बबिता चुदी दूध वाले से और अब्दुल से

हेलो गाइस, आपने पिछली स्टोरी तो पढ़ी ही होगी कैसे बबिता माली से चुड्ती है. अब आगे की स्टोरी देखते. अगर पिछली स्टोरी ना पढ़ी हो, तो पढ़ लीजिए. वरना कुछ समझ नही आएगा. तो चलिए शुरू करते है.

बबिता माली से चुड कर घर आती है. लगभग सुबह के 7:15 बजे होते है, और बबिता सोफे पर बैठी होती है. इएर अभी सो रहा था. उसका जॉब 10 बजे होता है, तो वो 8:30 को उठता है.

तभी सोसाइटी में दूधवाला दूध देने के लिए आता है. वो पहले ग्राउंड फ्लोर वाले को दूध दे कर सी विंग की और बढ़ता है. और उसी विंग में म्र्स. बबिता रॅंड का घर होता है. बबिता सोफे पे बैठ कर सुबह की चुदाई के दर्द को शांत कर रही होती है, और तभी डोरबेल बजती है.

वो खड़ी होती है, और किचन में से पतीला लेकर आती है, और डोर खोलती है. जैसे ही डोर खोलती है, दूध वाले का मूह खुला का खुला रह जाता है. जैसे की आप सब को पता है की मनोज ने बबिता की पनटी फाड़ दी थी, और स्पोर्ट लेगैंग्स थोड़ी सी ट्रॅन्स्परेंट आती है, तो लिटरली बबिता की छूट का नज़ारा दिख रहा था.

दूध वाले की नज़र वाहा से हॅट ही नही रही थी, और बबिता उसकी नज़र को देखती है, और उसे छाँटा मार्टी है, और कहती है-

बबिता: आबे भद्वे, तेरे घर में मा-बेहन नही है क्या?

तभी दूध वाला होश में आके दूध भरता है. लेकिन वो रॅंड ही 1 नुंबेरी है की उसकी नज़र फिरसे वाहा चली जाती है. बबिता को इस बार फिर गुस्सा आता है, और वो उसको धक्का मारने गयी. लेकिन उसका हाथ ग़लती से दूध से भारी हुई पतीली को लगता है, और वो पतीली गिर जाती है.

बबिता: आबे क्या किया भोंसड़ी के!

रफ़ीक़ (दूध वाले का नाम था): आबे तेरा हाथ लगा है, मेरे को मत बोल.

बबिता: देख जो भी हो, मेरे को मेरा दूध चाहिए.

रफ़ीक़: कहा से डू, आपके हिस्से का दूध तो आपने गिरा दिया.

बबिता: कैसे भी कर, लेकिन मेरे को दूध दे. सुबह कॉफी के बिना मूड नही बनेगा.

रफ़ीक़: दूध चाहिए ना तेरे को? रुक अभी.

ऐसा बोल के रफ़ीक़ बबिता को घर के दरवाज़े पर ही धक्का दे कर गिरा देता है, और उसके उपर चढ़ जाता है. इससे पहले बबिता कुछ करे, उसने बबिता के होंठो के उपर अपने होंठ चिपका दिए, और फ्रेंच किस करने लगा. बबिता उससे छ्छूटने की कोशिश कर रही थी, लेकिन रफ़ीक़ उसे छ्छूटने नही दे रहा था.

10-15 मिनिट के बाद रफ़ीक़ उसकी नाभि के उपर बैठ जाता है, और उसका टॉप निकाल देता है, और ब्रा के उपर से ही उसके बूब्स को हाथ से मसालने लगता है. बबिता सुबह मनोज के साथ एक ज़ोरदार सेशन के बाद फ्रस्टरेट हो गयी थी. फिर रफ़ीक़ बबिता की ब्रा खोल कर फेंक देता है, और बड़े-बड़े बूब्स को मूह में ले लेता है.

एक बूब मूह में लिया, और दूसरे हाथ से मसालने लगा. 10-12 मिनिट मसालने के बाद उसने बबिता जो दूध का पतीला लाई थी, वो लिया.

फिर पतीले को बबिता की नाभि और बूब्स के नीचे रखा, और बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से मसालने लगा. उसमे से जो दूध निकलता है, वो सीधा पतीली में गिरता है.

वो उसके बूब्स को मारता है, और लाल कर देता है, और उसके निपल्स खड़े कर देता है. फिर बूब्स को मसालने के बाद आधी पतीली दूध निकालता है. बबिता बस छ्छूटना चाहती थी. लेकिन रफ़ीक़ ने अब पतीली को साइड पे रखा, और उसपे से खड़ा हो जाता है, और अपना पंत और चड्डी निकाल देता है.

वो बबिता को घुटनो के बाल खड़ा करके उसका कटा हुआ लंड उसके मूह में डाल दिया, और आयेज-पीछे करने लगा. 10-15 मिनिट में रफ़ीक़ झाड़ जाता है और अब बबिता को डॉगी पोज़िशन में बिता देता है, और उसकी छूट पे थूक लगा कर पहले ही झटके में अपना लंड डाल देता है. फिर ज़ोर-ज़ोर से छोड़ता है.

बबिता: आ अयाया आअहह. धीरे-धीरे छोड़ सेयेल भद्वे. अंदर मेरा पति सो रहा है.

रफ़ीक़: अगर पति ने देख लिया तो उसको अपने दूध की कोफ़ी बना के पीला देना.

बबिता: अयाया.

रफ़ीक़: साली क्या गांद है तेरी. एक दिन सभी गोकुलधाम वालो तेरा दूध पीला दूँगा.

बबिता: आह, बस करो, अब मैं और नही चुड सकती.

लेकिन रफ़ीक़ बबिता को छोड़े जेया रहा था. अब रफ़ीक़ झड़ने वाला होता है, और लंड बाहर निकाल कर उसके उपर गिरा देता है. बबिता अब बैठ कर रिलॅक्स करने जेया रही थी. लेकिन उसने बबिता को कमर से पकड़ कर उसकी गांद उपर हो वैसे लिटा दिया.

बबिता: नही-नही गांद नही, प्लीज़ प्लीज़ सॉरी.

रफ़ीक़: क्यूँ बे साली, इतनी बड़ी गांद के साइज़ से ही लग रहा है की बहुतो से गांद चुडवाई है.

बबिता: प्लीज़, प्लीज़ छ्चोढ़ दो मुझे.

रफ़ीक़ उसकी गांद को चाटने लगता है, और फिर गरम करके उसे छ्चोढ़ देता है.

रफ़ीक़: इस बार तेरी गांद रहने देता हू. लेकिन जल्दी तेरी गांद को अपने लंड के नीचे रखूँगा.

रफ़ीक़ कपड़े पहन कर निकल जाता है, और बबिता जल्दी से दरवाज़ा बंद करके कपड़े पहन लेती है. अब वो उसके दूध से कॉफी बनाना नही चाहती थी, इसलिए वो अंदर जेया कर अपनी पनटी पहन कर फ्रेश हो कर अब्दुल की दुकान पे दूध लेने चली जाती है.

अब्दुल’स शॉप:-

अब्दुल बैठ के हिसाब कर रहा होता है, और तभी बबिता वाहा पहुँच कर उससे दूध मांगती है.

बबिता: अब्दुल भाई! गुड मॉर्निंग.

अब्दुल: गुड मॉर्निंग बबिता जी, कैसी हो आप?

बबिता: बस बढ़िया, जी मुझे एक दूध का पॅकेट चाहिए था.

अब्दुल: क्यूँ आज आपके घर रफ़ीक़ नही आया था दूध लेने?

बबिता: आया था, लेकिन दूध फटत गया मेरे से

बबिता (इन माइंड): साला मेरी फाड़ के चला गया. आज का दिन ही खराब है. जो मिला, छोड़ कर चला जाता है

अब्दुल: क्या सोच रही है बबिता जी?

बबिता: कुछ नही.

अब्दुल: एक वीडियो दिखानी थी आपको.

अब बबिता वीडियो देखती है, और हक्की-बक्की हो जाती हटी.

रीकॅप: तो आपने पार्ट 1 की एंडिंग में पढ़ा होगा की किसी ने बबिता की मनोज से चुदाई देख ली, और उसका वीडियो रेकॉर्डिंग कर लिया. वो और कोई नही अब्दुल था.

अब्दुल: क्यूँ कैसा लगा?

बबिता: प्लीज़ अब्दुल भाई, ये किसी को बताना मत प्लीज़. तुम जो मांगोगे वो दूँगी प्लीज़.

अब्दुल: ठीक है, ये वीडियो किसी को नही दिखौँगा. मेरे को बस आपने जो मनोज के साथ किया, वो मेरे साथ करो.

बबिता: क्या?

बबिता (इन माइंड): क्या चल रहा है आज. सब मुझे छोड़ने के पीछे पड़े हुए है. लेकिन अभी कोई रास्ता नही है

बबिता: ठीक है, लेकिन तुम मुझे छोड़ोगे कहा?

अब्दुल: ओहो, इतनी जल्दी मान गयी. यहा दुकान के अंदर मैं शटर बंद कर दूँगा.

बबिता: ठीक है (फ्रस्टरेटेड).

बबिता दुकान के अंदर चली जाती है, और अब्दुल दुकान का शटर बंद कर देता है. अब अब्दुल बबिता को लीप किस कर रहा था.

बबिता भी उसे फुल सपोर्ट कर रही थी, क्यूंकी उसके पास और कोई रास्ता नही था. फिर बबिता घुटनो के बाल बैठ कर अब्दुल का लंड मूह में लेके, ब्लोवजोब दे रही थी. अब्दुल 20 मिनिट तक झाड़ा ही नही, और अब झड़ने वाला था, तो सारा माल नीचे ज़मीन पे गिरा देता है. अब अब्दुल कुछ सोचता है, और वो नीचे डॉगी स्टाइल में बैठ जाता है और बबिता को बोलता है उसकी गांद छाते.

बबिता ऑक्वर्ड फील करती है, लेकिन वो चाट-ती है. अब्दुल की गांद पे जो बाल होते है उसके मूह में आ रहे थे. उसको वॉमिट जैसा हो रहा था. फिर अब्दुल का लंड तोड़ा ढीला होता है, और उसको टाइट और कड़क करने के लिए बबिता को नंगा करके लिटा देता है. फिर वो उसके बूब्स और नाभि को चाट-ता है. बबिता के शरीर पर आइस-क्रीम लगा देता है, और उसे चाट-ता है. वो भी हॉर्नी हो गयी थी.

बबिता: प्लीज़ अब मत तड़पाव, मुझे छोड़ो अब.

अब्दुल: चल बता रॅंड कों से फ्लेवर से चूड़ना चाहेगी?

बबिता: कों सा कों सा है?

अब्दुल: स्तव्बेररी, चॉक्लेट, कॉफी, इंडियन स्पाइसस.

बबिता: इंडियन स्पाइसस? ये कों सा है

अब्दुल: रॅंड ये एक-दूं नया है. ये इंडिया के जो मसले है उसका फ्लेवर है, तीखा.

बबिता: ठीक है, चल उसी से छोड़ डाल.

अब्दुल: आहा ठीक है.

फिर अब्दुल 8 इंच के लंड पर इंडियन स्पाइसस कॉंडम लगा देता है और उसकी छूट पे सेट करके छोड़ना स्टार्ट करता है.

बबिता: आह.. फक मे, फक मे.

अब्दुल: आ, तुझे कितने दीनो से छोड़ना चाहता हू. तेरे को छोड़ने का सपना होता है मर्दो का.

वो उसकी लगातार ठुकाई करता है. इंडियन स्पाइसस तीखे होते है तो बबिता को छूट में एक-दूं जलन होती है. वो रो रही होती है.

बबिता: ये क्या फ्लेवर है?

अब्दुल: पहले ही बोला था रंडी, की ये तीखा होगा.

फिर 20 मिनिट छोड़ने के बाद झाड़ जाता है, और बोलता है मज़ा आया बबिता रॅंड.

अब्दुल: ये लो आपका दूध.

बबिता: थॅंक योउ अब्दुल भाई दूध के लिए.

अब्दुल बबिता को घर पे छ्चोढ़ के आता है. अभी तक इएर तो सोया हुआ ही था. उतने में बबिता 3 लोगो से चुड चुकी थी. अभी तो पूरा दिन बाकी है. आयेज देखो क्या-क्या होता है. थे नेक्स्ट पार्ट विल बे कमिंग सून. प्लीज़ गिव फीडबॅक ओं मी स्टोरी.