भाई ने भाई की साली की गांद फादी

ही दोस्तों, मेरा नाम संदीप है. मैं मुंबई से हू. मेरी पहली कहानी में मैने आपको बताया की कैसे मैने अपने भाई की साली यानी मेरी भाभी की सिस्टर नेहा के साथ पहली बार सेक्स किया. ये कहानी तब की है जब पहली बार मैने नेहा की गांद की चुदाई की.

पहली बार हम मिले थे, तो मैने नेहा की छूट दो बार छोड़ी थी. छूट छुड़वाने के बाद पूरी तरह से नेहा संतुष्ट दिख रही थी, और प्रॉमिस की थी की वो हमेशा अपनी छूट चुडवाया करेगी. दोस्तों जब हम दूसरी बार मिले, तो मैं नेहा को दोस्त के फ्लॅट पर लेकर गया. क्यूंकी वाहा पर दोस्त के अलावा कोई नही था.

उस दिन नेहा जीन्स और टॉप पहन कर आई थी. नेहा उस दिन बहुत खूबसूरत लग रही थी. वो उस दिन बिल्कुल आचे से तैयार हो कर आई थी. नेहा के लंबे खुले बाल जो की हिप्स के नीचे तक पूरी तरह से लटक रहे थे.

दोस्त के फ्लॅट पर जाते ही डोर बंद किए हम, और एक-दूसरे के साथ लिपट गये. मैने नेहा को किस करना चालू किया. वो भी मेरा भरपूर साथ दे रही थी. करीब 10 मिनिट फ्रेंच किस करने के बाद हम दोनो एक-दूं गरम हो चुके थे. मैने धीरे-धीरे नेहा की टॉप और जीन्स दोनो निकाल दिए. इतने में नेहा ने मेरे कपड़े उतारने शुरू कर दिए, और मुझे पूरी तरह से न्यूड कर दिया.

नेहा मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पनटी में थी. मैने देर ना करते हुए नेहा की ब्रा पनटी निकाल कर पूरी तरह से नंगी कर दिया. हम दोनो नंगे एक-दूसरे की बाहों में आ गये. मैने नेहा के बूब्स पकड़े और मसालने शुरू कर दिए. नेहा के मूह से सिसकारियाँ निकल गयी.

फिर मैने नेहा के बूब्स अपने मूह में लिए, और चूसने शुरू कर दिए. मैं बारी-बारी से दोनो बूब्स को चूस्टा रहा, और एक हाथ से उसकी छूट फैला रहा था. नेहा की छूट पूरी तरह से गीली हो गयी थी. मैने छूट सहलाते-सहलाते अपनी चारो उंगलियाँ उसकी छूट में डाल दी.

मैं उसकी छूट को रगड़ता रहा, और उसकी चुचियों को पी रहा था. करीब 10 मिनिट तक नेहा की छूट रगड़ता रहा, और उसकी छूट ने पानी छ्चोढ़ दिया. इतने में नेहा बोली-

नेहा: आज क्या खड़े-खड़े छोड़ोगे क्या? बेड पर लिटा कर मुझे छोड़ो, अब रहा नही जेया रहा है. जब तक अपने लंड से मेरी छूट की प्यास नही बुझाओगे, मैं तड़पति रहूंगी.

मैने तुरंत नेहा को लिटाया. नेहा ने बेड पर जाते ही मेरे लंड को अपने हाथो में ले लिया, और मूह में डाल कर चूसने लगी. मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी, जैसे काई दीनो से चूड़ी नही थी. साथ ही साथ में वो बोल भी रही थी की-

नेहा: मेरी चुदाई करो एक बार. लंड तो मैं चूस्टी रहूंगी. लेकिन जब तक मेरी चुदाई नही करोगे, तब तक मेरी छूट ठंडी नही होगी.

फिर मैने नेहा के मूह से अपने लंड को निकाला, और उसकी टाँगो को फैलाया. अपने लंड को उसकी छूट पर सेट किया, और एक ज़ोरदार झटका मारा. एक ही बार में मेरा पूरा लंड उसकी छूट में घुस गया. नेहा के मूह से अया निकल गयी. मैने अपने लंड को अंदर-बाहर करना शुरू किया.

तोड़ा धीरे-धीरे छोड़ने के बाद मैने स्पीड बधाई, और नेहा की छूट को छोड़ने लगा. उधर नेहा भी भरपूर साथ दे रही थी, और अपनी गांद उठा कर मुझसे छुड़वा रही थी. नेहा हर धक्के के साथ कुछ ना कुछ बोल रही थी-

नेहा: और छोड़ो, बहुत मज़ा आ रहा है. इतने प्यार से छोड़ते हो. अब मैं सिर्फ़ तुमसे ही छुड़वाना चाहती हू. तुम्हारा लंड मुझे बहुत पसंद है. ऐसे ही छोड़ते रहो मुझे. और डालो तोड़ा अंदर. बहुत मज़ा आ रहा है जान. मैं तुमसे छुड़वा कर के पूरी तरह से चुड़क्कड़ बन गयी. मेरी छूट सिर्फ़ तुम्हारा लंड खोजती रहती है.

नेहा: मेरी छूट को छोड़-छोड़ के पूरी तरह से चौड़ा कर दो उहह आअहह. और डालो, हा ऐसे ही छोड़ो, छोड़ो, और ज़ोर से. आ एस, छोड़ो मुझे, और छोड़ो. बूब्स भी पीते रहो साथ में आहह. ऐसे ही छोड़ते भी रहो.

करीब 15 मिनिट तक नेहा की रसीली छूट छोड़ने के बाद हम दोनो साथ में झाड़ गये. मैं नेहा की छूट में अपना लंड डाल कर के ऐसे ही सो गया. करीब 10 मिनिट के बाद हम दोनो अलग हुए और बातरूम में गये.

बातरूम में जेया कर फ्रेश होने के बाद भी वापस आ कर हम दोनो नंगे ही बेड पर सो गये. फिर एक-दूसरे को किस कर रहे थे. बेड पर ही हम एक-दूसरे को सहला रहे थे. नेहा अपने हाथो में मेरा लंड लेकर सहला रही थी.

फिर मेरे लंड को अपने मूह में लिया, और लॉलिपोप की तरह चूसने लगी. करीब 15 मिनिट लंड चूस्टी रही. अब मेरा लंड पूरा अकड़ गया था. मैं उठा, और नेहा की दोनो टाँगो को खोल करके उसकी छूट चाटने लगा. साथ ही साथ नेहा की दोनो चुचियों को अपने दोनो हाथो से मसल रहा था. वो भी मज़े से अपनी छूट चटवा रही थी, और बोली जेया रही थी-

नेहा: ऑश आहह, कितना मज़ा आ रहा है छूट चटवाने में. खा जाओ मेरी छूट को जान. बहुत मज़ा आ रहा है. आहह. आज तक किसी ने इतने आचे से छूट नही छाती है मेरी. अब तो मैं हमेशा जब भी मिलोगे, छुड़वाने से पहले अपनी छूट चत्वौुनगी.

नेहा: ऐसे ही मेरी छूट को हमेशा चाट-ते रहो. जान और छातो ह, एस आ आ पी जाओ छूट का रस्स. 10 मिनिट तक लगातार छूट चाटने के बाद उसने पानी छ्चोढ़ दिया. मैं नेहा के छूट का सारा रस्स पी गया.

इधर मेरा लंड पूरी तरह से लोहे की रोड की तरह खड़ा था. मैने बेड पर नेहा को डॉगी स्टाइल में किया, और पास में पड़े नारियल के तेल को नेहा की गांद पर लगाया. एक उंगली को गांद के अंदर डाल कर के अंदर-बाहर करने लगा. नेहा के मूह से आ निकल गयी.

वो बोलने लगी: मत डालो, दर्द हो रहा है.

मैने उसकी बात पर ध्यान नही दिया. एक बार फिरसे उसकी गांद पर तेल लगाया, और तोड़ा तेल अपने लंड पर लगाया. अब मैने नेहा के लंबे बालों को अपने हाथो से पकड़ा, और अपने लंड को उसकी गांद के च्छेद पर सेट किया. अब मैने तोड़ा धक्का लगाया. जैसे ही मेरा सुपरा उसकी गांद में घुसा, वो चिल्लाने लगी-

नेहा: ह निकालो, यार बहुत दर्द हो रहा है.

मैं तोड़ा रुक गया. फिर जब नेहा थोड़ी नॉर्मल हुई, मैने एक बार फिर एक झटका मारा. अब मेरा ज़्यादा से ज़्यादा लंड उसकी गांद में घुस चुका था. ऐसे लग रहा था जैसे मेरा लंड उसकी गांद में जेया कर फ़ासस गया हो. अब वो पूरी तरह से चिल्लाने लगी.

नेहा: आहह आहह. ओह मॅर गयी मैं. तुमने मेरी गांद फाड़ दी.

मैने नेहा की बातों पर ध्यान नही दिया, और अपने लंड को आयेज-पीछे करके छोड़ने लगा. क्या बतौ दोस्तों, नेहा की गांद मारने में कितना मज़ा आ रहा था. करीब 15-20 झटकों के बाद मेरा लंड आसानी से उसकी गांद में जाने लगा. अब वो भी तोड़ा नॉर्मल हो चुकी थी. मैने अपने लंड को एक बार बाहर निकाला.

फिर नेहा की गांद में एक बार और तेल लगाया. अब मैं नेहा के कमर को पकड़ कर तेज़-तेज़ छोड़ने लगा. वो भी अब मज़े लेकर मुझसे छुड़वाने लगी ह.

नेहा: छोड़ो मेरे राजा, ऐसे डालो. पूरा का पूरा लंड मेरी गांद मे. तुम्हारे लंड ने आज इसको भी चौड़ा कर दिया. मेरे हज़्बेंड ने तो कभी ध्यान ही नही दिया. आज तो तुम मेरी ऐसी चुदाई किए हो, की मुझे जन्नत दिखा दी. अब तो जब भी मिलूंगी अपनी छूट के साथ-साथ अपनी गांद भी चड़वौनगी.

नेहा की बात सुन कर मैं और तेज़ धक्को के साथ छोड़ने लगा. वो भी मेरे हर धक्के के साथ बोल रही थी-

नेहा: ह, एस एस एस, ऐसे ही छोड़ो आ. ऐसे ही छोड़ते रहो जान. निचोढ़ डालो मुझे.

मैं भी नेहा को फुल स्पीड में छोड़ रहा था. हर धक्के के साथ नेहा के गांद से पाक पाक . . . की आवाज़ आ रही थी. करीब 10 मिनिट नेहा की गांद छोड़ने के बाद मेरे लंड से पिचकारी निकली. फिर 5-6 बार पिचकारी मारने के बाद नेहा के गांद में मेरा माल भर गया. वो पूरी तरह से तक के लेट गयी.

मैं उठा, और बातरूम गया. . अपने लंड को सॉफ किया. फिर वापस आया तो देखा की नेहा की गांद से मेरा माल बह रहा था. मैने अपनी . निकाला, और सॉफ किया. पहली बार गांद मारने के बाद नेहा आचे से चल भी नही पा रही थी. मैने उसको . और . से ले जेया कर उसको उसके घर पर ..

तब से आज तक हम दोनो को एक साथ चुदाई करते हुए करीब 4 साल हो गये है. अब तक हम दोनो हर पोज़ में एक-दूसरे के साथ चुदाई कर चुके है. नेहा को जब छुड़वाने की चाहत होती है, मुझे कॉल कर देती है. और हम दोनो बाहर जेया कर एक-दूसरे के साथ चुदाई करते है.

दोस्तो कैसी लगी हमारी पहली नेहा के साथ गांद चुदाई की कहानी? कॉमेंट एमाइल करे. मुंबई से कोई भी गर्ल, हाउसवाइफ, या भाभी सेक्स करना चाहती है, तो हमे एमाइल करे.