दो मा ने की अपने बेटो से शादी

पिछला पार्ट यहा पढ़े – मा से शादी करनी पड़ी-3

जैसे की अब तक आपने पढ़ा की शादी की सारी टायरियाँ हो चुकी थी सब कुछ साज चुका था. और वाहा मानवेनवेंद्रा के लोग भी घाट लगाए बैठे थे उन दो लकड़ियों को मारने के लिए.

अब वो लड़किया कुछ पल के लिए सजने के लिए जाती है. दरअसल उन्हे मुम्मियाँ बुलाती है क्यूकी आज के दिन मम्मी और ताइजी को अपनी अपनी बहुओ को सजना था.

वो ल्दकियाँ अब मुम्मा लोगो की तरफ जेया ही रही थी की किसी ने पीछे से आकर दोनो को कुछ सूँघा दिया और बेहोस करके अपने साथ ले गये. दोनो और कोई नही मानवेंद्रा सिंग के बंदे थे. वो दोनो उन दोनो लड़कियों को चुपके से उठाकर मानवेंद्रा सिंग के पास ले गये.

इधर हुमारी बारात निकालने वाली थी. मई और मेरे तौजी का लड़का दोनो दूल्हे बन चुके थे. दोनो ही भोथ सनडर लग रहे थे. पापा लोग भी खुश थे क्यूकी उनके लड़के घोड़ी चड़ने वेल थे. और दोनो बोलते बेटा जल्दी से पोते की खुशी दे देना…

अब वो दोनो मानवेंद्रा सिंग के बंद उन दोनो ल्दकियों को मानवेंद्रा सिंग के पास लेकर चले गये. वाहा मानवेंद्रा सिंग उन दोनो ल्दकियों को देखता है और कहता है इन दोनो ल्दकियों को ख़तम कर दो और लाश ऐसे जगह ठिकाने लगाना की किसी को कुछ पता ना चले. और सुनो एक बंदा एक लेटर लिखो उसमे लिखो की ये अपने प्रेमी के साथ भाग गयी है. ताकि किसी को शक ना हो इनका क्या हुआ है. बाकी इनका कोई है तो नही तो किसी को क्या पता लगेगा.

फिर मानवेंद्रा सिंग के बंडो ने उन दोनो ल्दकियों की लाश ठिकाने लगाई. और एक लेटर जैसे मानवेंद्रा सिंग ने लिखा था वैसे लिख कर हुमारे घ्र मे छोड़ कर चला गया.

अब हुमारी बारात निकालने को तैयार थी और बारात मे लोगो ने डॅन्स करना शुरू कर दिया. तभी मम्मी और ताइजी सोच रही थी बहुए अभी तक आई क्यू नही. और वो जब उन्हे देखने गयी तो दोनो को उनके रूम मे एक लेटर मिला जो मानवेंद्रा सिंग के बंडो ने लिखा था.

वो लड़कियाँ बन कर की वो दोनो भाग रही है उन्हे ये शादी नही करनी. लेटर जब मा और ताइजी ने पढ़ा तो दोनो के होश से उड़ गये. वो दोनो उस समय तो मानो स्तब्ध से हो गयी थी.

खैर अब कुछ ना कुछ तो करना था. उनके तो होश उड़ चुके थे और यहा बारात दरवाजे पर आ गयी थी. सब लोग नाच रहे थे. पापा और तौजी तो मानो फूले न्ही समा रहे थे.

गाते पे फोचते ही बोलते अरे भाई ल्डको की मुम्मियाँ कहा गयी जल्दी बहुओ को सज़ा कर लेकर आओ. धीरे धीरे सारे रिटूयल्स हुए. मई यही सोच रहा था मा और ताइजी दिख नही रही. शायद बहुओ को सज़ा रही होगी अपनी अपनी.

सब शायद यही सोच रहे थे.

खैर अब जयमला कार्यकरम था. मतलब शादी होने वाली थी. दोनो दूल्हे स्टेज पर जाने को तैयार थे पर बहुए क्या होगा आयेज.

यहा मा और ताइजी अपने अपने रूम मे सोच रही थी क्या किया जाए. फिर दोनो को कुछ सूझा.

अब यहा भोओ को बुलाने की ज़ोर शोर से नुमाइश होने लग गयी.

खैर कुछ मिनूत्ो के बाद दो औरते शादी के जोड़े मे आई और उंदोनो का शरीर तो मानो उस शादी के जोड़े मे क्या कमाल लग रहा था. दोनो ने मूह धक रखा था.

मेरे और तौजी के लड़के के तो मानो आँखे चमक गयी उन दोनो को देख कर. और वो दोनो आई फिर जयमला कार्यकर्म होना चालू हुआ. तभी पापा और तौजी ने कहा-

अरे इन दोनो की मा कहा है? वो दोनो तो दिखाई ही नही दे रही.

तो दोनो औरते जिन्होने शादी का जोड़ा पहना था उन्होने धीमे आवाज़ मे कहा वो दोनो ने भगवान से मन्नत माँगी थी की लड़को की शादी पक्की हो जाईगी तो वो शादी के बाद ही सबको अपना चेहरा दिखैंगी.

ये सुन पापा और तौजी कहते है खैर उन्होने ह्यूम तो ऐसी कोई बात नही बताई. खैर छोड़ो अब उनकी मन्नत है तो तोड़नी नही छाईए मन्नत.

उसके बाद हम दोनो की जयमला कार्यकरम हुआ, उसके बाद हर चीज़ हुई. शादी के सारे रिटूयल्स फॉलो हुए.. मंगलसूत्रा पहनना, सिंदूर लगाना.. जब सब रसमे पूरी हुई और फिर हुँने अपने बडो के पैर चुने चालू किए.

जब दादाजी के पास फोचे तो उन्होने आशीर्वाद दिया पुत्रवती रहो और कहा बहुओ अब तुम्हे अपना घूँघट उठना पड़ेगा. क्यूकी रिवाज अनुसार कूह पा के लइइए तुम्हे अपना चेहरा दिखना पड़ता है. वरना शादी समापन्न न्ही मानी जाती हुमारे गाओं मे.

ये सुन वो दोनो औरते सहम गयी. लेकिन करना तो था ही… और उन दोनो ने अपना अपना घूँघट निकाला. जैसे ही घूँघट निकाला सबकी आँखे खुली की खुली रह गयी. मानो सबके ज़मनीं खिसका गयी हो. सब बस निसबध थे, 3 मिनिट तक किसी ने कुछ नही बोला, सब चुप छाप बस देख रहे थे.

दरअसल वो दोनो औरते कोई और न्ही हम दोनो की मा थी. और हम दोनो ने अपनी अपनी मा से शादी कर ली थी. मतलब सब भोचक्का थे और सबके दिमाग़ मे एक ही प्रसन था. क्यू आख़िर क्यू!

पापा और तौजी की तो आँखु से आँसू बहने लगे, सब कुछ उथल पुथल हो गया.

खैर अब आयेज क्या हुआ देखिएगा नेक्स्ट पार्ट मे क्या होता है. आख़िर मा ने ऐसा क्यू किया और ताइजी ने भी और सबका रिक्षन क्या होगा. हुमारे पिताजी जो अभी चाहक रहे थे वो अब क्या खेंगे. क्यूकी उन दोनो की आँखो मे आँसू थे. उसके अलावा दादाजी और गाओं वालो का क्या रिक्षन होगा.

देखिएगा नेक्स्ट पार्ट मे, तब तक के लिए बाइ, लोवे फ्रॉम मी साइड.