ही दोस्तों, मैं हीना अपनी कहानी के अगले पार्ट के साथ आप सब के सामने हाज़िर हू. उमीद है की सब रीडर्स ने मेरी पिछली कहानी रेड करी होगी. अगर आपने मेरी पिछली स्टोरी रेड नही करी है, तो प्लीज़ पहले उसको ज़रूर रेड करे. आपको वो स्टोरी ज़रूर पसंद आएगी.
पिछली स्टोरी में आपने पढ़ा की मैं पढ़ाई में कमज़ोर थी. तो एग्ज़ॅम्स पास करने के लिए मैने टीचर से फ्रेंडशिप करके प्यार का ढोंग करना शुरू कर दिया. रजत सिर बहुत ही शरीफ थे.
मैने उनको तोड़ा मज़ा देना भी शुरू कर दिया, ताकि उनको ये ना लगे की मैं उनका फ़ायदा उठा रही थी. पहले किस्सिंग से काम शुरू हुआ, और फिर किस्सिंग के साथ मैं उनसे गांद भी डबवाने लगी. अब आयेज बढ़ते है.
मैं एग्ज़ॅम्स पास करके अगले साल में प्रमोट हो चुकी थी. मैने इस बार साल के शुरू में ही टुटीओन रखने के लिए घर पर बोल दिया. घर वाले भी मान गये, क्यूंकी मेरे मार्क्स आचे आए थे. अब सिर मुझे रोज़ टुटीओन के बाद पकड़ कर चूस्टे थे. अब मुझे उन्हे कुछ कहने की ज़रूरत नही पड़ती थी. वो अपने आप ही शुरू हो जाते थे.
अब वो पहले से वाइल्ड होते जेया रहे थे. मेरे क्लास टेस्ट में अब मॅग्ज़िमम मार्क्स आ रहे थे, तो मैं सिर को जो वो चाहे करने दे रही थी. लेकिन मुझे ये नही पता था, की मैने शेर के मूह को लहू लगा दिया था. और भूखा शेर अब जाग चुका था.
अब मेरे अगले एग्ज़ॅम्स आने वाले थे. इस बार भी मुझे कुछ ख़ास टेन्षन नही थी, क्यूंकी रजत सिर का हाथ मेरे सर पर था. फिर एक दिन अचानक वो हुआ जो मैने सोचा नही था. टुटीओन की छुट्टी थी सब स्टूडेंट्स को, लेकिन मैं टुटीओन पढ़ने गयी थी. हम दोनो बैठे टाइम पास कर रहे थे. तभी सिर बोले-
सिर: हीना मुझे तुम्हे नंगी देखना है.
मैं: जी?
सिर: हा, मुझे अपनी गफ़ को नंगी देखना है.
मैं: यहा पे?
सिर: हा, क्यूँ. हमारे अलावा घर पर कोई नही है. मम्मी बाहर है, तो इससे अछा मौका हमे दोबारा नही मिलेगा.
मैं सोच में पद गयी, की अचानक से रजत सिर को क्या हो गया था. फिर मैने सोचा की एग्ज़ॅम्स आने वाले है, अगर मैने ना बोला, और वो गुस्सा हो गये तो मेरा फैल होना पक्का. इसलिए मेरे पास कपड़े उतारने के अलावा दूसरी कोई ऑप्षन नही थी.
मैने उस दिन जीन्स और त-शर्ट पहनी हुई थी. हम दोनो सोफा पर बैठे थे. फिर मैं खड़ी हुई, और पहले मैने अपनी त-शर्ट उतरी. अब मैं ब्लॅक ब्रा और जीन्स में थी. सिर की आँखों में मेरे लिए हवस सॉफ नज़र आ रही थी. फिर मैने बोला-
मैं: बस?
सिर: मुझे तुम्हे पूरी नंगी देखना है.
फिर मैने अपनी जीन्स का बटन खोला, और जीन्स उतार दी. अब मैं ब्लॅक ब्रा और ब्लॅक पनटी में उनके सामने थी. वो मुझे उपर से लेके नीचे तक देख रहे थे. फिर मैने कहा-
मैं: मुझे शरम आ रही है, इसके आयेज मैं और नही उतरुँगी.
तभी सिर बोले: इसके आयेज तुम्हे उतारने की ज़रूरत नही पड़ेगी मेरी जान.
ये बोल कर वो खड़े हो गये, और मुझे अपनी गोद में उठा लिया. उनकी इस हरकत से मैं हैरान हो गयी. फिर वो मुझे अपने बेडरूम में ले गये, और बेड पर लिटा दिया. मैं समझ नही पा रही थी की उनका इरादा क्या था. फिर वो मेरे उपर आ गये, और मुझे किस करने लगे. आज से पहले इतनी वाइल्ड किस उन्होने कभी नही की थी. मैं भी किस में उनका साथ दे रही थी.
किस करते हुए आज पहली बार उन्होने मेरे बूब्स दबाने शुरू किए. जैसे ही उन्होने बूब्स दबाए मेरी आ निकल गयी. कुछ देर होंठ चूसने के बाद उन्होने मेरी गर्दन चूमनि शुरू की. मैं हैरान थी की एक-दूं से सिर ये सब कैसे करने लगे. तभी उन्होने मेरी ब्रा नीचे करके मेरे बूब्स बाहर निकाल लिए.
मेरे बूब्स देखते ही वो बूब्स पर टूट पड़े, और पागलों की तरह दबाने और चूसने लग गये. मैं बस आ आ कर रही थी. मुझे दर्र लग रहा था की सिर कही आज मुझे छोड़ ना दे. आज पहली बार कोई मर्द मेरे बूब्स चूस रहा था, तो मुझे मज़ा भी आ रहा था. मेरे मूह से बस सिसकियाँ निकलती जेया रही थी.
जब मेरे बूब्स चूस-चूस कर लाल हो गये, तो सिर नीचे मेरे पेट पर गये, और पेट चाटने लगे. फिर वो और नीचे गये, और मेरी पनटी नीचे करने लगे. तभी मैने उनको रोकते हुए कहा-
मैं: सिर प्लीज़, मुझे शरम आती है.
सिर: प्यार में कैसी शरम पगली, और हमने तो सक्चा प्यार किया है.
अब मैं क्या कहती उनकी इस बात पे? मैं चुप हो गयी, और उन्होने मेरी पनटी उतार दी. अब मेरी छूट उनके सामने थी. कुछ दिन हो गये थे छूट शेव किए, तो उसपे थोड़े बाल थे. सिर ने छूट देखते ही उसको चाटना शुरू कर दिया. मेरी सिसकियाँ तेज़ हो गयी. मैं उन्हे रोकने की कोशिश करने लगी लेकिन नाकाम रही.
फिर उन्होने जल्दी से अपनी पंत और अंडरवेर उतरा, और आधे नंगे हो गये. उनका मोटा तगड़ा लंड उछाल कर बाहर आ गया. मैं कुछ बोलती उससे पहले उन्होने मेरे लिप्स लॉक कर दिए. फिर वो लंड मेरी छूट पर रगड़ने लगे, और मैं झटपटाने लगी. तभी मेरी छूट में ज़ोर का दर्द हुआ, जैसे किसी ने रोड घुसा दी हो. लेकिन वो रोड नही सिर का मोटा लंड था.
मैं चीख नही पाई क्यूंकी लिप्स लॉक्ड थे. उनको डोर करने की कोशिश की, लेकिन कर नही पाई. वो लंड अंदर घुसते गये, और कुछ धक्को में पूरा लंड अंदर चला गया. इतना दर्द हो रहा था की मैं क्या बोलू.
लंड घुसा कर वो रुक गये, और मेरे होंठ चूसने और बूब्स सहलाने लगे. कुछ देर में मेरा दर्द कम हुआ, तो उन्होने लंड अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया. अब मुझे दर्द कम और मज़ा ज़्यादा आने लग गया था. उन्होने मेरे होंठ भी रिलीस कर दिए. अब मैं आ आ कर रही थी, और वो स्पीड बढ़ने लगे. मैने नीचे देखा तो मेरी छूट का खून उनके लंड पर लगा हुआ था.
कुछ देर ऐसी ही नॉर्मल चुदाई के बाद उन्होने अपने स्पीड तेज़ कर दी. अब वो ज़ोर-ज़ोर से मुझे छोड़ने लगे. मुझे दर्द हो रहा था, और मैने ये उनको बोला भी. लेकिन वो रुक नही रहे थे. उनके धक्के इतनी ज़ोर के थे, की पूरा बेड हिल रहा था. अब जब मैं उनको धीरे करने को कहती, तो वो मेरे मूह पर थप्पड़ मार देते.
मेरी गर्दन और बूब्स पर उन्होने अपने दाँत गाड़ कर निशान बना दिए थे. मेरे निपल्स से खून भी निकालने लगा था. तकरीबन आधा घंटा उन्होने ऐसे ही मुझे रंडी की तरह छोड़ा. फिर अपना लंड मेरे मूह के सामने करके अपना माल मेरे मूह पर निकाल दिया.
मेरी हालत बहुत बुरी हो गयी थी, और मैं चल भी नही पा रही थी. उस दिन के बाद उन्होने बहुत बार मुझे छोड़ा. तो दोस्तों मैं एग्ज़ॅम्स में तो पास होती रही. लेकिन अपने सिर की रंडी बन गयी.
ये थी मेरी कहानी. अगर पसंद आए तो शेर ज़रूर करे.