ही फ्रेंड्स, मैं वरुण अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. पिछले पार्ट को आप सब ने पढ़ा और पसंद किया, उसके लिए आप सब का धन्यवाद करता हू. जिन लोगों ने पिछला पार्ट अभी तक नही पढ़ा है, वो पहले उसको ज़रूर पढ़ ले.
पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा की जब मेरी मा को नया फोन मिला, तो मैने उनको फोन चलना सीखा दिया. फिर एक दिन प्रॅंक करने के लिए मैने इंस्टाग्राम पर फेक ईद से मम्मी से बात करनी शुरू कर दी.
लेकिन मम्मी से ऐसे बात करके मुझे उनका एक अलग ही रंग दिखने लगा. मम्मी फ्रॅंक तरीके से मुझे कोई और समझ कर बात करने लगी. फिर एक दिन मम्मी मुझे जीन्स त-शर्ट में अपनी फोटोस भेज कर मुझसे तारीफ सुनने लगी. मैने जब उनको सेक्सी बोला, तो उन्होने पूछा की क्या सेक्सी लग रहा था. अब आयेज बढ़ते है.
मम्मी का ये सवाल सुन कर मैने सोचा यहा मैं भी कोई आदमी था, तो बता ही देता हू क्या सेक्सी लग रहा था. फिर मैं बोला-
मैं: आप तो उपर से नीचे तक सेक्सी लग रही है.
मम्मी: वो तो ठीक है, लेकिन उपर से नीचे बहुत कुछ आता है. उनमे से क्या सेक्सी लग रहा है?
मैं: आप बुरा तो नही मानेंगी अगर मैं बता डू तो?
मम्मी: क्यूँ बुरा मानने लगी मैं. मैं तो खुद आप से पूच रही हू.
मैं: चलिए ठीक है. शुरू करता हू मैं.
मम्मी: जी करिए.
मैं: सबसे पहले आपके चेहरे की बात करते है. आपका चेहरा इतना मासूम है की कोई भी लड़का आपको पहली नज़र में दिल दे बैठे. चेहरे पर आपके रसीले होंठ गुलाब की पंखुड़ियों जैसे है. इनको देखते ही दिल करता है की इनका रस्स पी जौ.
मैं: आपकी आँखों में आँखें डाल कर मैं पूरा-पूरा दिन बैठ सकता हू. फिर आती है आपकी सुरहीदार गर्दन, जो इतनी सेक्सी है की किस करते-करते उस पर काटने का मॅन करता है. गर्दन के नीचे…
यहा मैं रुक गया. फिर मम्मी ने पूछा-
मम्मी: क्या हुआ? रुक क्यूँ गये? गर्दन के नीचे क्या?
मैं: रहने देते है सुधा जी, फिर मैं खुद पर कंट्रोल नही कर पौँगा.
मम्मी: आप बेजीझक बोलिए.
मैं: पक्का ना.
मम्मी: हा बिल्कुल पक्का.
मैं: आपके बूब्स बिल्कुल शेप में है. देखने पर ऐसा लगता है जैसे इनमे रस्स भरा हो. कोई भी मर्द इनको चूसने के लिए किसी भी हड्द को पार कर जाए. मैं तो सोच रहा हू, की इन बड़े-बड़े बूब्स के बीच में घाटी कितनी कामुक बनती होगी.
तभी मम्मी ने एक और फोटो भेजी अपनी. मैने फोटो डाउनलोड करी, तो उसमे मम्मी ने झुक कर अपनी क्लीवेज दिखाई हुई थी. उसको देख कर मेरा लंड एक-दूं टाइट हो गया. फिर मम्मी ने मेसेज किया-
मम्मी: इसी घाटी की बात कर रहे हो ना आप?
मैं: हा, क्या खूबसूरत नज़ारा है.
मम्मी: बस इतना ही?
मैं: अगर भगवान मुझे पवर देता छ्होटा होने की, तो मैं छ्होटा सा हो कर आपकी त-शर्ट के अंदर घुस जाता, और सारी ज़िंदगी इस घाटी की गर्मी का मज़ा लेते हुए निकाल देता. अर्रे मुझसे लकी तो वो ब्रा है, जो उनको जकड़े रहती है.
मम्मी: हहहे.
मैं: इसके नीचे आपकी कमर को तो चाटने का दिल करता है, और जीभ नाभि में डाल कर चूसने का मॅन करता है.
मम्मी: और?
मैं: कमर के नीचे जीन्स में क़ास्सी हुई आपकी गांद और जांघें इतनी कमाल की है, की बंदा उनको देखने के लिए अपनी सारी दौलत भी देदे तो कम है. क्या शेप है, और क्या उभार है. गांद ऐसी है, जिसमे मूह डाल कर चाटने का मॅन करता है, और च…
मम्मी: बोलिए ना, रुक क्यूँ गये.
मैं: और छूट के रस्स की तो कोई कीमत लगाई ही नही जेया सकती. बंदा आपकी मोटी सेक्सी जांघों में मूह डाल कर सारा दिन इस रस्स को पीटा रहे.
मेरे ये बोलते ही मम्मी ने मुझे एक और फोटो भेजी. वो फोटो मम्मी की पनटी की थी, जो गीली हुई पड़ी थी. मैं समझ गया था की मम्मी पूरी तरह गरम हो चुकी थी, और शायद झाड़ भी गयी थी. साथ में ही मम्मी का मेसेज आया-
मम्मी: मेरा तो निकाल दिया आपने. आपका क्या हाल है.
फिर मैने भी जल्दी से अपना लंड बाहर निकाल कर उसकी एक फोटो क्लिक की, और तुरंत मम्मी को सेंड कर दी. लंड देख कर मम्मी का मेसेज आया-
मम्मी: अछा लंड है आपका. पूरा तन्ना हुआ है. क्या मैं इसको ठंडा कर डू?
मैं: हा कर दो मेरी जान.
मम्मी: जानू दो ना इसको मेरे मूह में.
मैं: लेलो मेरी जान इसको मूह में.
मम्मी: मूह में देके क्या करोगे जानू?
मैं: मैं तुम्हारे बाल पकड़ कर इसको तुम्हारे मूह के अंदर-बाहर करूँगा.
मम्मी: करो ना जानू, मज़ा आ रहा है.
मैं: हा मैं कर रहा हू. अब ज़ोर-ज़ोर से कर रहा हू.
मम्मी: मेरी साँस रुक रही है जानू, धीरे करो ना.
मैं: नही मुझे ऐसे ही अछा लगता है.
मम्मी: उम्म उम्म उम्म, बहुत टेस्टी है तुम्हारा लंड जानू.
मैं: तेरे मूह में भी जन्नत है सुधा. तू मेरी रंडी बन जेया.
मम्मी: मैं आपकी रंडी ही हू जानू. छोड़ो मुझे जानू.
मैं: चल घोड़ी बन जेया सुधा.
फिर मा ने मुझे घोड़ी बन कर अपनी नंगी गांद की फोटो भेजी. क्या कमाल की सेक्सी गांद थी, इतनी मोटी.
मैं: बहुत सेक्सी है रे तू. मैं लंड डाल रहा हू पीछे से.
मम्मी: युवर मोस्ट वेलकम जानू.
मैं: आह, बड़ी गरम छूट है तेरी रंडी सुधा.
मम्मी: ये आपके लिए ही है. इसकी गर्मी निकाल दो जानू.
फिर हमने वीडियो कॉल ओं की, लेकिन दोनो ने अपनी शकल नही दिखाई. मैं लंड हिलाते हुए दिखाने लगा, और वो घोड़ी बनी अपनी छूट में उंगली करे जेया रही थी. पता नही मेरे अंदर अपनी ही मा के लिए इतनी वासना कैसे भर गयी थी. मैं वीडियो कॉल पर ज़ोर-ज़ोर से अपना लंड हिलाए जेया रहा था. और मा अपनी छूट में उंगली किए जेया रही थी.
तभी इधर से मेरे लंड ने, और उधर से मा की छूट ने माल की पिचकारी छ्चोढ़ दी.
इसके आयेज की कहानी आपको कहानी के अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगी. अगर आपको मज़ा आया हो, तो इसको शेर ज़रूर करे.