दो मांओं को चुदवाने की डील की सेक्सी कहानी

ललन: अमित साहब, आपने आज रात किसी को भेजने से मना किया था। मैंने कितना रोका लेकिन ये ज़बरदस्ती आ गई। अमित ने दोनों का हाथ पकड़ कर अंदर खींचा।

अमित: इन दोनों के लिए ही मैंने दूसरे को लाने से मना किया था। मैंने रत्ना को कल ही कह दिया था। कल रात तुम उसे साथ लेकर आना। अभी तुम जाओ, सुबह तुम्हें इन दोनों माल का भी कमीशन मिल जायेगा। अभी और किसी को मेरे पास मत आने देना।

असलम जैसे ललन को किसी माल को नंगा देखने का लोभ नहीं था। ललन के जाने के बाद अमित ने दरवाज़ा बंद किया। जिस औरत का बुर्का अमित ने पहले खोला वो रेखा थी। रत्ना के जैसा ही रेखा ने भी बुर्का के नीचे कुछ नहीं पहना था। रेखा को नंगा देख मां भी नंगी हो गई। उसने भी कोई दूसरा कपड़ा नहीं पहना था।

रेखा: हरामी, कितनी औरतों को रंडी बना चुका है। ये पाठक की घरवाली भी तेरे चक्कर में आ गई!

अमित ने बारी-बारी से दोनों को बाहों में लेकर खूब चूमा।

अमित: तुम दोनों, तुम और संगीता मुझे बर्बाद करने पर क्यों तुली हो? खुद मेरे लंड का मज़ा लो ना, दूसरों से मेरी चूदाई की तारीफ़ क्यों करती हो? तुमने गार्गी से कहा तो साली ने मुझसे चुदवा लिया। संगीता ने रत्ना से कहा तो कुतिया अपने से मेरे पास आ गई।

अमित बोल रहा था और उसकी मां ने बेटे को नंगा कर दिया।

इंदिरा: रत्ना भी लेस्बियन है क्या? पिछले दिन तेरी एक रंडी में चूस चाट कर मुझे बर्बाद किया, और आज ये रचना तो सबसे बड़ी हरामजादी है। मेरी बूर चूस कर ही कुतिया ने मुझे ठंडा कर दिया। साली ने खुद नहीं चुदवाया लेकिन मुझे अरविंद से चुदवा दिया।

रेखा: उन लोगों को छोड़। पहले मेरे सामने अपनी मां को चोद। उसके बाद विनोद को बुलाना। तुमसे चुदवाने के बाद किसी और के साथ कोई मज़ा नहीं आयेगा। चोद अपनी मां को। अरविंद ने तेरी मां से हार मान ली है। उसने कह दिया है कि अब वो इंदिरा को कभी नहीं चोदेगा। अब तू अपनी मां को चोद।

मान गया रचना बहुत ही तेज थी। खैर, जैसा रेखा चाहती थी, और मैं भी चाहता था, मैं नंगा हुआ, थोड़ी देर दोनों की बूर को चूसा और चाटा। उसके बाद अपनी मां को चोदने लगा। चोदते समय बारी-बारी से दोनों की चूचियों का भी मज़ा लेता रहा।

रेखा: मैं बस ये देखना चाहती थी कि मादरचोद कैसा होता है वो देख लिया। जा अब अपने दोस्त को बुला, आज तेरी मां की तरह मैं भी रंडी बन कर देखूं कि क़ीमत लेकर चुदवाना कैसे लगता है।

अमित ने अपनी मां के बूर से लंड निकाला और रेखा को चुसाने लगा।

अमित: मेरी प्यारी छोटी मां, तू तो 12 साल से एक मादरचोद के साथ ही रह रही है। और तेरी इस दीदी ने तेरे ही कारण पहली बार होटल में रुपया लेकर चूदाई की।

इंदिरा को भी रेखा पसंद आ गई थी।

इंदिरा: मादरचोद, तू मेरी छोटी बहन को क्यों बदनाम कर रहा है? रेखा ने क्या किया? मैंने किसी से एक रुपया भी नहीं मांगा। हरामी ख़ुद लुटाने पर तुले थे तो मैं क्यों मना करती? साला तू तो अब अपनी दोनों मां को पेलता ही रहेगा। जा अपने दोस्त को बुला कर ला।

रेखा को लंड चुसाते हुए अमित ने कहा-

अमित: विनोद ने जब रेखा चोदने की बात की तब मुझे पहली बार किसी को चोदने की चाह जगी। तब मैंने तुम्हें दीदी वाली चिट्ठी लिखी। हिम्मत कर रेखा से बात किया और हम दोनों में प्यार हो गया। लेकिन साली बहुत ही बड़ी हरामजादी है। उसने तुम्हें अपने बारे में बताया ही होगा कि रंडी ने कैसे अपनी दीदी के घरवाले पर डाका डाला।

अमित: मां, हम दोनों ने बढ़िया चुदाई की। लेकिन जब मैंने कहा कि मेरी एक बार में मन नहीं भरा तब इस प्यारी रेखा रानी ने उकसाया कि मैं वादा करूं कि अपनी मां को चोदूंगा, तब मुझे चोदने देगी। इसी औरत ने सबसे पहले अपनी मां को चोदने के लिए उकसाया और मेरी प्यारी दोनों मां ने, जिसने भी मुझसे चूदवाया सभी ने मां को चोदने के लिए उकसाया। और रेखा मेरी क़िस्मत बोलो या मां की बदक़िस्मती, अब तक कई लोगों ने हम दोनों मां बेटे की चुदाई देखी है। आज विनोद मेरी मां को चोदेगा और अगले संडे दिल्ली जा कर उसकी मां बहन को चोद कर आऊंगा। दोनों बुर्का पहन लो, मैं विनोद को बुला कर लाता हूं।

मैंने होस्टल का नॉर्मल ड्रेस पाजामा और कुर्ता पहना और बग़ल के रुम में चला गया। उसे ललन ने बता दिया था कि मेरे रुम में दो औरत आई हुई है। मेरे नॉक करने पर विनोद ने तुरंत दरवाज़ा खोला।

विनोद: वो यार मैं कब से तुम्हारा इंतज़ार कर रहा हूं।

अमित: मेरी मां शायद तुम्हें पसंद नहीं आयेगी, इसलिए उसे चोदने का प्रोग्राम छोड़ो और रेखा को जो देना चाहते हो वो लेलो। मेरे बोलने पर रेखा तैयार नहीं हो रही थी, लेकिन मेरी मां ने बहुत ज़िद की तब वो रेखा एक बार तुमसे मिलने को तैयार हुई है। उसने कहा है कि दुबारा होस्टल नहीं आयेगी। चलो जल्दी।

मैंने देखा कि उसने एक बैग लिया और रुम बंद कर दिया। उसे लेकर मैं अपने रुम में आ गया। दोनों नंगी थी सिर्फ़ चेहरे को कवर कर लिया था। मैंने दोनों औरतों के बदन को पहली बार गौर से देखा।

दोनों का रंग बहुत साफ़ गोरा था, और चेहरा पूरा राऊंड नहीं देखा था। अलग-अलग देखें तो दोनों बहुत ही खूबसूरत थी। लेकिन जब दोनों साथ हों तो रेखा मेरी मां से कहीं ज़्यादा सुंदर और आकर्षक थी। दोनों के शरीर की बनावट भी एक जैसी ही थी।लेकिन उम्र का फर्क तो पड़ता ही है।

रेखा को एक भी बच्चा नहीं हुआ था, और मेरी मां दो-दो जवान बच्चों की मां थी। रेखा का वजन 60 किलो के आस-पास होगा, जब कि मेरी मां 65-66 केजी की होगी। दोनों हेल्दी थी लेकिन गदराई हुई नहीं थी। दोनों की जवानी ऐसी थी कि जो भी उन्हें एक बार देखता बार-बार देखने की इच्छा करता। सब के दिल में उन्हें चोदने की इच्छा तो जगती ही थी। 36 इंच की मस्त मांसल चूचियां, चिकनी बूर और बहुत ही सुडौल जांघें किसी को भी पागल कर सकती थी।

अमित: लो विनोद, हमें कुछ मेहनत नहीं करनी पड़ी। दोनों ख़ुद ही हमसे चुदवाने के लिए तैयार है। इन दोनों में एक रेखा है और दूसरी मेरी मस्त चुदासी मां है। अगर तुम्हें दोनों को चोदना है तो तीन लाख देना पड़ेगा। सिर्फ़ एक को ही चोदना है तो दो लाख पच्चीस हज़ार दो। दो लाख चोदने के लिए और 25 हज़ार एक दूसरी नंगी औरत की जवानी को देखने और मज़ा मारने के लिए।

अमित: एक को जितनी बार चोद सकते हो चोदो और दूसरी औरत के साथ और सब कुछ कर सकते हो सिर्फ़ बूर में लंड नहीं पेल सकते। तुम जब अपना काम कर लोगे तो मैं तुम्हारे सामने दोनों को चोदूंगा।

विनोद: बाप रे, दोनों बहुत ही सुंदर और मस्त है यार। मुझे दोनों को चोदना है तो कितना देना होगा?

दोनों औरत में से किसी ने भी अपना चेहरा नहीं दिखाया।

रेखा: चार लाख दो और सुबह 5 बजे तक हम दोनों तुम्हारी रंडी। सिर्फ़ तुम ही पूरी मस्ती लोगे। तुम्हारा दोस्त हमें हाथ नहीं लगायेगा। अगर तुम्हें रेखा पसंद आ गई तो हर रात तो नहीं हर हफ़्ते एक रात तुम्हारे साथ रहेंगी लेकिन आगे से हर रात का एक-एक लाख देना होगा। सिर्फ़ तुम और दूसरा कोई नहीं। जल्दी फ़ैसला करो कि सिर्फ़ एक को ही चोदोगे या दोनों की बूर में लंड पेलना है?

अमित: मुझे भी चोदना है।

रेखा: तुम भी दो लाख दो और चोदो। लेकिन आज नहीं, आज हम दोनों तेरे दोस्त की माल है।

अमित समझ गया कि ये दोनों घर से अमित को शर्मिंदा करने आई थी। अमित के सामने दोनों विनोद से चुदवाने आई थी। लेकिन अमित ने भी ठान लिया कि दोस्त के सामने भी अपनी मां को चोदेगा।

विनोद: सॉरी अमित। मैंने कहा था ना कि मैं तुम्हारी दोनों मां को चोदूंगा। अभी आता हूं।

विनोद रुम से बाहर निकल गया। अमित ने दोनों के चेहरे से कपड़ा हटाया।

अमित: ये क्या मज़ाक है! मैं भी दोनों को चोदूंगा।

रेखा: मैं तो तुम्हारे साथ ही बहुत खुश थी। लेकिन तुम ख़ुद हमें अपने दोस्त से चुदवाना चाहते थे। तुमने अपनी सगी मां को अपने सामने दूसरों से चुदवाया। तो अब हमें रंडी-पना करने दो। पैसा कमाने के लिए हम हर बार तुम्हारे ही सामने तुम्हारे दोस्तों से चुदवायेंगे। तुम ही हमारी दलाली करोगे। तुम्हारे रुम में, होस्टल में, तुम सिर्फ़ हमारा दलाल हो। तुम्हें हमारी चुदाई देखनी होगी और तुम कभी यहां अपने कपड़े नहीं खेलोगे। मुझे जब भी चोदना है तो तुम मेरे घर आ जाओ। यहां तुम हमारे दलाल हो और कुछ नहीं।