बाय्फ्रेंड और गर्लफ्रेंड की मस्त चुदाई की कहानी

हेलो दोस्तों, मेरा नाम मनीष है, और मेरी आगे 22 साल है. मैं आज आपको अपनी एक रियल स्टोरी बता रहा हू. मैं राजस्थान से हू और जाईपुर में एक कंपनी में जॉब करता हू. जाईपुर में मैने एक 1 भक घर रेंट पर लिया हुआ हू.

मेरी एक गर्लफ्रेंड है, जो 22 साल की है, और मेरे साथ ही उसका जॉब भी है. उसका नाम नीलू है. नीलू मेरे फ्लॅट पर अक्सर आती रहती है. ये कहानी कुछ ही दिन पहले की है, जो मैं आपको बताने जेया रहा हू.

सनडे का दिन था, और नीलू मेरे फ्लॅट आने वाली थी. सुबा के कुछ 11 बाज रहे थे. नीलू मेरे फ्लॅट के डोर तक आ चुकी थी. उसने एक ब्लॅक कलर का टॉप, और एक टाइट जीन्स पहनी थी. नीलू के बूब्स एक-दूं काससे हुए, पतली कमर, और थोड़ी उभरी हुई गांद है.

उसकी हाइट 5.2 फीट वेट 52 क्ग है. उसका फिगर 34ब-30-34 है, और उसका कलर तोड़ा डार्क है. मेरी हाइट 5.4 फीट, वेट 72 क्ग है. मैं नॉर्मल कंपेक्स्षन का हू, और रंग फेर है.

ओवरॉल दिखने में मैं मेरी गफ़ से बहुत अछा हू. पर आप तो जानते और साँझ ही सकते है, की मैं तो नीलू के फिगर का दीवाना हू. मैने अपनी गर्लफ्रेंड नीलू को अंदर आने को कहा.

मेरे कमरे में समान इधर-उधर बिखरा था. उसने आते ही सफाई शुरू कर दी, और कुछ ही देर में बिस्तर सॉफ करके कमरा सॉफ कर दिया. अब मैं फर्श पर नीचे बिस्तर पर जेया कर बैठ गया, और नीलू मेरे सामने चेर पर बैठी थी.

हम आपस में बात कर रहे थे. फिर मैने नीलू को कहा-

मैं: यही आजा मेरे पास.

तो नीलू चेर से उठ गयी.

मैने कहा: वो दरवाज़ा भी बंद कर दे.

तो उसने डोर बंद किया, और बोली: ये कुण्डी भी लगौ क्या?

मैने कहा: हा लगा दे.

इसके बाद नीलू मेरे पास आ कर बैठ गयी. हम थोड़ी देर बात करने लगे. फिर मैने अपना मोबाइल उठाया, और पूछा-

मैं: कुछ देखेगी?

तो नीलू ने कुछ नही कहा. मैने अपने मोबाइल में कश्विदेवस ओपन की, और एक कपल पॉर्न प्ले कर दिया. उसका पूरा ध्यान मोबाइल पर था. मैने नीलू के सर पर हाथ फेरा, और फिर उसका हाथ पकड़ लिया.

वो भी मेरे हाथ को दबा रही थी, और उधर मोबाइल में चुदाई का सीन चल रहा था. मैने नीलू के बाल पकड़ कर अपनी तरफ किया, और उसके गाल पर किस किया. उफ़फ्फ़ उसने धीरे से मेरे कान में कहा-

नीलू: ई लोवे योउ.

मैं अपने होंठ उसके होंठो के पास ले गया, और धीरे से ई लोवे योउ टू बोल कर नीलू के होंठ चूसने लगा. मैं उसको किस कर रहा था, और एक हाथ से उसके एक-दूं कड़क बूब्स मसालने लगा.

मैने उसकी टॉप में उसकी कमर से हाथ डाला, और अपने हल्के हाथ से उसका रिघ्त बूब पकड़ लिया. अब मैने उसके गाल पर किस किया और पूछा-

मैं: ये टॉप खोल दो.

तो नीलू ने अपने हाथ उपर किए और बोली: खोल दो.

मैने उसका टॉप खोल के साइड में डाला, और उसको सफेद ब्रा भी खोल दी. अब मैं उसके दोनो बूब्स को बारी-बारी से मूह में लेकर चूसने लगा. नीलू मेरे सर पर हाथ फेरते हुए ह ह उफफफ्फ़ खा जाओ इन्हे ह सिसकरने लगी.

मैने अब नीलू की जीन्स का बाट्टों खोल दिया, और उसने मेरी त-शर्ट और बनियान मेरी कमर से खींच कर उतार दी. हम दोनो की उपर वाली बॉडी अब नंगी थी. मैने उसको अपने बदन से चिपका कर लिटाया, और हम एक-दूसरे से लिपट पर फिर किस करने लगे.

मेरा लॉडा एक-दूं कड़क और तन्ना हुआ था, जो नीलू को चुभ रहा था, और महसूस भी हो रहा था. अब मैने उसकी जीन्स की ज़िप खोली, और उसकी कमर से उसकी जीन्स और पनटी पकड़ कर खोल दी.

नीलू ने भी अपनी टांगे उठा कर अपनी जीन्स खोलने में मेरी मदद की. अब मैने उसके घुटने मोड, और उसके पैर फैलाए. उफफफ्फ़ उसकी छूट एक-दूं क्लीन थी. उसने आज ही आने के पहले अपनी झाँते सॉफ की थी तो उसकी छूट एक-दूं चिकनी थी.

उसकी छूट से चिपचिपा पानी निकल रहा था. मेरा मूह नीलू की टाँगो के बीच था. मैने उसको देखा तो वो शर्मा गयी. फिर मैने उसकी छूट पर किस की, और फिर उसको देखा, तो उसने साइड में पड़ी चादर उठा ली, और अपने उपर डाल दी. फिर मैं नीलू की छूट चाटने लगा. मेरे उपर चादर थी, और नीलू की दोनो टांगे भी ढाकी हुई थी.

उफफफ्फ़ उसकी छूट का चिपचिपा पानी निकल रहा था, जो मैं चाट रहा था. उसकी छूट में मेरी जीभ नाच रही थी. नीलू को भी अपनी छूट चटवाने में मज़ा आ रहा था, और वो उपर-नीचे हो कर अपनी छूट मेरे मूह पर दबा रही थी.

अब कुछ देर में उसने मेरे सर पर हाथ रखा, और मेरे बालों में हाथ डाल कर मेरे मूह को अपनी छूट पर रगड़ने लगी. ह जानू उफफफफ्फ़ उफफफ्फ़ की आवाज़े कर रही थी वो. नीलू अब छुड़वाने के लिए बेताब हो रही थी.

उसकी छूट से अंगारे भभक रहे थे. मैने अब नीलू की छूट से मूह हटाया, और उसकी जाँघ पर किस की, और उसकी कमर पर हाथ करके उसको साइड से मोड़ना चाहा.

नीलू समझ गयी, की अब उसको उल्टी लेटना था. उसके उल्टी होते ही मैने उसके पुत्ते पर किस किया, और फिर उसके दोनो पुत्तो को फैलाया. नीलू ने अपनी गांद थोड़ी उपर की. फिर मैने अपनी नाक उसकी गांद के छेड़ पर रखी, और स्मेल किया.

आहह, उसकी गांद से अजीब सी महक आ रही थी. पर मैं सेक्स के नशे में इतना था, की मैने उसकी गांद से आ रही बाज़ भी मुझे कामुक लग रही थी. उफफफ्फ़, नीलू भी अपनी गांद उछाल-उछाल कर मुझसे अपनी गांद चटवा रही थी.

कुछ देर बाद मैं उठा, और चादर हटा कर अपना पाजामा और अंडरवेर खोल दिए. मेरा लॉडा एक-दूं से बाहर आ गया, और मेरे लंड से प्री-कम निकल रहा था. नीलू भी सीधी लेट चुकी थी, और उसने अपनी टांगे फैला रखी थी. मैं उसके उपर जेया कर लेट गया. नीलू ने अपने हाथ से मेरा लॉडा पकड़ा और बोली-

नीलू: ये कितना बड़ा और मोटा हो गया है. मैने कहा: हा छूट में जेया-जेया कर लॉडा बड़ा हो जाता है.

फिर नीलू ने मेरे लॉड हो हल्का सा हिलाया, और बोली: कॉंडम नही है क्या?

मैने कहा: आज ऐसे ही कर ले, देखना मज़ा आएगा.

नीलू ने मेरे लंड को अपनी छूट के मूह पर रखा, और मैने बहुत प्यार से एक-दूं धीरे से अपना लॉडा उसकी छूट में घुसा दिया. आहह मैने हल्के-हल्के अपने कूल्हे हिला कर नीलू की चुदाई शुरू की.

नीलू उफफफफ्फ़ अहह अहह अहह की आवाज़ो के साथ कसमसा रही थी. मैने अपने धक्के तेज़ किए, और अब नीलू की छूट में मेरा लॉडा फॅक-फॅक की आवाज़ के साथ अंदर-बाहर हो रहा था. उसकी छूट से लावे की तरह गरम पानी रिस रहा था, जिससे मेरा लॉडा बहुत आराम से अंदर-बाहर हो रहा था.

मेरे लंड के हर धक्के के साथ मेरे टटटे उसकी छूट और गांद के छेड़ के बीच वाले हिस्से पर टकरा रहे थे. नीलू कसमसा रही थी, और उफफफ्फ़ अहह कर रही थी. कुछ देर चुदाई के बाद मैने अपना लॉडा उसकी छूट से बाहर निकाला, और फिर एक तेज़ धक्के के साथ पूरा लॉडा उसकी छूट में पेल दिया.

नीलू के मूह से एक तेज़ चीख निकल गयी आअहह. फिर ऐसा मैने 3-4 बार किया, और हर धक्के में नीलू की आवाज़ तेज़ हो रही थी. मैने अब अपना लॉडा बाहर किया, और नीलू के दोनो बूब्स के बीच अपना लॉडा मसलना शुरू किया.

फिर मैने नीलू के बाल पकड़े, और उसका मूह उपर किया, और उसके मूह में अपना लॉडा डाल दिया. मेरे टोपे से चाँदी नीचे उतार चुकी थी. नीलू मेरे टोपे की साइड में अपनी गरम जीभ फेर रही थी. ह, मुझे मज़ा आ रहा था.

बीच-बीच में नीलू मेरे लॉड को पूरा मूह में लेकर चूस रही थी. अब एक तेज़ धार के साथ मेरे लॉड ने झटके खाए, और मेरा वीर्या मेरी गफ़ नीलू के मूह में निकल गया. उफफफफ्फ़ अहह हम दोनो ने एक-दूसरे की आँखों में देखा, और एक दूसरे को स्माइल दी.

उसके गाल से मेरा वीर्या साइड में गिर रहा था, और उसकी छूट के नीचे की चादर पूरा गीली हो चुकी थी. मैं नीलू की साइड में लेता, तो उसने मुझे कस्स के पकड़ लिया.

कुछ देर हम ऐसे ही पड़े रहे, और कब हम दोनो सो गये पता ही नही चला. शायद कुछ 3-4 अवर्स की नींद हुई होगी. जब मेरी नींद खुली, तो मैने नीलू को हिलाया, और वो भी उठ गयी.

फिर हम दोनो उठे, और साथ में बातरूम में गये. एक धार के साथ मैने खड़े-खड़े पेशाब किया, और नीलू फर्श पर बैठ कर पेशाब करने लगी. मैने शवर चालू किया, और हम दोनो फिर एक-दूसरे से लिपट-छिपात करने लगे.

एक-दूसरे को किस करते हुए हमने साबुन लगाया. नीलू ने मेरे लॉड को फिरसे अपने हाथ से हिला कर खड़ा किया, और मेरी मूठ मारने लगी. कुछ ही देर में मेरे लॉड से फिर वीर्या निकल गया, और हम नहा कर बाहर आए.

हम अपने-अपने कपड़े पहन कर तैयार हुए. इतने में नीलू ने छाई भी बना ली. मैने छाई की चुस्की लेते हुए नीलू की तरफ देखा, और पूछा-

मैं: मज़ा आया की नही?

नीलू बोली: बहुत मज़ा आया.

और वो मुस्कुराने लगी. छाई फिनिश करके नीलू वापस चली गयी.