मा की दर्द भारी चुदाई की सेक्सी कहानी

अब हम दोनो रूम में आ गये थे. हम दोनो में सेक्स का खुमार चढ़ चुका था. मैने गाते बंद किया, और मों को पागलों की तरह किस करने लगा. वो भी मेरा साथ दे रही थी.

फिर मैने मों की ब्लाउस खोली, और सारी उतरी, और ब्रा के उपर से बूब्स दबाने लगा. उफ़फ्फ़, क्या गोल बूब्स थे. फिर मों की नाभि को चाटने लगा. मों भी बहुत एग्ज़ाइटेड हो रही थी.

वो बोल रही थी: बेटा और मत तडपा, अब तो छोड़ दे मुझे. बुझा दे मेरे छूट की सालों की प्यास, और बना दे इसका भोसड़ा. फिर मैने मों की ब्रा उतरी, और बूब्स चूसने लगा, और बीते भी किया.

मा: आहह, क्या कर रहा है?

मे: मैं तो ऐसा ही करूँगा तुम्हे.

फिर मैने मों की पनटी उतरी तो उसकी गुलाबी छूट मेरे सामने थी. एक-दूं प्यारी सी छूट थी, और वर्जिन ही लग रही थी.

मे: रंजू बेबी तुम भी मेरे कपड़े उतरो.

मा: ठीक है बेटा, उतारती हू.

मे: रंजू बेबी, देखो मुझे बेटा मत बोलो. आज से आकाश बोलना ओक.

फिर मों ने मेरे कपड़े उतरे, मुझे न्यूड किया, मेरे लंड को देखने लगी.

मे: क्या देख रही हो? यही वो हथियार है, जिससे तुम्हारी आग शांत होगी. चलो इसको मूह में लो.

मा: पागल है क्या तू. मैं ये गंदे काम नही करूँगी. वैसे भी बहुत बड़ा है. मेरे मूह में नही जाएगा.

मैने बहुत फोर्स किया, बुत मों नही मानी. फिर मैने मों की नाक पकड़ कर दबाई, जिससे उनका मूह खुल गया. तभी मैने उसके मूह में लंड डाल दिया.

मे: साली रंडी, नखरे दिखती है.

मेरा लंड बड़ा था. मों के मूह में पूरा नही जेया रहा था. फिर भी मैं ज़बरदस्ती लंड अंदर करके उसके मूह को छोड़ रहा था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. क्या बतौ क्या नज़ारा था वो अफ.

फिर मैने एक ज़ोरदार धक्का मों के मूह में दिया, और आधा लंड अंदर गया. मों झटपटा रही थी. उसकी आँखों के आयेज अंधेरा छाने लगा. बुत मैं रुका नही. 2 मिनिट तक असे ही रहा.

मों मुझसे डोर भागने लगी, बुत मैने उसे मज़बूती से पकड़ा था. फिर जाके मैने उसे छ्चोढा. मों मुझसे डोर भाग गयी.

मे: सॉरी रंजू बेबी, बुत मैं आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था.

मा: जाओ मुझे तुम्हारे साथ नही करना.

मे (मों के पास गया, और उसे अपनी गोदी में बिता के उसकी पूरी बॉडी पे किस करने लगा. उसके गाल पे भी किस किया): सॉरी ना मी लोवे. आज के बाद कभी नही होगा. ये सब कुछ प्यार से होगा.

फिर कुछ देर के बाद मों मान गयी. अब मैं मों की छूट चूस रहा था. मों को बहुत मज़ा आ रहा था.

मैने कहा: ऐसे ही तुम भी किया करो 2 मिनिट के बाद.

चलो अब तुम्हारी छूट बाजौंगा.

मा: ठीक है आकाश, बुत प्यार से करना प्लीज़.

मे: प्रॉमिस करता हू मेरी जान.

फिर मैने मों के पर्स से एक आयिल की बॉटल ली और अपने लंड पे लगाया, और मों की छूट पे भी लगाया. मों के उपर लेट के लंड सेट किया पर अंदर घुसा नही.

मे: कितनी टाइट है तुम्हारी छूट.

मा: पता है. मैने लास्ट तुम्हारे पापा के साथ किया था. वो भी इतने आचे से नही करते थे, और उनका छ्होटा था. तुम आराम से ही करना.

मे: दररो मत.

फिर तोड़ा और आयिल लगाया, और उंगली से थोड़ी छूट खोली. उसके बाद लंड सेट किया, तो तोड़ा से अंदर गया.

मा: आआअहह मा मॅर गयी रे, निकालो इसे.

मैने झट से मों के मूह को दबाया ताकि ज़्यादा आवाज़ बाहर ना जाए. फिर मैने मों को किस किया, और थोड़ी देर ऐसे ही रुका रहा. कुछ देर बाद एक और धक्का दिया, और आधा लंड अंदर था. मों दर्द से कराह रही थी.

मैं उसे समझा रहा था: बस हो गया. बस थोड़ी देर.

फिर 5 मिनिट के बाद मैने एक ज़ोरदार धक्का दिया, और पूरा लंड मों की छूट में घुस गया. मों तिलमिला उठी. उनकी छूट से खून भी निकला, और वो बेहोश हो गयी. फिर मैने मों को उठाया. अब भी लंड मों की छूट में था.

मा: हाए रे, तुमने मेरी छूट फाड़ डाली. बहुत दर्द हो रहा है. मुझे नही करना. देख खून भी निकल रहा है.

मैने एक कपड़े से सारा खून सॉफ किया.

मे: मों एक बार फिर आ जाओ. अब दर्द नही होगा, तुम्हारी छूट फटत गयी है अब.

अब मैने मों को लिटाया, और उसके उपर आके लेट गया. लंड छूट पे सेट किया, और एक धक्के में पूरा लंड अंदर पेल दिया.

मा: आअहह उउफफफफ्फ़ मॅर गयी रे. तुम्हारा बहुत बड़ा है, मैं नही झेल पौँगी.

मे: झेलना तो पड़ेगा मेरी जान. और कोई ऑप्षन भी नही है.

अब मों को भी मज़ा आ रहा था. वो भी कमर हिला के मेरे धक्के का जवाब दे रही थी, और सिसकारियाँ ले रही थी.

मा: आअहह उउफ़फ्फ़, ऐसे ही छोड़ो, और ज़ोर से छोड़ो, बन जाओ एक मदारचोड़, फाड़ दो मेरी छूट.

मों की बातें सुन के मैं और भी उत्तेजित हो रहा था. 15 मिनिट ऐसे करने के बाद मैने लंड बाहर निकाला. मों झाड़ गयी थी. फिर मैने उसे गोदी में उठाया, और लंड डालने लगा. मों माना कर रही थी.

मे: बेबी अब नखरे मत दिखा, चुप-छाप मेरी बात मान.

अब मैं उसे गोदी में उठा के छोड़ रहा था. 10 मिनिट ऐसे छोड़ने के बाद वापस उसे बेड पे लिटाया, और छूट में डाल के छोड़ रहा था.

मा: क्या कर रहा है जल्दी पानी निकाल. मेरे से और नही होगा. कितना स्टॅमिना है तुम्हारे अंदर.

मे: मेरी जान, बहुत है. इसीलिए तो तुम्हे मज़ा दे रहा हू.

5 मिनिट बाद मैने कहा: मेरा होने वाला है. तुम मूह खोलो.

मों ने माना किया तो मैने नाक बंद कर दी. मों मान गयी. फिर उसने मेरा सारा पानी पी लिया. अब उसे भी अछा लगा मेरा मूठ पी के. फिर मैं उसके उपर लेट गया.

मे: बहुत मज़ा आया बेबी तेरी छूट मार के.

मों: मज़ा तुम्हे आया, पर दर्द मुझे हुआ. कितनी देर तक किया तुमने.

मे: तुम्हे तो खुश होना चाहिए की मैं इतनी देर तक करता हू.

मों: पर तुम्हे मेरे साथ वो नही करना चाहिए था. मैं तुम्हारी मों हू.

मे: उसके लिए सॉरी बेबी, आज के बाद सिर्फ़ प्यार करूँगा. आज से मैं तुम्हारा बेटा नही रहा.

मा: तो क्या हो गया है तू मेरा, आशिक़?

मे: हा आज से मैं तेरा आशिक़, प्रेमी, बाय्फ्रेंड, सब मैं ही हू.

मा: अछा बेटा, बुत तेरी शादी जब होगी, तब क्या करेगा?

मे: आज के बाद मुझे बेटा मत बोलना. शादी तो मैं तुमसे करूँगा. तुम्हे अपनी पत्नी बना के रखूँगा. तुम भी आज से मुझे पति मान लो अपना, और मेरी पत्नी की तरह रहना आज से.

मों: ठीक है, जैसा तू बोले मैं तैयार हू तुझसे शादी के लिए.

मे: तो रंजू बेबी मेरी रेस्पेक्ट किया करो. तुम्हे पता है की हमारे में पति को तू या तुम नही आप बोलते है, और कभी उनका नामे नही लेते.

मा: ठीक है मेरे पति देव. आज से मैं आपको अककु बोलूँगी.

ये सुन के मैं बहुत खुश हुआ, और मों को किस किया..

मा: पर अककु हम ये कैसे करेंगे?

मे: रंजू बेबी तुम चिंता मत लो, तुम अपना ट्रान्स्फर न्यू सिटी में कर लेना. वाहा हम दोनो बस, और कोई जान-पहचान वाला नही.

मा: ठीक है, आपका आइडिया अछा है. पर मेरी भी एक शर्त है.

मे: बोलो बेबी, तुम्हारी हर शर्त मंज़ूर है मुझे.

मा: अछा जी, तो सुनो. आज से जब तक आप मेरे पति नही बन जाते, हम दोनो सेक्स नही करेंगे.

मे: पागल हो क्या तुम? ये कैसी शर्त है?

मा: देख लो आप. आपको पूरी करनी है या नही. वैसे भी जब हम शादी के दिन सेक्स करेंगे डाइरेक्ट, तो हमे और मज़ा आएगा.

मे: ओक रंजू बेबी, बुत फिर उस दिन मैं जो करूँगा तुम मेरा साथ डोगी.

मा: ओक मी लोवे.

फिर हम सो गये. नेक्स्ट दे हम घूमने गये, काफ़ी एंजाय्मेंट किया, डॅन्स की भी प्रॅक्टीस की. फिर वो दिन आया जब हमे कॉंपिटेशन में पार्ट लेना था. उस टाइम मों ने रेड कलर की वेस्टर्न फ्रॉक पहनी थी. एक-दूं पारी लग रही थी वो.

मैं उसे देख के आउट ऑफ कंट्रोल हो रहा था, बुत किसी तरह खुद को रोका. अब हम पार्टी में गये. फिर हमने अपनी बारी आने पर डॅन्स किया. डॅन्स के बीच में मैने सब के सामने मों को किस किया, जिससे मों शर्मा गयी. हमारा डॅन्स अछा था, बुत हम प्राइज़ नही जीत सके.

फिर नेक्स्ट दे हम घर आ गये. 10 दे के बाद मों के स्कूल शुरू हुए. उसने ट्रान्स्फर के लिए अप्लाइ कर दिया था. बुत हमने किसी को कुछ बताया नही था.

सो फ्रेंड्स आज की स्टोरी में इतना ही. नेक्स्ट पार्ट में पता चलेगा की हमारी शादी कैसे हुई. कैसे वो मेरी मा से पत्नी बनी. तब तक के लिए गुड बाइ. आप अपना फीडबॅक ज़रूर देना.