मालकिन ने बोला नौकरानी के सामने असंतुष्टी का सच‌

वो घर के अंदर आई। जब आनंद घर से निकलने लगा तो माया ने उससे कहा कि उसने सलमान को घर आकर दीदी का नाप लेने कहा था।

माया: उसने नहीं कहा कि वो कब आयेगा लेकिन मुझे विश्वास है कि दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत के बदन का नाप लेने वो जल्दी आयेगा। शायद आज ही आ जाये।

आनंद: तुमने बढ़िया किया माया। अंजली, जो भी सिलवाना है बढ़िया से नाप दे देना। शाम को बाज़ार जाकर हम कपड़े ख़रीद कर दर्ज़ी को दे देंगे।

आनंद को यह डर नहीं लगा कि अंजली को घर में अकेला देख कर दर्ज़ी कहीं चोद ना ले। वह घर से बाहर चला गया। आनंद के बाहर जाते ही माया अंजली से आकर चिपक गई।

अंजली: क्या कर रही है कुतिया, केडिया तो चला गया अब तू चोदेगी क्या?

माया: मालकिन, मुझे माफ़ कर दो। मैं सच में आपको रंडी बनाने के लिए ही आपके घर में काम पकड़ा था। रंडियों से मुझे इतना कमीशन मिलता है कि मुझे नौकरानी बनने की ज़रूरत नहीं है। मालूम नहीं मेरे भाई पंकज ने आपको कब और कैसे देखा। वो आनंद साहब के ऑफिस में चपरासी है। मेरे भैया ने घर आकर आपकी ख़ूबसूरती की बातें करने लगे। पंकज ने कहा कि पहले वो खुद आपको खूब चोदेगा और बाद में आपसे धंधा भी करवायेगा। उसने ही मुझे आपके यहां काम करने कहा।

माया: आनंद साहब ने भी अपने चपरासी की बात मान ली। लेकिन मालकिन आप मुझे इतनी बढ़िया लगी कि मैंने धंधा करने के बारे में कभी कुछ नहीं कहा। लेकिन पिछले दिन एक कुर्ता पहन कर इतनी चुदासी लग रही थी कि पूछो मत। फिर हम चुदाई की बातें करने लगे। अब आप या आनंद साहब कितना भी कोशिश करेंगे केडिया आपको नंगा करेगा ही। आपको इतनी क़ीमत देगा कि आप ख़ुद उसके नौकर भीमा से चुदवा लेंगी। मैं बहुत ही गंदी औरत हूं। कल से कोई दूसरी नौकरानी रख लीजिएगा।

माया इतना ही कह पाई। अंजली ने दोनों हाथों से माया की दोनों चूचियों को पकड़ा और कस कर दबाया।

अंजली: हरामजादी, यहां तू ही मेरी अकेली सहेली है। अब नौकरानी बन कर आई है तो तुम्हें मेरे साथ ही रहना होगा। तेरे भाई की क़िस्मत में मेरी बुर है तो उसे मिलेगा ही। लेकिन अब तू मुझे छोड़ कर नहीं जा सकती। अब से तू मेरी नौकरानी नहीं मेरी बहन है। और अब से, घर में कोई रहे ना रहे तू मुझे मेरे नाम से ही पुकारेगी। बहुत मस्त चूची है तेरी। एक बार देखने दे।

माया ने मुस्कुराते हुए अंजली को धक्का दिया,‌‌ और थोड़ी दूर हो कर खड़ी हो गई।

माया: पहले तू नंगी हो जा, मैं भी नंगी हो जाऊंगी। सब कहते हैं कि सलमान चाचा की नियत किसी माल के लिए ख़राब नहीं हुई है। तू उसकी नीयत ख़राब कर दे तब समझूंगी कि तू सच में बहुत खूबसूरत है, सबसे ज़्यादा सुंदर है। केडिया मुझे तुझे नंगा करने का ही कमीशन देगा। क्या बोलूं उससे?

अंजली: उस हरामजादे से बोल की अंजली घटिया औरत नहीं है। देखें साला कितना नाक रगड़ता है। तू एक बार आनंद से चुदवा ले। फिर हम दोनों एक साथ उसके सामने नंगे रहेंगे, आनंद को तड़पायेंगे। साला समझता है कि बहुत बड़ा चुदक्कड़ है। बहन सच कहती हूं, तीन साल से ज़्यादा समय से चुदवा रही हूं। आनंद बढ़िया चोदता है लेकिन मालूम नही क्यों मुझ आनंद के साथ कभी संतुष्टी नहीं मिली। मेरे शरीर को, मेरी बुर को कुछ और चाहिए, लेकिन क्या मुझे खूझे नहीं मालूम। बहन मुझे बदनाम मत करना।

माया: सच अंजली, तुम्हारे जैसी साफ़-सुथरी खुले दिल की औरत और कोई नहीं होगी। मैं केडिया से कहूंगी कि मैंने अंजली को नंगा देखा है। अपने पति के साथ चुदवाते भी देखा है।

अंजली: बोल देना।

एक दिन कुछ घंटे ही नंगी रही और अंजली के अंदर की दबी हुई वासना बाहर आ गई। अपना काम ख़त्म कर माया क़रीब सवा दस बजे घर के बाहर गई। अंजली को संभलने का मौक़ा भी नहीं मिला। 5 मिनट बाद ही बल्लू उसके सामने, घर के अंदर था।

अंजली: माया के सामने भी आ सकते थे। एक के बदले दो-दो जवान औरतों के साथ रहने का मौक़ा मिलता। बैठो, मैं चाय-पानी लाती हूं।

बल्लू: मालकिन, मुझे औरतों से ख़ास कर आप जैसी खूबसूरत औरतों से सख़्त नफ़रत है।

अंजली किचन में थी। चाय का पानी गर्म करने लगी।

अंजली: हम औरतों ने ऐसा क्या किया है कि हम से नफ़रत करते हो?

बल्लू: मैं 19 साल का ही था कि मां-बाप ने एक सुंदर लड़की से शादी कर दी। यह क़रीब 15-16 साल पहले की बात है। सीमा बहुत सुंदर थी लेकिन आप जैसी नहीं। हम दोनों बहुत खुश थे। जब मैंने पहली बार उसे हाथ लगाया तो वो कुंवारी थी। दो महीना हम दोनों बहुत खुश रहे। दो महीना बाद वो भी मेरे साथ रहने आ गई।

बल्लू: मैं पहले एक दूसरे शहर में रहता था, एक सरकारी ऑफिस में चपरासी था। सीमा के आने के तीसरे दिन ऑफिस से घर वापस आया तो देखा कि घर बंद था। पड़ोसियों ने बताया कि क़रीब 11 बजे एक कार आई थी और उन्होंने सीमा को एक सूटकेस लेकर उस कार में बैठते देखा। मैंने पुलिस में रिपोर्ट किया। पहले तो उन्होंने कहा कि सीमा 18 साल से बड़ी थी और अपनी मर्ज़ी से किसी के साथ गई थी, इसलिए वे कुछ नहीं कर सकते। मैंने पुलिस को घूस दिया। उनसे कहा कि मैं उसे ज़बरदस्ती वापस नहीं लाऊंगा, सिर्फ़ एक बार उससे बात करनी थी कि उसने मुझे क्यों छोड़ दिया।

अंजली: पुलिस ने सीमा को ढूंढा?

बल्लू: हां, तीन दिन बाद एक पुलिस वाला मुझे बुलाने आया। मैं उसके साथ पुलिस स्टेशन गया। वहीं सीमा अपने नये आदमी के साथ बैठी थी। वो आदमी आपके आनंद साहब जैसा ही देखने में बढ़िया था। मैंने उससे पूछा कि उसने मुझे क्यों छोड़ दिया तो जानती हो उसने क्या जवाब दिया?

अंजली: क्या कहा रंडी ने?

बल्लू: हां मालकिन वो रंडी ही है। उसने कहा कि वो मेरे साथ ग़रीबी में नहीं रह सकती। विकास (उसका आदमी) उसे रानी बना कर रखेगा। इतना बोल कर वे दोनों वहां से चले गये।