चुदाई के बाद बेज़्ज़ती

हेलो दोस्तों मेरा सुमायरा है, आज मैं आपको अपनी कहानी बतौँगी के कैसे सेक्स करने के बाद मई बेज़्ज़त हुई.

तो शुरू करते है.

तो कहानी तब की जब मई 19 साल की हुई थी. मुझे पॉर्न देखने का बहोट शौक था. मुझे जब भी टाइम मिलता मई पॉर्न देखती थी और अपनी हवस भुजाति थी.

मई अपनी बॉडी के बारे मे बताओ तो मेरा फिगर किसी पोर्नस्तर से कम नही. गोरा रंग गोल गांद और बड़े बड़े बूब्स है. मुझे कॉलेज मे सब लड़के घोरते है.

एक दिन मई कॉलेज मे पढ़ रही थी, हमारे एग्ज़ॅम्स हो गये थे. मेरे पास मेद्स का परोफेसस्ोर आया जिसका नाम आरिफ़ था, काफ़ी हटता खट्टा था और बोला-

आरिफ़: सुमायरा तुम्हारा पेपर फैल है.

मई : नही सिर ऐसा नही हो सकता काफ़ी महनेट की थी अब मई क्या करू??

आरिफ़ : मई कुछ करके तुम्हारी पेपर पास कर सकता हूँ.

मई: कैसे?

आरिफ़ : तुम्हे मुझे अपनी गांद देनी होगी.

ये सुनके मई शॉक हो गयी, मई अभी वर्जिन थी लेकिन पॉर्न देखने से मेरे हवस और बढ़ जाती थी. मई उसको माना भी नही कर सकती थी.

मई : मगर…

आरिफ़ : डरो मत किसी को टा नही चलेगा और तुम्हारा पेपर भी पास हो जाएगा.

मई : ओक सिर..

आरिफ़ मुझे अपनी कॅबिन मे ले गया. ले जाता वक़्त सारे लड़के मुझे देख रहे थे के ये आरिफ़ के साथ कहा जा रही है. उनमे से एक मेरा बुली भी था जो मुझे छेड़ता था, वो भी चुपके से हमारे पीछे आया.

आरिफ़ और मई कॅबिन मे चले गये और सिर ने दरवाज़ा बंद कर दिया. लेकिन मेरा बुली, जिसका नाम ज़हूर था उसने पहले से ही कॅबिन मे हिडन कॅमरा फिट कर लिया था. उसको कैसे पता था वो बाद मे बतौँगी.

सिर मेरे पास आके बैठ गये और छूने लगे मेरे बूब्स को.. ढेरे ढेरे शर्ट के बटन खोल दिए और मेरे ब्रा उतार कर मेरे बूब्स बाहर आ गये. वो तो जनवारो के तरह टूट पड़ा मेरे बूब्स पर और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा.

पहले तो मई अनकंफर्टबल थी लेकिन ढेरे ढेरे मुझे भी मज़ा आंड लगा और मई भी उसका साथ देनी लगी.

सिर ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और मैने भी सब उतार दिए. जब मई पीछे मूडी तो उसका 8 इंच लंबा लंड मेरे सामने आ गया. मई शॉक थी इतना बड़ा लंड देख के.

मैने उसे चूके देखा तो काफ़ी गरम था मुझे छोड़ने के लिए.

आरिफ़ अब मुझे काफ़ी गंदी गंदी गालिया देने लगा.

आरिफ़ : मदारचोड़ रंडी मूह मई ले और चूस कुट्टिया रंडी!

और मेरे फॅमिली को भी गलिया देने लगा.

आरिफ़: अपनी रंडी मा को भी ले आती उसको भी रंडियो की तरह छोड़ लूँगा. प्तं मे मुझे तुम और तुम्हारी मा की वजह से बेज़्ज़ती हुई है अब चूसो छिनाल! रंडियो का खानदान!!

मई चूस रही थी और वो गलिया दे रहा था लेकिन मुझे उसकी गालिया सुन के अक्चा लग रहा था.

आरिफ़: उठ छिनाल घोड़ी बन!

मई : ओक सिर.

उसने अपना लंड मेरे छूट पे सेट किया और धक्का लगाया लेकिन अंदर नही जा पाया. फिर उसने एक और ज़ोर का झटका लगाया और उसका पूरा लंड मेरे छूट मे आ गया.

मुझे बहोट दर्द हो रहा था और छूट से खून भी निकल रहा था. लेकिन ढेरे ढेरे दर्द ख़तम हो गया और मज़ा आने लगा.

काफ़ी देर छोड़ने के बाद उसने अपना सारा पानी मुझे बिना अबताए मेरे छूट मे ही निकल दिया. मुझे कुछ गरम फील हुआ लेकिन मुझे लगा वो खून है.

उसने अब मेरे गांद पर लंड सेट किया और धक्का लगाया और एक ही झटके मे उसका लंड पूरा अंदर चला गया. मई दर्द से चीख पड़ी के आवाज़ कॅबिन के बाहर चली गयी.

लेकिन उसे कुछ फराक नही पड़ा और मेरी गांद छोड़ता रहा. अब गांद से दर्द भी ख़तम हुआ और मज़ा आने लगा. अब मई भी अपने आप को गालिया देने लगी पता नही क्यू.

मई: छोड़ो मुझे मई आपकी रंडी हूँ छिनाल हू मई आपकी..छोड़ो मुझे..!

ये सब कॅमरा मे रेकॉर्ड हो रहा था.

6 घंटे ताबड़तोड़ छोड़ने के बाद उसने फिर से अपना माल मेरे छूट मे निकाल दिया.

आरिफ़ : बहोट मज़ा आया रंडी.

मई : मुझे भी बहोट मज़ा आया, अब मेरा पेपर पास हो जाएगा ना?

आरिफ़ : अरे छिनाल तो फिकर मत कर तूने टॉप कर लिया समझो, अब अपने कपड़े पहनो और जाओ. एक मिनिट रूको ये 200 रुपीज़ भी लेलो, रंडी बागेर पैसे लिए नही जाती.

मई : मैने उस 200 रुपीज़ लिए और अपने कपड़े पहनने लगी.

मई जब कॅबिन से निकली तो सारे लड़के मुझे देख रहे थे और हस्स रहे थे. क्यूकी मई ठीक से चल नही पा रही थी और छूट से उसका माल भी निकल रहा था.

उसके बाद मई घर आ गयी और मम्मी पापा को खुशख़बरी सुनाई. वो भी काफ़ी खुश हुए क्यू की मैने पहले बार टॉप कर लिया वो भी गांद मरवके.

उसके 5 मंत्स के बाद पता चला की मई प्रेग्नेंट हू ट्विन्स के साथ. आरिफ़ ने वो वीडियो भी पुर कॉलेज मे लीक कर दी थी. मुझे व्हातसपप पर मेसेजस आने लगी और वो वीडियो भी.

फिर मुझे पता चला की आरिफ़ और मेरा बुली दोनो दोस्त थे और ये उनका प्लान था.

जब मेरे मम्मी पापा को मेरी वीडियोस मिली तो वो बोहोट गुस्सा थे मुझ पर. लेकिन उन्हे अभी पता नही था की मैं परेज्ञंत भी हू आरिफ़ के बाकचो के साथ.

जब मैने उन्हे बताया तो उन्होने मुझे घर से निकल दिया और मुहल्ले वालो ने मेरे मम्मी पापा को.

उसके बाद मई आरिफ़ के घर चली गयी तो उसने भी मुझे भगा दिया.

आरिफ़ : अरे देखो रंडी आई है वो भी परेज्ञंत मेरे बच्चो से अफ अफ चल भाग रंडी छिनाल कही की..!

उसके बाद मई चोपर पट्टी मे रहने लगी और सड़क पर भीक माँग कर गुज़ारा कर लेती हूँ. मेरे बाकछे मतलब आरिफ़ के बची भी अब मेरे साथ भीक माँगते है.

उमीद है आपको मेरे कहानी पसंद आई होगी और पसंद आई तो लीके ज़रूर करना.