लॉकडाउन मे भिखरण की गॅंड चुदाई

ही ई’म सौरव फ्रॉम झारखंड. ये मेरी कहानी एक भिकारी और मेरी है. शायद उस टाइम मैं हवस के चाकर मे उस भीकरणी को छोड़ गया था.

ये कहानी लॉक्कडोवन् की शुरुवत की है, होली मे मेरा पूरा परिवार गोआ गया हुआ था. घर पर सिर्फ़ हम अकेले ही थे, मैं अकेले घर मे मूठ मरता था.

मैं घर मे घूम घूम कर मा की ब्रा चेआतेर ले कर आचे से मूठ मरता था. सॉरी मैं आपको बताना भूल गया की मेरी मा एक नंबर की कमाल है.

अफ हाए उनकी गंद, अफ चलिए मैं वापिस से अपनी कहानी पर आता हूँ. मैं डेली मूठ मारा करता था, एक दिन सुबह 7 बजे एक भीकरणी मेरे घर के गाते पर आए.

उसने मुझसे खाना मनगा तो मैने उसको अंदर बुला लिया. जब मैने उसके बूब्स देखे तो मेरे मूह से पानी गिरने लग गया. मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था.

मुझे देख कर वो हासणे लग गयइ और वो बोली – बाबू जी कुछ दो ना.

तो मैने उसके सामने एक पुरपोसल र्खा और मैं बोला – तुम इस लॉकडाउन मे कहा कहा घुमोगी, तुम कुछ महीने यहीं पर रह लो. तुम को यहाँ सब कुछ कहने पीने पहने को मिलेगा, उसके बदले तुम्हे यहाँ मेरे कुछ कुछ काम करने होंगे.

थोड़ी देर सोच कर वो बोली – ठीक है.

मैं – ठीक है पहले जा कर नहा लो, मैं तुम्हारा सारा समान अंदर ले आता हूँ.

फिर वो जब नहाने जाने लगी तो वो बोली – मेरे पास कपड़े न्ही है.

मैं – तुम नहा कर तो आयो.

फिर वो नहा कर सिर्फ़ टवल मे बाहर आ गयइ, फिर मैने उससे एक हाफ पंत और टशहिर्त दे दी और मैं बोला – तुम ये पहें कर आ जाओ.

फिर हम दोनो खाना खाने बैठ गये, खाने के बाद मैं उसको बोला – चलो अब सोने चलते है.

वो – न्ही मैं बर्तन धो देती हूँ.

मैं – तुम बर्तन मत धो वो मैं खुद कर लूँगा.

वो – तो आपने मुझे यहाँ कों से काम के लिए र्खा है?

तभी मैने उसको अपना खड़ा लंड दिखाया, तो वो साँझ गयइ और वो बोली – बाबू जी आप भी ना, आप पहले ही बोल देते.

तो उसने मेरा खड़ा लंड पकड़ लिया, और वेसए ही वो मुझे रूम मे ले गयइ. जेसे ही हम रूम मे आए, तो उसने मेरी पंत उतार कर मेरा लंड अपने मूह मे ले लिया.

अब वो मेरा लंड चूसने लग गयइ, और वो बोली – आप पहले बोलते तो मैं खुद आपके लंड पर बैठ जाती.

ये सुन कर अब मेरे अंदर का हरामी जाग उठा, तो मैने उसे उठा कर बेड पर लेता दिया. अब मैं उसकी छूट पर मूह लगा कर मैं उसकी छूट को चूसने लग गया.

अब वो आहह अहः करने लग गयइ, और वो मेरे बाल पकड़ कर अपनी छूट पर मेरा मूह दबाने लग गयइ.

वो – आहह अहः छोड़ो मुझे बाबू जी. बाबू जी ऐसे ही मुझे काफ़ी लोगो ने अपने घर काम करने के बहाने बुलाया है और मुझे छोड़ा है. मैं ऐसे ही दो बार मा बन चुकी हूँ, पहले बचा तो मैने गिरा दिया था. और दूसरा पैदा होते ही भगवान को प्यारा हो गया था.

ये सुन कर मैने अपना लंड उसकी चूत पर लगा कर एक जोरदार ढाका मारा, जिससे वो उछाल गयइ और वो बोली.

वो – आहह अहः धीरे मुझे चुदाई करवाए बहोट दिन हो गये है, प्लीज़ आराम से करिए.

मैं – तू साली रंडी है, अब तू मेरे बचे की मा बनेगी.

अब मैं उसे ज़ोर ज़ोर से छोड़ने लग गया, करीब 20 मिनिट की चुदाई के बाद वो मुझे हटाने लग गयइ. फिर उसने मुझे ढाका मार कर हटा दिया, फिर वो मेरे सामने घोड़ी बन गयइ और वो बोली.

वो – बाबू जी अब ऐसे करो, इसमे मुझे बहोट मज़ा आता है.

तभी मैने ग़लती से अपना लंड उसकी गंद मे डाल दिया, वो एक दम से उछाल गयइ और वो बोली – बाबू जी छूट मे डालो गंद मे न्ही, आज तक मैने किसी से अपनी गंद न्ही मरवाई है.

मैं – सही है, अब तो मैं तेरी गंद ही मारूँगा.

अब मैने उसके कंधे पकड़ कर उसकी गंद मे अपना लंड डाल दिया. अब वो ज़ोर ज़ोर से छीलाने लग गयइ.

वो – आहह अहहह धीरे बाबू जी धीरे मैं मार जौंगी.

तभी मैने देखा की उसकी गंद से खून निकल रा था, और मैं उसे छोड़ते ही जा रा था. कुछ देर बाद वो मेरा साथ देने लग गयइ, और वो अपनी गंद को आयेज पीछे करने लग गयइ.

वो – अहः अहः बाबू जी और ज़ोर से करिए.

ऐसे ही करते करते मैने अपना सारा पानी उसकी छूट मे निकल दिया. फिर वेसए ही मैं सो गया, कुछ देर बाद रात मे जब मेरी नींद खुली तो मेरा लंड उसकी गंद से कुछ ही दूरी पर था.

मेरा लंड पूरा खड़ा होने लग गया था, वो भी अब दर्द से उठ गयइ थी और वो बोली – बाबू जी अब और न्ही, अब मैं मार जौंगी.

मैं – मार जा साली रंडी, तब मैं तुझे छोड़ूँगा.

फिर से मैं उसे छोड़ने लग गया, और 20 मिनिट के बाद मेरा पानी फिर से निकल गया. अब मैं फिर से सो गया, सुबह जब मैं उठा तो मैने देखा की वो मेरे साथ बैठ कर मेरे लंड को देख र्ही थी.

जेसे ही मैं उठा तो वो बोली – गुड मॉर्निंग.

फिर उसने मेरे लंड को अपने मूह मे भर लिया और वो बोली – सुनिए करिए ना, जो आपको करना है यहीं पर करिए.

मैं कुछ समझा न्ही तो वो बोली – बाबू जी आप यहीं पर सस्यू करिए मैं आपका पेशाब पूरा पी जौंगी.

मैं – हॅट पागल.

फिर मैं बातरूम मे जाने लगा तो वो बोली – बाबू जी प्लीज़ मुझे अपना मूट पिलाइए ना प्लीज़. देखिए तभी मैं आपको अपनी छूट मरने दूँगी, न्ही तो मैं अभी चली जौंगी प्लीज़.

मैं दर गया और तभी मैने उसके बाल पकड़ कर अपना लंड उसके मूह मे डाल दिया. उसने मेरा लंड चूस चसू कर पूरा खड़ा कर दिया.

फिर सस्यू करने की जगह मैने उसे उठाया और मैं उसकी चूत को छोड़ने लग गया. वो चुदाई करवाते हुए बोली – आहह अहः बाबू जी मुझे आपका पेशाब पीना है, प्लीज़ अपना लंड मेरे मूह मे डाल दीजिए.

तभी मेरा होने वाला था, तो मैने झट से उसे नीचे बिता दिया और अपना लंड मैने उसके मूह मे दे दिया. फिर मैने उसके मूह मे अपने लंड का सारा पानी भर दिया, वो मेरे लंड का सारा पानी पी गयइ.

फिर वो मेरे लंड को चाटने लग गयइ, तब मैने उसके मूह मे पेशाब करना शुरू कर दिया. वो मेरा सारा पेशाब भी सारा पी गयइ, अब ऐसे ही मैं उसे रोज छोड़ने लग गया.

अब उसकी डटे शुरू हो गयइ, और इस बारे मे ना ही उसे पता था और ना ही उसे पता था. एक दिन मैं सेक्स करते करते बहोट तक गया था, पर उसे मुझसे अभी और चूड़ना था.

तो मैने केसे भी करके बाहर गया और बाहर से मैं विग्रा ले कर आया, अब उसे खा ुआर उसे छोड़ने लग गया. उस रात मैने उसे अपनी मा की रेड सारी पहना कर छोड़ा.

मैं उसके साथ अपने घर मे ही हनिमून बना रा था, उसने मुझे खुद रात को दूध के साथ दवाई खलियाई. उसके बाद मैने उसे उस रात 4 बार जाम कर छोड़ा.

अब मेरे अंदर ज़रा सी भी ताक़त न्ही रही, तो मैं बोला – अगर तुम अभी भी कर स्काती हो तो मेरे लंड को चूसो और इसे शांत कर दो.

वो – अगर आप मुझे एक बचा दोगे तो ही मैं ऐसा आपके साथ करूँगी.

मैं उस टाइम हवस मे था तो मैं उसे हन बोल दिया. अब उसने मेरे लंड को चूस कर मुझे मज़ा देना शुरू कर दिया. रात भर हम दोनो सोए न्ही, और बस ये ही होता रहा.

बीच मे जब मेरा मान हुआ तो मैने उसे उठा कर अपने लंड पर बिता लिया और मैं उसे छोड़ने लग गया. थोड़ी देर बाद वो फिर से मेरे लंड को चूसने लग गयइ.

ऐसे ही सुबह तक चलता रहा, फिर मैं सो गया. फिर सुबह उठ कर मैने उसे जाम कर छोड़ा, एक महीने मैने उसे ऐसे ही चोदा जेसे की वो सच मे मेरी रंडी हो.

मैने उसकी गंद इतनी छोड़ी थी, की आज भी वो सोचती होगी की सौरव ने मेरी छूट का क्या हाल कर दिया है. अब वो शायद पेरगंते भी हो गयइ थी.

जाते टाइम उसने मुझे ब्टाया की उसे डटे न्ही आई है. पर मुझे दर था की मा आ जाएगी. इसलिए मैने उसे जल्दी जल्दी अपने घर से भगा दिया.

मैने उसे कुछ पैसे भी दे दिए थे, और जेसे ही लॉक डाउन खुला तो मेरी मा ट्रेन से घर एयेए गयइ. पहले तो वो 14 दीनो के लाइ क्वॉरंटीन हो गयइ, उस टाइम मेरी ताबयिट बहोट खराब हो गयइ थी.

क्योकि लगातार चुदाई के बाद मेरी ताबयिट खराब हो गयइ थी. फिर मेरी मा मेरे करीब आ गयइ, और मैने उन्हे केसे छोड़ा ये मैं आपको बाद मे बटुंगा.

आज भी जब तक मेरी बहें न्ही आ जाती है, तब तक मैं उन्हे खूब छोड़ता हूँ और अपनी रंडी बना कर छोड़ता हूँ. मेरी मा मेरा लंड सुबह शाम चसूति है.

मेरी मा को ग्रूप मे सेक्स करने का बड़ा मान है, उसका नाम वीना है. इसके लिए मैने एक विर्तेर से बात करी है, उससे मैने बात करी थी. हुँने वीडियो कॉल पर भी सेक्स किया है, अब ह्यूम उस पर भरोसा है.

जेसे ही लॉक्कडोवन् पूरा ख़तम होगा तो हम सब ग्रूप सेक्स करेगें. वो मेरी मा से सेक्स छत करता है, और जब भी मैं अपनी मा को छोड़ता हूँ.

तो वीडियो कॉल करके उसको दिखता हूँ, वो ह्यूम देख कर मूठ मरता है. तो जल्दी ही मैं थ्रीसम सेक्स की कहानी आपको बटुंगा.

आपको मेरी ये कहानी केसी लगी, प्लीज़ मुझे ज़रूर बताना.
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