलिए अछा नही लगता है.

नीलम :- साहब आप दिल के बड़े आचे है कोई नौकरो से इतना प्यार से बात नही करता है आज कल.

मैं :- सबकी सोच अलग होती है और आप अभी भी साहब कर रही है. मेरा नाम लॅविश है वही बुलाए मुझे अछा लगेगा.

नीलम :- ठीक है लॅविश बेटा.

मैं :- मुझे अभी ऑफीस के लिए लाते हो रहा है घर का काम वैसे तो हो गया है आप शाम का देख लेना और ये बोलके मई ऑफीस के लिए निकल गया.

शाम को 5 बजे जब मई ऑफीस से आया तो देखा वो बेड के नीचे से कुछ निकल रही है. और नीअलाम की मोटी गंद एकद्ूम बाहर को आ रखी थी. मेरा एकद्ूम से लॅंड कहदा हो गया. मैने जल्दी से सारे ख़याल अपने मान से निकले ये मेरी मों की दोस्त है और अगर इसने अगर कुछ मेरी मों को बता दिया तो मेरे घर वाले गंद तोड़ देंगे.

मैं जल्दी से अपने रूम मई गया फ्रेश हुआ और बाल्कनी मई जाके बैठ गया और लॅपटॉप मई अपना काम करने लाग गया.

थोड़ी ही देर मई नीलम मेरे पास आई उसने पालु हटा रखा था और पूछा बेटा छाई पियोगे या कॉफी?

मैं :- (उसके चुचो की तरफ और मेरे मूह से निकल गया) दूध पियुंगा.

उसने मेरी नज़रे देख ली और बोली क्या बोल रहे हो तुम ये.

मैं :- मुझे छाई कॉफी पीना पसंद नही है.

नीलम :- (तोड़ा नॉर्मल होके बोली) पर घर मई तो दूध ही नही है.

मैं :- तो आप पीला दो अपना.

नीलम :- (वो फिर घबरा गयी और बोली) क्या बोलरे हो ये तुम??

मैं :- अरे मेरा मतलब है आप अपने आप लेके आ जाइए सामने ही दुकान है. आप क्या समझी और थोड़ी स्माइल की.

नीलम :- (तोड़ा शरमाते हुए) कुछ नही तुम मुझे पैसे डेडॉ मई लेके आ जाती हो.

मैं :- चैन खोल के निकल लो आप खुद ही.

नीलम :- (दार गयी और गुस्से मैं बोली) क्या बोल रहे हो ये तुम.

मैं :- मेरे ऑफीस बाग मई से वॉलेट से निकल लो आप खुद ऐसे बॉलरा हू मैं तो.

नीलम :- डाइरेक्ट्ली बोला करो तुम ऐसे मुझे साँझ नही आता है.

ये बोलके वो स्माइल करते हुए चली गयी और मेरेको भी हसी आ गयी क्यूकी मई सिर्फ़ मज़े ले रहा था आब तक उसके. 2 हफ़्ता हो गये था उसको मेरे घर काम करते हुए और उसे भी आब मेरे ऐसे छोटे मोटे मज़ाक साँझ आने लगा था और उसे कोई दिकाट नि होती थी. हम दोनो एक दूसरे के साथ कंफर्टबल हो गये थे बहुत जब भी वो मुझे काम ना करते हुए देखती तो मेरे पास आकर बाते करने लाग जाती थी.

मैं रोज सूभ 5 बजे उठ कर वर्काउट करता था तो मई उपर कुछ नही डालता था सिर्फ़ एक बॉक्सर क्यूकी नीलम भी 7 ब्जे उठ कर काम करना शुरू करती थी.

6:30 हो गये थे और मैं पुल उप बार मैं चाड के पुल उपस कर रहा था. इतने मई नीलम उठ गयी और उसकी नज़र डाइरेक्ट मेरे रूम मई पड़ी जहा मई हवा मई पुल उपस कर रहा था.

वो मेरी बॉडी देख के पहले तो 5 मीं तक घुरती रही क्यूकी आज तक उसने मुझे सिर्फ़ शर्ट या त शर्ट मई देखा था. वो जल्दी से उठ कर मेरे रूम की तरफ आ गयी.

नीलम :- लॅविश तुम्हारी तो बहुत सही बॉडी है.

मैं :- अरे आप इतनी ज्लडी कैसे उठ गयी आज.

नीलम :- अरे वो आज नींद खुल गयी. लगता है भगवान चाहते थे मुझे तुम्हारी बॉडी देखने मिले आज इसलिए.

मैं :- अरे आप भी ना और स्माइल करके वापिस पुल उपस करने लग गया.

वो भी वाहा से किचन मई चली गयी. 5 मीं बाद नीलम ने मुझे किचन मई आते देखा तो अपनी टाँगे चिपका ली और तोड़ा सा कांप के बोली क्या हुआ लॅविश. तो मैने बोला कुछ नही शेक बनाने आया था. उसने बोला कोई नि मई बना दूँगी तुम जाओ रेस्ट करो.

अभी मैने ठीक है बोला और उसे लगा मैं अंदर चला गया हू. पर मई गाते पे ही खड़े होके उसे देख रहा था. उसने अपने पेटिकोट मैं हाथ घुसाया और अपनी छूट मई उंगली करने लगयइ. मुझे भी समझ गया की नीलम की छूट मई आग लाग गयी है तो मैने पहले तो वीडियो रेकॉर्ड करली उसकी. उसके बाद अपने रूम मई चला गया वो 5 मीं मई रूम मई आई शेक रख के चली गयी.

मैने शेक पीते हुए सोचा क्यू ना इसे और गरम किया जाए और इसे लॅंड लेने पे इतना मजबूर कार्दु की इस्पे कोई चारा ना बचे और ये मेरे पास ही आ जाए. नीलम ने मुझे देखा और बोला आज ऐसे ही नंगा बैठा रहेगा क्या ऑफीस नही जाना तुझे. अरे नही जाना है ना मई ज्लडी से नहा कर ऑफीस चला गया.

शाम को मई घर आके डाइरेक्ट बाल्कनी मई बैठा था नीलम भी दूध लेके आ गयी तब मैने देखा आज नीलम सिर्फ़ ब्लाउस और पेटिकोट मई है और उसके आधे चुचे बाहर आने को हो रहे है उसने मुझे देखा और बोली अंदर आएगा या वही से देखेगा.

मैं :- आप अंदर छलके दिखावगी तो अंदर भी देख लूँगा.

नीलम :- (स्माइल करते हुए) चल शैतान. आज बहुत गर्मी थी तो मैं ऐसे ही काम कर रही थी. तुझे कोई दिकाट तो नही होगी ना मई ऐसे राहु तो.

मैं :- गर्मी तो बहुत है आज कोई नि मुझे कोई दिकाट नही है जैसे आपको कंफर्टबल लगे आ वैसे रह सकती हो.

नीलम :- कितनी प्यारी बाते करता है तू.

मैं :- अरे कुछ भी मॅट बोलो आप.

नीलम :- सच सच बता अपनी बातो और अपनी सेक्सी सी बॉडी कितनी लड़किया फसाई है तूने.

मैं :- (तोड़ा सा शॉक था क्यूकी नीलम ने आजतक ऐसे सवाल नही पूछे थे) उतने ही जीतने आपने अपने कातिलाना फिगर से फसा रखे है.

हम दोनो हासणे लगे.

नीलम :- टेरेसए बातो मई तो कोई नही जीत सकता है और मेरे गाल पे प्यार से छुआ.

मैं :- और आपसे कोई फिगर के मुक़ाबले मई.

नीलम :- (तोड़ा शर्मा के स्माइल करते हुए बोली) तू कुछ भी मॅट बोला कर.

मैं :- अरे सच बोल रहा हू…

नीलम :- (मेरी बात को काटे ते हुए) चल चुप छाप दूध पी ले.

मैं :- (उसकी चुचीॉ को देख कर) आप खुद पीला दो.

नीलम :- (स्माइल कर के) अछा जी चल आजा तुझे पीला ही डू मई दूध ले.

मई शॉक्ड था पूरा की नीलम अपने चुचे आज मुझे खुदसे पीने के लिए इन्वाइट कर रही है. इतने मई उसने कप उठाया और मेरी नज़र जो उसके चुचो को देख रही थी उसका रास्ता काट ते हुए मेरे मूह के आयेज रख दिया. और हेस्ट हुए बोली एलए पी आब और अपनी गंद मटका के चली गयी किचन मई खाना बनाने.

मैने मान ही मान म बोला करले नखरे बाद मई यही नखरे भारी पड़ेंगे.

हम दोनो डिन्निंग टेबल पे खाना खा रहे थे. इतने मई मुझे मेरी बॉस का फोन आया वो अपने क्लाइंट के साथ पार्टी मई गयी थी और ड्रिंक ज़्यादा कर ली है, तुम मुझे बोला लॅविश क्या तुम मुझे यहा से पिक करने आ सकते है? मैने तोड़ा ज़्यादा ड्रिंक कर लिया है.

मैं भी जल्दी से खाना छोड़ के जाने लगा तो नीलम बोली कहा ज़रा है खाना. मैने बोला ज़रा ज़रूरी काम है आता हू आधे एक घंटे तक. मैने कार ज्लडी से निकली और बॉस को उसके घर छोड़ने गया.

घर मई उनकी मम्मी उन्हे डाट रही थी जवान लड़की है इतनी ड्रिंक कर रखी है कोई कुछ कर देता तो. मैने कहा आंटी क्लाइंट के साथ ओवर हो गया होगा छोड़िए आप.

उन्होने मुझे थॅंकआइयू बोला और बोला थोड़ी डियर रूको मई आती हू और चली गयी. मई उनको कुछ बोल भी नि पाया और आब ऐसे निकल जाता तो अछा नही लगता. वो आई और मेरएसए बात करने लगी और अपनी बेटी का ख़याल रखने बोलने लगी. मुझे टाइम का ध्यान नही रहा तो मैने देखा की 12 बाज गये है.

मैने आंटी को बोला बहुत लाते हो गया है आब घर चलता हू और निकल गया. 1 बजे तक मई घर पहुचा तो देखा नीलम बाहर हॉल पे अपने सोफे पर सो रही है. उसका ब्लाउस उसकी टॅंगो से उपर जा रखा था और उसकी सावली जंघे चाँद की हालती रोशनी मई बहुत सेक्सी लाग रही थी. मैने उसके पास गया उसकी टाँगे थोड़ी द्दर निहारी और फिर पेटिकोट नीचे खिच दिया और वाहा से चला गया.

अगली सूभ भी जब मई वर्काउट कर रहा था तो आज भी वो जल्दी उठ गयी और मुझे देखने लगी पर कुछ बोली नही. मैने उसकी तरफ देखा तो वो जल्दी से अपने काम करने जाने लगी. मैं भी ऑफीस के लिए निकल गया.

रोज की तरह मई बाल्कनी मई बैठा था नीलम दूध लेके आई और बोली.

नीलम :- कल रात तो तुमने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बहुत मज़े किए ये ले दूध पीले.

मैं :- (मई स्मझ गया था वो छिड़ रखी है मैं हेस्ट हुए बोला) बॉस ने ज़्यादा ड्रिंक करली थी तो उन्हे घर ड्रॉप करने गया था बस.

नीलम :- इतनी डियर तक झुत मॅट बोल मुझे मई कॉन्सा तेरी मम्मी को बता रही हू.

मैं :- मई झुत क्यू बोलूँगा आपसे. आपसे झुत बोलूँगा तो आप मुझे कुछ डोगी क्या.

नीलम :- झुत बोलेगा तो पता नि पर अगर सच बोलेगा तो ज़रूर कुछ दे दूँगी.

मैं :- (हेस्ट हुए) दूध डोगी रोज की तरह और क्या.

नीलम :- तुझे सिर्फ़ मेरे दूध मई ही इंटरेस्ट है तो मई क्या कर सकती हू (और नॉटी सी स्माइल करदी).

मैं :- (तोड़ा सा शॉक था) आदमी की नज़र उसी चीज़ प्र होती है जो चीज़ ज़्यादा होती है.

नीलम :- खड़ी हुई और पीछे घूम गयी और बोली ये बड़े नही है.

मैं :- मैने छू के तो देखे नही है तो मुझे कैसे पता होगा.

अगले पार्ट मई पढ़िए की आयेज क्या हुआ और नीलम ने क्या किया.

अगर कोई फीडबॅक देना हो या किसी लड़की को मुझसे कॉंटॅक्ट करना हो तो तुम लोग मुझे मैल कर सकते हो

नेक्स्ट पार्ट 1 – 2 दिन मे आ जाएगा.