जेठा और दया की रासलीला में बापू जी बने दर्शक

हे दोस्तों, मैं आज आपके लिए कहानी लेकर आया हू, और आयेज भी लाता रहूँगा. यहा से मैं अपनी एक सीरीस की शुरुआत कर रहा हू, जो की बनी है “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” पर. तो ज़्यादा देर ना करते हुए शुरू करते है.

गोकुलधाम सोसाइटी (जेथलाल’स हाउस):-

जेथलाल सो रहा होता है, और दया काम कर रही होती है. बापू जी उनके दोस्तों के साथ योगा करने बाहर गये थे, और अब घर आ चुके थे.

बापू जी: बहू, जेता अभी तक सो रहा है?

दया: जी बापू जी, रुकिये मैं जागती हू उनको.

दया जेथलाल को जगाने जाती है, और उसे आवाज़ लगा कर ज़ोर से हिलती है. पर वो नही जागता क्यूंकी वो बहुत गहरी नींद में था, और सपना देख रहा था की बबिता जी उसका लंड हिला रही थी. फिर दया एक-दूं से उसका ब्लंकेट निकालती है उसे उठाने के लिए, तो देखती है की उसका लंड खड़ा हुआ था.

ये देख कर दया की छूट गीली होने लगती है. वैसे भी जेथलाल आज कल दया पर बिल्कुल ध्यान नही दे रहा था, और वो बिना चुदाई के बहुत परेशन रहती थी. वो चाहती थी की कोई उसके अंदर की आग को बुझाए. वो सोचती है की आज बहुत अछा मौका था.

उसने जेथलाल के कुर्ते को नीचे कर दिया, और उसका 10 इंच का लंड खुला खड़ा हो गया. दया के मूह में पानी आने लगा, और उसने जेथलाल के लंड को हाथ में लिया और उसके लंड पर थूका, जिससे वो गीला हो जाए और हिलने लगी. जेथलाल तो सपने में था, जिसमे बबिता जी उसका लंड हिला रही थी, और असलीयत में भी दया उसका हिला रही थी. वो धीरे-धीरे आवाज़ करने लगा.

दया को बहुत मज़ा आ रहा था और उसने जेथलाल के लंड को अपने गालों से और होंठो से रगड़ना शुरू किया. फिर धीरे से मूह में ले लिया, और चूसने लगी. दया ने लंड मूह में ही लिया था, की बापू जी एक-दूं से रूम में घुसे, और घुसते से ही वो एक-दूं शॉक हो गये.

उन्हे पता था की अगर वो अंदर गये तो दया रुक जाएगी. लेकिन उन्हे और देखना था, और उन्हे कब से दया को छोड़ने की इक्चा थी. पर वो कभी कर नही सकते थे, सोसाइटी में उनकी अची इमेज के चक्कर में. और दया भी कभी उन्हे कुछ करने नही देती और उल्टा बहुत बड़ा तमाशा खड़ा हो जाता.

उपर से जेथलाल उनका बेटा था, वो क्या सोचता? पर आज उन्हे मौका मिला था दया को अपनी आँखों के सामने लंड चूस्टा देखने का. तो वो कमरे से बाहर जेया कर खड़े हुए, और धीरे से देखने लगे. उन्होने भी अपना लंड धोती में से निकाल लिया, और उसे हिलने लगे.

दया ने अपनी स्पीड बढ़ा दी थी, और पुर कमरे में उसकी आवाज़ गूँज रही थी. फिर दया ने अपनी सारी उपर करके एक हाथ छूट पे रख दिया, और छूट को रगड़ने लगी. इससे बापू जी का लंड और ज़्यादा टाइट हो गया, और उन्हे और मज़ा आने लगा. टापू की आज छुट्टी थी, इसलिए वो भी सो रहा था, तो इन्हे किसी बात का दर्र भी नही था.

दया ने पूरा लंड गले तक उतार लिया. वो खड़े-खड़े मूह मैं ले रही थी. उसकी गांद भी पूरी हिल रही थी, और पल्लू भी नीचे गिर गया था.

दया: गल्प गल्प गल्प.

बापू जी (मॅन में): क्या रांड़ की तरह लंड चूस रही है बहू. और छूट तो ऐसे रग़ाद रही है, जैसे कभी चूड़ी ही ना हो, और बरसो बाद छूट पर हाथ लगाने को मिल रहा हो. लंड चूस्टे-चूस्टे इसकी गांद भी कैसे हिल रही है पीछे से. इसकी गांद किसी दिन तो मार कर ही रहूँगा, भले ही फिर कुछ भी हो जाए.

एक-दूं से जेथलाल का निकला, और दया ने उसका लंड पूरा गले में घुसा लिया. उसकी आँखों के गोते पुर उपर चले गये, और दया पूरी मदहोश हो गयी. उसकी छूट में से भी पानी निकल गया, जो की उसके पैरों से बहता हुआ पूरा ज़मीन पर आ गया. फिर जेथलाल का पूरा कम उसके गले में चला गया जिसे वो पी गयी.

दूसरी तरफ बापू जी का भी निकल गया, और उन्होने एक धीरे से आ की आवाज़ के साथ पूरा कम फ्लोर पर निकाल दिया, और वाहा से चले गये. तभी दया ने देखा की गाते खुला हुआ था, और वो गाते लगाना भूल गयी थी.

फिर भी उसने सोचा की कोई बात नही किसी ने नही देखा होगा. उसने एक पोछा लिया और जहा उसका पानी गिरा वाहा लगा दिया. फिर जब वो बाहर जाने लगी तो उसका पैर बापू जी के कम पर गया, और वो फिसल कर गांद के बाल गिर गयी, और बहुत ज़ोर से आवाज़ आई. इससे जेथलाल उठ गया.

दया: उउउइई मा.

जेथलाल: क्या है दया, सुबा-सुबा क्यू गरबा कर रही है तू?

दया: टापू के पापा मैं गरबा नही कर रही, यहा पता नही क्या है.

जेथलाल उठ जाता है और वॉशरूम जाता है, और दया ज़मीन पर हाथ लगती है तो पूरा कम उसके हाथ से लटक जाता है. उसे वो ज़ोर से झटकती है, और पूरा उडद कर इधर-उधर लग जाता है. दया समझ जाती है की ये क्या था, पर उसे ये समझ नही आ रहा था की ये किसका था.

तभी उसका दिमाग़ चलता है और वो समझ जाती है की जब वो जेथलाल का गले तक उतार रही थी, तब बापू जी ने देख लिया था. पर उसे ये समझ नही आ रहा था की बापू जी ने मूठ क्यूँ मारी. उसके पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक जाती है, और वो सोच में पद जाती है. फिर वो उठती है, पूरा सॉफ करती है, पर उसकी गांद गिरने की वजह से अभी भी दुख रही थी.

जेथलाल वॉशरूम से निकलता है कपड़े पहन कर, और दया से नाश्ता लगाने को बोलता है. दया नाश्ता लेकर आती है, और लगती है. जेथलाल का सुबा के सपने की वजह से मूड बन रहा था, तो वो दया जब नाश्ता लगा कर जेया रही थी, तो उसकी गांद को जिस पर दर्द हो रहा था, पकड़ कर ज़ोर से मसलता है, और एक छाँटा मारता है.

दया: ऑश मा, ऑश.

दया को मज़ा भी आया और दर्द भी हुआ. वो समझ नही पा रही थी, की वो क्या रिक्षन दे. उतने में जेथलाल खड़ा हुआ, और उसने दया को एक लीप किस करी, और उसके बूब्स को ज़ोर से दबाया, और बाहर निकाल लिया, और चूसने लगा.

दया: सुनिए छ्चोढिए मुझे, बापू जी आ जाएगे तो प्राब्लम हो जाएगी.

जेथलाल: कुछ नही होगा.

तभी एक-दूं से बापू जी अंदर घुसते है, और सब देख लेते है. जेथलाल हड़बड़ा कर दया को छ्चोढ़ देता है, और दया बिना ब्लाउस नीचे किए ही मूड जाती है. बापू जी का देख कर लंड खड़ा हो जाता है, और वो घूर कर दया के बूब्स को देखते है. दया एक-दूं से ब्लाउस ठीक कर लेती है.

जेथलाल को नही पता था की बापू जी ने दया के बूब्स को देख लिया था, और वो नाश्ता करके बापू जी को जाई जीनेंद्रा बोल कर दुकान के लिए निकल जाता है.

दया: बापू जी वो सॉरी.

बापू जी: कोई बात नही दया बहू. ये सब तो पति-पत्नी के बीच की बात है, और ये सब करना कोई बड़ी बात नही है. कोई बात नही.

दया शरम से कुछ नही बोलती, और वो शॉक हो जाती है, की बापू जी अचानक इतने खुल कैसे गये. फिर वो एक-दूं से बापू जी के लंड की तरफ देखती है, तो उनका लंड एक-दूं सीधा खड़ा था, और सफेद धोती हल्की सी गीली दिख रही. धोती में से दिख रहा था, की उन्होने अंडरवेर नही पहना था.

दया समझ गयी थी की वो बापू जी ही थे, पर उसने उन्हे कुछ बोलना ठीक नही समझा. दया ने एक-दूं से उनके चेहरे की तरफ देखा, तो वो दया के बूब्स को देख रहे थे. क्यूंकी दया पल्लू लेना भूल गयी थी. दया को तोड़ा सा गुस्सा आया, और वो मूह बना कर वाहा से चली गयी

(दया मॅन में ): ये कितना तर्की बुद्धा है. अपनी बहू को छोड़ने के सपने देख रहा है. पर इसका लंड तो (जेथलाल) इनसे भी बड़ा और मोटा है.

फिर उसको समझ आता है की वो क्या सोच रही थी, और उसने खुद को थप्पड़ लगाया, और बेडरूम में चली गयी.

दोस्तों ये कहानी की बस शुरुआत है. इसका अगला पार्ट मैं जल्दी लेकर अवँगा. आप बस मुझे अपना प्यार देते रहिएगा, और फीडबॅक देना बिल्कुल मत भूलिएगा. अगर कोई लड़की ये कहानी पढ़ कर गरम हो जाती है, तो मुझे सेक्स छत या फिर सेक्स वीडियो कॉल के लिए एमाइल कर सकती है इस पर-