दुबई वाले चाचू के साथ नाजायज़ रिश्ते की

हेलो फ्रेंड्स, कैसे है आप लोग? फ्रेंड्स, जैसे की मैने आपको बताया की मेरे पस्त में ड्यूरिंग कॉलेज टाइम में क्या-क्या हुआ. कैसे मैं रोहित के प्यार में पागल हुई, और कैसे मुझे आंटी ने कॉल गर्ल बनाया, और खुद के लिए भी पैसे कमाए, और मैने भी पैसे कमाए. फिर लास्ट में मेरे सिर से कैसे बचाया.

मेरे कॉलेज के 3 साल ख़तम हो चुके थे, और लास्ट पोस्ट ग्रॅजुयेशन की तैयारी कर रही थी होटेल मॅनेज्मेंट आंड पब्लिक सर्विस सेक्टर में. मैं अब पूरी बंगलोरे की हो चुकी थी. जब मेरे पापा ये मम्मी मुझे आने को बोलते, तो मैं बात ताल देती थी. मुझे यहा पर मज़ा आता था, और लुक्कणोव में बहुत सारी बंदिश होती थी.

बंगलोरे में एक खुले पंछी की तरह थी मैं. इधर आंटी कभी-कभी मेरे लिए कोई बंदे का इंतेज़ां करवाती थी, जब मुझे बहुत पैसों की ज़रूरत होती थी. या मुझे क्लब से कोई मिल जाता था, जिसके साथ अची सेट्टिंग हो जाती थी.

मेरे चुदाई की लाइफ और मेरी पर्सनल लाइफ बहुत बढ़िया चल रही थी. अब मुझे कोई दिक्कत नही थी किसी के सामने नंगी होने में, और उनसे छुड़वाने में. मैं आपको अब अपनी लाइफ के लास्ट एअर की बात बताती हू. की मैने क्या किया, और मैने दुबई में कैसे मज़े किए.

मेरा एक प्रॉजेक्ट था. 1 महीना जिसमे मुझे किसी इंटरनॅशनल होटेल में जॉब करनी थी. मेरे कज़िन चाचू जो मेरे से 19 साल बड़े थे, वो दुबई में रहते थे और वो डिवोर्स्ड थे. मैने चाचू को फोन किया पहले तो वो बहुत खुश हुए मेरी बात सुन कर.

वो बोले: जब तुझे आना हा बता देना. मैं अपार्टमेंट और वीसा का इंतज़ाम कर दूँगा.

वैसे मेरी चाचू से काफ़ी अची बनती थी. वो मेरे पापा की तरह ओल्ड माइंडेड नही थे, और हम हमेशा दोस्त की तरह बात करते थे. लेकिन ऑफ कोर्स उसे मेरी लाइफ के बारे में कुछ नही पता था की मैं क्या करती थी. बस इतना की मैं बंगलोरे में पढ़ाई करती थी, और मुझे यहा पर अछा लगता था.

चाचू से बात हुई और फिर मैने पापा को बताया की मुझे दुबई जाना था जॉब करने के लिए. पहले पापा राज़ी नही थे, लेकिन बाद में मान गये की अनिल चाचू दुबई मैं है, और वो मेरा ध्यान रख लेंगे. पापा को लगा की ठीक है कोई था दुबई में.

फिर करीब एक महीने के बाद मैं दुबई के लिया फ्लाइ कर गयी. मैने दुबई के बारे में बहुत कुछ सुना था, और जितना सुना था उससे ज़्यादा वाहा मैने देखा. बिग बिल्डिंग्स, सॉफ सूत्री रोड्स, दुबई की खूबसूरती देख कर मैं पागल हो गयी. और जब चाचू मुझे लेने आए, तो वो भी बहुत हॅंडसम लग रहे थे.

इस आगे में भी वो हमेशा जिम जाते, और अपना ध्यान रखते थे खाने पीने का. उन्हे देख कर मुझे अछा लगा और शायद चाचू को भी मुझे देख कर. मैने टाइट लेगैंग्स और उपर स्पोर्ट्स ब्रा और उसके उपर कॉटन की शर्ट डाली हुई थी. उसमे मेरे बदन की शेप एक-दूं सॉफ दिख रही थी.

चाचू ने मुझे पिक किया, और शीक ज़ायेद रोड पर होटेल अपार्टमेंट था वाहा पर एक अपार्टमेंट बुक किया. क्यूंकी चाचू अपने रूमेट के साथ रेंट पर रहते थे. सो वो मुझे अपने घर नही लेकर गये.

मेरा अपार्टमेंट 29त फ्लोर पर था, और वाहा से मुझे पूरा दुबई नज़र आ रहा था. मैं बहुत खुश थी, और चाचू से बहुत सारी बातें कर रही थी. हालाकी मेरी फ्लाइट लंबी थी, मैं एक दिन पहले बंगलोरे से लुक्कणोव गयी, और फिर वाहा से दुबई आई थी. इसलिए मैं तोड़ा तक गयी थी, और रात के 10 बाज गये थे.

मैने चाचू से कहा, की मैं शवर ले लेती हू, और बातरूम में चली गयी. फिर 10 मिनिट के बाद बाहर आई तो चाचू ड्रिंक ले रहे थे. चाचू मुझे देखने लगे. मैने नीचे एक कॉटन का शॉर्ट पहना था, और उपर ब्रा, आंड उसके उपर बिल्कुल लाइट त-शर्ट.

मेरे बाल गीले थे. फिर चाचू की मुझ पर नज़र पड़ी, तो वो मुझे देखते ही रहे. मैने हेस्ट हुआ पूछा-

मैं: क्या हुआ चाचू?

चाचू ने कहा: कुछ नही, तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो इस ड्रेस में.

मैने कहा: साची, वैसे ये सब मैं लुक्कणोव में पहन नही सकती हू. ई होप की आपको कोई प्राब्लम नही है पापा की तरह ये ड्रेस पहनने में.

चाचू ने कहा: अर्रे पागल हो क्या? इस आगे में तुम नही पहनोगी तो कब पहनोगी?

मैं तोड़ा कंफर्टबल हुई, और चाचू ने मुझे ड्रिंक ऑफर की. फिर मैं और चाचू ड्रिंक पीने लगे, और मैने चाचू से पूछा-

मैं: चाचू क्या मैं एक बात पूचु, आप बुरा तो नही मानोगे?

चाचू: अर्रे पूछो ना.

मैं: चाचू आप सिगरेट पीते हो?

चाचू ने कहा: हा पीटा हू.

मैं: क्या एक मुझे दोगे? बस एक.

चाचू ने अपनी पॉकेट से सिगरेट निकली, एक मुझे दी, और एक खुद पीने लगे. और फिर हम दोनो ड्रिंक करते हुए खूब सारी बातें करने लगे. मुझे पता ही नही चला की मैने 4 पेग पी लिए थे, और मुझे नशा हो रहा था. इधर चाचू मुझे घूर रहे थे, और मैने फिर चाचू से कहा-

मैं: चाचू मैं लेट जाती हू, तोड़ा तक गयी हू.

फिर मैं पलंग पर बैठ गयी, और चाचू ने मेरे लिए सिगरेतटे जलाई और मुझे दी. उन्होने मेरे लिए एक पेग भी बना कर दिया.

मैने कहा: चाचू बस हो गया.

चाचू बोले: कोई नही, पी ले, आराम मिलेगा. कल तक एक-दूं फ्रेश हो जाओगी तुम.

चाचू मुझे देख रहे थे, और मुझे अछा लग रहा था. लेकिन मैं हिम्मत नही कर पा रही थी. फिर मैने चाचू को कहा-

मैं: चाचू मेरे पैरों में बहुत दर्द है.

तो वो बोले: रूको मैं तुम्हारे पावं दबा देता हू.

मैने माना किया, लेकिन चाचू मेरे पावं के पास बैठ कर मेरे पावं दबाने लगे, और धीरे-धीरे पावं दबाने के बाद चाचू बोले-

चाचू: कितनी सेक्सी टांगे है.

और ये बोल कर उन्होने मेरे पावं में किस कर दिया. मैं नशे में थी, और मुझे अछा भी लग रहा था. फिर चाचू मेरे पावं दबाने लगे, और किस करने लगे.

वो अब मेरे पुर पावं को चूमने लगे, और किस करते-करते मेरी जांघों के पास आ कर मेरे जांघों को चूमने लगे. मेरी आहें निकल रही थी, और मुझे खालीद की याद आ रही थी.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. कहानी पर अपनी फीडबॅक ज़रूर दे.