कोलीग के साथ मम्मी के रॅंड-पन की कहानी

ही दोस्तों, मेरा नाम नकुल है. मैं देल्ही का रहने वाला हू. मेरी उमर 19 साल है, और मैं 1स्ट्रीट एअर कॉलेज में पढ़ता हू. हाइट मेरी 5’8″ है, और लंड मेरा 6 इंच का है. मैं एक पंजाबी फॅमिली से बिलॉंग करता हू. ये कहानी 2 दिन पहले लोरी फेस्टिवल की है, जब मेरी मम्मी अपने एक कोलीग से चूड़ी. तो चलिए मैं अपनी कहानी शुरू करता हू.

सबसे पहले मैं आपको अपनी मा के बारे में बता देता हू. मेरी मा की उमर 42 साल है, लेकिन वो 35 से ज़्यादा की नही लगती. उनकी हाइट 5’5″ है, और रंग गोरा है. फिगर मम्मी का 34-32-38 है. अब आप ही अंदाज़ा लगा लीजिए की अगर मेरी मा टाइट कपड़े पहने तो कितनो के लंड खड़े हो जाते होंगे. मेरी मा एक स्कूल टीचर है.

अब मैं आपको अंकल के बारे में बता देता हू, जिन्होने मेरी मम्मी को छोड़ा था. अंकल मम्मी वाले स्कूल में ही टीचर है. उनकी उमर 45 साल है, और हाइट 5’9″ है. अंकल हटते-काटते शरीर के मलिक है, और उनका लंड 8 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है.

2 दिन पहले मेरी मम्मी के स्कूल में लोरी का फंक्षन था. शाम 6 बजे फंक्षन शुरू हो कर रात एक 10 बजे ख़तम होना था. मम्मी टीचर थी स्कूल में तो उनकी ड्यूटी तो लगनी ही थी. मम्मी मुझे भी साथ ले गयी, ताकि मैं भी वाहा पर एंजाय कर लू.

फिर हम मम्मी के स्कूल पहुँच गये. मम्मी ने अपनी टीचर यूनिफॉर्म वाली सारी पहनी हुई थी. उनकी यूनिफॉर्म वाली सारी ब्लू कलर की थी, और ब्लॅक ब्लाउस था. उसमे मम्मी ज़बरदस्त लग रही थी. गाते में एंटेरंसे पर ही अंकल की ड्यूटी लगी हुई थी. उनको डेक्ते ही मम्मी बोली-

मम्मी: कैसे हो सिर? लग गयी ड्यूटी.

अंकल: जी माँ.

मैने भी उनको नमस्ते की. फिर हम अंदर चले गये. बहुत से लोग फंक्षन अटेंड करने आए हुए थे. इस फंक्षन में स्टूडेंट और उनके पेरेंट्स को इन्वाइट किया गया था. मम्मी ने मुझे उन लोगों में बैठने को कहा, और वो अपनी ड्यूटी पर जाके खड़ी हो गयी. उनकी ड्यूटी स्टेज के पास थी.

फिर स्टेज पर पर्फॉर्मेन्सस होनी शुरू हुई. थोड़ी देर बाद मैने देखा मम्मी अपनी जगह पर नही थी. मैने आस-पास भी देखा लेकिन वो कही नही थी. फिर मैं अपनी सीट से उठा, और स्कूल बिल्डिंग के अंदर चला गया. तभी मेरी नज़र फर्स्ट फ्लोर के कोर्रदूर पर पड़ी. मम्मी कही जेया रही थी. उनके साथ अंकल भी थे.

मुझे कुछ शक सा हुआ, क्यूंकी सब लोग और स्टाफ मेंबर्ज़ नीचे थे, और उपर कोई भी नही था. इसलिए मैं भी उनके पीछे चला गया. वो दोनो टॉप फ्लोर के एक रूम में चले गये. मैं भी उसी रूम के बाहर चुपके से जाके खड़ा हो गया.

फिर मैने देखा मम्मी अंदर स्टूडेंट डेस्क पर बैठी थी, और अंकल मम्मी के सामने खड़े थे. तभी अंकल बोले-

अंकल: रश्मि तुम मानती क्यूँ नही, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हू.

मम्मी: नीरज मैं शादी-शुदा हू. मेरा एक बेटा भी है.

अंकल: लेकिन मैं तुमसे तब से प्यार करता हुआ जब से इनमे से कोई भी तुम्हारी लाइफ में नही आया था. याद है अपने स्कूल के वो दिन?

मम्मी: तब बात कुछ और थी.

ये बोल कर मम्मी जाने लगती है. तभी अंकल ने मम्मी का हाथ पकड़ कर उन्हे अपनी तरफ खींच लिया. उन्होने मम्मी को बाहों में भर लिया, और मम्मी अंकल को उन्हे छ्चोढने के लिए बोलने लगी. लेकिन अंकल उनको छ्चोढने के लिए तैयार नही थे.

फिर अंकल ने अपने होंठ मम्मी के होंठो पर चिपका दिए, और उनके होंठ चूसने लगे. मम्मी पीछे हटने की कोशिश कर रही थी, लेकिन हॅट नही पा रही थी. अगले 2 मिनिट में मम्मी गरम हो गयी, और अंकल का साथ देने लगी. अब उन दोनो की किस वाइल्ड हो रही थी. तभी अंकल ने किस तोड़ी और मम्मी बोली-

मम्मी: ई लोवे योउ नीरज.

और वो फिरसे किस करने लगे. किस करते हुए अंकल ने मम्मी की सारी खोल दी, और पेटिकोट भी साथ में ही उतार दिया. अब मम्मी ब्लू पनटी और ब्लॅक ब्लाउस में अंकल की बाहों में थी, और उनको अपने रसीले होंठो का रस्स पीला रही थी.

अंकल भी मम्मी के होंठो का रस्स पीते हुए पनटी के उपर से उनके चूतड़ दबा रहे थे. जब अंकल ऐसा कर रहे थे, तो मेरा लंड मेरी पंत में झटके मार रहा था. फिर अंकल ने मम्मी की गर्दन चूमनि शुरू की. वो मम्मी की क्लीवेज में मूह मार कर चूम-चाट रहे थे.

फिर उन्होने मम्मी को घुमाया, उनके बाल आयेज की तरफ करके पीठ पर किस किया, और उनका ब्लाउस खोलने लगे. मम्मी के चेहरे पर मुझे वासना के भाव सॉफ दिख रहे थे. अंकल ने मम्मी का ब्लाउस खोल कर निकाल दिया, और अब मम्मी ब्रा और पनटी में थी. इतनी सेक्सी लग रही थी वो, की दिल कर रहा था वही लंड निकाल कर मूठ मार लू.

अब अंकल मम्मी की पीठ चूम रहे थे. वो पीठ चूमते-चूमते नीचे जाने लगे, और मम्मी की गांद पर आ गये. फिर वो पनटी के उपर से मम्मी की गांद को चूमने लगे. उसके बाद उन्होने पनटी में हाथ डाला, और उसको नीचे खिसका कर पैरों पर ले आए. अब मेरी मम्मी नीचे से बिल्कुल नंगी थी.

मैं दरवाज़े पर खड़ा अपनी मम्मी की बालों वाली छूट आचे से देख पा रहा था. मैने लाइफ में पहली बार किसी औरत की छूट असल में देखी थी, और वो औरत मेरी मा थी. अंकल के सामने मेरी मम्मी की गांद थी. उन्होने अपना मूह मेरी मा की गांद के चियर में डाल दिया. इससे मम्मी की आ निकल गयी.

मा ने आयेज झुक कर बेंच पर हाथ रख लिए, और गांद बाहर की तरफ निकाल ली, ताकि अंकल को गांद आचे से चाटने को मिल जाए. अंकल ने भी मम्मी के चूतड़ खोले, और अपना मूह मम्मी के छूतदों में डाल लिया.

इसके आयेज क्या हुआ, ये आपको कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा. दोस्तों अगर आपको ये कहानी पसंद आई हो, तो इसको ज़्यादा से ज़्यादा अपने फ्रेंड्स के साथ शेर करे. कहानी पढ़ने के लिए आपका बहुत धन्यवाद.
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